Lavanya - 17 in Hindi Fiction Stories by Jagruti Joshi books and stories PDF | लावण्या - भाग 17

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लावण्या - भाग 17

हमने पिछले पार्ट में देखा कि लक्ष लावण्या को पहचानता नहीं है , उसकी मेमोरी लॉस हो गई है,,,,,,,,!!
अब आगे,,,,,,,
**********
जब डॉक्टर ने यह बात कही तो लावण्या ढेर होकर नीचे फर्श गीर गई,,,,,, अंजना जी ने उसे संभालते हुए कहा लावण्या खुद को संभालो बेटा सब कुछ ठीक हो जाएगा,,,,,,,
उन्हों ने डॉक्टर की ओर देखकर कहा_____ कुछ तो उपाय होगा ना,,,,,की हम लक्ष को ठीक कर सके,, पहलेकी तरह,,!

डॉक्टर _____ हां कर सकते है पर ,,,थोड़ा रिस्क है,,
पहेले तो कुछ दिन उसे ऑब्जर्वेशन में रखेंगे बाद में हमें पता चलेगा कि उसकी शॉर्ट्-टाइम मेमोरी लॉस हुई है,,, या परमानेंट ,,,,

इस बात पर चंद्रशेखर जी ने कहा तो हम उसे याद दिलाने की कोशिश करेंगे,,,,,,,!

डॉक्टर ने कहा
हां कोशिश कर सकते हैं पर उसके एक्शन और रिएक्शन के लिए तैयार होना पड़ेगा,,,, क्योंकि इस कोशिश में शायद उसे सब कुछ याद आ सकता है,,और ऐसा भी हो सकता है कि जो उसे याद है वह भी वो भूल जाए,,,,,!!
इसीलिए जब वो खुद से आपको कुछ बताएं जो उसकी पुरानी याद हो ,,,
तब ही आप उसे धीरे धीरे करके,,,,याद दिलाने की कोशिश करना ,,,,,!
अभी कुछ वक्त उसे आज और वो जिस हाल मैं है,,,उसी तरह जीने दो,,,,!और वो चले गए।

लावण्या_____
ने अंजना जी का हाथ पकड़ा और वो फिर रोने लगी,,,,,
उसने कहा,,,,,
आंटी मैंने तो उसे पाकर,,,,,,,फिर से खो दिया,,,,,,,!!
वह मुझे इस तरह से देख रहा था जैसे,,, वो मुझे जानता ही नहीं ,,,,!
उसकी आंखों में मेरे लिए प्यार था ही नही,, वह इस तरह से देख रहा था जैसे मैं कोई अजनबी हूं,,!

चंद्रशेखर जी ने उसके माथे पर हाथ रखा और कहा लावण्या आप तो स्ट्रांग होना अभी वह अपनी याददाश्त खो चुका है,,,,,,,,
आप हिम्मत हार गए तो कैसे चलेगा ,,,,,,धीरे-धीरे सब कुछ उसे याद आ जाएगा ,,,!
और तुमने नौकरी भी ज्वाइन कर दी है,,, ऑफिस में भी वो तुम्हारे साथ रहेगा तुम टेंशन मत लो अब जाके आराम करो,,,,, हम सब तुम्हारे साथ हैं,,,,,!
उन्होंने सिया और सचिन को इशारा किया लावण्या को यहाँ से ले जाने के लिए,,,,,!!
लावण्या उदास हो गई थी,,,,, वह लक्ष को छोड़ कर जाना तो नहीं चाहती थी,,,,,, पर क्या करें अब लक्ष पहेले वाला रहा ही नहीं था,,,
उसे उसकी जरूरत ही थी,,,,पर लक्ष को नहीं,,!!
वह सोच रहे थी कि कि लक्ष को यह याद है, कि हम दोनों की फाइट हुई थी ,,मगर ये बात नहीं की उसके बाद हम दोनों में प्यार भी हुआ था,,,,!
वो टूट गई थी।
********
देखते-देखते दिन कैसे गुजर गए, पता ही नही चला,,,,
आज लक्ष को डिस्चार्ज मिलने वाला था हॉस्पिटल से,,!
लावण्या हर रोज हॉस्पिटल आती और वही से ऑफिस चली जाती,,,,,,
वो लक्ष के पास बैठकर ढेर सारी बातें करती ,,,,,,लक्ष के इग्नोर करने के बावजूद ,,,!
वो इसलिए क्योंकि उसे लगता था शायद उसके करीब रहने से उससे बात करने से लक्ष को सारी पुरानी बातें याद आ जाए,,,,,!
एज लावी घर से जल्दी निकली थी,,,,वो खुश थी ,,,,क्यु की इतने दिन बाद फाइनली आज लक्ष घर आ रहा था,,,,,,
जब वो हॉस्पिटल पहुंची तब अंजना जी और चंद्रशेखर जी वही थे,,, अर्थ उसके साथ ही आया था,,,,,!
उसने दोनो को नमस्ते किया और लक्ष को मिलने अंदर चली गई,,,,, ,
उसने देखा कि लक्ष हॉस्पिटल के बेड पर लेटा हुआ था,,,, उसने जब नॉक किया तो लक्ष ने अंदर आने का इशारा करा और वो धीरे से बैठ गया ,,,,,,,,,,
लावण्या ने उसे फ्लावर्स देते हुए प्यार से गुड मॉर्निंग कहा।।

लक्ष ___
वेरी गुड मॉर्निंग

लावण्या___
अब कैसी तबीयत है,,,,
कुछ याद आ रहा है पुराना,,,???

लक्ष ___
हां याद आ रहा है,,,!

जैसे ही लावण्या ने ये सुना तो वो खुशी से उछल पड़ी ,,, सच में,,!

लक्ष ___
रूडली बात करते हुए,, इसमें इतना खुश होने की कोई जरूरत नहीं है,,,!
मुझे आज भी याद है कि हम दोनों ने के बिच किस तरह फाइट हुई थी,,,,!
और एक लड़की के लिए तुम मेरे साथ कितना लड़ी थी,,,,, हमने तो डिसाइड किया था ना कि हम दोनों कभी आमने सामने नहीं आएंगे,,,,,
तो इतने सालों के बाद तुम मेरे सामने क्यों ,,,,, ?

लावण्या______
खड़ी हुई और उसने कहा___ उस दिन की फाइट के बाद हम 1 साल तक नहीं मिले थे, मुझे याद है,,,!
पर बाद में क्या हुआ तुम्हें कुछ भी याद नहीं,,,,,?

लक्ष ने कहा अगर मुझे मेरा दोस्त याद है,,, मेरे घरवाले याद है ,,,,,
तो मानो मुझे सब कुछ याद ही है,,,,हा कुछ बातें धुंधली जरूर हुई है ,,
इसका मतलब यह नहीं कि मैं सब कुछ भूल गया हूं,,,, सच कहु उस कुछ दिन के बाद मैंने डिसाइड किया था कि मैं तुम्हारी शक्ल भी नहीं देखूंगा क्योंकि तुमने बिना बात के मुझे सारे क्लास के सामने सुनाया था,,, मेरी इंसल्ट की थी,,, सारा क्लास और मेरे दोस्त मेरे सामने देखकर रोज हंसते थे कितने दिनों तक वह मेरा मजाक उड़ाते रहे,,!

लावण्या अंदर से थोड़ी टूट गई थी ,,,,,, फिर उसने खुद को संभालते हुए कहा,,,,,
उस दिन के लिए सॉरी मुझे पता नहीं था कि तुम्हारी गलती नहीं थी,,,
पर यार हम दोस्त बने थे ,, बाद मैं तुम्हें सच मैं याद नहीं,,,,?
लक्ष ने चिढ़कर कहाँ
देखो लावण्या ना मुझे तुम में दिलचस्पी है ना तुम्हारी दोस्ती में ,,,,
अगर मुझे तुम याद नहीं हो इसका मतलब हम दोनों के बीच में इतना गहरा रिश्ता नहीं हुआ होगा,,,,!!
और प्लीज यार तुम मेरे सामने मत आया करो,,,,, जैसे ही मैं तुम्हें देखता हूं मुझे सब पुराना याद आ जाता है,,,,,!
प्लीज अब अपने काम से काम ही रखना ,,,,, और मुझ से तो तुम दुर ही रहना,,,
और मुझे अब आराम करना है,,, प्लीज तुम क्या यहां से जा सकती हो ,,,,,???
लावण्या का दिल टूट गया था ,,,,, वो नम आंखों लिए वहाँ से चली गई,,,,,!
अर्थ बाहर ही खड़ा था,,,,उसने सारी बात सुन ली थी वह अंदर आया,,,,,,,
उसने लक्ष की ओर देखकर कहा..... क्या यार तुम बिचारी को इतना हर्ट क्यों करते हो,,,,?

लक्ष ने कहा ____
वह तुम को बेचारी लगती है,,,?
अर्थ ___
यार वह सच कह रही थी,,, तुम और वो दोनों,,, प्या........वो प्यार शब्द पूरा नहीं बोल पाया उसने बात को संभालते हुए कहा,,,,,
यार तुम दोनों में सच में दोस्ती हुई थी,,,,, वो भी गहरी वाली,,,,!
लक्ष ____
मुझे लगता है वह तुम्हें पसंद है ,,,इसलिए तुम यह सब बोल रहे हो ,,,!
अगर वह मेरी अच्छी दोस्त थी ,तो मुझे याद क्यों नहीं है,,,?

अर्थ के पास कोई जवाब नहीं था,,,,, उसने इतना ही कहा कि वह मेरी सिर्फ दोस्त है,,,, और तुम्हारी भी,,,,,!
उसने जब देखा कि लक्ष,,,,,अपने दिमाग पर जोर देने की कोशिश कर रहा है,,,,,
ये अभी उसके लिए अच्छा नहीं है ,,,तो उसने लक्ष को कहा
सॉरी यार अगर तुम्हें वह पसंद नहीं है ,तो आज से मैं उसकी बातें नहीं करूंगा,,,,,!
तुम अपने दिमाग पर ज्यादा जोर मत डालो।। एक काम करो,,,,
तुम यहाँ आराम करो मैं डिस्चार्ज की सारी फॉर्मेलिटी पूरी कर कर आता हूं,,,
और वह बाहर चला गया,,,!

जब वह बाहर आया तो लावण्या नहीं थी,,,, अंजना जी उसको कहा बेटा अंदर क्या हुआ था,,,,??
मैंने लावण्या को रोते हुए यहां से निकलते देखा,,,,,,!

लावण्या को उसने फिर से हर्ट कर दिया......
अर्थ _____
क्या करे अभी हम बता भी नहीं सकते कि उसके लिए वह क्या मायने रखती है,,,,, क्योंकि अभी वह भूल चुका है सारी बाते,,,,,
आप टेंशन मत लो सब कुछ ठीक हो जाएगा ।
चलो मैं डिस्चार्ज की सारी फॉर्मेलिटी पूरी कर कर आता हूं तब तक आप उसके साथ बैठो,,,,!
वो दोनो अपने बेटो को मिलने अंदर चले गए।
और
लावण्या तो रोते हुए कबकी हॉस्पिटल से सीधा ऑफिस चली गई थी,,,,,,,,!
..............

अभी चंद्रशेखर जी अंजना जी और अर्थ वह सब लक्ष के रूम में थे ,,,,,
डॉक्टर ने लक्ष को चेकअप किया और सबकी और देखकर कहा अब वो फीट एन्ड फाइन है,,,, अभी किडनी ट्रांसप्लांट हुई है तो उसे थोड़ा डाइटिंग का ध्यान रखना पड़ेगा ।
और एक बात वह कोई भी अल्कोहल नहीं पी सकता,,,,,कुछ वक्त के लिए। बाकी अब वो सब कुछ कर सकता है।
तभी
लक्ष ने डॉक्टर की ओर देखकर कहा डॉक्टर क्या अब में सच मैं काम कर सकता,,हुं??

डॉक्टर कुछ कहते ,,,उस्से पहले ही अंजना जी ने कहा बिल्कुल भी नहीं अभी तुम्हें फुल आराम करना है,,, बस,,!

डॉक्टर ने अंजना जी को कहा___ वह बिल्कुल ठीक है,,,और अपना
काम भी कर सकता है,,,, उसे आराम की कोई जरूरत नहीं,,है ,
सारे रिपोर्ट्स नोर्मल आये है,,! पर दवाई ध्यान से और याद से लेनी पड़ेगी।

चंद्रशेखर जी कुछ लक्ष को बोलते, उससे पहले ही लक्ष ने कहा,,,,, देखो डेड
पिछले पंद्रह _बीस दिन से मैं इस बैड पर आराम करते करते थक गया हूं,,,,,!
माना कि मेरा ऑपरेशन हुआ है,,, मैं कुछ अपने पास्ट के बारे मैं भूल चुका हूं ,,,,पर इसका मतलब यह तो नहीं कि मैं मेरे काम के बारे में भूल चुका हूं,,,,!
और उसमें अगर कुछ दिक्कत होती है तो अर्थ तो है ही मेरे साथ,,,,,!
अब मैं अर्थ के साथ ऑफिस जा रहा हूं और आप दोनों सीधे घर जाना और फूल आराम करना,,,,,,!
और पापा ___आपको तीन _चार दिन ऑफिस आने की कोई जरूरत नहीं है ,,,,,समझे आप,,,,!!
और उसने उनके हाथों से गाड़ी की चाबी लेली,,,,

चंद्रशेखर जी ने कहा____ ऑके जैसी आपकी मर्जी शहंशाह पर अपना खयाल रखना,, डॉक्टरनी छुट्टी दी है इसका मतलब यह नहीं कि तुम सब कुछ करो,,
अब जाओ तुम गाड़ी स्टार्ट करो,,,,!
अर्थ तुम्हारी आज की दवाई लेकर आ रहा है,,,,

लक्ष ____
ओके पर जल्दी भेजना ,,,,इतना कहकर वो वहां से नीचे चला गया ,,,,,!

चंद्रशेखर जी ______
ने अर्थ से कहा
देखो बेटा अभी लक्ष हमारे बीच है, वह सिर्फ लावण्या की वजह से,,,,,,!
वह उसे किडनी ना देती तो वो हमारे बीच होता या नहीं हम सोच भी नहीं सकते,,,,,!
वह दोनों फिर से करीब कब आयेंगे वह तो हमें नहीं पता,,,,,,,,
पर जैसा बिहेवियर लक्ष का यहां था,, अगर वैसा ही ऑफिस मैं रहा तो लावण्या के लिए थोडा मुश्किल रहेगा,,,,,,,
वो बार-बार शायद उसे हर्ट भी कर सकता है,,,, तो तुम ऑफिस में लावण्या का ख्याल रखना, उसे ऐसा ना लगे की वो अकेली है,,,,!
चलो अब जाओ वो तुम्हारी राह देख रहा होगा,,,,!
इस बात पर
अर्थ ने अपनी पलकें झपकाईं और कहा आप टेंशन मत लो अंकल
मैं हूं ना,,, !!
और वह वहां चला गया ,,,,,,।
अंजना जी और चंद्रशेखर जी घर के लिए निकल गए और वह दोनों ऑफिस के लिए ।
अर्थ ने लावण्या को मैसेज कर दिया था,,,के वो दोनो ऑफिस आ रहे है............।

लावण्या ने उसके लैपटॉप से उन दोनों की फोटोस चैट वह सब मेमोरी एक पेन ड्राइव में ले ली थी,,,, उसका फोन का नंबर और फोन दोनो चेंज कर दिया था,,,,,!
ऑफिस के सारे स्टाफ को पता था उन दोनों के अफेयर के बारे मैं ,,,,
पर लावण्या ने सबको अभी की कंडीशन बताई और कहा कि कभी भी कोई भूल से भी कुछ ऐसा वैसा ना बोल दे,,,, जिसकी वजह से लक्ष को तकलीफ हो,,,!

थोड़ी देर में लक्ष और अर्थ भी आ गए ,,,,,उसे देखकर सारा स्टाफ उनका वेलकम करने के लिए खड़ा हुआ,,,!
और सब उसकी सेहत कैसी है वह पुछने लगे,,,,,
लक्ष ___
मैं एकदम ठीक हूं,, आप सब ठीक होगे। और मेरा प्यारा वेलकम करने के लिए
थैंक यू सो मच एवरीवन,,,,,,❤
मैं पहले से बहुत ठीक हूं ,,,,,,हां कुछ भूल गया हूं , वो याद आ जाएगा,,,,!
पर मुझे आप सब से एक बात पूछनी है,,,, क्या मैं पहले खडूस बॉस था या अभी हूं वैसा ही था,,,,???

सब ने हंसकर कहा
सर पहले भी आप ऐसे ही थे और अभी भी,,, आप बिल्कुल भी नहीं बदले,,!

लक्ष ____ जब उसने यह बात सुनी तो वो बोले
आइ एम ग्लैड यार ,,,
मुझे तो लगा कि मैं सच में खडूस बॉस हुं,,,, चलो अच्छा है,,,,हम एक फॅमिली है,,,
एनीवे आप सब अपना काम करो मैं कुछ देर बाद आपको किसी से मिलवाने वाला हूं,,,,,
कैरी ऑन
और वह अपने केबिन की ओर जाने लगा,,,,!

जैसे ही वो मुड़ा लावण्या ने उससे कहां वेलकम बैक सर,,,,!
लावण्या को देखकर उसने मूह बिगाड कर
अर्थ के कान में फुसफुसाकर बोला,,,,यार इसकी शक्ल रोज देखनी पड़ेगी अब से ,,,!

लावण्या ने सुन लिया था उसने लक्ष को ताना कसा अनफॉर्चूनेटली......... मी टू और वो अपने केबिन मैं चली गई,,,,,,,,,!

लक्ष ____
यार ये क्या बोलकर गई,,,,,?

अर्थ ____
जो तुम ने बोला वोही तुम को सुनाकर गई और वो हंसने लगा,,,,,!
चल छोड यार ....... तेरा केबिन बताता हुं और इतना कहकर वो उसे उसके केबिन में ले गया,,,,!

लक्ष ने जैसी ही अपना केबिन देखा,,,,,,वो खुश होते हुए बोला ........
यार वाऊ अमेजिंग मैंने इतना अच्छा अपना केबिन बनवाया है,,,,,,!
पर उसकी नजर जब उसकी चैर के ठीक थोडे दुर बैठी लावण्या पर पड़ी,,
उसका मुड ऑफ हो गया,,,।
दरअसल लक्ष और लावण्या के केबिन को कंबाइन कर के बनवाया था ,,,चंद्रशेखर जी ने,,,,,!
उन दोनो के केबिन के बीच मैं सिर्फ काच का ग्लास था,,,,ताकी लावण्या और लक्ष पुरा दिन एक दूसरे को ना चाहते हुए भी देख सके,,,,

लक्ष ____
यार सच मेने ये बनवाया है,,,
पर क्यु ,,?

अर्थ ___ने कहाँ
वो तुम को पता,,,,, क्योंकि तुम __ तुम्हारे आईडिया और तुम्हारी सोच इन तीनो को मैं कभी नहीं पकड़ सकता,,,,,,
वो तुम सोचना थोड़ी फुर्सत मैं
चलो थोड़ा काम करले,,वरना अंकल तुम को तो कुछ नहीं बोलेंगे मेरी वाट लग जाएगी,,, ,
इस बात पर दोनो हंसते हुए बीस दिन से पेंडिंग सारे काम की फाइल में लग गए,,,,
ये चंद्रशेखर जी की
पूरी दिल्ली की सबसे बड़ी ये एड एजेंसी थी,,,,, बड़े-बड़े कंपनी वाले यहा अपनी कंपनी की एडवरर्टाइजिंग करवाने के लिए आते थे,,,,!
लक्ष को अपने केबिन में आए 10_15 मिनट से भी ज्यादा हो गया था।
उसने देखा कि एक बार भी लावण्या ने उसकी ओर नहीं देखा था पता नहीं पर अंदर से उसे बहुत गुस्सा आ रहा था,,,,,!
वो मन में बोला जब हॉस्पिटल में था तब बिना बताए कभी भी आ जाती थी और यहां जब से आया हूं एक बार भी मेरे सामने नहीं दिखा,,,,,!
अर्थ___
क्या सोच रहा है,,,,
लक्ष ___
लावण्या के बारे में,,,
अर्थ ___
खड़ा हुआ,,,,,और बोला.....सोच सोच पर अच्छा सोचना और कहां,,, मुझे कुछ क्लाइंट को फोन करना है मैं कर लेता हूं,, चल मैं अपनें केबिन मैं जाता हुं,
कुछ भी काम हो तो मुझे कॉल कर देना मैं पास में ही हूं और वह लावण्या की ओर जाने लगा,,,,,!
लक्ष _
तू और लावण्या साथ में बैठते हो ,,,,?

अर्थ ___
ने मुड़कर कहा
नहीं तो ,,, अगर तू चाहता है तो बैठ सकता हूं,,,पर
क्यों ऐसा पूछा ,,,??

लक्ष ___
तुम उस और जा रहे हो इसीलिए ,,,,,!

अर्थ ___
मुझे उसका काम है, इसलिए जा रहा हूं,,,, इतना कहकर वो लावण्या के केबिन में आया,,,,,
उसके सामने पड़ी चेयर पर बैठे हुए कहा बहुत बिजी लगती हो,,,??

लावण्या___ ने आह्ह भरते हुए कहाँ
क्या करूं तुम्हारे दोस्त के ताने सुन सुन कर थक गई हुं,,अब मेरे माइंड को कहीं तो डाइवर्ट करुं,,,!!

अर्थ ____
यार ठीक हो जाएगा सब,, सब्र रखो,,,,!

लावण्या___
की आंखें नम हो गई ........ उसने कहा__ थक गई हूं यार,
मैं कितना सब्र रखुं,,!
अब नही होता मुझ से,,,,, वह मुझे ऐसे देखता है जैसे मैं कोई अजनबी हूं,,,, और यही बात दिल को बहुत चुभती है,,,,!
पहले जब बिछड़े वो उसके झुठ की वजह से,,,,, दूसरी बार भी उसके झूठ की वजह से और अब तो ऐसे लगता है जैसे हमेशा के लिए बिछड़ गई हुं,,!
और इस बार का झूठ उसकी जान बचाने के लिए।
क्या करु कभी-कभी लगता है कि दिमाग की सारी नसें फट जाएगी।

अर्थ _____ ने अफसोस जताते हुए कहा
आइ नो यार तू तकलीफ में है ,,,,,पर हम क्या कर सकते हैं ,,,,!
उसकी मेमोरी लॉस हो गई है,,,,पर हम सब हैं ना उसकी याददाश्त जल्दी वापस आ जाएगी,,,,!

लावण्या ___
होप....सो....!
उसकी याददाश्त आने की राह में कहीं में टूट के बिखर ना जाऊ ,
अगर टूट गई ना तो सच में समेट नहीं पाऊंगी खुद को,,,,,,,,,,!
पता नहीं क्या होगा,,,,,?
अर्थ को लावण्या की ऐसी हालत देखी नहीं जा रही थी,,,,,,,,,
अर्थ खड़ा हुआ उसके माथे पर प्यार से हाथ रख कर कहा सब कुछ ठीक हो जाएगा लावी,,,,,
चलो तुम अपना काम करो मैं अपने केबिन में जाता हूं,,,,, ज्यादा सोचना मत ,,, टेक केयर
और वो अपने केबिन मैं चला गया,,,,,!

लक्ष लावण्या को ही देख रहा था उसे अर्थ के साथ इस तरह से बात करते देख कर पता नहीं जलन हो रही थी,,,, !
तभी उसके काबिल का डोर नॉक हुआ,,,,,

और आवाज आई
मे आई कम इन......

उसने देखा तो सामने उसकी दोस्त खड़ी थी,,,,,ऑह हाय ईशा यार तुम
तुम तो बिना नॉक किये भी आ सकती हो,,,,,,
चलो तुम वहीं खड़ी रहो,,,,,, मैं सब से मिलाता हूं पहले ,,,,,,
फिर हम आराम से बात करते है,,,,
उसने फिर लावण्या की केबिन में बेल बजाई जब उस ने देखा तो लावण्या को उसने इशारा करके बाहर आने को कहा,,,,,,
अर्थ भी आ गया था,,,,,,,, उसने सब लोगों को इकट्ठा किया फिर सब से मिलाते हुए कहा,,,,,,, हेलो फैमिली यह हमारी नई फैमिली मेंबर है,,,,,
मेरी स्कूल फ्रेंड इशा,,,,!
उसने अब्रॉड में एमबीए कीया है,,,, वहां की एक बड़ी ऐड एजेंसी में वह मैनेजर थी,,,,,
उसकी फैमिली यहां आ गई तो वह भी इंडिया आ गई और उसने तय किया है कि वह हमारे साथ काम करेगी,,,, उसकी स्टडी__ ऊसका एक्सपीरियंस सब हमें बहुत काम आने वाला है,,,,!!
सब ने मिलकर ईशा का वेलकम किया,,,,,,,ईशा भी खुश थी,,,,
लावण्या और अर्थ ने भी उसका वेलकम किया।

फिर लावण्या ने अर्थ के कान में फुसफुसाते कहा,,,,,,
देखो यार यह अब्रॉड में एमबीए कर के आई है,,,,, हम तो बस इसके आगे पानी कम है,,,समझ लो,!

और हमने तो जैसे म्यूनिसपैलटी में एमबीए किया है,,, अब यह हमें काम सिखाएगी,,,,,बेवकुफ औरत
उसने मूह बिगाड कर कहा,,,,,,!

अर्थ ने हसते हुए कहा जलना बंध करो,,,,,,,

लावण्या____
जले मेरी जुत्ती इतना कहकर वो वहे से अपने केबिन में आ गई।
सब लोग भी अपनी अपनी जगह पर जाकर बैठ गए,,,, लक्ष ईशा का हाथ पकड़कर अपने केबिन में ले आया,,,,अर्थ भी उनके पीछे पीछे गया,,

लावण्या दूर से ये सब देख रही थी,,, और सोच रही थी की
वो दोनो कितने करीब बैठे है,,,और हंस हंस कर बात कर रहे है,,,,
उस खडूस को ये गधी याद है और मैं नहीं,,,,,!
मेरे साथ तो बात करने में ही काटे लगता है इसे,,,,,,,, वह अभी यह सोच ही रही थी कि उसकी के साइड में रखें फोन की रिंग बजी,,,,
उसने फोन रिसीव किया वह कुछ बोलती उससे पहले ही उसे आर्डर मिला दो कप कॉफी,,,,,,!

उसकी खोपड़ी पुरी तरह से भन्ना गई पर क्या करे वो उसके हाथ मैं कुछ नही था,,,
वह बाहर गई थोड़ी देर में दो कप कॉफी और एक चाय लेकर लक्ष के केबिन मे आई,,,,उसने जोर से ट्रे रखी मेज पर और लक्ष को कहा,,,,,
सर ये काम मेरा नहीं है,,,, प्यून का है ,,,आइंदा उसे ही ऑर्डर दे दिया करो,,,
और वो जाने लगी तभी उसे इशा के शब्द सुनाई दिये,,,,, लक्ष ये हमारी क्लासमेंट लावण्या है ना,,,,???
यार ये बिल्कुल भी नहीं बदली,,,,,वही तेवर,,, !!
लक्ष ___
हां वहीं है,,, घमंडी,,,

लावण्या ने इन दोनो की बात सुन ली थी,,,,,,वह वापस उन तीनों के पास आई,,,,,,
और अर्थ की और देखकर कहा
अर्थ यह हमारी वही क्लासमेंट ईशा है ना जिसका पूरे साल नाक बहेता रहता था ,, कभी बंध ही नही होता था,,,!
पर यार येतो बिल्कुल बदल गई है,, अब उसे हेन्की रखने की जरूरत नहीं, है,!
इतना कहकर वह अपने केबिन में चली गई.......
जैसे ही वह गई इस बात
अर्थ और लक्ष दोनों जोर जोर से हंसने लगे थे,,
ईशा ने सोचा नहीं था एसा करारा जवाब वो देगी,,,,,,,,,,,,,,,,!
ईशा का गुस्सा वाला मुंह देखकर लक्ष ने अपनी हंसी रोक कर कहा सॉरी सॉरी,,,,,,
चलो हम काम की बात करते है,,,, अभी तुम्हारा केबिन नहीं बना तो तुम दो दिन के लिए यही मेरे केबिन मैं काम करोगी,,,,,
कोई प्रॉब्लम तो नहीं है ना,,,??
ईशा ____
बात मत बदलो तुमने उसे कुछ कहा क्यों नहीं,,,??

अर्थ ने कहा___
वो मजाक कर रही थी,,,,,वो ऐसी नहीं है , पर वह अभी कुछ दिनों से परेशान है, इसीलिए , उसके मुंह से गलती से नीकल गया होगा,,!!
और वैसे तुमने भी उसे सुनाया,,,उसने तुम को,,,,, बात खत्म करो,,,,!!
अर्थ ने बात संभाल ली थी ,,पर आज यह बात सुनकर दोनो काफि हसे थे।
पुरा दिन निकल नए और पुराने क्लाइंट से मिलने और काम मैं,,,,! सात बज चुके थे,,,, ऑफिस बंध करने का टाइम हो गया था।
लक्ष _अर्थ _ईशा तीनो साथ मैं ही ऑफिस से नीकले,,,और धीरे धीरे कर के बाकी काम स्टाफ भी,,,

लावण्या भी नीचे आ गई और पार्किंग लोट में आकर उसने सिया को फोन किया,,,,,,,

सिया ने फोन रिसीव करते हुए कहा हेलो माय लव कैसी हो,,,,,?

लावण्या___
तुम ऑफिस से निकल गई,,,,,,,??

सिया _
बस 10 मिनट बाद निकलती हुं,,,!

लावण्या ___
ओके ऑफिस से निकलते हुए मुझे लेकर जाना ,,,,!

सिया __
तुम्हारी स्कूटी खराब हो गई है क्या,,,?

लावण्या___
हा,,,!
सिया___
ओके तुम बाहर आ जाओ,,,,,, मैं अभी निकल रही हुं ऑफिस से ,,,,,!
मैं वहां 20 मिनट आ जाती हुं,,,,

लावण्या ___
उदास होते हुए ओके जल्दी आना प्लीज,,,! और उसने फोन रख कर मामा जी को फोन लगा दिया,,,,!
जैसे मामा जी ने फोन उठाया उसने कहा मामू आज मैं सिया के घर सोने वाली हुं,,,
प्लीज आप लोग मेरा टेंशन मत लेना ,,,, !!
सुधीर जी___
क्या हुआ मेरे बच्चे तुम उदास लग रही हो ,,,,?

लावण्या____
हां मामू बहुत थक गई हुं,,,,!! आप टेंशन मत लो मे सिया के साथ ही हुं,,,!

सुधीर जी ने फोन रखते हुए कहा ओके अपना ध्यान रखना,,,,,!
लावण्या पार्किंग लोट से बाहर आई और ऑफिस के ठीक नीचे आकर खड़ी रही ,,,,,कुछ देर में सिया और सचिन आ गए,,,,,
वो गाड़ी मैं बैठी,,,,,!

दोनों ने साथ में कहा____ क्या हुआ यार क्यों इतने उदास हो,,,,??

लावण्या___
कुछ नहीं यार यह तो रोज का है ,,,,आज मुझे बहुत सारी पीनी है ,,,,चलो हम हमारे पुराने वाले क्लब में चलते है,,,!

सचिन ___
ने कहा पर हम वहां सिर्फ डांस करने के लिए और मस्ती करने के लिए जाते हैं तुम तो कभी पीती नहीं,,,,!

लावण्या____
जरूरी नहीं जो काम मैंने पहले नहीं किया वह मैं अब नहीं कर सकती,,,,,, प्लीज अभी मुझसे कुछ मत पूछो,,,,,!
सीधा वहां ले जाओ अगर तुम दोनों को नहीं आना तो मैं अकेली चली जाती हुं,,,,!

उस बात पर सिया ने चिढ़कर कर कहा हमने कहा मना किया है यार ,,,,!
और यार तुम ऐसे देवदास क्यों बनी हुई है,,,?

लावण्या कुछ भी नहीं बोली उसने सीट पर अपना माथा टीका दिया,,,,,,,
वो लोग करीब आधे घंटे में किट्टी सू, कनॉट प्लेस क्लब मैं वो पहुंच गए,,,,
ये दिल्ली के सबसे अच्छे नाइट क्लबों में से एक था,,,,,ये सब काफी बार यहाँ आ चुके थे पर लक्ष के साथ पर आज वो तीनो ही थे,,,,,, उन तीनो ने देखा सब अपने मे ही मसगुल थे एक फ्री बर्ड की तरह बेपरवाह ,,,,, कही पर
लड़के _ लड़कीया अपनी ड्रिंक सलीके से एंजॉय कर रहे थे......
यहाँ के माहौल में गजब की ऊर्जा थी,और ,,,,,ट्रिपी लाइट्स और कलर की वजह से माहौल में एक अजीब सी रूमानियत थी........!
क्लब की बालकनी भी काफी बड़ी थी जहां लोग थोड़ी-थोड़ी देर में जाकर बाहरी हवा का लुत्फ ले रहे थे,,,, यहाँ म्यूजिक बजाने वाले दोनों डीजे शानदार जुगलबंदी का नमूना पेश कर रहे थे,,,!
काम की थकान से दूर करने का ये खूबसूरत जरिया था,,,,!
वो लोग वहा के बार काउंटर के पास आए,,,,,,लावी ने एक स्ट्रांग टकीला ऑर्डर की,,,,

सिया ने उसे रोकते हुए कहा जान तू कभी नहीं पीती इतनी स्ट्रांग मत मंगवा,,,,,

लावण्या _____शशशशशशशशश
प्लीज आज तुम मम्मी बनने की कोशिश मत करना,,,,
उस ने बारटेंडर को इशारा किया,,,,,,वो सिया का इशारा समझ गया था इसीलिए उस ने ट्रांग नहीं बनाई थी,,,,लावण्या ने पहेली बार पी उसने आडा तेढा मूह भी बनाया,,,,,फिर भी दुसरी बार ऑर्डर किया,,,,!

लावण्या की नजर अचानक से वहाँ डांस कर रहे लक्ष और ईशा पर गई,,,,,
दरअसल काफी सालों के बाद ईशा इंडिया आई थी ,,,,और उसने जीद की थी कि उसे कोई अच्छे वाले क्लब में जाना है,,,,, तो लक्ष और अर्थ उसे यहां लेकर आए थे,,,,!
उन्हे पता नहीं था की ये लोग भी यहाँ आए होंगे,,,,,,,

अर्थ की नजर सहसा ही वहा काउंटर के पास बैठी लावण्या पर गई,,,,,
उसने लक्ष को कहा___
ये यहाँ क्या कर रही है,,,,,,??

लक्ष __
ने लावण्या को देखा वो बोला ,,,शायद पीने आई होगी,,,,,,!

अर्थ _____
यार मैं इतने सालों से जानता हूं ,,,,वह कभी नही पीती,,,,,,
तुम दोनों एंजॉय करो मैं आता हूं,,,,,!

जैसे ही लक्ष ने लावण्या की और देखा उसकी नजर वहीं ठहर गई ,,,,,,
पता नहीं पर क्यों उस पर से उसकी नजर हटती ही नहीं रही थी,,,, वो बार बार इशा के साथ डांस करने की कोशिश करता पर उसको नज़र वही चली जाती,,,,!
अर्थ सिया सचिन और लावी के पास आकर ना खड़ा रह गया,,,,
उसने सिया को बोला____क्या कर रही है ये,,,??

सिया____
पता नहीं यार जब से आई है चार टकीला टीका
दी है ,,,!
मानती भी नहीं है,,,,।
ऑफिस में कुछ हुआ था,,,,,,,,,???

अर्थ ____€
यारों वो तो रोज होने वाला है,,,,, !

वह लोग बात कर ही रहे थे तभी एक हैंडसम से लड़के ने आकर लावण्या को कहा .......विल यू डांस विद मी,,,?

लावण्या नशे में थी उसने सामने लक्ष और ईशा को साथ मैं डांस करते हुए देखा था,,, वो कुछ सोचे बीना उसके साथ चली गई,,,,,!

वो लोग भी डांस फ्लोर पर आये ,,,,लाउड म्यूजिक चल रहा था,,,,,
लावण्या उस अंजाम के साथ डांस करने के लिए इसीलिए आई थी कि वह लक्ष को जला सके,,,,, नशे में भी उसे लक्ष ही दिख रहा था,,,,,!

पर वह लड़का सही नहीं था ,,,,उसे तो लावण्या की खूबसूरती और उसके जिस्म मैं ही दिलचस्पी थी,,,,,,,वह गलत तरीके से उसे छुने की कोशिश करता ,,,,,,!
लावण्या उसका हाथ हटा देती,,, फिर भी वह ट्राई करता रहता,,,,,!
लक्ष को अंदर से ये अच्छा नही लग रहा था,,,,,उसे बहुत गुस्सा आया वो
ईशा को छोड़कर लावण्या के पास चला आया और गुस्से में उस लड़के को धक्का मारा,,,,,!
और लावण्या को अपनी बाहों में भर लिया ,,,,,,,,,,!
जैसे ही लक्ष ने लावण्या को छुआ उसे पता चल गया की ये उसका लक्ष ही है ,
उसने अपने दोनो हाथ लक्ष के गले पर लॉक कर दिये।
और उसके सीने से लग गई,,,,,!
वहां दुर खड़े सिया और सचिन यह देख रहे थे,,,,,, सिया ने अर्थ को कहा
चलो हम दोनों भागते हैं,,,, और तुम उसे बताना कि मुझे इमरजेंसी में जाना पड़ा,,,,,
उस चुडेल को तुम घर तक छोड़ कर आना ,,,,,,और लक्ष को कहेना की आज की रात वो लावी को संभाले इतना कहकर वह दोनों निकल गए।
वहाँ
लावण्या लक्ष के साथ नशे में डांस करने लगी और बड़बडा भी रही थी____
उसकी और देख कर____तुम आ गए,,, !

लक्ष ने हा मैं गर्दन हिलाई,,,,

लावण्या_____
यार बहुत सताते हो तुम मुझे,,,,, क्या मैं सच में बुरी हूं,,,??

लक्ष ___ऐसा कौन करता है,,,!
और अगर हजम नहीं होती तो इतनी पी क्यों है,,,,?

लावण्या_______
ने बच्चों जैसा मुंह बना कर कहा तुम्हारे कारण,,,,, कितना हर्ट करते हो मुझे,,,,,इग्नोर भी,,,,,,मे तुम से प्यार वो बोलना चाह्ती थी पर नशे के कारण वो बेहोश हो गई,,,,,,,,,!

वो पुरी तरह से नशे मैं थी,,,,लक्ष उसे अपनी बाहो में उठाकर जहाँ
ईशा और अर्थ बैठे थे वहाँ लावण्या लेकर गया,,,,,,
लक्ष ___ उसने देखा की उसके दोस्त नहीं थे ऊसने अर्थ को कहा
इस के दोस्त कहां गए,,,,,???
अर्थ ____
यार कोई इमरजेंसी आ गई थी,,,, इससे लिए दोनों को जाना पड़ा,,,,!

लक्ष ____
तो में इसका क्या करूं,,,??

सिया ने कहा एसी हालत में उसे घर नहीं छोड़ सकते,,,,तुम आज उसे संभाल लो,,,,!!
ईशा___
तो में घर कैसे जाऊंगी,,,???

अर्थ ___
मैं तुम को घर लेकर जाता हूं ,,,, इतना कहकर उसने ईशा को बोलने का मौका ही नहीं दिया और वहां से खींच कर ले गया,,,,,!
लक्ष ने लावण्या की ओर देखा,,,उसकी हिचकी चालु हो गई
अब लक्ष और लावण्या अकेले थे,,,,,,,,,,!

क्रमश______जारी है,,,,🙏