Safar ke liye humsafar - 2 in Hindi Travel stories by Mehul Pasaya books and stories PDF | सफर के लिए हमसफ़र - 2

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सफर के लिए हमसफ़र - 2

चलो दिया अब में वापस आ गया हूं सो लेट'स स्टार्ट टू कार

ओके अब चालू करो फिर गाड़ी

ओके वैसे सुनो में डेनी को भी ले रहा हूं साथ में सो उसको लूंगा तो चलेगा ना तुम्हे कोई दिक्कत तो नहीं होगी ना

नहीं नहीं मुझे क्यों तकलीफ होगी लेलो साथ में और क्या

ठीक है तो फिर अब चलो डेनी गाड़ी में बैठ जाओ

येस एंड थैंक यू मुझे इस जर्नी में शामिल करने के लिए

अरे इसमें थैंक यू किस बात का तुम्हारे आने से हमारा भी तुम्हारे साथ टाइम स्पेंड हो जाएगा और क्या पता इस सफर के रास्ते में कब कहा तुम्हारी किस्मत खुल जाए

हा वैसे बात तो सही कह रहे हो आप और वैसे भी हम ऐसी कोई ढूंढ रहे है जो कि मेरे दिल की हर बात सुने मिल जाए तो अच्छा है

अरे डेनी भाई आप निराश ना हो सब हो जाएगा ओके और हा हर किसिके लिए ऊपरवाले ने जोड़ी बनाए है आपके लिए भी कहीं ना कहीं बनाए होगी

हम्म बस अब उसका ही इंतज़ार है न जाने कब आयेगी वो और मुझे बोलेगी की क्या तुम ठीक तो हो कैसे हो और क्या कर रहे हो। और मेरा खयाल रखें और उसका में खयाल रखू लेकिन क्या करे अभी तक किसी कोई मेरी लाइफ में लड़की आए ही नहीं तो

रिलेक्स डेनी भाई सब अच्छा होगा देखना आपकी भी दिल की घंटी बजेगी

ठीक है फिर देखते है क्या हिता है ओके

हा देख लेना तुम

[कुछ देर बाद]

उर्वी क्या कर रही हो

कुछ नहीं समीरा वो ना इं कबूतरों को दाने डाल रही थी। तुम बताओ कैसे आना हुआ

बस सोचा तुम्हारा हाल चाल पूछ लू और क्या फिर चली आए

ठीक है तो बोलो और कैसे हो और घर पर सब कैसे है

हा सब ठीक है बस घर में ना मुझे मेरा भाई परेशान करता है सारा दिन मस्ती मजाक और धमाल करता रहता है बस इस लिए थोड़ी देर तुम्हारे पास आगये

लेकिन मस्ती मजाक और धमाल करना तो अच्छा होता है ऐसी ज़िंदगियां कहा देखने को मिलेगी जिसमे मस्ती मजाक और धमाल भरा पड़ा हो। अक्षर लोग हस्ना भूल जाते है अपनी प्रॉब्लम्स अपनी मुसीबतों से और अपने दर्दो से बाज़ नहीं आ पाते उसमे उनकी स्माइल तक खो जाती है और उन लोगो में से एक में हूं जो कि किसीको बता भी नहीं सकती

अरे उर्वी ऐसी तो क्या परेशानी है जिससे तुम अंदर ले बैठी हो और किसीको बता भी नहीं सकती

हा है कुछ प्रॉब्लम्स अपनी खैर वो छोड़ो वो जरूरी नहीं है तुम बताओ वैसे कही जाना है क्या या नाश्ता करना है। तो फिर आजाओ

ठीक है नाश्ता रहने दो हम कहीं जाकर आते है ठीक है

हा चलो अब

अब आगे

जैसे कि आपने जाना की दिया और माहिर और डेनी का सफर शुरू हो गया है और तीनों बाते करते हुए जाते है और अब रास्ते में क्या क्या आने वाला है जाने के लिए पढ़ते रहे सफर के लिए हमसफ़र

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