Intezar Pyaar ka - 21 in Hindi Love Stories by Unknown Writer books and stories PDF | इंतजार प्यार का - भाग - 21

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इंतजार प्यार का - भाग - 21

आप लोगों ने पिछले एपिसोड में पढ़ा था कि कैसे सनाया सबके सामने आरव को अपना बॉयफ्रेंड कहकर इंटरव्यूज करवाती है। इंट्रोड्यूस कराने के बाद सब लोग आरव की ओर गुस्सा डर और जलन की भावना से देख रहे थे। वही कुछ स्टूडेंट मिलकर अरब के खिलाफ प्लान बनाने लगे थे। वही आरव के दोस्त भी उन दोनों के रिश्ते के बारे में जानकर पूरी तरह से शॉक हो गए। आरव को सनाया ने खींचकर बाहर लेकर उससे कुछ बात करती और उसको पूरी सचाई बता देती है। उसके बाद अरब भी अपने दोस्तों को सारी सच्चाई बता देता है। जिस वजह के सब लोग एक राहत की सांस लेते हैं। वही क्लास में सनाया और आरव को एक दूसरे से ज्यादा बातचीत ना करते हुए और एक दूसरे से पास बैठ कर भी कुछ ना कहने पर सब लोगों को लगता है कि उन दोनों के बीच लड़ाई हो गई है और जिस वजह से दोनों ने ब्रेकअप कर लिया है। तो सब लोग मिलकर अब अपना-अपना किस्मत आजमाने के लिए सनाया को अपना गर्लफ्रेंड बनाने के लिए जुड़ जाते हैं तो आगे क्या होता है चलिए जानते हैं।
वैसे कहीं दिन बीत गए इतने दिनों में सभी लोगों का लाइफ में कुछ ना कुछ चेंज आया था। सब लोग अपने-अपने काम में पढ़ाई में एकदम मशगूल होकर पढ़ रहे थे। वहीं आरव अपने दोस्तों के साथ पुराना लाइफ स्टाइल जीने लगा था और सब के साथ हंसी मजाक कर रहा था। वही सनाया आरव कुछ और भी ज्यादा चाहने लगी थी। और उसको जुनूनियत वाला प्यार कर बैठी थी। वहीं आरव इतने दिनों में सनाया का उसके पास आने का बहाना खोजते हुए और उससे कुछ ना कुछ बात करते हुए की कोशिश करते हुए देख कर समझ गया था कि उसको सनाया बहुत पसंद करती है और प्यार भी करती है। वह भी सनाया की ओर अट्रैक्ट होने लगा था। लेकिन अपने पास्ट के वजह से कभी भी उसको कुछ बोल नहीं पाया क्योंकि उसको डर रहा था। और वैसे हीं तकरीबन 1 महीने बीत गए। और वैसे ही इतने दिनो में आरव के सारे के सारे दोस्त जान गए थे कि सनाया आरव को बहुत पसंद करने लगी है लेकिन फिर भी उन होने कुछ रिएक्ट नहीं किया। लेकिन वह दिल ही दिल में बहुत खुश हो गए थे। क्योंकि वह लोग जानते थे कि सनाया एक बहुत अच्छी लड़की है। जिस वजह से हर कोई उसको अपना बना कर रखना चाहता है। लेकिन वो आरव को बहुत प्यार करती थी। इतने दिनों में काफी बार उसने आरव की हेल्प भी की थी लेकिन आरव उसको बिल्कुल भाऊ नही देता था। लेकिन बाकी दोस्त इसके समझ गए थे की वो भी सनाया को पसंद करती थी लेकिन अपने पास्ट के वजह से उसको एक्सेप्ट नहीं करता है। यह सब देखकर विक्रम सोच में पड़ जाता है कि क्योंकि वह जानता था कि आरव इतनी जल्दी और इतनी आसानी से अपने लाइफ में किसी को भी आने नहीं देगा। जिस वजह से वह काफी टेंसड लग रहा था। तो उसके दोस्त आकर उससे पूछते हैं कि क्यों टेंशन में बैठा है। तो विक्रम सब को बताता है कि सनाया आरव को पसंद करती है। और मैने जो देखा मुझे लगता है की आरव भी सनाया को पसंद करता है। लेकिन अपने पास्ट के वजह से अपने पास भटकने नहीं देता और उससे दुरी बनाने की कोशिश करता रहता है। जिस वजह से मैं टेंशन में हूं। सनाया एक अच्छी लड़की हे और वो आरव को भी बहुत अच्छे से संभाल सकती है और उसको समझ सकती है। और उसको अपने पास्ट से बाहर आकर खुशी से अपना लाइफ जी सकता हे। इस वजह से मैं चाहता हूं कि इन दोनों को मिलाऊ लेकिन मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है। ये सुन ने के बाद पहले तो वो सब शॉक हो जाते हे लेकिन उसकी पूरी बात सुन ने के बाद वो भी टेंशन में आ जाते हे। वो लोग भी बैठ कर बिक्रम के साथ मिलकर आरव और सनाया को पास लाने के प्लान बनाने लगे।
वह लोग सनाया से भी पहले पूछ लिए थे कि क्या वो आरव के साथ रह सकेगी? क्या उसको पसंद करती है? सनाया ने भी उनको शरमाते हुए हां बोल दिया जिस पर वो लोग और भी ज्यादा खुश हो गए। लेकिन फिर विक्रम सनाया को।पहले हीं वार्न करते हुए उसे बताता है कि उसके पास्ट के वजह से तुम्हें तकलीफ हो सकती है शायद वो ना भी कर सके यह सुनने के बाद सनाया का फेस लटक जाता है। लेकिन फिर भी वो बड़े हीं कॉन्फिडेंस के साथ उनसे बोला हां भैया यह तो आपने पहले हीं मुझे बोल दिया था। लेकिन मैं अपनी पूरी कोशिश करूंगी कि उसको मैं अपने पास्ट से निकाल कर जीना सिखा दूं। और में हमेशा उसको प्यार करूंगी और उसको हमेशा खुश रखूंगा। ये सब बोलते वक्त उसके फेस कॉन्फिडेंस से भरी हुई थी। कभी बहाने से उन दोनों को मिलाना उन दोनों को पार्क में एक दूसरे से मिलने के लिए बोला ना सब चीजों के बारे में प्लान करके उन लोगों को मिला नहीं में लगे हुए थे। इतने दिनों में काफी सारे लड़के को भी सनाया को प्रपोज करने लगे थे। काफी अमीर के बच्चे भी उसको पसंद करते थे। और वह लोग भी आकर उस को प्रपोज किया लेकिन सनाया ने सब को रिजेक्ट कर दिया। लेकिन उन सबको सनाया को प्रपोज करता हुआ देखकर आरव को बहुत गुस्सा आ रहा था। लेकिन वह भी अपने गुस्से को कंट्रोल करते हुए हैं, दिल ही दिल में कुछ कहता था वह कौन है मेरी जो मैं उसके लाइफ में दखल अंदाजी कर सकता हूं। और क्यों मैं उसकी और इतना अट्रैक्ट हो रहा हूं मुझे उससे दूरी बनाए रखनी होगी। और मैं वही लाइफ फिर एक बार जीना नहीं चाहता यह सब सोचकर उसने ऐसे थोड़ी दूरी बनाने की कोशिश करता है। लेकिन यह बात सनाया को पता चल जाती है। इस वजह से उसको खुद से दूर जाने ही नहीं दे रही थी।
एक दिन सारे स्टूडेंट अपने क्लास में पढ़ाई कर रहे थे कि तभी वहां पर क्लास टीचर आते हैं। और उन सब को एक अनाउंसमेंट करना है यह बोल दे जिस वजह से सब स्टूडेंट्स ने कान खड़े किए हुए एकदम ध्यान दे कर उनके बातों को सुनने लगे तो टीचर ने बताया कि स्टूडेंट्स आज से 1 हफ्ते बाद तुम्हारा फ्रेशर्स पार्टी है जहां पर तुम लोगों को जरूर आना होगा और यह शाम के 7:00 बजे से 10:00 बजे तक होगा गेट रेडी टू द फ्रेशर्स पार्टी इतना बोल कर वहां से चले जाते हैं। उनके क्लास जाने के बाद सारे स्टूडेंट के बीच घमासान आरंभ हो गया। और सब लोग एक दूसरे फ्रेशर्स पार्टी के बारे में बात चीत करने में लगे हुए थे। कोई किसी को शॉपिंग पर बारे में पूछ रहा था। और कोई किसी को अपने साथ पार्टनर बन के आने के लिए पूछ रहा था। यह देखकर आरव का सर दुखने लगा क्योंकि उसको जरा शांति पसंद थी इस वजह से वहां से जाने लगा वही सनाया भी टीचर के अनाउंसमेंट सुनने के बाद काफी एक्साइटेड हो गई थी। और वह सोचने लगी थी मैं क्या शॉपिंग करू जिस वजह से मैं बहुत सुंदर दिखूं। और आरव मुझे पसंद करने लगे। वो यह सब सोच रही थी तब उसने देखा कि आरव क्लास से बाहर जा रहा है। यह देखकर वो भी उसके पीछे चलने लगी उसके पास जाकर बोली आरव क्या तुम फ्रेशर्स पार्टी में आओगे तो आरव उसकी ओर बिना देखे हीं नहीं बोला और वहां से सीधा अपने रूम की तरफ चला गया। यह सुनकर सनाया चेहरा उतर गया फिर भी उसने खुद को कंट्रोल किया और अपने दिल हीं दिल में बोली की कही ये मेरे बुलाने से नही आयेगा जरूर बिक्रम भैया के बुलाने से आयेगा। यह सब सोचने के बाद जल्दी से फोन निकाल दी और विक्रम का सब कुछ बता देती है यह सुनने के बाद बिक्रम उसको बोलता है कि हां ठीक है उसको वहां पर लाने का प्लान मेरा तो फिक्र मत कर। उसके बाद वह पार्किंग से अपना कार लेती है। और फिर शॉपिंग के लिए चली जाती है।
तकरीबन 30 मिनट बाद सनाया की कार ग्रीन मॉल के बाहर रूकती है। वह अपना कार पार्किंग के एरिया में पार्क कर के शॉपिंग करने के लिए माल के अंदर जाती है। वह जब अंदर जाती है तो उसको काफी भीड़ दिखाई देती है। फिर भी वह अंदर जाकर अपने लिए कुछ सुंदर सुंदर डर चुन ने लगती हे। लेकिन उसको कोई भी ड्रेस पसंद नह8 अति तो वो जल्दी से बिक्रम को कॉल करके आरव के फेवरेट कलर के बारे में पूछती तो बिक्रम उसको बोलता हे की ऑलिव ग्रीन। तो वो पूरे माल में ऑलिव ग्रीन की ड्रेस खोजती हे। वो जब अपने लिए ड्रेस चुन रही थी कि तभी वो किसी लड़की से टकरा जाती है। जिस वजह से उस लड़की के हाथ में पकड़ा हुआ ड्रेस नीचे गिर जाता है। यह देखकर सनाया जल्दी से उसको आई एम सॉरी एम सॉरी बोलती है। तो लड़की भी उसको it's ok बोल कर चुप हो जाती है। और सामान को नीचे से उठाने लगती है। लेकिन सनाया जब उस लड़की की फेस दिखती है और पूरी तरह शौक हो जाती है। और उसके मुंह से एक ही वर्ड निकलती है रावी। और अभी अभी जो लड़की नीचे झुक कर अपना ड्रेस उठा रही थी, वो भी अपना नाम सुनकर ऊपर की ओर देखने लगती है। और अपने सामने सनाया को देखकर उसके फेस में भी स्माइल आ जाती है। और वह उसको जल्दी से जाकर गले लगा लेती है। सनाया भी उसको अपने बाहों में भर लेती है। और दोनों दोस्त एक दूसरे के गले मिलते हैं। फिर सनाया बोलती है कि तू यहां कैसे तो रावी बोलती है कि यार मैं यहां पर तो शॉपिंग करने आई थी एक हफ्ते बाद फ्रेशर्स पार्टी है। इसी वजह से मैं भी शॉपिंग करने के लिए आई थी। फिर दोनों मिलकर एक साथ अपने लिए शॉपिंग करते हे। करते वक्त दोनो एक दूसरे से बात कर रहे थे। और वैसे हीं सनाया ने रावी को अपने बारे में सब कुछ बताया कि वह आरव को कैसे पसंद करती है और क्या-क्या उन दोनों के बीच हुआ है। यह सुनने के बाद रावी सनाया से बोलती हे की मुझे तेरे पर बहुत भरोसा है कि तू कभी गलत लड़का चुन्नी ही नहीं सकती। तो यह सुनने के बाद सनाया के फेस में एक स्माइल आ जाती है और वो रावी को thank you bolti हे। लेकिन कुछ ही पल बाद उसकी स्माइल भी उसके फेस चली जाती है और उसकी जगह एक दर्द ने ले लिया था। यह देखकर रावी भी पूरी तरह से शौक और जाति और उस पूछती है कि क्या हुआ तो इतनी दुखी क्यों हो गई तो सनाया उसको विक्रम की बातों के बारे में बता दिए तो रावी भी यह सुनकर शौक हो जाती है। अभी बोल दिया तूने सच का विक्रम भाई ने बोला है तो उसके पास्ट में कुछ गलत जरूर हुआ होगा लेकिन तू कोशिश कर लेना मुझे तेरे ऊपर पूरा भरोसा है कि तू जरूर उसको जरूर अपने प्यार में बांध लेगी। ये सुनने के बाद सनाया के फेस में भी एक स्माइल आ जाती है। फिर वह उन सब बातों को इग्नोर करके अपने शॉपिंग पर ध्यान देने लगती है। अगले 1 घंटे तक सर्फिंग करने के बाद दोनों की शॉपिंग कंप्लीट हो जाती है। फिर सनाया रावी को डिनर करने के लिए बुलाती है। तो रावी भी खुशी-खुशी उसकी बात मान जाती है। फिर दोनों पास के हीं रेस्टुरेंट में डिनर करती है। फिर सनाया रवि को उसके घर छोड़कर वहां से अपने घर चली जाती है।
तो आगे क्या होगा क्या आरव फ्रेशर्स पार्टी में आएगा या फिर सनाया का सपना चकनाचूर हो जाएगा जाने के लिए पढ़ते रहिए मेरा ही कहानी इंतजार प्यार का............
To be continued.........
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unknown writer