Lavanya - 5 in Hindi Fiction Stories by Jagruti Joshi books and stories PDF | लावण्या - भाग ५

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लावण्या - भाग ५

लावण्या ने आज बेंगलुरु को फाइनली टाटा बाय बाय बोल दिया था । 11:00 बजे की फ्लाइट थी और वह ठीक 2:00 बजे दिल्ली पहुंच गए थी ,,,,पूरे तीन साल बाद लावण्या ने दिल्ली की धरती पर कदम रखे थे ,,,
वह जैसे ही एयरपोर्ट से बाहर आई उसने पहले तो खुलकर अपने दोनों हाथ फैलाकर दिल्ली की हवा अपनी सांसों में भरी,,
फिर थोड़ी देर बाद सिया और सचिन को फोन कर दिया वह उसे एयरपोर्ट लेने के लिए आ गए थे,
जैसे ही उन दोनों को उसने देखा उसने दोनों को साथ में कसकर गले लगा दिया और बोली मिस यू यार बहुत बहुत याद आये तुम दोनो और सॉरी ।
सिया मुंह बनाकर बोली ____
आखिर हमारी याद आ ही गई 😏
लावण्या __
भूली ही कब थी कि आप दोनों की याद आए ।
सचिन _____
ज्यादा मस्का मत मार भूल ही गई थी ,वरना जाती ही क्यों,,???
लावण्या ने उन दोनो को मनाते हुए कहा____
छोड़ो यार पुरानी बातें हम फोन से तो टच में थे ना।
फिर उसने सचिन को कहा मेरा लगेज तुम या सिया दोनों में से एक ले जाना घर।
सियाने कंफ्यूज होते हुए कहा_____
कि तू घर नहीं आर रही,?
लावण्या____
अभी मैं लक्ष से मिले जा रही ही हुं, सालों बाद मिलने वाले हैं तो रूठना मनाना होगा थोड़ी बाते वाते होगी शाम तो हो ही जाएगी ना मैं कल घर जाऊंगी और सब को सरप्राइस दूंगी।
तुम आज किसी को भी मत बताना कि मैं आई हूं।
सिया____
ने गंभीर होते हुए कहा,,,,, क्या वह तुमसे मिलना चाहेगा,,?
लावण्या____
यार क्यों नहीं मिलेगा हम दोनों के बीच में लड़ाई हुई थी प्यार तो नहीं मिटाना और मुझे यकीन है कि वह मुझे जरूर मिलेगा।
सिया सब जानती थी पर बता नहीं सकती थी । सचिन ने आडी-तेढी बातों से उससे ना जाने की सलाह दी पर कोई फायदा नहीं हुआ,!
उन लोगों की बातें सुनकर लावण्या ने कहा प्लीज यार आप दोनो टेंशन मत लो और मेरा कॉन्फिडेंस डाउन मत करो मुझे हमारे वाले कैफे पर छोड़ दो मैं चली जाऊंगी।
सिया___
पर यार
परवर कुछ भी नहीं प्लीज और लावण्या कार मे जाकर में बैठ गई ।
उसने कहा मुझे दो मिनट दो मैं लक्ष को टेक्स्ट मैसेज कर देती हूं बाद में बातें करते हैं।
लावण्या ने व्हाट्सएप खोला और लक्ष को मैसेज किया
✍✍ सुनो मेरे एंग्री यंग मैन एक बात करनी थी । मैं आज ही दिल्ली लौटी हुं और मैं तुम्हें मिलना चाहती हूं, कुछ दिनों से तुम्हारी याद बहुत ज्यादा आ रही थी। बहुत रोकने की कोशिश करती थी कि तुम्हें मैसेज ना करूं तुमसे बात ना करूं पर मे अपने आप को रोक नही पाती थी।
आई नो तुम बिजी हो नाराज हो और मेरे मैसेज से तुम डिस्टर्ब हो जाते हो,
पर मैं क्या करूं एक अजीब सी घुटन होती है तुम्हारे बिन ।तीन साल हो गए ,!!
ना मैसेज का रिप्लाई आया ना कॉल,,,
यार बहुत याद आ रही है तुम्हारी, तुम्हें मिस करती हूं, तुम्हारी मस्तियां तुम्हारी शैतानी या शरारत सब मिस करती हुं।
कभी कभी लगता है कि तुम पीछे से आओगे और जोर से भाउ बोलो के डरा दोगे ।
तुम्हें सुने जैसे सालो हो गए हो । याद तो हर रोज आती है पर आजकल ज्यादा आ रही है ,,,,,प्लीज एक बार बात कर लो मुझे तुमसे मिलना है ।
एक बात और मुझे पता है कि तुम मेरे सारे मैसेज रिड करते हो तो यह बहाना मत करना कि तुमने मैसेज देखा नहीं था।

📜📜📜📜✍✍📜📜📜📜📜📜✍✍📜📜📜

लावण्या बहुत खुश थी जब सिया ने उसे खुश होते हुए देखा तो वो बोली
कर दिया मैसेज ,,?
लावण्या_____
हम्म्म कर दिया
सिया_____
पर यार वह बहुत बदल गया है मुझे नहीं लगता कि वह आएगा।
वो पहले जैसा नहीं रहा ,,!
लावण्या__
वो जितना भी बदल गया हो पर हमारा प्यार कभी नहीं बदलेगा, मुझे यकीन है वो आएगा।
सिया _____
ने उसकी बाते सुनी तो उसने लक्ष को मैसेज कर दिया और सारी बातें बता दी उसने यह भी कहा कि प्लीज तुम अपनी बीमारी को भूल जाओ और एक बार मिल लो लावी को। इन 3 सालों में चाहे जो भी बदला हो पर तुम्हारे लिए उसका प्यार आज भी पहले जैसा ही है।

उन लोगों ने लक्ष के अलावा काफी सारी बातें की पुराने दिनो को याद किया।
उन लोगो की बाते ही इतनी सारी थी की उन्हे पता ही नही चला वो वहां पहुंच गए थे।
सिया ने लावण्या को फिर एक बार कहा___
कुछ भी हो प्लीज मुझे कॉल कर देना हम दोनों में से कोई भी आ जाएगा और ज्यादा राह मत देखना अगर वो ना आए तो .............।
वह दोनों उसे बाय बोल कर वहां से चले गए।
लावण्य सालों के बाद उस कैफे मे आई थी जब वह कैफे के अंदर एंटर हुई तो उसे देखकर सारे स्टाफ और उसके मालिक ने उसे पहचान लिया।
उसे देखते ही उन्होंने कहा हेलो मैम कैसी है आप ,,?
साल बाद आप आई यहां शायद दो तीन साल हो गए।
कैसे हो आप ,,?
लावण्या ने मुस्कुरा कर कहा मैं एकदम ठीक हूं आप लोग कैसे हो,,?
हम भी ठीक हैं।
उस कैफे के मालिक ने कहा _____वैसे सर तो हर रोज आते हैं अकेले वही कॉर्नर वाले टेबल पर बैठते हैं,,, आप जाओ मे आपकी फेवरेट कोल्ड कॉफी भिजवाता हुं।
लावण्या मुस्कुराते हुए वो दोनो पहले बैठे थे वही कॉर्नर वाले टेबल पर बैठ गई ।
और लक्ष की बैठे-बैठे राह देखने लगी । वह हर 30 मिनट में कुछ ना कुछ मंगवाती क्योंकि ऐसे तो वहां बैठ नहीं सकते थे।
1_2_3_4 _ घंटे हो गए थे पर उसे लक्ष नहीं दिखा। पर फिर भी उसने अपनी धीरज नहीं खोई थी । पर उसकी आंखों में नमी छा गई थी ,,,उसने अपनी आंखों पर गोगल्स पहेन लिये थे।
वो हर आने जाने वाले लोगो को देखती की कही ये लक्ष तो नही।
दर-असल लक्ष लावण्या के आने के कुछ मिनट बाद ही आ गया था ,उसने हुडी पहनी हुई थी चेहरे पर मास्क और आंखों पर चश्मे लगा दिए थे इसीलिए लावी ने उसे ध्यान से देखा ही नहीं।
शाम के 7:00 बजे आए थे ,,,लक्ष ने कुछ टाइम पहेले कैफे के मालिक को नोट लिखकर दिया और कहा कि आप मैम को बोलो कि इतनी देर तक आप नहीं बैठ सकती।
पर जब तक लावण्या कुछ ना कुछ आर्डर करती है तब तक वो लोग वहा से उसे उठा भी नहीं सकते थे ।
लक्ष को बहुत दर्द हो रहा था उसने सिया को फोन करके सारी बातें बता दी और उसे आने को कहा।
कुछ ही देर मे सिया आ गई और उसे वहा से उठकर बहार ले गई।
सिया ने देखा तो उसके गालो पर आंसु बह बह कर सुक गए थे,,
उसने लावण्या का चेहरा अपने हाथों में लेकर कहा मैंने मना किया था ना यार कि वह नहीं आएगा क्यों मेरी बात नहीं मानी ,,पिछले चार-पांच घंटे से तू लगातार इस कैफे में बैठी है, क्यु अपने आपको तकलीफ दे रही हो।
जैसे ही सिया ने इतना बोला वह सिया को गले लग कर फूट-फूट कर रोने लगी और कहा प्लीज मुझे लक्ष से मिलवा दो मुझे बात करनी है प्लीज उसे बोलो एक बार बात करें और वह से रिक्वेस्ट करते करते रोने लगी।
सिया ने उसे गाड़ी में बिठाया ऑर लक्ष को फोन लगाया और कहा ____
यार ये ठीक नहीं है लक्ष जो भी हो वह बहुत परेशान हो गई है,,
यार एक बार मिल लो उससे बात करो वरना वो यहां से नहीं जाएगी। तुम को पता है ना वो कीतनी जिद्दी है प्लीज बात करो, माना तुम अपनी बिमारी की वजह से परेशान हो पर ये ठीक नही है यार वो हर्ट है फिर भी तुम्हारी आश लगाये बैठी है
मैं उसे फोन देती हुं और सिया ने लावण्या को फोन दिया ,, लो बात करो,,
लावण्या ने फोन हाथ में लेते हुए कहा लक्ष कहां हो तुम कितनी राह देखी मैंने तुम्हारी,,?? प्लीज यहा आ जाओ
लक्ष ने बेरुखी से कहा______
ओहो तीन साल बाद आप को हमारी याद आई,,,
बोलो क्या काम था,,,?
लावण्या दो पल के लिए तो स्तब्ध हो गई फिर उसने अपने आप को संभालते हुए कहा _____आई नो हमारे बीच फासले आ गए हैं मैं जानती हुं पर प्यार तो है ना वह तो कम नहीं हुआ ना,,!
लक्ष बेरूखी से हंसते हुए_____
प्यार तो उस दिन ही खत्म हो गया था जिस दिन तुम मुझे छोड़ कर चली गई थी।
लावण्या_____
पर वजह क्या थी वह तुम जानते हो ना,,,? मैं भूल गई हूं तो तुम भी भूल जाओ मैं ने तुम्हें माफ कर दिया,,, और ऐसा तो नहीं है ना कि मैंने तुमसे बात करने की कोशिश नहीं की,,!
लक्ष ____
क्यू कोशिश की नही करनी थी ना,,,और इतने सालों बाद भी क्यु आई तुम ,,???
मेने तो नहीं बुलाया ,,,वही रहना था रवीश के पास जैसे 3 साल से रह रही हो उसी तरह।
लावण्या____
वह सिर्फ हमारा दोस्त है तुम्हें भी पता है ना,!
लक्ष __
सिर्फ मेरा तुम्हारा तो यार है,
लावण्या ____
यार क्या बोल रहे हो हमारे बीच ऐसा कुछ नहीं है दोस्ती के अलावा कुछ भी नहीं था प्लीज,,, मेरे दिल मे पहेले भी तुम थे आज भी तुम हो और कल भी तमही रहोगे।
और मे जानती हुं तुम आज भी मुझसे प्यार करते हो वरना तुम्हारी लाइफ में मेरे जाने के बाद कोई और होती।
लक्ष _____ने कटाक्ष करतै हुए कहा उसने शादी कर ली इसीलिए ना उसने तुम यूज कर कर छोड़ दिया अब तुम मेरे पास आ गई हो। मैं गवार नहीं हूं और नाहीं इतना महान कि तीन साल उसके साथ लिविंग में रहने के बाद में तुम को अपनाउ ।
मैं एक बार प्यार करके भुगत चुका हुं । मेरी लाइफ में अब कोई झंझट नही चाहिए इसलिए मैं अकेला ही हूं।
लावण्या_____ काफि देर तक चुप रही फिर कुछ बोले उस्से पहेले लक्ष ने कहा
तुम चाहो तो हम लिविंग मे रह सकते है,जैसे मजे वो करता था वैसे ही मुझे करना।
और वो कुछ बोलने जाता उस्से पहेले लावी बेहोश हो चुकी थी लावण्या को सदमा लगा था की उसका प्यार उसे ये सब बोल सकता है , उसे पता था की आगे के शब्द क्या होने वाले है,,उसे यकीन ही नही था। की लक्ष इतना बदल सकताहै।
क्रमश.......जारी है