Wo Ankahi Baate - 32 in Hindi Fiction Stories by RACHNA ROY books and stories PDF | वो अनकही बातें - 32

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वो अनकही बातें - 32

नीरजा ने जल्दी जल्दी ओ पी डी में दो तीन नर्स को बुलाया और फिर एक घंटे के बाद एक प्यारी सी गुड़िया को लेकर डाक्टर समीर के हाथों में दे दिया। डाक्टर समीर के गोद में आते ही रोने लगी। डाक्टर नीरजा ने कहा वाह पापा को पहचान गई। समीर ने कहा हां, डाक्टर शालू कैसी है? नीरजा ने कहा हां ठीक है बट अभी तक होश में नहीं आईं।
समीर ने बच्चे को नर्स को दे दिया और फिर सभी को मिठाई खाने के पैसे देने लगा। उसके बाद आकाश को फोन पर मिठाई लाने को कहा। फिर कुछ देर बाद शालू को होश आ गया। समीर ने कहा अरे मैम मुबारक हो। शालू ने पूछा क्या हुआ मुझे। समीर ने कहा अरे एक शालू आई है, छोटी वाली। शालू ने कहा अच्छा पर सोमू नहीं आया।। नर्स ने कहा हां मैम एक परी आई है। शालू ने कहा मुझे देखना है। फिर एक नर्स बेबी को लेकर आ गई। शालू ने कहा अरे सो रही है बेबी।।सोमू। समीर ने कहा हां तुम पर गई है। शालू ने कहा हम घर कब जाएंगे? समीर ने कहा हां एक दो दिन बाद।। शालू ने कहा ओह माई गॉड। फिर डाक्टर नीरजा चेक करने आ गई। शालू ने कहा थैंक्स मैम। आपने मुझे वो खुशी दिया जो मैं शायद कभी पुरी नहीं कर पाती। डाक्टर नीरजा ने कहा हां शालू तुम्हारे अंदर एक डर तो था पर तुमने हौसला रखा और सपना पूरा हो गया।डर के आगे जीत है। आगे मैं सब कुछ तुम्हें बता दुंगी। शालू ने कहा ओके मैम।
समीर ने कहा अच्छा अब मैं चलता हूं फिर आऊंगा। शालू ने कहा जल्दी आना। समीर वहां से निकल गए और ये खुशखबरी सब कुछ दे दिया। मिठाईयां ले जाकर अस्पताल में सभी को बांट दिया। विकास भी मिलने पहुंचे। विकास गले लग कर बोला मुबारका यार। समीर ने कहा धन्यवाद आपका। ये ले मिठाई खा। विकास ने कहा लक्ष्मी आई है। समीर ने कहा हां शालू की छवि। विकास ने कहा घर कब आएगी। समीर ने कहा एक दो दिन बाद। समीर ने कहा पुजा भी होगी सारी तैयारियां करनी होगी। विकास ने कहा हां फिर पार्टी। समीर ने कहा हां इस बार पार्टी होटल में करना है। विकास ने कहा हां ठीक कर मिलते हैं।
समीर बहुत ही खुश था भगवान ने इतने बरसों के बाद ये खुशी दी थी।
इस तरह से दो दिन बीत गया। डाक्टर नीरजा ने कहा शालू को हम डिस्चार्ज दे देते हैं पर बहुत ही ध्यान रखना होगा कुछ भी काम मत करना। शालू ने कहा हां ठीक है मैम। डॉ नीरजा ने कहा ये मेडिसिन चलेगा एक हफ्ते बाद आना होगा। शालू ने कहा बेबी ठीक है ना? नीरजा ने कहा हां बिल्कुल ठीक है। फिर समीर ने बेबी को बड़े प्यार से गोंद में ले लिया और फिर ये लोग गाड़ी में बैठ कर घर लौट आए। विनय काका और नायरा ने मिलकर दरवाजे पर से ही स्वागत किया। दोनों की आरती उतारी और फिर प्रवेश कराया। अन्दर पहुंच कर शालू ने देखा कि पुरा घर फुलों से महक उठा था।जगह जगह पर उसकी और बेबी की तरह-तरह की तस्वीरें लगी हुई थी। शालू ने कहा अरे ये सब कब लिया तुमने। समीर ने कहा हां सब कैद कर लिया था। मां बनने की ख्वाहिश से लेकर सपने पुरे होने तक वाले फोटोज़ लगे थे। शालू तो खुशी के मारे रो पड़ी थी।नायरा ने कहा देख कितनी लकी है तू सोमू ने सब कुछ किया तेरे लिए। शालू ने कहा हां यार। फिर समीर ने बेबी को एक बड़े से बेड पर लिटा दिया जो झुलना भी था। शालू ने कहा कब ये सब शापिंग किया। समीर ने कहा हां कर लिया विकास के साथ।वो देखो बेबी का अलमीरा। अच्छा एक मौसी को बोला है मैने तेल मालिश करने के लिए। शालू ने कहा हां ठीक। फिर नाश्ता करने के बाद नायरा ने कहा चलो अब चलती हुं। शालू ने कहा तीन दिन बाद पुजा है आएंगी?नायरा ने कहा हां ठीक है आऊंगी। फिर नायरा भी चली गई। शालू ने कहा मेरे सोमू क्या क्या न किया तुमने।हुं हां । समीर ने कहा मैंने तो सब कुछ खुद के लिए किया है अच्छा सुनो पार्टी मैंने होटल में रखा है। शालू ने कहा हां ठीक है क्यों ना हमलोग डा नीरजा को भी बुला लें। समीर ने कहा हां, हां ज़रूर। शालू ने कहा समीर मुझे गले से लगा लो। समीर ने कहा ये भी कोई पुछने की बात है जी। फिर समीर ने शालू को गले से लगा लिया। शालू ने कहा कितने दिन हो गए तुमने तो प्यार भी नहीं किया। समीर ने कहा हां बाबा मरता क्या न करता।। तभी बेबी रोने लगी। समीर ने कहा देखा कितनी चालाक है। शालू खुब हंसने लगी। फिर कुछ देर बाद डाक्टर नीरजा ने एक नर्स को भेजा जो शालू को बताएगी कि कैसे बेबी को फिडिग कराना है। फिर समीर वहां से चला गया। और नर्स ने शालू को सारी बात समझा दिया। कुछ देर बाद ही एक मौसी आ गई। उसने पहले बेबी का तेल मालिश करने के बाद उसे नहला दिया। फिर उसको रेडी करने लगी। उसको सुलाने के बाद ही शालू को तेल मालिश करने लगी। उसके बाद ही शालू को नाश्ता देकर गए। विनय काका ने कहा जूस पी लो बेटा।
उसके बाद दोनों ही सो गए। इसी तरह से तीन दिन बीत गया। आज घर में बच्चे की पुजा है पंडित जी के अनुसार एक नया कपड़ा पहनाया गया और फिर शालू भी एक नई साड़ी पहनी थी। फिर पुजा शुरू हो गया। कुछ देर बाद सभी मेहमान आने लगें। पुजा बहुत ही अच्छे से हो गया और फिर समीर ने अपनी गाड़ियों से होटल में पहुंचा देने के लिए आकाश को कहा। सभी को अच्छी तरह से नाश्ता करवाया गया। फिर जो जो अपनी गाड़ी से आएं थे वो लोग अपना जाने लगें। फिर शालू भी तैयार हो कर नीचे पहुंच गई। फिर नायरा और बाकी सभी स्टाफ भी जाने लगें।
होटल में काफी सजावट की गई थी। मेहमान बहुत खुश नजर आ रहे थे। शालू एक फुलों के सेज पर बेबी को लेकर बैठी थी। सभी मेहमान बच्चे को तोहफा देने लगें थे। समीर के अस्पताल के सभी डॉक्टर्स और स्टाफ भी आ चुके थे।
सभी वहां बहुत ही मनोरंजन कर रहे थे। फिर सभी दोपहर का भोजन करने लगे। तरह-तरह के पकवान बनाए गए थे।सब कुछ समीर ने ही पसंद किया था। सभी बहुत ही मज़े से खा रहे थे।
पार्टी काफी देर तक चली। बेबी सो गई थी ऐसा शालू ने कहा। फिर सभी मेहमान जाने लगें। सभी तोहफों को विनय काका ने गाड़ी में रख दिया। फिर सभी धीरे धीरे निकलने लगे।
घर पहुंच कर ही सभी थक कर सो गए।
कमश: