LABASNA Wala pyaar - 5 in Hindi Fiction Stories by Manisha Agarwal books and stories PDF | लबसना वाला प्यार - 5

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लबसना वाला प्यार - 5

सेकंड फेस की ट्रेनिंग शुरू हो चुकी थी सभी लोग अपनी तैयारी में लगे हुए थे इस फेज के दौरान कैंडीडेट्स को नई नई जगहों पर भेजा जाता है जहां वह अपने ज्ञान का धरातल पर उपयोग करते हैं अंशिका अगले 1 साल के दौरान पूरी तरीके से अपने आप को इस ट्रेनिंग में झोंक देना चाहती थी। पूरी तरह से वह ध्रुव और उसकी यादों से अपने आप को बाहर निकाल देना चाहती थी वह जानती थी कि उसके मन में ध्रुव के लिए जो प्यार है वह कभी खत्म नहीं होगा ना ही उसे वह मिटा सकती है पर कम से कम उससे दूर रहने के गम को मिटाने के लिए वह अपनी ट्रेनिंग का पूरा फायदा उठा सकती है। इधर हैदराबाद में आईपीएस की ट्रेनिंग जोरों पर थी हर कैंडिडेट अपने आप को बेस्ट साबित करने में लगा हुआ था ध्रुव बार-बार अंशिका को याद करते हुए उसकी यादों में खो जाता था पर फिर भी वह खुद को संभालता और जिस कारण से उसने आईपीएस ज्वाइन की थी इसके लिए जी जान से मेहनत करने लगा सभी लोग अपना बेस्ट दे रहे थे । अंशिका और उसके बाकी दोस्तों की अब कम ही बात हुआ करती थी। क्योंकि हर कोई अपने जी जान से इस ट्रेनिंग को पूरा करने में लग गया था। अब सब लोग एक अलग ही लेवल पर आकर सोचने लगे थे।

अंशिका पूरे दिन अपनी पढ़ाई और ट्रेनिंग को संभालती थी और बाकी बचे टाइम में वह अपने एक खास टैलेंट को पूरा करती थी वह टैलेंट उसका डांसिंग का शौक था वह अक्सर डांसिंग क्लासेस लेने लगी।

1 साल तक कड़ी मेहनत के बाद अपने फाइनल ट्रेनिंग के लिए सारे कैडेट एक साथ वापस लबसना में इकट्ठा हुए उनके आने की खुशी में उस दिन लबसना में कल्चरल प्रोग्राम रखा गया था वहां हर कैडेट अपना हुनर दिखा रहा था। अंशिका ने डांसिंग को चुना। ध्रुव और इशिका और बाकी सारे दोस्त भी वहां आ चुके थे इसी दौरान वह लोग अंशिका को ढूंढ रहे थे पर वह कहीं नहीं दिखी उन्होंने काफी ढूंढा पर वह नहीं दिखी कुछ देर बाद ध्रुव ने अंशिका को कॉल लगाया पर वह फोन भी नहीं उठा रही थी।

उन्हें लगा कि शायद अंशिका उनसे नाराज है प्रोग्राम की अनाउंसमेंट होने के बाद सभी लोग ऑडिटोरियम में इकट्ठा हो गए ध्रुव और उसके दोस्त भी वहां आ गए सब लोग उस ऑडिटोरियम में इकट्ठा हो चुके थे। सभी ने अपनी अपनी जगह पर अपनी जगह जमाली थी ध्रुव और बाकी सब भी वहां एक साथ बैठ गए उन सब की दोस्तों की नजर सिर्फ अंशिका को ही ढूंढ रही थी। वो सभी फंक्शन शुरू होने से पहले एक बार अंशिका से मिलना चाहते थे उसे देखना चाहते थे पर उनकी यह ख्वाहिश पूरी नहीं हो पाई थी ध्रुव न जाने क्यों बस लगातार उसी को ढूंढे जा रहा था उसकी नजरें कहीं भी नहीं रुक रही थी इतने में ही स्टेज पर अनाउंसमेंट हो गया कि सभी लोग शांति से बैठ जाए, और सांस्कृतिक प्रोग्राम का आनंद उठाएं। इसके बाद स्टेज पर दो ऑफिसर आए और उन्होंने एंकरिंग करनी शुरू कर दी उसके बाद लगातार एक के बाद दूसरे कैडेट ने अपनी परफॉर्मेंस देनी शुरू कर दी।

अंशिका अभी भी कहीं दिखाई नहीं दे रही थी ध्रुव के मन में एक अजीब सा डर बैठ गया था उसे लगने लगा कि कहीं अंशिका ने अपनी ट्रेनिंग बीच में ही तो नहीं छोड़ दी । अब नेक्स्ट परफॉर्मेंस की बारी थी और जैसे ही वह परफॉर्मर्स स्टेज पर आई तो उन सभी दोस्तों की आंखें खुली की खुली रह गई वहां कोई और नहीं बल्कि अंशिका हि थी वह दक्षिण भारत के एक महत्वपूर्ण कला को अपने साज श्रृंगार से सबके सामने लॉकर रख चुकी थी उसने कथक के अंदाज में खड़े होकर अपनी परफॉर्मेंस देनी शुरू की हर कोई उसे देखे जा रहा था उसकी यह कला उसकी खूबसूरती सबका मन मोह रही थी। सीनियर लगातार उसे देखे जा रहे थे इशिका ने उसकी परफॉर्मेंस का वीडियो बनाना शुरू कर दिया ध्रुव अभी तक विश्वास नहीं कर पा रहा था कि वह अंशिका ही है अंशिका राजस्थान की रहने वाली थी अगर वह अपने राज्य की खूबसूरती को बयां करती तो शायद किसी को इतनी हैरानी नहीं होती जितनी उसके दक्षिण भारत के नृत्य को इतनी खूबसूरती से पेश करते हुए हो रही थी। इसकी परफॉर्मेंस पूरी हो चुकी थी पूरा हॉल तालियों की गूंज से जी उठा था मानो जैसे कि बस अब यही परफॉर्मेंस ऐसी थी जिसका सभी के हाथ एक दूसरे से टकराने के लिए इंतजार कर रहे थे। तालियों की गूंज से अंशिका का आत्मविश्वास और भी अधिक बढ़ गया था अचानक उसका ध्यान ध्रुव और बाकी दोस्तों पर गया । स्टेज से वापस आने के बाद वह तुरंत उनके पास गई इशिका को कस कर गले लगा लिया उसने बाकी सभी दोस्तों को भी गले लग कर अपनी खुशी जताई पर ध्रुव को गले लगाने में जैसे वह संकोच से भर रही थी वह सोच रही थी कि गले लगाए या नहीं उसने सोचा की हाथ ही मिला लेती है उसने हाथ मिलाने के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाया और तभी ध्रुव ने उसे गले लगा लिया उसे इस बात की बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी उसे लगा था कि शायद गले लगाने से ध्रुव नाराज हो सकता है इसीलिए उसने हाथ आगे बढ़ाया था तभी

ध्रुव ने उसे कहा- सभी दोस्तों को गले लगाया है तो फिर मुझे क्यों नहीं तुम ही ने कहा था ना की चाहे जो हो जाए पर हमारी दोस्ती किसी भी बात के आरे नहीं आएगी। तो अब तुम अपनी बात से मुकर नहीं सकती हो। इस पर

अंशिका ने मुस्कुराते हुए कहा- कि मैं तो कभी भी अपनी बात से मुकरी हि नहीं हूं तुम ही नए नए वहम पाल लेते हो। तब

ध्रुव ने कहा- अच्छा जी।

अंशिका ने कहा- हां जी !और फिर सभी लोग जोर-जोर से हंसने लगे हा हा हा हा।

इशिका ओर अंशिका दोनों ने एक साथ कहा कि ये लड़के कभी नहीं सुधर सकते। तब

रणवीर ने कहा- कि जो लड़के सुधर जाए वह लड़के लड़के ही कैसे क्यों गौतम मैंने सही कहा ना। हां भाई हां बिल्कुल सही कह रहा हैं अब चुपचाप सब बैठ जाओ वरना डीन हमें इस ऑडिटोरियम के बाहर फेंक देगा और यह कहते हुए सारे हंसने लगे और फिर सब एक साथ वहीं पर बैठ गए। बाकी के संस्कृति प्रोग्राम अभी भी लगातार चल रहे थे एक के बाद एक सभी लोग अपनी परफॉर्मेंस दे रहे थे और इस तरह 2 घंटे बाद सबकी परफॉर्मेंस पूरी हो गई अब बारी थी रिजल्ट अनाउंसमेंट की । पर उससे पहले पार्टिसिपेट किए गए सभी कैंडिडेट को एक-एक पर्ची उस कांच के बाल से निकालनी थी और उसमें जो भी लिखा था वह उन्हें करना था।

अंशिका की चिट्ठी में अपने सीनियर के साथ डांस करना लिखा था अंशिका ने कहा कि वह ऐसा नहीं कर पाएगी। पर उससे कहा गया कि उसे यह करना ही पड़ेगा तभी एक मेल सीनियर जिसका नाम उस पर्ची पर था उसका नाम अनाउंस किया गया दिखने में वह लंबे कद का गोरा चिट्टा और बेहद आकर्षक लगने वाला ऑफिसर था जैसे ही वह स्टेज पर आया सभी लोग जोर-जोर से सिटी और तालियां बजाने लगे।उस सीनियर ऑफिसर ने अपना हाथ आगे बढ़ाया ताकि अंशिका भी अपना हाथ उसके हाथ में दे सके। और फिर उन दोनों ने ऐस आ कपल डांस किया। उन दोनों को डांस करता देख ध्रुव बिल्कुल अजीब सा व्यवहार कर रहा था वह कभी दाएं देखता कभी बाय देखता तो कभी अपने दोस्तों से बातें करने की कोशिश करता पर उसके दोस्त पूरी तरह से उस परफॉर्मेंस को इंजॉय करना चाहते थे गौतम ने इशिका से फोन छीना और कहा कि तू रहने दे तेरे बस की नहीं है मैं वीडियो बनाता हूं और फिर गौतम रिकॉर्डिंग करने लगा सभी दोस्तों को इंजॉय करते देख ध्रुव सोचने लगा कि शायद इनकी दोस्ती कुछ ज्यादा ही गहरी हो गई है तभी तो अंशिका उस सीनियर के साथ डांस करते हुए बिल्कुल कंफर्टेबल है और यह सब देखकर ध्रुव बीच में से ही वहां से चला गया। ध्रुव का इस तरह बीच में खड़े होकर चले जाना किसी को भी अच्छा नहीं लगा अंशिका ने भी देख लिया था कि शायद ध्रुव को उसका सीनियर के साथ डांस करना अच्छा नहीं लगा और वह समझ नहीं पा रही थी कि उसे खुश होना चाहिए या उदास जब बाकी दोस्तों ने देखा कि ध्रुव बीच में से ही खड़ा होकर चला गया है तो बाकी सब भी उसके पीछे पीछे वहां से चले गए। अंशिका बीच में वहां से नहीं जा सकती थी इसीलिए उसने कहा कि वो इतना ही डांस कर पाएगी और फिर उनकी परफॉर्मेंस वही खत्म हो गई इतनी ही देर में अंशिका के रिजल्ट अनाउंस हो रहे थे इसीलिए उसे वहीं खड़े रहकर रिजल्ट आने तक का वेट करना पड़ा।

दूसरी तरफ ध्रुव के इस तरह से बीच में फंक्शन छोड़कर आने की वजह उसके कोई भी दोस्त नहीं समझ पा रहे थे। जैसे ही वो उसके पीछे पीछे आए और उन्होंने पूछा क्या हुआ ध्रुवा तुम बीच में ही इस तरह से खड़े होकर बाहर क्यों आ गए अंदर कितनी अच्छी परफॉर्मेंस चल रही थी तुम्हें क्या जरूरत थी इस तरह से बीच में आने की। यह सुनने के बाद,

ध्रुवा-( गुस्से से झलाते हुए बोला कि) इतना ही अच्छा लग रहा है तो अंदर जाओ मैंने थोड़ी ना कहा था बाहर आने के लिए।

फिर गौतम ने कहा कि- उसके कहने का वह मतलब नहीं था वह तो बस यूं ही कह रहा था।

उन्होंने पूछा कि तुम यूं ही बीच में खड़े होकर क्यों चले आए ना तुमने हमें कुछ बताया और ना ही कुछ और। तब,

ध्रुव ने कहा कि- वह अंशिका को इस तरह से किसी और के साथ डांस करते हुए नहीं देख सकता। तब सब लोग वहां चौक गये। और बस लगातार ध्रुव को देखे जा रहे थे। ध्रुवा समझ चुका था की वह लोग उसे इस तरह क्यों देख रहे हैं तब ध्रुवा ने उनको सारी बात बताई की कैसे अंशिका ने अपने दिल की बात उसे बताई थी पर उसने उसे मना कर दिया था और फिर आज उसे इस तरह किसी और के साथ देख कर उसे बहुत ज्यादा बुरा लग रहा है शायद वह भी उसे उतना ही पसंद करता है जितना कि अंशिका उसे करती है।

आज उसे समझ आ रहा था की जब उसने अंशिका को मना किया था तब उस पर क्या गुजरी होगी और फिर भी उसने किसी को भी इस बात का एहसास तक नहीं होने दिया। उसके सारे दोस्त बस अचंबे के साथ उसे देखे जा रहे थे पर गौतम उतना सर प्राइस नहीं दिख रहा था।

इतने में ही गौतम ने मुस्कुराते हुए कहा- कि 1 साल बाद ही सही पर तुझे यह एहसास तो हुआ की आखिर तूने कितनी बड़ी गलती कर दी थी। मानो उसकी बातों में कोई भी शाक्र्नेस नहीं थी वह जैसे सब कुछ जानता था। उसने ध्रुवा से कहा कि मैंने उसी दिन तुम दोनों की बात सुन ली थी और तुम्हारी बात और ज्यादा ना खिंचे इसीलिए मैंने तुम्हें उस वक्त कॉल किया था।

यह जानने के बाद ध्रुवा शॉक्ड रह गया और फिर उसने उसे गले लगा लिया। और बाकी दोस्तों ने गौतम को देखना शुरू कर दिया। इशिका ने तो जैसे बंदूकों की सारी गोलियों की तरह उस पर सवाल दागने शुरू कर दी दिए और लगातार बोलने लगी आखिर तुम्हें पता था तो तुमने हमें बताया क्यों नहीं, तुम हम सब दोस्तों से यह बात कैसे छुपा सकते हो, मैं अभी जाकर अंशिका को बताती हूं, और यह सुनने के बाद गौतम ने उसका हाथ पकड़ लिया और कहां की इसीलिए मैंने तुम्हें कुछ नहीं बताया अगर तुम्हारे जुबान से यह बात निकल जाती तो तुम जानती भी हो की हम सब दोस्तों की दोस्ती पर इसका क्या असर होता ।

तभी रणबीर ने कहा- कि यारा इशिका का तो समझ में आता है पर तुमने हम ,सबको क्यों नहीं बताया यह सुनने के बाद गौतम बोलने लगा की सॉरी यारा मुझे लगा कि मुझे यह बात अपने तक ही रखना चाहिए इसलिए मैंने किसी को भी यह बात नहीं बताई और यह कह कर उसने सबसे माफी मांगी।

इसके बाद सब लोग ध्रुवा से कहने लगे कि अब तुझे जब एहसास हो ही गया है तो अपने मन की बात अंशिका को बताने में देर मत कर वरना तेरी क्वीन को कोई दूसरा किंग ले जाएगा यह सुनने के बाद ध्रुवा ने कहा इस बार वह क्वीन इस किंग की ही होगी। इतना कहकर सब लोग हंसने लगे हो और फिर इतने में ही अंशिका वहां आ गई। और उसने कहा कि उसे तुरंत अपने घर के लिए निकलना है यह सुनने के बाद सब लोग शॉक्ड रह गई आखिर ऐसा क्या हुआ था की अंशिका को इतने हंसी खुशी के माहौल में तुरंत अपने घर के लिए निकलना पड़ा।

क्या ध्रुव अपने दिल की बात कह पाएगा?

चली जानते हैं अगले भाग में......