Intezar Pyaar ka - 25 in Hindi Love Stories by Unknown Writer books and stories PDF | इंतजार प्यार का - भाग - 25

Featured Books
  • అరె ఏమైందీ? - 24

    అరె ఏమైందీ? హాట్ హాట్ రొమాంటిక్ థ్రిల్లర్ కొట్ర శివ రామ కృష్...

  • నిరుపమ - 10

    నిరుపమ (కొన్నిరహస్యాలు ఎప్పటికీ రహస్యాలుగానే ఉండిపోతే మంచిది...

  • మనసిచ్చి చూడు - 9

                         మనసిచ్చి చూడు - 09 సమీరా ఉలిక్కిపడి చూస...

  • అరె ఏమైందీ? - 23

    అరె ఏమైందీ? హాట్ హాట్ రొమాంటిక్ థ్రిల్లర్ కొట్ర శివ రామ కృష్...

  • నిరుపమ - 9

    నిరుపమ (కొన్నిరహస్యాలు ఎప్పటికీ రహస్యాలుగానే ఉండిపోతే మంచిది...

Categories
Share

इंतजार प्यार का - भाग - 25

विक्रम को और भी ज्यादा गुस्सा आता है और गुस्से में अपना हाथ टेबल पर पटक ते हुए बोलता है। कॉलेज वाले केसा सिक्योरिटी देते हैं। उनके कॉलेज के अंदर से ही किसी को अगवा करके ले जाते है। और किसी को भी कुछ पता नहीं चलता। तो सूरज विक्रम को शांत करवाते हुए बोलता है विक्रम तू शांत हो जा। कल हम इस बारे में प्रिंसिपल से बात कर लेंगे तो अब ज्यादा गुस्सा मत हो सूरज की बात सुनने के बाद विक्रम थोड़ी देर के लिए शांत हो जाता है। और फिर बोलता हां कल जाकर उस प्रिंसिपल से बात करनी ही पड़ेगी तो सब लोग हमें अपना सिर हिला देते हैं और अपना अपना खाना खाने लगते हैं। खाना खाने के बाद सब लोग एक साथ अपने घर के लिए निकल जाता है आज सनाया की तबीयत खराब होने की वजह से विक्रम उसको लेकर उसके घर छोड़ देता है और बाकी सब भी आप अपने अपने घर चले जाते हैं।
सनाया अपने घर पहुंचने के बाद जल्दी से भाग कर अपने बेडरूम में घुस जाती है। बेडरूम में जा कर वह पहले सावर लेती है। शावर लेने के बाद जब वह बाहर आकर अपना नाइट ड्रेस पहनती हे और अपने बेड पर बैठती है। तभी उसको आरब के बारे में याद आती है उसका आरव को किस करना और आरव का उसके कमर को पकड़ना और उसके आंखों से आंसू पोछना यह सब याद आने के बाद उसके दिल में एक गर्माहट सी होती है। और उसको बहुत खुशी होती है वह आपने मन ही मन में सोचती है और अब तुम भी मुझसे प्यार करने लगे हो। लेकिन तुम यह मानना नहीं चाहते हो मैं जानती हूं तुम्हारे पास्ट में कुछ गलत जरूर हुआ है। हां यह बात अलग है कि क्या गलत हुआ है यह मैं नहीं जानती। लेकिन एक बात याद रखना मैं हमेशा तुम्हारा ही हूं और हमेशा तुम्हारा ही रहूंगी और मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूं चाहे कुछ भी हो जाए मैं तुम्हें कभी छोड़कर नहीं जाऊंगी। यह सब सोचकर वह फिर से अरब के बारे में सोचने लगती है और ऐसे ही सोचते-सोचते उसको नींद आ जाती है।
वहीं दूसरी ओर आरव जब अपने हॉस्टल में पहुंचता है तो देखता हे की वहां पर आज उसका रूममेट सिसिर नहीं है। तो वह सीधे जाकर वॉशरूम में फ्रेश होकर बाहर आता है और अपना नाइट ड्रेस पहन कर बेड पर बैठकर आज के दिन में हुए सारे घटनाओं के बारे में सोचने लगता है। उसे सनाया का उसको किस करना जो की उसकी लाइफ की फर्स्ट किस थी। और खुद सनाया के आंखों में आंसू नहीं देख पाना। और उसको अपने सीने से लगा के रखना। उसका वो मासूम चेहरा याद आने लगता है। यह सब सोच सोचकर उसके फेस में एक स्माइल आ जाती है। और वह सनाया के बारे में सोचने लगता है। ओ अभी सनाया के बारे में सोच ही रहा था। कि तभी उसके दिमाग में एक बात खटकती है। और फिर वो अपने आप मैं हीं बोलता हे की में सनाया के बारे में इतना क्यों सोच रहा हूं। वो कोन ही मेरा जो उसके बारे में सोच कर अपना टाइम बर्बाद करता हूं। और मैं क्यों उसके आंखों में आंसू नहीं देख सकता नाही उसके आंखों में एक बूंद आंसू भी दूं। में तो उसके बाद कभी भी किसी भी लड़की के साथ बिल्कुल भी अच्छी तरीके से बात नहीं करता था लेकिन जब से सनाया से मिला हूं उससे गलत तरीके से बात करना बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता। वो यह सब सोच ही रहा था कि तभी उसके दिल से आवाज आती हे की तू सनाया से अट्रैक्ट होने लगा है। उसकी मासूमियत और उसकी जिंदादिली की वजह से तू उसकी ओर अट्रैक्ट होने लगा है। और उसको चाहने लगा है। और उसको बहुत प्यार करता है उसको अपने प्यार का इजहार इजहार कर दे और उसके साथ रह। लेकिन तभी उसके दिमाग में एक पास्ट किस सीन आता है जिसमें वह भी एक लड़की को प्रपोज करता है और वह लड़की भी मान जाती है। और वह उस लड़की को हद से ज्यादा प्यार करने लगता है और बेहद चाहने लगता हे। और उसके आंखों में कभी आंसू नहीं देख पा रहा था। लेकिन एक दिन उसी लड़की ने उसे ठोकर मार कर वहां से चली गई। और वह बस उधर रोता ही रहा। लेकिन उसके आंसू से उसको कुछ भी फर्क नहीं पड़ा। तो यह सब जब आरव के दिमाग में किसी मूवी की तरह चलने लगा। तो वह उस सीन को देख कर डर ने लगा। और वह जल्दी से अपने अतीत से बाहर आने लगा। जब वो अपने अतीत से बाहर आया तो उसके माथे में पसीने की बूंदे दिखाई देते हे और उसका चेहरा पूरी तरह से सफेद पड़ गया था। तभी वह अपने मन ही मन में कहता है नहीं मैं सनाया के साथ यह नहीं कर सकता। मैं उसकी जिंदगी मेरे वजह से बर्बाद नहीं होना चाहिए। जानता हूं मैं प्यार करता हूं लेकिन मेरे लिए यह करना बहुत मुश्किल है मैं ये नहीं कर सकता। नहीं उसको प्रपोज ना ही मैं उसके साथ रह सकता हूं। और ना ही मैं उसके लायक हूं इसीलिए मुझे जितनी भी हो उतना से उतनी दूरी बनाकर रखनी होगी यह सोचते सोचते वह भी अपने बेड पर लेट कर सो जाता है।
अगले दिन सुबह
सब लोग अपने अपने घर से रेडी होकर जाते हैं जाने के बाद सब लोग कैंटीन में मिलते हैं। और कैंटीन में मिलने के बाद सब लोग एक साथ वहां से प्रिंसिपल की केबिन की ओर चले जाते हैं। वही रास्ते में पियून उन सब को देखता है और उन सब से पूछता हे की क्या हुआ आप लोग यहां कैसे। तो वह लोग बताते हैं कि हमें प्रिंसिपल से बात करनी है तो पियून बोलता है ठीक है मैं अभी प्रिंसिपल सर से पूछ कर आता हूं। तो वह लोग ठीक है बोल कर बाहर वेट करने लगते हैं। थोड़ी देर बाद पिओन बाहर आता है और बाहर आकर बोलता है कि क्यों प्रिंसिपल सर ने आपको बुलाया अंदर बुलाया हे। इतना सुनने के बाद कोई कुछ नहीं कहता हे। बस रूम के अंदर चले जाते हैं।
जब वो लोग अंदर जाते हे। तो देखते हे की प्रिंसिपल सर अपने टेबल पे बैठ कर कुछ फाइल देख रहे थे। प्रिंसिपल सर को जब किसी के ane ki आभास होती है तो वो अपना सर उठा कर सामने की और देखने लगते हे। अपने सामने आरव और उसके दोस्तों को देख कर ज्यादा कुछ रिएक्ट नही करते हे। लेकिन जब उन सब को इतना सीरियस देखते ही तो उनको देख कर एक बार के लिए वो खुद भी डर गए। क्योंकि वह अच्छे से जानते थे की इन लोगों को सीरियस होना मतलब किसी की शामत आना। तभी विक्रम प्रिंसिपल सर से l बोलता है की नमस्ते प्रिंसिपल सर कैसे हैं आप। तो प्रिंसिपल सर उनको देखकर बोलते हैं कैसे हो बेटा मैं तो ठीक हूं आज यहां पर कैसे आना हुआ।तो विक्रम उनसे बोलता है कि सर हमें किसी की कंप्लेन करनी है। यह सुनने के बाद प्रिंसिपल सर पूरी तरह से शॉक हो जाते है। और उनकी ओर देख कर बोलते हे की अगर कंप्लेंट करना है तो तुम कंप्लेंट बॉक्स में या फिर कंप्लेंट डेस्क में जाकर कर सकते थे तो यहां पर कैसे आना हुआ। तो विक्रम बोलता है सर यह थोड़ा अलग टाइप का कंप्लेन है और इस कंप्लेन को सिर्फ आप हीं रख सकते हे। तो प्रिंसिपल सर फिर से बिक्रम को घूर कर देखने लगे और बोले ठीक हे। बोलो किसके खिलाफ कंप्लेन है और क्या कंप्लेन हे। तो बिक्रम बोलता हे की सर ये कंप्लेन आप के खिलाफ हे। यह सुनने के बाद तो प्रिंसिपल सर क्या आंखें फटी की फटी रह जाती हे और उनको गुस्सा आने लगा बिक्रम के ऊपर। और फिर वो अपने गुस्से को कंट्रोल करते हुए बिक्रम से पूछते हैं कि क्या कंप्लेन हे तुम्हारा मेरे खिलाफ तुम मुझे बता सकते हो। तो विक्रम बहती गुस्से से प्रिंसिपल सर की डेस्क पर हाथ पटकता है जिस वजह से कुछ फाइल और pen stand जाकर साइड में गिर जाता है। विक्रम का इतना गुस्सा वाला रूप देखकर एक बार के लिए प्रिंसिपल सर भी डर गए थे तो उन्होंने उसकी ओर देखा। तो विक्रम ने बोलना शुरू किया अगर आप लोग इस कॉलेज में सिक्योरिटी ही प्रोवाइड नहीं कर सकते तो क्यों यह कॉलेज चलाया है। यह सुनने के बाद प्रिंसिपल थोड़ी सी सकती के साथ बोलते हैं ऐसा क्या हो गया विक्रम हमने तो यहां पर फुल टाइट सिक्योरिटी रखा है। तो तुम्हें क्या प्रॉब्लम हो गया तो विक्रम को उनकी ये बात सुन कर गुस्सा आ जाता है। और फिर वो वहीं गुस्से के साथ प्रिंसिपल सर से बोलता है I am sorry sir to say you that कि आपकी कॉलेज की सिक्योरिटी व्यवस्था बिल्कुल घटिया है और एकदम थर्ड क्लास है। यह सुनने के बाद प्रिंसिपल सर को भी और ज्यादा गुस्सा आ जाता हे। क्यूं की बिक्रम उनकी और पूरे कॉलेज की इंसल्ट कर रहा था वो भी उनके सामने और फिर वो गुस्से से दहाड़ते हुए बोलते हे की तुम ऐसे मेरा और नहिं मेरे कॉलेज का इंसल्ट कर सकते। अगर तुम्हें यहां का ब्याबस्ता इतनी हीं घटिया लगता हे या फिर यहां पर पढ़ना नहीं चाहते तो चले जाओ यहां से और अपना एक ये कल मुझे कभी नहीं देखा ना। इतना बोल कर वो चुप हो जाते हे। और बिक्रम को गुस्से से घूरने लगते हे। यह सुनने के बाद विक्रम को और भी ज्यादा गुस्सा हो जाता है। और वह भी गुस्से से दहाड़ते हुए बोलता है कि आप कैसे मुझे डांट रहे हैं। अगर मैंने आपको सच दिखा कर गलत बोल दिया तो। इस पर प्रिंसिपल अपने आप को थोड़ा शांत करवाते हुए बोलते हैं ठीक है तुम बताओ कि क्या गलत हुआ तुम्हारे साथ इतना बोलने के बाद वह विक्रम की ओर देखने लगते हैं। तो विक्रम उनको बताता है कि कल फ्रेशर्स पार्टी के दिन किसी को एक वेटर ने कुछ ड्रिंक्स में मिलाकर दे दिया था। जिस वजह से उसको किसी ने किडनैप करके वहां से ले गया था। और हम लोगों ने उसे ढूंढ कर यहां पर लाया था। और अगर उसके साथ कुछ गलत होता तो आपका ये कॉलेज की इज्जत और रेपुटेशन मिट्टी में मिल जाता। यह सुनने के बाद प्रिंसिपल की आंखें फटी की फटी रह जाती है और विक्रम की बड़ी बड़ी आंखें किए देख रहे थे। और उनकी माथे पर पसीना आने लगते हे। उन्हें बिक्रम की बातों पर विश्वास नहीं हो रहा था। फिर बिक्रम आगे बोलना शुरू करता है आपकी ये जो कॉलेज की रेपुटेशन दिखा रहे हो अगर कल मैंने पुलिस में रिपोर्ट कर दिया होता ना आज आपकी फोटो और कॉलेज की फोटो टीवी पर आता। क्योंकि किसी छोटे-मोटे लड़की को किडनैप नही किया गया था।वो लड़की काफी पावरफुल हे अगर चाहे तो एक में में आपकी ये कॉलेज को बंद करवा सकती है। तो प्रिंसिपल सर के माथे पे फिर से पशीना आने लगता हे। लेकिन फिर भी प्रिंसिपल सर विक्रम को जवाब देते हुए बोलते हैं। वह बात ये हे की बिक्रम में अभी यह सब के बारे में नहीं जानता। मैं अभी इन सब के बारे में पता लगाकर स्ट्रिक्ट से स्ट्रिक्ट एक्शन लूंगा। तुम ज्यादा परेशान मत ना हो। तो विक्रम गुस्से से बोलता है और आप यह कब कर रहे हैं मुझे पता नहीं लेकिन मुझे आज के आज ही इस चीज का रिपोर्ट चाहिए। वरना मैं कॉलेज की एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिस में जाकर वहां पर मीटिंग बुलवाऊंगा और आप जानते हे। की ये मीटिंग में आपके साथ क्या हो सकता हे। यह सुनने के बाद प्रिंसिपल सर को और भी ज्यादा पसीना आने लगता है। फिर भी वह अपने आप को संभाल ते हुए बोल ते हे की ठीक है बेटा मैं आज ही कर लूंगा। तभी आर्यन प्रिंसिपल सर से बोलता हे की सर सिक्योरिटी सिस्टम अपडेट करिए किसी को नहीं पता होता अगर अगली बार आप किडनैप ना हो जाए। इतना बोल कर सब वहां से एक एक करके प्रिंसिपल केबिन से बाहर निकल जाते हे।
उन लोगों क्यों वहां से जाने के बाद प्रिंसिपल सर ने एक राहत की सांस लेते हैं। फिर जल्दी से पियून को वहां पर बुलाते हैं। और बुलाने के बाद उसको पूरे के पूरे चीज के बारे में इन्वेस्टिगेशन करने को बोलते हैं। और इन्वेस्टिगेशन करने के बाद सारी की सारी बात उस क्यों बताने के लिए बोलते हैं। तो पियून भी हां बोल कर वहां से निकल जाता है। और सब के बारे में पता लगाने लगता है। और प्रिंसिपल सर अपने केबिन में बैठ कर प्राय कर रहे थे की आज हीं इसके बारे में पता चल जाए बरना ये चीज उनके लिए बुरी भी हो शक्ति हे। वहीं पियोन पहले इस बारे में पता लगता हे। फिर वो वहां से वहीं कैटरिंग सर्विस वालों के पास जाता है। वहां पर जाकर वो इस वेटर के बारे में पता लगाने लगता है। थोड़ी देर बाद वह प्रिंसिपल सर के केबिन के अंदर आता है और उनको सब बताता है। सर विक्रम ने जो भी कहा सच है। मेने खुद अभी पता लगाया उसने कुछ पैसों के लालच में आकर उसको कुछ मिला कर दे दिया था जिस वजह से उसको uneasy फील हो रहा था और उसके सर में दर्द होने लगता है। और आपको पता ही ये काम किसने किया हे तो प्रिंसिपल सर ने उससे पूछा की कौन तो पियून उनको बोलता हे की ये सब आदित्य ने किया हे। ये सुन ने के बाद प्रिंसिपल सर शॉक हो जाते हे। क्यों की उनकी और आदित्य के पापा के बीच काफी अच्छे रिलेशन हे। और वो खुद आदित्य को बचपन से जानते थे तो उनको कुछ एक्शन लेने में हिचकिचाहट होती है लेकिन फिर भी वो एक्शन लेते हे। क्योंकि वह अच्छी तरीके से जानते थे की अगर उन्होंने कोई भी एक्शन नहीं लिया तो उनकी ये पोजिशन भी उनके हाथों से छीन सकते हैं। तो उन्होंने जल्दी से आदित्य को अपने केबिन में बुलाया। और आदित्य को 3 महीने के लिए कॉलेज से सस्पेंड कर लेते हैं। और यह रिपोर्ट आगे और सबमिट कर देते हैं। ये बात जब विक्रम और उसकेको पता चली तो एक राहत की सांस लेते हैं। लेकिन सनाया एकदम गुस्से से उबल रही थी। क्योंकि उसको कभी भी उम्मीद नहीं थी कि आदित्य उसके साथ यह सब भी कर सकता है फिर विक्रम और उसके दोस्तों ने मिलकर उसको शांत करवाया। फिर वह लोग क्लास में चले गए। ऐसे हीं तकरीबन 3 महीने बीत गए।
तो आगे क्या होता है क्या आरव और सनाया की जोड़ी बनेगी जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरा ये कहानी इंतजार प्यार का............
To be continued.............
Written by
Unknown writer