तेरे बिना क्या जीना
राहुल और करीना कार से खजुराहो जा रहे थे। करीना के पति राहुल की रेलवे में नौकरी थी। उसका ट्रांसफर मध्यप्रदेश के खजुराहो के छोटे से स्टेशन पर हुआ था।
राहुल और करीना खजुराहो के लिए कार से चल दिए। शहर से बाहर आए तो करीना को लगा जैसे पिछली सीट पर कोई है । उसने रियर व्यू मिरर से देखा पिछली सीट पर एक काली परछाई दिखाई दी करीना ने पलटकर देखा पीछे कुछ नहीं था। उसको बहुत हैरानी हुई । उसने फिर मिरर में देखा वहां कुछ नहीं था। करीना को लगा उसे वहम हुआ है।वो उदास थीं। कार सड़क पर आगे बढ़ रही थी और करीना अपनी यादों में 1साल पीछे चली गई।
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भैया ,परसों राखी है, इस बार मुझे सैमसंग मोबाइल चाहिए.... करीना ने कहा
शक्ल देखी है अपनी...... सैमसंग का मोबाइल बहुत महंगा आता है और उसे चलाने के लिए यहां कुछ होना भी चाहिए..... नितिन ने करीना के माथे पर एक उंगली रखते हुए उसे चिड़ाते हुए कहा
भैया तुम्हें क्या लगता है। यह खाली है .....करीना ने भोहें चढ़ाई ।
मैंने कब कहा खाली है , पूरा भरा हुआ है पर भूसे से .......कहकर नितिन भागा
क्योंकि करीना ने तकिया उठा लिया था और वह नितिन को मारने के लिए दौड़ी।
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करीना के आंखों से लंबे-लंबे आंसू बह निकले। तभी उसे अपने सर पर किसी का हाथ महसूस हुआ।जैसे कोई उसे सांत्वना दे रहा हो।पर राहुल तो सामने देखकर कार चला रहा था। थोड़ी देर बाद जैसे ही राहुल ने कार मोड़ी, करीना को फिर पिछली सीट पर काली परछाई नजर आई। उसने थोड़ी देर रुक कर पलट कर देखा पर वहां कोई नहीं था । अब करीना को डर लगने लगा था। उसे विश्वास हो गया था कि कुछ गड़बड़ है। करीना को ऐसे लगा जैसे कोई पीछे से उसे देख रहा है। वह कभी मिरर में देखती कभी पीछे घूम कर देखती। उसे कोई दिखाई नहीं दिया लेकिन उसे अहसास था कि गाड़ी में उन दोनों के अलावा कोई तीसरा भी है।
तभी राहुल ने कार को एक ढाबे के सामने रोका। राहुल ने कहा... नींद आ रही थी। एक एक कप चाय पीते हैं ।
करीना बिना कुछ कहे गाड़ी से उतरकर ढाबे में एक कुर्सी पर बैठ गई। वो शून्य में देखे जा रही थी।
वेटर दो चाय के कप और पकौड़े रख गया।
राहुल ने करीना का हाथ पकड़कर कहा.... करीना कब तक ऐसा चलेगा... तुम्हें सब भूल कर नई जिंदगी शुरू करनी होगी। हम नई जगह जा रहे हैं। मैं भी काम में बिजी हो जाऊंगा। तुम पिछला सब भूल कर नए लोगों के साथ मिलो जुलो और अपना ध्यान पिछली बातों से हटाओ।
करीना ने बिना कुछ कहे सिर हिलाया उसका ध्यान अभी कार की पिछली सीट पर था।
शाम होने वाली थी उनका सफर फिर शुरू हो चुका था ।
साथ ही शुरू हो चुका था करीना की यादों का सफर।
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करीना ने नितिन को राखी बांधी।
भैया, लाओ मेरा मोबाइल ....करीना ने हाथ आगे बढ़ाया
सॉरी, करीना इस बार मैं मोबाइल नहीं ला पाया.... नितिन ने अपना एक कान पकड़ते हुए कहा ......पर अगले साल पक्का आईफोन ले कर दूंगा।
रहने दो.. रहने दो भैया.... आईफोन ले कर दोगे। सैमसंग का मोबाइल तो दिया नहीं जा रहा आईफोन ले कर दोगे। मुझे कुछ नहीं चाहिए.... करीना रूठ कर जाने लगी।
अच्छा बहन, सुन मैंने अपने लिए कुछ खरीदा है। वह तो देख ले ।
मुझे नहीं देखना
अरे बहन देख तो ।
नहीं ,करीना ने अपनी आंखें जोर से बंद कर ली। अच्छा, फिर इसे तू ही रख ले। नितिन ने अपने हाथ में पकड़ा गिफ्ट पैक उसे पकड़ा दिया। करीना ने गिफ्ट पैक खोला। उसमें लेटेस्ट मॉडल का आईफोन था ।
भैया ,उसकी आंखें खुशी से फट रही थी। यह तो बहुत कीमती है ।इतना पैसा क्यों खर्च किया। अभी आप की नई-नई बैंक में नौकरी लगी है। मैं तो ऐसे ही आपको तंग कर रही थी। मुझे नहीं चाहिए,इसे वापस कर आओ।
मेरी बहन के आगे इसकी कीमत कुछ भी नहीं है।तेरे लिए तो मै चांद भी ला सकता हूं... नितिन ने करीना के सर पर प्यार से हाथ रखते हुए कहा
भैया, इतने पैसे कहां से आए ।
आपने अपनी शादी के लिए जो पैसे जोड़े थे उसमें से खर्च तो नहीं किए ना.... करीना ने घूरते हुए कहा
सपना कह रही थी कि उसे अभी 2 साल शादी नहीं करनी है.... इसलिए मैंने सोचा इन पैसों को इस्तेमाल ही कर लूं।अगले 2 साल में और पैसे जुड़ जाएंगे।
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करीना की आंखों में फिर आंसू बह निकले।
तभी गाड़ी रुक गई वह खजुराहो पहुंच गए थे। अगले तीन-चार दिन उन्हें अपना सामान व्यवस्थित करने में लगे ।
आज रात से मेरी ड्यूटी है मैं सुबह 6:00 बजे आऊंगा.... नितिन ने कहा।
करीना ने बिना कुछ कहे सहमति में सिर हिला दिया।
अब वो बहुत कम ही बोलती थीं।हमेशा अपनी यादों में ही खोई रहती थीं।इसी बात से परेशान होकर राहुल ने ट्रांसफर लिया था। उसे उम्मीद थी कि जगह बदलने से वो पुरानी बाते भूल जाएगी ।
रात के 12:00 बजे थे । राहुल अपनी ड्यूटी पर चला गया था। करीना को नींद नहीं आ रही थी। वह बैठे-बैठे फिर यादों में चली गई। तभी कुछ खटाक से बर्तन गिरने की आवाज आई। रात के सन्नाटे में ऐसा लगा जैसे कोई धमाका हुआ हो।
करीना घबरा कर उठ गई ।उसने अंधेरे में सुनने का प्रयास किया पर केवल घड़ी की टिक टिक ही सुनाई दे रही थी। वह हिम्मत करके पलंग से उतरी। तभी उसे ड्रेसिंग में एक काली परछाई दिखाई दी। वह बुरी तरह घबरा गई । उसने देखा ड्रेसिंग के सामने कोई नहीं था। बाहर कहीं उल्लू की आवाज आ रही थी। करीना बुरी तरह घबरा गई वह पलंग पर बैठ गई।उसकी सांसे बहुत तेज़ चल रही थी।
अचानक इंजन ने हॉर्न दिया।करीना की डर से चीख निकाल गई। छुक छुक की तेज़ आवाज़ के साथ तभी कोई ट्रेन स्टेशन पर अाई।सन्नाटे में ट्रेन की आवाज़ इतनी तेज थी कि करीना को लगा की जैसे वो पटरियों पर लेटी है और ट्रेन उस के ऊपर से धाय - धाय करके गुजर रही है।
उसने फिर ड्रेसिंग में देखा। अब वहां कोई नहीं था। करीना ने मुंह पर चादर डाल ली और भगवान का नाम लेने लगी।कब रोते रोते वो सो गई,उस पता ही नहीं चला।
कई दिन बीत गए। अब करीना को विश्वास हो गया था कि कोई है, जो उनके साथ ही रह रहा है। उसे अक्सर वह काली परछाई दिखाई देती थी ।
उसे हमेशा घर में किसी अदृश्य व्यक्ति की उपस्थिति महसूस होती थी पर उस काली परछाई ने कभी उसे नुकसान पहुंचाने की कोशिश नहीं की थी।
करीना ने राहुल को काली परछाई के बारे में बताया पर उसने विश्वास नहीं किया।
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देखो... करीना में क्या लाया हूं? राहुल ने आवाज दी।
राहुल जानता था. करीना को पेंटिंग का बहुत शौक है। राहुल उसके लिए पेंटिंग का सामान लाया था ।
अब तुम दो-चार सुंदर सी पेंटिंग बनाओ। व्यस्त रहोगी तो सारे फालतू ख्याल तुम्हारे मन से निकल जाएंगे ।
अब तुम नए सिरे से जिंदगी शुरू करो और पुरानी बातें भूल जाओ ।
अगले दिन करीना ने पेंटिंग बनानी शुरू की। एक काली परछाई उसे पेंटिंग बनाते हुए देख रही थी। उसने कैनवस पर ब्रश चलाने के लिए उठाया पर उसके मन में तो पुरानी यादें चल रही थी।वो फिर कुछ दिन पीछे चली गई।
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शादी के बाद राहुल के घर में ये करीना का पहला बर्थडे था।
करीना ने पिंक गाउन पहना था। वह गाउन नितिन ने ही उसे राखी पर गिफ्ट दिया था।पिंक गाउन में वो परी लग रही थी।
तभी राहुल ने आवाज लगाई..... करीना जल्दी करो। मेहमान आने शुरू हो गए हैं और तुम्हारा मेकअप अभी खत्म नहीं हुआ ।
बस हो गया ......कहकर करीना कमरे से बाहर आई
राहुल भैया आ गए?..... करीना ने पूछा
किसी दिन सूरज ना निकले यह तो हो सकता है पर तुम्हारा बर्थडे हो और नितिन भैया ना आए यह नहीं हो सकता।आते ही होंगे ।उन्होंने बताया था कि वो सपना को साथ लेकर आएंगे।
मैं भैया को फोन मिलाती हूं। उसने फोन मिलाया पर फोन आउट ऑफ सर्विस जा रहा था।
सारे मेहमान आ चुके थे करीना की निगाह दरवाजे पर ही थी। नितिन भैया अब तक नहीं आए थे और ना ही उनका फोन मिल रहा था।
करीना लगता है भैया किसी काम में फंस गए हैं। तुम केक काटो। देर हो रही है अब मेहमानों को और ज्यादा इंतजार नहीं करवा सकते।
तभी करीना का मोबाइल बजा उसकी आंखों में चमक आई पर जल्दी ही बुझ गई ।वह कॉल नितिन का नहीं किसी अननोन नंबर से था।
करीना ने कॉल उठा कर बोला... हेलो!
दूसरी तरफ से आवाज अाई... हम पुलिस स्टेशन से बोल रहे हैं ।आप नितिन सलूजा को जानती हैं? करीना ने कहा... हां ..क्या बात है सर? जल्दी बताइए मुझे घबराहट हो रही है.... नितिन भैया का फोन बहुत देर से मिल नहीं रहा।
मैम, एक बुरी खबर है नितिन का शहर के बाहर वाली सड़क पर एक्सीडेंट हो गया है। आप जल्दी आ जाए तो शायद आपकी अपने भाई से आख़िरी मुलाकात हो जाए। नितिन की हालत बहुत खराब है।
नहीं..ही... करीना के हाथ से छूटकर आईफोन जमीन पर गिर गया ।उसकी स्क्रीन चूर चूर हो गई।
राहुल और करीना फौरन हॉस्पिटल पहुंचे। नितिन आईसीयू में था। उसकी हालत बहुत खराब थी। सर पर पट्टियां थी ।पैर में भी फ्रैक्चर था। करीना का रोना ही नहीं रुक रहा था।
करीना ने नितिन के हाथ पर हाथ रखा।
नितिन ने बहुत मुश्किल से आंख खोली। उसके होंठ हिले.... वह कुछ कहना चाहता था पर शरीर ने साथ नहीं दिया। वह थोड़ी देर आंखों ही आंखों से करीना को देखता रहा जैसे कुछ बताना चाहता हो पर बिना कुछ बोले ही नितिन इस दुनिया को छोड़ कर चला गया। करीना की आंखों से आंसू बहे जा रहे थे।
वो जोर से चीखी...नहीं...ये नहीं हो सकता।भैया ...तुम मुझे छोड़ कर नहीं जा सकते।मम्मी - पापा के जाने के बाद आपने ही तो मुझे पाल- पोस कर बड़ा किया।मुझे मां और पिता दोनों का प्यार दिया। करीना रोए जा रही थीं
उठो भैया.... भूल गए...आज मेरा बर्थडे है और तुमने मुझे कोई तोहफा नहीं दिया।उठो भैया ...मुझे गिफ्ट चाहिए....मुझे मेरा भैया...गिफ्ट में चाहिए।
.....अभी तो सपना से आपकी शादी होनी थी।भैया पता है आपको...मैंने तो आपकी शादी में पहनने के लिए ड्रेस भी बनवा ली थी...करीना रोए जा रही थी और बोले जा रही थी।
राहुल के साथ साथ वहां खड़ी नर्स और डॉक्टर की आंखो में भी आंसू थे।
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तभी दरवाजे पर कॉल बेल बजी। करीना की यादों का क्रम टूट गया।उसने अपने आंसू पोछे और दरवाजा खोला। राहुल ने करीना के हाथ में ब्रश देखा तो बहुत खुश हुआ।
तो, मैडम ने पेंटिंग बनानी शुरू कर दी। हमें भी दिखाओ.....
करीना राहुल के साथ कैनवस के सामने आई तो हैरान रह गई उसकी पेंटिंग पूरी हो चुकी थी। जबकि उसने थोड़ी देर पहले ही ब्रश उठाया था। उसके सामने पेंटिंग में नितिन भैया के एक्सीडेंट का दृश्य था। जिस पर नितिन भैया का सर एक कार के पहिए के नीचे था। सड़क पर चारों और खून फैला हुआ था। बड़ा वीभत्स दृश्य था। करीना ने अपनी आंखें बंद कर ली ,पर राहुल बहुत ध्यान से उस पेंटिंग को देख रहा था ।
उसके चेहरे पर गहरी सोच और हैरानी के भाव थे। क्योंकि पेंटिंग में जिस कार से नितिन का एक्सीडेंट हुआ था, उस कार की ड्राइविंग सीट पर सपना थी। सपना जो कि नितिन की मंगेतर थी और उसके साथ ही बैंक में काम करती थी।
तुमने ऐसी पेंटिंग क्यों बनाई ,सपना और नितिन भैया तो शादी करने वाले थे । वो दोनो एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे।क्या ,तुम्हें सपना पर शक है? वह बेचारी तो नितिन की मौत के बाद खुद ही जिंदा लाश हो गई है ।
राहुल, मैंने यह पेंटिंग नहीं बनाई। इतनी जल्दी पेंटिंग बन ही नहीं सकती। मैंने तो अभी थोड़ी देर पहले ही कैनवस लगाया है।
दोनो गहरी सोच में डूब गए कमरे में बिल्कुल सन्नाटा था। तभी करीना को शीशे में काली परछाई दिखी ।जो कैनवस पर पेंट कर रही थी। करीना की दोनों आंखों में आंसू की धारा बहने लगी।वो काली परछाई को पहचान चुकी थी। वह जिस काली परछाई से डर रही थी, वह उसके अपने भैया थे। जिसे वह सब से ज्यादा चाहती थी।
भैया की आत्मा को मुक्ति नहीं मिली थी। वह उसे कुछ कहना चाहते थे ।पर क्या?..... सपना भैया का खून क्यों करेगी।
कई सवाल एक साथ उसके दिमाग में हथौड़े की तरह बज रहे थे। तभी करीना की पेंटिंग पर नजर गई। नितिन के पास जमीन पर एक पेन ड्राइव चमक रही थी ।तो क्या उस पेन ड्राइव में कुछ था कुछ ऐसा जिसकी वजह से सपना ने अपने मंगेतर की हत्या कर दी। जिसे वह बहुत प्यार करते थी। दोनो जल्दी शादी करने वाले थे। हम समझ रहे थे कि भैया का एक्सीडेंट हुआ है पर उन्हें तो सपना ने मारा है। शायद अपने आखिरी समय में भैया यही मुझे बताना चाहते थे ।
काली परछाई करीना की तरफ पलटी उसकी आंखों में आंसू थे। अब इन आंखों को करीना ने साफ़ पहचाना। करीना के हाथ परछाई की तरफ बढ़े।वो अपने भैया के कंधे पर सर रखकर रोना चाहती थी।पर उसका हाथ केवल कैनवस से टकराया। वह परछाई को छू नहीं पाई ।करीना फूट फूटकर रों पड़ी।
अब राहुल को भी किसी तीसरे के कमरे में होने का एहसास हुआ। करीना को देखकर उसकी आंखों से आंसू बहने लगे।
अगले दिन राहुल और करीना सपना के घर गए।सपना की आंखें सूजी हुई थी। शायद वह बहुत देर से रो रही थी पर अब करीना को उससे कोई सहानुभूति नहीं हुई।
करीना ने सीधा प्रश्न किया.... सपना , तुम तो भैया से बहुत प्यार करती थी। फिर तुमने उनका खून क्यों किया ? उनके ऊपर गाड़ी चलाते हुए तुम्हारे हाथ जरा भी नहीं कांपे।
करीना, नितिन का एक्सीडेंट हुआ था। सब जानते हैं ।मैं उसे क्यों मारूंगी?..... सपना ने करीना से आंखें चुराते हुए कहा
झूठ मत बोलो ,सपना ! मुझे भैया ने खुद बताया है। उनकी आत्मा अब भी भटक रही है। वह अभी इसी कमरे में है और हमारी बातें सुन रहे हैं।
राहुल, मुझे लगता है करीना को डॉक्टर की जरूरत है... सपना ने गुस्से से कहा
ठीक है तुम वह पेनड्राइव दे दो जो भैया के पास थी। मैं खुद पता लगा लूंगी कि उस दिन क्या हुआ था।
तुम्हें कैसे पता चला नितिन के पास कोई पेनड्राइव थी?
अब सपना टूट गई थी और फूट-फूट कर रोने लगी।
फिर सपना ने बताना शुरू किया कि उस दिन क्या हुआ था नितिन ने अपने मोबाइल कैमरा ऑन कर लिया और वह उसकी बात रिकॉर्ड करने लगा।
बैंक मैनेजर और मैंने बैंक से एक करोड़ का घोटाला किया था। नितिन को यह बात पता चल गई थी। मैंने उसे समझाया कि मैंने यह हम दोनों के लिए ही किया है ताकि शादी के बाद हम अच्छी जिंदगी बिता सकें।बचपन में मैंने बहुत गरीबी देखी थीं।अब मै जल्द से जल्द बहुत अमीर होना चाहती थी।
पर नितिन को यह सब गलत लगता था। उसने बैंक के कंप्यूटर से सारे सबूत एक पेन ड्राइव में कॉपी कर लिए थे। वह मुझ पर दबाव बनाने लगा कि मैं वह पैसे वापस कर दूं नहीं तो वह पुलिस को वह पेनड्राइव दे देगा। उस दिन नितिन और मुझ में बहुत बहस हुई। जब वह नहीं माना तो मैंने उसे रोकने के लिए उसे गाड़ी से हल्की टक्कर मारनी चाही। मैं उसे घायल करके पेनड्राइव लेना चाहती थी । मैं उसे मारना नहीं चाहती थी पर गाड़ी से कुछ जोर से टक्कर लग गई और उसका सर पहिए के नीचे आ गया। मैंने देखा सड़क सुनसान थी। मैंने उतरकर वह पेनड्राइव उसके पास से उठा ली। किसी ने भी एक्सीडेंट होते नहीं देखा था।
पर नितिन के जाने के बाद मुझे एहसास हुआ कि नितिन के बिना यह पैसा किसी काम का नहीं है। यह कहकर सपना फूट-फूट कर रोने लगी।
फिर उसने अपनी आंखें खोल कर छत की तरफ देखते हुए कहा .....अगर तुम यही हो नितिन और मुझे सुन रहे हो तो मैं तुम्हें बताना चाहती हूं कि मैं तुम्हें बहुत प्यार करती हूं।
तेरे बिना क्या जीना ,नितिन
यह कहकर उसने अपनी जीन्स से रिवाल्वर निकाली और कोई कुछ समझ पाता उससे पहले अपनी कनपटी पर लगा कर खुद को गोली मार ली।कमरे में खून ही खून फैल गया।
करीना ने देखा....
सपना के शरीर में से एक धुआं सा निकला और और काली परछाई से लिपट गया।दोनो काली परछाइयां एक दूसरे का हाथ पकड़े रोशनदान से बाहर निकाल गई।
शायद नितिन ने सपना को माफ़ कर दिया था और उसका पश्चाताप स्वीकार कर लिया था।तभी तो उसे मुक्ति मिल गई थी।
राहुल जो सब कुछ रिकॉर्ड कर रहा था उसकी आंखों में आंसू थे।
करीना तो पत्थर की मूर्ति बन चुकी थी।राहुल ने करीना को आवाज़ दी।जवाब ना मिलने पर वो उसे जोर जोर से हिलाने लगा।
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लेखक मनीष सिडाना
m.sidana39@gmail.com