Lavanya - 18 in Hindi Fiction Stories by Jagruti Joshi books and stories PDF | लावण्या - भाग 18

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लावण्या - भाग 18

मैंने कहानी का नाम चेंज किया है ,,,,,जब मैंने कहानी शुरू की तब ही मैंने आप लोगों से सजेशन मांगा था कि मैं कहानी का नाम क्या रखूं,,,,,??
बहुत सारे लोगों ने अलग-अलग नाम बताए थे ,,,पर आज ही मेरे एक पाठक ने मुझे यह नाम सजेस्ट किया और मुझे बहुत अच्छा लगा,,,,,,, आप लोगो को भी शायद अच्छा लगे,,।
और क्या यार आप लोग कमेंट नहीं करते,,,,,😔
____________
______
पिछले पार्ट में हमने देखा कि
अर्थ
ईशा वहां से खींच कर ले गया....!
लक्ष ने लावण्या की ओर देखा,,, उसकी हिचकी
चालु हो गई थी
अब दोनो
लक्ष और लावण्या अकेले थे,,,,,,,,,,!
अब आगे .............

********

लक्ष परेशान होकर अर्थ और ईशा को जाते हुए देखता रहा,,,,,,कुछ ही पल में वो दोनो उसकी आँखो से ओझल हो गये,,,,,,!

उसका ध्यान ही नहीं रहा की लावण्या कब फिर से वहाँ बार काउंटर पर चली गई,,,,,,!!
लक्ष ( मन बोला,,,, मैं क्या करु इसका)
उसने लावण्या की ड्रिंक के पैसे चुकाए और लावण्या को खींचते हुए बाहर ले जाने लगा,,,,,,,!!

लावण्या____ हिचकी खाते हुए
वो पूरी की पूरी नशे में थी....... उसने लक्ष की और देखकर कहा
मेरा___ हाथ___ छोड़ो___ तुम___ मुझे ___कहां__ ले__ जा रहे हो ,,,,,,मुझे__ अपने __दोस्तों ___के __पास जाना है,,,,!!

लक्ष ______
ने उसे चिढ़कर कहा .. .....वह लोग तुम्हें छोड़ कर चले गए,,,,!!
लक्ष ने जैसे ही यह कहा उसकी हिचकी बंद हो गई,,,,,,और
वह वहाँ बीचो-बीच नीचे बैठ गई और जोर जोर से रोने लगी.......
नहीं मुझे उनके पास जाना ........ मुझे उनके पास जाना है,,,,
तुम ने मेरे दोस्तो को मुझसे छीन लिया,,,,,,,,,
वहां आने जाने वाले सारे लोग उसके सामने देख रहे थे ,,,,और हंस भी रहे थे,,,,,!
लक्ष ने उसके सामने दो हाथ जोड़कर का........ प्लीज मैं तुम्हें वहीं उनके पास ले जा रहा हुं ,,,, अगर तुम यहां से खड़ी नहीं हुई तो मैं तुम्हें यहां छोड़ कर चला जाऊंगा,,,,,!!

लावण्या ने अपने आंसू पोंछे और उसके सामने बच्चो की तरह मूह बनाते हुए कहा .........मुझे हर कोई छोड़कर चला जाता है,,,,,
वह चलते-चलते बोल रही थी अपनी उंगलियों से गिनती करते हुए,,,,,,
फर्स्ट पापा गए,,,,, फिर मम्मा गई,,,, फिर भाई गया,,,, फिर तुम गए,,,,, तुम फिर वापस आए,,,, फिर नाना नानी गए,,,,!!
मेरे दोस्त भी मुझे छोड़ कर चले गए और वो फिर रोने लगी,,,,,
उसने लक्ष की और देखकर कहाँ मुझे तुम कितनी बार छोड़ने वाले हो ये बताओ
हर बार छोड़कर जाने की धमकी ,,,,??
क्या गिनीज बुक में नाम दर्ज कराना है ,,,,भाग ने का,,,,!!

लक्ष ने आश्चर्य से कहा मैं तुम्हें कब छोड़कर चला गया,,,,,,,???
मैं ने तो ठीक से पकड़ा भी नही।

लावण्या ने उदास होते हुए कहा ......काश मेरी भी मेमोरी लॉस हो जाये कुछ याद ही नहीं रहेगा तो तकलीफ कम होगी...... ..
अब तुम्हें तो याद भी नहीं है ,,मैं क्या बताऊँ 🥺 ,,,!!

लक्ष पुरी तरह लावी की बकबक से उब गया था,,,,,,,वह दोनों गाड़ी तक आ गए थे,,,,, लक्ष ने उसे कार मैं बिठाया और कहा चलो अपना सिटबेल्ट बांध दो,,,,,,,!

लावण्या_____
ने बड़ी मासूमियत से कहा मुझे सिटबेल्ट बांधना नहीं आता,,,,,!
पर हम जा कहा रहे है,,,,??

लक्ष ____
वह तो मुझे भी नहीं पता ,,,,,,और तुम इतनी बड़ी हो गई और सीट बेल्ट बांधना नहीं आता,,,,???

लावण्या_____
अपना मुंह फुला कर बैठ गई,,,,,और कहा मुझे पता नहीं था कि कभी तुम एसे सवाल पुछोगे,,,,, वरना सीट बेल्ट बांधने में पीएचडी कर देती ,,,,,,!!

लक्ष______
को इस बात पर बहुत हंसी आई,,,,, वो उसके करीब गया और उसे बेल्ट बांधने में हेल्प करने लगा ,,,,,दोनो काफी दिनो बाद इतने करीब आये थे,,,,,, लावण्या तो नशे में थी पर लक्ष पूरे होश में था,,,,,,
लावण्या के करीब होने की वजह से उसकी हार्टबीट तेज हो गई थी ,,,,,,
और जब गलती से लावी के होठो ने लक्ष के गालो को छुआ तो लक्ष के शरीर मै सिरहन सी दौड गई,,,,,,,,!!

लक्ष ने जल्दी से अपने आप को लावण्या की करीबियों से दूर किया,,,,,,,!
उस ने जोर से कार का दरवाजा बंध करा,,,,, लावी डर गई तो उसने इशारा करके कहा मुंह पर उंगली रखकर शांति से बैठ जाओ ,,,,!!
फिर उसने अर्थ को फोन लगा दिया,,,,,,,,
जैसे ही अर्थ ने कोल रिसीव कीया लक्ष ने बोलना सुरु कर दिया,,,,
यार तूने मुझे कहां फंसा दिया है,,,, जब से तुमने उसके पास मुझे छोड़ा है ,,,,
उसने एक पल भी बोलना बंद नहीं किया ,,,,,बच्चे जैसी हरकतें कर रही है ,,,,यार परेशान हो गया हूं,,,!!

अर्थ_____
अच्छा हैना
बच्चों को संभाल ने को प्रेक्टिस अभी से हो जाएगी और वो हंस ने लगा,,,,,,
फिर सॉरी बोला और कहा ,,,,,,यार बस आज की बात है संभाल ले,,,,,!!
फिर एसा कभी नही होगा,,,,,,

लक्ष ____
क्या यार .......... चलो
माना सिया को इमरजेंसी आ गई थी,,,,,,!
पर सचिन तो था ना,,,,,
यार तु सचिन को फोन कर उसे बोल के ले जाए,,
इसे,,,,!!

अर्थ ____
यार वह घर पर अकेला रहता है,,, मैं उसे उसके साथ नहीं छोड़ सकता,,,,
वो लडका है,,,,, फिसल सकता है,,,,, तुमने लावण्या को देखा है कितनी नशे में है उसे तो होश भी नहीं होगा,, अगर कुछ हो गया तो,,,????

लक्ष ____
गुस्से में ओ...... रुको रुको रुको ,,,,
सचिन अगर लड़का है,,, तो तुमने मुझे क्या समझ रखा है,,,,??
तुम मुझे आखिर समझते क्या हो,,,???

अर्थ को अपनी की गई पर बात पर हंसी आने ली,,,,,, उसने कहा यार जरा रुक मेरा कहने का मतलब यह नहीं था ,,,,!!!!!
पर सचिन भी सिया के साथ ही है,,,,,
तुम एक जैंटलमैन हो प्लीज यार संभाल लेना,,,,,,,

लक्ष _____
पर मैं उसे लेकर जाऊंगा कहा,,,,,और मॉम डैड को क्या जवाब दूंगा,,,,,,,,,????

अर्थ ____
मैंने अंकल से बोला है कि हम लोग तुम्हारे पुराने वाली कोठी पर पार्टी करने जा रहे सारे दोस्त,,,,,तो उन्होंने परमिशन दे दी है,,,,,बस पीना से मना किया है,,,,,,

लक्ष ____
वाह मेरे भाई,,,,,,, मुझसे पूछे बिना ही बोला ,,,,,👏👏👏और पीना तो दुर अब इसे देख कर तो मैं शराब को हाथ भी ना लगाऊ
और एक बात अब चाबियां कहां से लाऊंगा वहां की,,,,,,,,!!

अर्थ ने लक्ष से कहा मुझे पता था तू यही कहेगा ,,,,, पर डोंट वरी,,,,उस कोठी की चाबी कार की "की" के साथ ही है,,,,,,,

लक्ष_____
ने अपनी आइब्रो पर नाखुन से खुजाते हुए कहा ,,,,,,,,मुझे ऐसा क्यों लग रहा है कि ,,,,तुमने यह सब तैयारी पहले से की रखी है ,,,,,,,कहि ये तुम्हारी कोई साजिश तो नहीं,,,,,,,???

अर्थ _____
जोर-जोर से हंस ते हुए बोला ,,,,,,ज्यादा सस्पेंस वाली मूवी मत देखा कर कर,,,, !!
मुझे तुम दोनों अगर साथ मैं लाना होता तो मैं ऑफिस मैं ही कही बंध कर देता,,,,,चल अब बाय मेरे फोन की बैटरी लॉ है ,,,,,
फोन कभी भी कट हो सकता है ,,,,,,
लक्ष उसे कुछ बोलता उस्से पहेले ही उसे ने फोन कट कर दिया,,,,,,!!!!

लक्ष ने अपना हाथ जोर से कार के बोनेट पर मारा,,,,,,उसके पास और कोई चारा ही नहीं था,,,,,
उसने कार स्टार्ट की और अपने पुरानी वाली कोठी की ओर कार दौड़ा दी,,,,,,वो सफर, दो घंटे का था,,,,,!

लक्ष ने लावण्या की ओर देखा उसने अभी भी मुंह पर उंगली रखे हुए थी ,,,,,
लक्ष ने कहा हटा दो,,,,,,,!

लावण्या_____
खुश होते हुए,,,,,,,हाश मेरी तो उंगली दुखने आ गई थी,,,,,,!

लक्ष ___
अगर उंगली दुखने आई थी तो उसे हटाई क्यु नहीं ,,,,!

लावण्या _____
ने बडी मासूमियत से कहा तुमने गुस्से में बोला था इसलिए,,,,,!!

लक्ष ____
सॉरी

लावण्या____
इट्स ऑके,,,,,,

लक्ष ____
ने लावी की ओर देखा ,,,वो बहुत ज्यादा मासूम लग रही थी और प्यारी भी,,,,!!
नशे के कारण उसका चेहरा और खूबसूरत लग रहा था,,,,
उसने लावण्या पर से अपनी नजरें हटाइ और उसे कहा
इतनी शराब क्यों पी तुमने,,,जब हजम नहीं होती तो पीती क्यु, हो,???

लावण्या____
तुम्हारी वजह से,,,,,,,,,,!!

लक्ष ____
मेने थोड़ी ना कहा था कि तुम शराब पियो,,,!

लावण्या____
तुम मुझे कितना इग्नोर करते हो,,,,,!
तो मुझे गुस्सा आ गया और इस लिए.........

लक्ष ____
पर इससे तुम्हें क्या फर्क पड़ता है,,, ???

लावण्या ___
बहुत बहुत पडता है,,,,
एक बात बताओ,,,,,, वैसे भी मैं
कल भूल ही जाऊंगी ......तुमने मुझसे क्या कहा था,,,,,,,,
तो अगर मेरे और ईशा में से तुम्हें किसी एक को चूस करना होता तो तुम किसी करते,,,,,???

लक्ष ____
शराब पी है पर दिमाग अभी भी भी दौड़ता है,,,,,???
ऐसा सवाल क्यों पूछा मुझे,,,,

मुझे जवाब दो लावण्या ने कहा,,,,,,

लक्ष ___
के दिल मैं उस वक्त एक ही नाम आया,,,,,लावण्या और उस ने बोल भी दिया,,,,,

लावण्या______
मुझे पता था,,, मेरा ही नाम लोगे तुम,,, तुम्हारे दिल ने सच ही बोला,,,,, तुम झूठ बोलते हो और तुम्हारा दिमाग भी झूठ बोलता है,,,,!
जब से याददाश्त गई है तब से पता नहीं मुझसे इतनी नफरत क्यों करने लगे हो,,,,,???

लक्ष ____
मैंने कभी तुमसे प्यार ही नहीं किया तो नफरत की बात
कहाँ से आई ,,,,
बस मुझे तुम नहीं पसंद,,,,,!!!

लावण्या______
की आंख नम हो गई,,,,,उसने गाड़ी का काच खोला दिया और वहा हाथ रखकर उस पर अपना चहेरा ठहरा कर बाहर की और देखने लगी,,,,,,!
बाहर बहुत ज्यादा ठंडी हवा बह रही थी,,,,,,लक्ष ने कहा काच बंध करदो,,,,,,

लावण्या ने उसकी ओर देखे बिना ही कहाँ,,,,,,,कहा
तुम मुझे कहां ले जा रहे हो,,,,,???
वैसे भी काफी बार छोड़ चुके हो,,,,, फिर से एक बार छोड़ दो,,,,,,यहाँ कही,,,,,,,!!
चलते-चलते शायद मुझे मेरी मंजिल मिल जाए,,,,,!
बहुत ज्यादा तकलीफ होती है,,,,अब,,,, !!
एक बात कहु.........

लक्ष_____
बोलो,,,,,

लावण्या_____
हमारा रिश्ता भले ही

सात फेरों वाला नहीं था
पर हम दोनों का रिश्ता
जैसा भी था,,,
सच में बहुत स्पेशल था,,,,,,,,।।

लक्ष को लावण्या का हर एक लफ्ज़ कहीं ना कहीं चूप रहा था,,,,,,
उसका यू दुखी होना नजाने क्युं उसे बहुत ही खल रहा था,,,,,!
उसने रेडियो ऑन कर दिया रेडियो सिटी पर गाना बज रहा था,,,,,
जैसे ही गाना सुरु हुआ लक्ष ने चैनल चैंज करदी,,,,,,लावण्या ने फिर से ढूंढ कर वही गाना बजाना शुरु किया और उसे कहा प्लीज इसे बज ने दो,,,,,,,,,
गाना पुरा होने आया था,,,,,,,,,!
उसके शब्द कुछ ऐसे थे,,,,,,,,

तू वक़्त नहीं दिंदा
मैनू अज-कल दो पल दा
तैनू पता नहीं शायद
इश्क़ विच इंज नहीं चलदा
मैनू तू जुत्ती थल्ले रख्दांजानी
लोकां अग्गे बन ना विचारा
वे तू मैनू छड़ जाना
गल्लां तेरीयां तों लगदा ऐ यारा
तू सब्बं जानदा
ऐमैं छड्ड नी सक
दी तैनू
तां ही तां उंगलां ते
रोज नचौना ऐ मैनू
तू सब जानदा ऐमैं छड्ड नी सकदी तैनू
तां ही तां उंगलां ते
रोज नचौना ऐ मैनू
अगले जनम विच अल्लाह
ऐसा खेल रचा के भेज़े
मैनू तू बना के भेज़े
तैनू मैं बना के भेज़े
वे फ़ेर तैनू पता लगना
किवें पीता जांदा पानी खारा खारा
वे तू मैनू छड़ जाना
गल्लां तेरीयां तों लगदा ऐ यारा
वे मैथों तेरा मनं भरया.............

गाना पुरा हुआ लक्ष ने रेडियो ऑफ कर दिया,,,,,,,उसने देखा की लावण्या सो चुकी थी,,,,, वो कारकी हलकी सी लाइट मैं भी लावी के चहरे का दर्द देख पा रहा था,,,,,!!
लक्ष ने एक हाथ से लावण्या को परेशान कर रही बालो की लटो को कानो के पीछे किया,,,,,,!!!

वो जहा जा रहे थे वो एरिया साउथ दिल्ली का पॉश इलाका था,,,, यहाँ बड़ी-बड़ी कोठी बड़े लोगो ने प्रॉपर्टी के लिए खरीदी हुई थी ,,,,, यहा वो लोग अपनी फैमिली के साथ वैकेशन के लिए और वीकेंड की छुट्टियां मनाने आते थे,,,,,,!
हर कोठी से दुसरी कोठी का अंतर आधे घण्टे का था,,,,, यह एक तरह से फार्म हाउस की तरह ही थी,,,!
फाइनली वह दोनो पहुंच गए,,,,,लक्ष ने गेट ऑपन किया फिर अंदर आकर गेट बंद किया,,,,,,,,!!
उसने कार को ठीक विला के सामने खड़ी की ,,,,,,,उसने चाबी से लॉक खोला लावी को धीरे से गोदी में उठाकर लिविंग रूम के सॉफे पर सुलाया,,,,,,!!!

फिर उसने सारी लाइट्स ऑन कर दी,,,,,,दरवाज़ा बंध करके लावण्या को ऊपर वाले उसके कमरे मैं ले गया,,,,,,, उसने लावण्या को धीरे से बेड पर लेटाया सिर के नीचे सॉफ्ट पीलॉ रखा और जैसे ही वह जाने लगा लावण्या ने हाथ पकड़ते हुए कहा प्लीज मत जाओ ना,,,,,,,,!
उसने जब मुड़कर देखा तो वो नींद में थी पर वह बैठी हुई थी,,,,!!
और लक्ष का हाथ उसने कस कर पकड रखा था,,,,,
वो लावण्या के सामने बैठे गया,,,,,,,

लावण्या ____
बड़बड़ाते हुए बोली
मुझे यहां क्यों लाए हो किडनैप किया है मेरा,,,,,, ,,

लक्ष _____
ने कहा
मुझे मरना है तुम्हारा किडनैप करके,,,, वैसे भी तुम्हारी बातें मुझसे झेली नहीं जाती,,,,,,,,!!

लावण्य______
उसके और करीब आके बोलती है,,,,
ओह्ह......तो क्या उस चुडेल की बाते अच्छी लगती है,,,,,मैं क्या इतनी खराब हुं,,,,!

लक्ष _____
नहीं तुम बहुत खूबसूरत हो पर मेरे लिए सही नहीं हो,,,,,,,!

यह बात सुनकर लावी उदास हो गई,,,,,,उसने लक्ष को गले लगाकर कहाँ,,,,,,पर तुम मेरे लिए सही हो,,,,,,!
आइ लव यु,,,,,,,
लावण्या का इस तरह उसे गले लगाना उसे सुकून दे रहा था,,,,,
उसने लावी को खुद से दूर किया और उसका चहेरा अपने दोनो हाथो मैं लेकर कहाँ,,,,,,
मैं तुमसे दूर जाने की बहुत कोशिश करता हूं,,, पर पता नहीं उस कोशिश में .......मैं तुम्हारे और करीब आ जाता हूं.....!!!!
जब तुम्हें डांट हूं,,,तो अंदर से बहुत बुरा लगता है,,,,!
जब भी खुदसे दुर करने के बाद ........ तुम्हें नहीं देखता,
तो दिल बेचैन हो जाता है ,,,,,!!
और तुम्हारे सामने आते ही,,,,पता नहीं दिमाग तुम पर क्यु गुस्सा कर ने लगता है ,,,,,,!
हर बार तुम्हारी नशीली आंखों में खो जाता हुं,,,,!!
मुझे पता है सुबह तुम्हें कुछ भी याद नहीं होगा,,,,,,
कल क्या होगा पता नहीं पर आज दिल कर रहा है ,,,में तुम्हें ढ़ेर सारा प्यार करु,,,,,,!!
इतना कहकर लक्ष ने लावण्या को अपने करीब खींच कर किस कर दिया,,,,,,
लावण्या सॉ चुकी थी,,,,,लक्ष ने लावण्या को खुद से दूर किया,,,,!
उसने लावण्या का सुलाया,,,,,वो कमरा बंद कर दिया और सडसडाट सीढ़ियों से नीचे उतर गया,,,,,,,!
लिविंग रूम में आया उसने बाहर से लॉक किया और गाड़ी मैं आकर सो गया,,,,,!!!!

उसे पूरी रात नींद नहीं आई,,,,, वह सोचता रहा उसे पास्ट के बारे में अभी कुछ भी याद नहीं,,,,,,अगर लावण्या उसके इतने क्लोज थी तो उसकी कोई धुंधली याद तो आती,,,,!
वो लावण्या को जब भी देखता ,,,,उसका दिल तेजी से धड़कने लगता ,,,,!
वो दिल और दिमाग मे उलझ गया था,,,,,,!!
लक्ष जब भी कुछ याद करने की कोशिश करता उसके दिमाग पर जोर देता और उस वजह से उसे सिर दर्द होने लगता,,,,,!
वो सोच ने लगा की लावण्या जब भी बातें करती तो वो क्यु उसमें खो जाता है,,,,,,???
उसने लावी को किस किया तो उसे लगा जैसे पहले भी उसे कर चुका है ...........
वह एहसास उसे अंदर ही अंदर खाए जा रहा था,,,,,,,,,!
इसी सोच विचार में सुबह कब हुई उसे पता ही नहीं चला ।
उसने जब देखा तो घड़ी में 5:00 बज रहे थे,,,,,
उसने कुछ सोच कर तुरंत ही अर्थ को फोन लगाया,,,,,,,,,,,,,,
वो गहरी नींद मैं था,,,,,,फोन के वाइब्रेंट होने पर वो उठ गया उसने घड़ी मैं देखा तो 5:00 बज रहे थे ,,,,,
उसने देखा तो लक्ष का फोन था ,,,,,,,अर्थ ने नींद में बोला क्या यार सोने तो दे,,,,,!!
लक्ष _____ ने चिढ़कर
कहा बेटा मैं पूरी रात नहीं सोया हूं ,,,,!
जल्दी से सिया का नंबर दे ,,,,,,,,

अर्थ ______
सिया का नंबर इस वक्त क्यु,,,,,???

लक्ष _____
यार तू पंचायत मत कर नंबर,,दे,,,

अर्थ _____
देता हुं गुस्सा मत कर देख ले व्हाट्सएप कर दिया,,,,है,,,,,!

लक्ष ने जल्दी से नंबर निकाला और सिया को फोन लगा दिया,,,,,, 4__5 रिंग जाने के बाद

सिया ने फोन उठाते हुए कहा हेलो- कौन,,,??

मैं लक्ष बोल रहा हूं,,,,,, तुम्हारी दोस्त मेरे बंगलों पर है,,,,, जल्दी से आकर उसे ले जाओ,,,,,,!!
मैं तुम्हें एड्रेस सेंड करता हूं,, और उसने फोन रख दिया,,,,,,!

सिया ने देखा तो बाहर अंधेरा था,,,, घड़ी में पांच बजकर पांच मिनट हो रही थी,,,,,!!
वो उठी कपड़े चेंज किये लावी के लिए कपड़े लिए और अपने कमरे से बाहर आई ,,,
सब अपने कमरे में अभी सो रहे थे,,, उस ने धीरे से डॉर ऑपन किया स्कूटी निकाली गेट के थोड़े दुर जाके चालु की और लक्ष के वहाँ जाने के लिए निकल गई,,,,!

जब वो पहुंची तो लक्ष उसकी राह देख कर ही खड़ा था,,,,,,
उसने चाबी देते हुए कहा _______वो ऊपर सो रही है,,,,तुम बोलना की तुम ही पुरी रात उसके पास थी,,,,,,,,!
मेरा नाम गल्ती से भी मत लेना और वो वहाँ से निकल गया,,,,,!

सिया को कुछ समझ नही आ रहा था,,,,वो ऊपर गई लावण्या का कमरा खोला उसने देखा वो अभी भी चैन से सो रही थी,,,,,
सिया ने उसे उठाया,,,,,,,
जैसे ही लावण्या उठी उसने सिया की और देखकर कहाँ हम यहाँ कब आए,,,,,??

सिया ने कहा तूने बहुत पी रखी थी तुम्हें कहां ले जाऊं मुझे समझ नहीं आया तो अर्थ ने मुझे इस विला की चाबी थी तो हम दोनों यहां चले आए,,,,,!

चल ये कपड़े ले और जल्दी से नाहकर तैयार हो जा,,,, मैं तुम्हें ऑफिस छोड़ कर घर चली जाऊंगी ,,,,,,मुझे भी तैयार होकर ऑफिस जाना है,,,,!

लावण्या______
पर मुझे भी घर जाना है ,,,,,,

सिया______
मैंने कल मामा को फोन करके बता दिया था कि हम सब लोग यहां हैं,,,, शाम को घर जाओगी तुम,,,,!
यार तुम्हारी वजह से मुझे कितने झूठ बोलने पड़ते हैं मामा से अपने घरवालों से लक्ष से ,,,,,,,
पता नहीं ये झूठ कब बंद होंगे,,,, !

लावण्या____
सॉरी यार सॉरी ,,,,,, लाइफ में सबसे प्यारा हिस्सा हो तुम ,,,,,अगर तुम ना होती तो क्या होता
पर मेरा सर बहुत भारी भारी हो रहा है,, क्या करु,,,,चल मैं जल्दी से नहाकर कर आती हूं,,,, बाद मैं दवाई ले लूंगी,,,!

सिया ____ने कहा
वो तो होगा ही इतनी पी जो रख्खी थी,, रास्ते मैं नींबु सोडा पी लेना ,,,जा अब जल्दी,,,,,
लावण्या जल्दी से फ्रेश होकर बाहर आ गई और दोनों विला बंद करके वहाँ से निकल गए,,,,,!!
सिया ने रास्ते में पूछा___ कल क्या हुआ तुम्हें सच में याद नहीं,,,,,,?

लावण्या____
क्यों कुछ गलत हुआ था,,,,,?

सिया ____
नहीं उस ईशा के चक्कर में तुमने बहुत ज्यादा टिका दी थी,,,,, यार यह सब बंद कर दें ,,,!!
जब तक लक्ष को सब कुछ याद नहीं हो जाता तब तक तुम कुछ भी नहीं कर सकती ,,,,,,,अपने आप को तकलीफ मत दे,,,।।।

लावण्या ने आह भरते हुए ,,,,,सही कहा तुमने,,!!
वैसे मेरे होने से ना होने से उसे कोई फर्क नहीं पड़ता,,,,,,,,पता नहीं अब आगे क्या होने वाला हैं,,,,,,,,,,,,,,!

बातें करते करते,,, ऑफिस आ गया,,,,,,,
लावण्या ने सिया को थैंक यू बोला....... हग किया और वह अपना पर्स लेकर ऑफिस के अंदर चली गई,,,,,!!
जब वो ऑफिस में आई वहां का माहौल ही अलग था,,,,,!

उसने एक एंप्लॉय से पूछा इतनी चहलपहल क्यों है और सब क्या बातें कर रहे हैं,,,,!
पहले वो थोड़ा हिचकिचाया पर फिर भी लावण्या के पूछने पर कहा लक्ष सर और ईशा मैम की सगाई है आज,,,,,,,! और शाम को उन्होंने हम सबको पार्टी में बुलाया है,,,,!!

लावण्या ने अपना दर्द छुपाते हुए कहा ग्रेट यह तो खुशी की बात है ,
एंजॉय,,,,,,!!
इतना कहकर वो
सीधे अपने केबिन मैं चली गई,,,,,,!

सब लोग उसे जाते हुए देखते रहै,,,,,,, पर वो सब कर भी क्या सकते थे

लावण्या अपनी चैर पर बैठी वो रोना चाह्ती थी ,,,,,पर उसने अपने आप को रोक लिया,,,,!
वह भी आकर बैठी ही थी कि लक्ष ने उससे कॉल कर के अपने केबिन मैं आनेका ईशारा किया,
लावी ने उसे देखकर दो मिनट मैं आती हुं एसा ईशारा करा,,,,,, !!!

लावण्या ने गहरी सांस ली अपने आपको नॉर्मल किया फिर लक्ष के पास चली गई
उसने जाते ही लक्ष को बधाई दी,,,,,,,

कांग्रेचुलेशन सर

लक्ष ____ थैंक यू सो मच
तुम और कुछ कहोगी नहीं,,,,,,?

लावण्या______
बधाई तो दी और क्या चाहिए,,,,,,??

लक्ष ____
दे पाओगी,,,,,??

लावण्या _____
सर हम भीखारी हैं,,,,,, ले_ दे के प्यार था ,,,,,वह पता नहीं कहीं चला गया,,,,,!
अब जो भी मांगो सोच समझकर मांगना शायद मैं ना दे पाऊं,,,,,!

लक्ष ने उसे एक बॉक्स देते हुए कहा,,,,,, आज शाम को मेरी सगाई में तुम यह पहन कर आना मुझे अच्छा लगेगा,,,,,!

लावण्या_____
बिल्कुल सर आपने मेरे लिए इतना सोचा मेरे लिए वही काफी है,,,,,,!
टेंशन मत लीजिए मैं आपकी सगाई में जरूर आऊंगी,,,,,,,,,,,
एक अच्छा सा तोहफा लेकर और अब जो नया रिश्ता जोड़ने जा रहा है आप,,,,,,,,,
वह कभी टूटे ना वह ब्लेसिंग लेकर,,,,,,!
ईतना कहकर वह अपने केबिन की ओर बढ गई,,,,,,!

क्रमश ______जारी है