नोट:- अगर कोई गलती हो तो माफ करे और किसी और कहानी से सिमिलर लगे तो भी बताएं। इसके पार्ट्स थोड़े लेट भी आ सकते है क्योंकि मैं कोई प्रोफेशनल राइटर नहीं हूं और इसके आगे की कहानी या पार्ट तैयार होते जायेंगे आपको मिलते जाएंगे।
{आपकी की नजरों ने समझा}
तुम थे जहाँ मैं तेरे पास वहीं
दर्द मेरे में तेरा साथ नही
भीगे वो सपने ही आए नज़र
है ये तेरा नशा आफ्रीं आफ्रीं
आँखें ये मेरी ढूँढे तेरा पता
लापता हो गए क्यूँ फिर एक दफा
कुछ यादों में रखते थे तुमको सदा
क्यूँ बताया ना हमसे हुयी क्या खता
आँखें ये मेरी ढूँढे तेरा पता
लापता हो गए क्यूँ फिर एक दफा
कुछ यादों में रखते थे तुमको सदा
क्यूँ बताया ना हमसे हुयी क्या खता
होम थिएटर में ये वाला गाना चल रहा है, और साथ में एक लड़का ये गाना गाते हुए तैयार हो रहा है। तैयार होकर वो नीचे आता है वह पर उसे उसके पापा (राजवीर जी) की आवाज सुनाई देती है।
राजवीर जी :- और बरखुरदार ऐसे तैयार होकर आपकी सवारी कहां जा रही है।
लड़का :- कही नही बस ऐसे ही दोस्तो से मिलने......
राजवीर जी (शरारत से मुस्कुराते हुए) :- सिर्फ दोस्तो से मिलने या फिर दोस्त.....ओं से मिलने।
लड़का (बेबसी से) :- आप मेरा मजाक उड़ा रहे है ना। और अगर ये मजाक हुआ ना तो बहुत ही.........
राजवीर जी (बीच में बात काटते हुए) :- पहले तो आप ये बातें बंद करिए और कोई अच्छी सी कुड़ी देखकर उससे शादी कर लीजिए। ताकि हमे भी खुश होने का मौका मिले।
लड़का :- क्या यार पापा आप फिर से वही बात लेकर बैठ गए।
तभी वहां पर उसकी मां (शैलजा जी) आते हुए कहती है --
शैलजा जी :- सही तो कह रहे है तेरे पापा कब अपने मां पापा के भरोसे बैठा रहेगा। जिसे भी हम पसंद करते है उसमे तो तू कोई न कोई कमी निकाल देता है। आखिर तेरी तलाश कब पूरी होगी।
लड़का :- मॉम अब आप भी शुरू हो गयी, कम से कम आप तो.........
वो बात ही कर रहा होता है कि उसके फोन पर उसके दोस्त का कॉल आ रहा होता है और वो फोन उठाते हुए अपनी मां से कहता है:- मॉम अभी जिसकी तलाश है वो मिली नही और अगर जो भी पसंद आयेगी न सबसे पहले आपको ही बताऊंगा। अभी तो फिलहाल निकलता हूं लेट हो रहा ही।
शैलजा जी :- अरे चले जाना कम से कम नाश्ता तो करके जा।
वो लड़का थोड़ा बहुत नाश्ता करता है। राजवीर और शैलजा जी के गले लगकर निकल जाता है घर से।..............
ऊपर जो लड़का अपने मम्मी पापा से बात कर रहा था वो और कोई भी अपना हीरो "आर्यन" ही था।
उम्र 25-26 के आसपास।
साधारण सा व्यक्तित्व...........
वैसे थोड़ा बहुत शांत ही रहता है बस गुस्सा नहीं आने तक.....
अगर गुस्सा आ गया ना तो पता नही क्या कर दें।
बाकी इनके बारे में आगे और भी पता चलता रहेगा।
और हां अपनी बाइक से भी बहुत प्यार करता था क्योंकि इसे आर्यन और उसकी बहन ने बहुत ही प्यार से खरीदवाया था अपने पापा से (वैसे सभी चीजें बहुत ही प्यार से ही खरीदा जाता हैं 😂😂)
क्रमश:
मिलते है अगले भाग में सिया से...💞💞💞