zindagi - 2 in Hindi Moral Stories by Mehul Pasaya books and stories PDF | ज़िन्दगी - 2

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ज़िन्दगी - 2

हा ठीक है चलो मेरे जो शेठ है उनसे बात करता हू

प्लीज जरुर करना

लोकेशन चेंज...

अब तुम बताओ दिव्या तुमने ये सब क्यू किया जब तुम्हे सब कुच पता था

सॉरी ना बाबा गलती हो गये अब से ऐसा नही होगा और मे ये क्या करती मे मजबूर थी मे नही बता सकती थी

अब मे क्या कहूँगी घर वालो को की दिव्या ने सब बिगाड़ दिया

यार मार डालेंगे मुझे ऐसा मत करो प्लीज, तुम रुको मे कुच करती हू ओके

हा जल्दी करो जो भी करना हो

हिना मेरि बात सुनो अब एक ही रश्ता है और वो यही है की सच बता देते है

वॉट क्या कह रही हो तुम, इसकी वजह से तुम्हारी पिटाय भी हो सकती है

पर अब कोई और राश्ता ही नही है तो क्या करे

ठीक है तो चलो बताते है सब कुच सच सच

वाघेला'स हाउस ऑफ़ मोमेंट्स...

कुनाल मेरि बात सुनो भाई जरा यहा आओ तो काम है थोडा वो जमीन के मामले मे बिपिन ने कुच कहा था की वो जमीन लेनी है उसे थोडी वार्तालाप कार्लो और वो जमीन खरीद लो ठीक है

येस डेड जरुर आपका काम हो जायेगा ओके डोंट वरि

और हा सब को छूटी देने का वक़्त हो गया है बेटा बोलो की अब जाए वरना उनको देरी होगी जाओ जाके बोल्दो जितने भी काम करने वाले है उनको

येस डेड अभी जाता हू और बोल देता हू बस यू गया और यू आया

अरे कुनाल भाई आइये आइये कैसे है आप सब तबियत वगेरा ठीक है ना बहुत दिनो के बाद इस वर्कर इंडस्ट्री क्या बात है

हा अंकल वो ना थोडा ऑफ़िस का काम ज्यादा रह्ता है और फिर सबका मेनेजमेन्ट करना पड्ता है अंकल वक़्त ही कहा है काम से फुर्सत कहा मिलती है

हा बेटा समझ सकते है इस इंडस्ट्री का भी आपको ध्यान रखना है और फिर ऑफ़िस का भी और फिर अपना बहार का काम हम समझते है

अच्छा अंकल सुनो अब काम का वक़्त खतम हो गया है अब डेड ने बोला है की अब छूटी लेलो काम से फिर आप लोगो को इतनी दूर भी जाना है

हा ठीक है बेटा बस थोडा ही काम बच्चा है बस वही कर लेते है फिर क्या है कल सुभ आकर फिर वही काम हाथ पे ना छड जाए इस लिये ठीक है

ठीक है और अगर अभी नही हो पायेगा तो रहने दिजीये ठीक है मे दूसरे लोगो को बोल कर आता हू की अब छूटी लेले

हा ठीक है

हेल्लो एवरीवन प्लीज यहा आओ और मेरि बात सुनो आप सब लोगो की छूटी लेने का वक़्त हो चुका है सो अब आप अपने अपने घर जाईये

हा ठीक है बस अब जाने ही वाले है

इन कमिंग कॉल टू कुनाल...

हा गणेश बोलो

कहा हो भाई शाम को मिलने वाले थे हम कुच याद है तुमको

अरे सॉरी यार वो मेरे यहा मेरि कंपनी के वर्कर लोगो को बोलने आया था की अब अपने अपने घर चले जाए तो उसमे मे ये बात तो भुल ही गया की हम मिलने वाले है, पर मे थोडी देर मे निकलता हू ओके


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