नायरा जो एक बैंक मैनेजर है। और वो बहुत ही मेहनती और खुले विचारो वाली लडकी है। जिसे अपनी ज़िंदगी अपने तरीके से जीना पसन्द है। उसे शादी के नाम से ही परेशानी है। वो बस यू ही अपनी ज़िंदगी अकेले और अपनी मर्जी से जीना चाहती है।
मगर उसके घरवाले उसकी शादी करवाना चाहते हैं क्योंकि आस पड़ोस और रिश्तेदार उन्हे ताने मारते हैं की ये अपनी बेटी की शादी इसलिए नही करते हैं क्योंकि ये अपनी बेटी की कमाई खाना चाहते हैं। यही ताने सुन सुन कर नायरा के परिवार वाले थक चुके हैं।
मगर इन सब बातो का उस पर कोई भी फर्क नही पड़ता है। वो अपने घरवालों को समझाती भी है की आप लोगों की बाते क्यो सुनते हैं जब आप मेरा परिवार है तो मे आप के ही पास रहूंगी और आप को ही पैसे दूंगी ना। ना की बाहर वालो को। मुझे आप ने पढ़ाया है और इस लायक बनाया है की मै अपने पैरो पर खड़ी हो सकू।
मगर नायरा की बात का उसके घर वालो पर बिलकुल भी फर्क नही पड़ता है। उन्हे बस उसकी शादी करवानी है।
इसी बीच में नायरा के चाचा जी एक रिश्ता ले कर आ जाते हैं। और अपने भाई और भाभी पर काफी जोर डालते हैं कि आप इस लड़के से अपनी बेटी की शादी करवा दो। क्योंकि ऐसा लड़का कही नही मिलेगा।
उसके मम्मी पापा भी उसके चाचा जी की बातो में आ जाते हैं। और उसके चाचा जी लड़के वालो से बात पक्की करके उन्हे घर पर बुलाते है।
मगर अभी तक नायरा इस बात से अनजान हैं की उसकी मर्जी के बिना उसका रिश्ता भी तय किया जा रहा है।
उधर लड़के वालो का फोन आता है की हम लोग कल लडकी देखने आ रहें हैं।
अब नायरा की मम्मी को कुछ भी समझ नही आता की वो अब अपनी बेटी को क्या बोलेंगी।फिर उसके पापा बोलते हैं की अभी उससे कुछ मत कहना वरना चिल्लाने लगेगी। तुम उससे सुबह बात करना।
फिर सुबह होती है और उनकी बेटी बैंक जाने के लिए तैयार होने जाती है तभी उसकी मम्मी कहती हैं की बेटा आज बैंक से छुट्टी ले ले ।
तभी नायरा पूछती है क्यो मां
वो बेटा आज कुछ जरुरी काम है
ऐसा क्या काम है मां
बेटा आज तूझे लड़के वाले देखने आ रहे हैं
मां आप ये क्या कह रही हो। मुझसे बिना पूछे आपने लडके वालो को भी बुला लिया।
वो बेटा तेरे चाचा जी को ये लड़का बहुत अच्छा लगा।
अगर चाचा जी को लड़का इतना ही अच्छा लगा तो उन्होंने चाची की शादी उससे क्यो नही करवाई।
नायरा। ये बदतमीजी है में कुछ बोल नही रही हु तो तुम ज्यादा ही सर पर नही चढ़ रही हो। अब तो कुछ भी ही जाय आज तुम कही नही जाओगी।
में तो बिलकुल भी घर में नही रुकने वाली। मां क्या में आपको शो रूम में रखा सामान नजर आती हूं की कोई भी आएगा और मुझे देख कर चला जायेगा।
तू लडकी समझ गई। आज नही तो कल तूझे दूसरे के घर ही जाना है। अब बस बहुत हो गया। अब में तेरी एक भी नही सुनुगी। अगर आज तू बैंक गई तो मेरा मरा मुंह देखेगी।
मां। आप मेरे साथ ये क्या कर रही हो।
तभी शाम होती है और लडके वाले आ जाते हैं।
सब की बातचीत हो जाती है तभी लडके की मां बोलती है की हम जिससे मिलने आए थे वो कहा है।
तभी नायरा की मां बोलती है की जी में अभी उसे बुलाती हूं।
अरे क्या हुआ इतना देर क्यो कर रही है बाहर वो लोग तेरा इंतजार कर रहे हैं। जल्दी चल और हा उनके सामने ज्यादा बते
मत करना।
नायरा बाहर आ जाती है। लडके की मां उसे देखते ही पसन्द कर लेती
है।
तभी नायरा के पापा बोलते हैं की देखिए मुझे आपसे कुछ जरूरी बात करनी थी। की मेरी बेटी एक पढ़ी लिखी लड़की है और वो एक बैंक मैनेजर भी है। और वो शादी के बाद भी काम करेगी अगर आपको ये बात ठीक लगे तो ठीक है वरना मेरी बेटी शाद
नही करेगी।
तभी लडके की मां बोलती है की अरे आप ये कैसी बात कर रहे हैं मुझे क्या परेशानी होगी ये तो अच्छी बात है की आपकी बेटी एक पढ़ी लिखी और एक जिम्मेदार लडकी है।
सारी बातें हो जाने के बाद उनकी शादी तय हो जाती है। मगर लडके की मां बोलती है की देखिए शादी अगले दस दिनों के अंदर हो जानी चाहिएं क्योंकि मेरा बेटा बाहर देश में रहता है और वो फिर जाने के तीन साल बाद वापस आएगा।
पहले तो नायरा के घर वाले परेशान हो जाते हैं मगर बाद में हा कह देते हैं।
अब दिन बीतते जाते हैं आखिरकार आज नायरा की शादी का दिन आ जाता है। मगर तभी नायरा को एक ऐसी बात पता चलती है की उसका सर एकदम चकरा जाता है। और फिर वो अपनी मां से बोलती है की आपने ऐसा क्यो किया। आपको पता है ना आपके पास इतने पैसे नही है तो आप इतने पैसे कहा से लायेंगे। आपको मुझे ये बात पहले ही बतानी चहिए थी ना।
मां आज के समय में दहेज कोन देता है। आपको पता है ना ये कानूनन जुर्म है फिर भी आप।
बेटा ये कोई जुर्म नहीं है ये तो परंपरा है।
वाह मां। क्या बात है इस घटिया चीज को आप परमप्रा बोल रही हो जिसने की एक लडकी के घर वाले पुरी तरह बिक जाते हैं और सड़क पर आ जाते हैं। आपके पास पैसे तो है नही एक घर था वो भी आपने बेच दिया ऊपर से इतना कर्ज। कहा से लायेंगे इतने पैसे।
तू ये सब छोड़ बस अपनी शादी पर ध्यान दे ।
फिर नायरा की शादी हो जाती है और वो अपने ससुराल चली जाती है।
शादी के दूसरे दिन ही उसका पति विदेश जाने की तैयारी करता है। तभी नायरा बोलती है की आप अकेले क्यो जा रहे हैं में भी तो आपके साथ जाऊंगी ना।
तभी उसकी सास बोलती है की तुम वहा क्या करोगी। मेरा बेटा तो वहा नोकरी के लिए जा रहा है।
मां आपने तो बोला था की में इनके साथ जाऊंगी और नोकरी करूंगी।
अरे वो तो बोलना पड़ता है। मगर तुम्हें पता होना चाहिए ना की तुम एक लडकी हो। और शादी से पहले जो किया सो किया मगर अब तुम हमारी घर की बहू हो। और हमारे घर में बहु बाहर काम करने नही जाती है। वो सिर्फ घर का ही काम करती है।
ये बातें सुनते ही नायरा जोर से भागती हुई अपने कमरे में जाती है और रोने लगती है।
उधर उसके घर वाले भी पुरी तरह कर्ज में डूबे हुए हैं।