बारिश एक ऐसा मौसम है जो हर किसी काे अच्छा लगता है माना की किसी किसी को बारिश अच्छी नही लगती पर मुझे तो बारिश बहुत ही अच्छी लगती है। बारिश में जी भर के नहाना और फिर घर में आके गरम गरम चाय पकोड़े खाना वाह मजा ही आ जाता है।
बारिश में जिन्हे सबसे ज्यादा मज़ा आता है वो है बच्चे। बच्चे बारिश में खूब नहाते है और कागज की नाव बना के चलाते हैं। और खूब मजे करते है । इसी के साथ आज में आपको दो बहनों की बारिश की मस्ती की कहानी बताती हु।
दो बहने थी जिनका नाम शाइनी और एलिस था शाइनी बड़ी बहन थी और एलिस छोटी। दोनो बहनों में बहुत ही प्यार था दोनो कभी भी किसी से लड़ती नही थी बस मस्ती मस्ती में एक दूसरे से लड़ती थी
एक दिन अचानक से बारिश होने लगीं तभी एलिस ने शाइनी को बताया की दीदी बाहर बारिश हो रही है चलो हम भी नहाते हैं। तब शाइनी ने बोला की नहीं मां डांटे गी । तो एलिस ने बोला की आप ही मां को मना लो। तब एलिस और शाइनी दोनो मिल के अपनी मा के पास गई और दोनो ने अपनी मां को मना लिया । अब दोनो जल्दी जल्दी से छ त की तरफ भागी। और दोनो नहाने लगी और मस्ती करने लगीं।
एलिस को शायरी का बहुत शौक था तो उसने बोला की दीदी हम मस्ती के साथ साथ शायरी भी बोलेंगे। तो शाइनी ने बोला ठीक है मगर शुरुआत में करूंगी तो एलिस ने बोला ठीक है।
शाइनी : ये देखो देखो बारिश आई सब के दिलो में खुल गईं प्यार की सफाई।
एलिस : ये सुन कर एलिस जोर जोर से हसने लगीं। दी ये क्या था आप शायरी बोल रहे थे या फिर स्वच्छ भारत अभियान चला रहे थे
शाइनी : तू मेरा मजाक क्यू उड़ा रही है तुझे पता है ना mujhe शायरी नहीं आती है मै तो बस बनाने की कोशिश कर रही हु। और तू मेरा मजाक उड़ा रही है
एलिस : सॉरी दी कोई बात नही चलो में आपको सिखाती हु। देखो
मुझे जिंदगी में एसा ही पल चाहिए की तू और बारिश मुझे संग चाहिए।
शाइनी : वाह वाह क्या बात है तूने तो कमाल कर दिया। चल में फिर से ट्राई करती हु। बारिश की फुहार रिमझिम रिमझिम बरसती रही मे तुझे और तू मुझ को देखती रहीं।
एलिस : वाह वाह क्या बात है दी आपने तो कमाल कर दिया। चलो और ट्राई करो आप
शाइनी : ना दिन देखते है और ना ही रात देखते है हम तुमसे मिलने के लिए बस बरसात देखते हैं
एलिस : वाह वाह अब मेरी बारी । जिस जिस ने भी दुनिया में सच्चा प्यार किया उसने बारिश को अपनी आंखो में भर लिया।
जिस तरह लोग बारिश की राह देखते है अपने खेतो के लिए उसी तरह हम तुम्हे देखते है अपने प्यार के लिए।
शाइनी : वाह वाह आज तो बड़ा ही मज़ा आ रहा है। बारिश में तभी दोनों ओर शायरी बोलने वाले ही होते है की तभी मां की आवाज आ जाती है की जल्दी जल्दी आ जाओ दोनों वरना चाय और पकोड़े ठंडे हो जायेंगे । तभी दोनों घर मे चले जाते हैं।
इस कहानी का मतलब किसी शेरो शायरी से नहीं था ये तो बस ये बताना चाह रहा था की दो बहनों में कितना अटटू प्रेम है और वो दोनों अपने आप में कितनी खुश है एक दूसरे को टूटी फूटी शायरी सुना के।