Intezar Pyaar ka - 5 in Hindi Love Stories by Unknown Writer books and stories PDF | इंतजार प्यार का - भाग - 5

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इंतजार प्यार का - भाग - 5

तो सब लोग एक दम से जाकर उसके गले लग जाते और सब मिलके एक साथ एक टाईट ग्रुप हुग करते है। और फिर सब लोग अलग होते है और तभी सबको उसके पहले के काम के लिए और कुछ दर की काम के लिए काफी गुस्सा अता है। और सब मिलके उसको लेता कर मुक्को और लातो की बरसात करने लगे। आरव भी कुछ नहीं किया और उनको अपने ऊपर जितना गुस्सा है निकाल ने देता है। थोड़ी देर बाद सब लोग जब थक गए तब जाकर उसको chodte है। फिर उसको उठाते है मर मारने के Bajah से आरव का पूरा शरीर दर्द कर रहा था और उसका मुंह लाल हो गया था। वहीं उसको उठाने के बाद सब लोग उसके गले लग जाते है। और सब लोग इमोशनल हो गए थे। लेकिन नैना कुछ ज्यादा इमोशनल हो गई थी इस Bajah से उसने जाकर पहले आरव के गले लगती है और उसके गाल पे किस कर देती है। ये देख कर कैंटीन के सारे के सारे लोग और उसके दोस्त हैरान थे। यहां तक कि खुद आरव भी हैरान था इतना हीं नहीं कैंटीन के गेट पे खड़ी हुई सनाया भी काफी ज्यादा शॉक थी और उसके दिल में जलन की भावना ने जन्म ले लिया था।
सनाया को अब नैना के ऊपर काफी गुस्सा आराहा था। और वो अपने दिल ही दिल में काफी गाली भी दे रही थी क्यूं की उसको काफी जलन हो रही थी कि उसके अलावा कोई और आरव के करीब जाता हुए देख कर। फिर वो अपने इस रिएक्शन से पूरी तरह से शॉक हो जाती है। और अपने आप से पूछती है क्या में सच में इस अकडू को पसंद करने लगी और किसी और को उसके करीब जाते हुए देख कर मुझे जलन हो रही है। और फिर अपने आप से हीं बोलती है अरे इस अकडू और एरोगेंट लड़के को कोन हीं प्यार करेगा बंद हमेशा सिंगल हीं मरेगा। लेकिन फिर अपने दिल में से हीं आवाज़ आती है कि यार ये बंदा कितना हैंडसम है और ऊपर से इतनी लड़कियां इसके ऊपर मरती है। तो तू कोंसि अलग है अब तू भी उसे पसंद करने लगी है। ये सब सोचते सोचते उसके सर दर्द करने लगा जिस वजह से उसने इन सब बातों को अपने दिल से निकाल ने के लिए जल्दी से अपने दिमाग को किसी और दिशा में दौड़ाने लगी फिर उसने अपने दिमाग और दिल दोनों को संत किया और फिर उन लोगों के और देखने लगी।
वहीं नैना के आरव को किस करने की Bajah से सब उसको घुर कर dekh rahe थे।जिस वजह से नैना को अनकंफर्टेबल फील होता है। उतने नहीं आरव , आर्यन , बिक्रम , सूरज भी नैना को घुर कर देख रहे थे। जैसे कि कोई अजीब से चीज को अपने सामने होते हुए देख लिया था। और नैना अपने कुछ देर पहले वाली हरकत के बारे में सोच कर और सब की ऐसे नजर देख कर वो अब घबराने लगी और उसका चेहरा एक दम किसी पके हुए टमाटर की तरह लाल हो गया और अब उसे अपनी की गई हरकत पर काफी शर्मिंदगी हो रही थी। और वो वहां से जल्दी से भाग जाना चाहती थी या फिर पास में हीं कहीं एक गढ़ा खोद कर अपने आपको उसमें छुपा लेना चाहती थी।
वहीं सब लोग थोड़ी देर बाद अपने होश में आते है। तभी उनमें से सूरज आगे अता है और फिर एक बार आरव को देखता है। और फिर नैना को टीज करते हुए बोलता है कि नेना में भी यहां से 1 साल के लिए जा रहा हूं जब ने अगले साल वापस आऊंगा तब मुझे भी ये ऑफर चाहिए तो क्या ये ऑफर मेरे लिए भी लागू होगा क्या मुझे एक किस मिलेगा। उसकी ऐसे बात सुन कर सब लोग हसने लगे उनको ऐसे अपने ऊपर हस्ता हुआ देख कर नैना और भी ज्यादा शर्मिंदगी महसूस करती है जिस बाजाह से उसका चेहरा और भी ज्यादा लाल हो जाता है और उसका मन कर रहा था कि सूरज को जी और भरके मारे वो भी अभी के अभी उसने गुस्से से सूरज को घूरना शुरू कर दिया। लेकिन सूरज ने इतने में हीं नहीं रुका , और नैना के गुस्से को इग्नोर करते हुए आगे बोलना शुरू कर देता है वो भी चिलेट हुए बोलता है कि तो किस किस को ये ऑफर पसंद आया जल्दी से अपना हाथ उठा कर अपना नाम बोलो तो सब लोग एक एक करके अपने हाथ उठाते हे और अपना नाम बोलना शुरू कर देते है तकरीबन कैंटीन के सारे के सारे स्टूडेंट्स ने अपना हाथ उठा कर नाम बोला था ये देख कर और उन सबकी बात सुन कर नैना को और भी ज्यादा शर्मिंदगी मेहसूस होने लगा। और उसको अब सूरज को सीधा मर देने का खयाल आता है। इसी बजाह से वो सूरज को और भी ज्यादा गुस्से में घुर कर देखने लगी।
सूरज इससे आगे कुछ बोल पाता उससे पहले बिक्रम उसको एक और को देखने के लिए इशारों में हीं बोलता है। और सूरज उसकी बात मान कर उस और देखने लगता है। वो मुडके जब देखता तो उसका जान उसके हलक में अटक गया क्यूं की आरव उसको गुस्से से खा जाने वाले नजर से घुर रहा था। ये देख कर सूरज का तो रूह भी कांप गया और वो जो बोलने वाला था उसके गले में फस गया और वो कुछ बोल हीं नहीं पाया। उसके माथे पे पसीने की बूंदे दिखने लगे और उसका दर के मारे बुरा हाल था। वहां के लोग नहीं जानते थे कि सूरज चुप हो गया और इतना क्यूं दर गया आरव को देख कर। लेकिन उनके दोस्तों को पता था कि सूरज दर क्यूं रहा था। क्यूं की आरव नैना को अपना छोटी बहन मानता था। और वो हमेशा उसको प्रोटेक्ट करके रखता था और उसको काफी पैंपर भी करता था। अगर नैना को कुछ भी बोल या फिर उसके साथ कुछ भी गलत करने के लिए कोशिश भी करे तो वो उसका मुंह तोड़ कर रख देता था। एक बार तो एक लड़के ने नैना को चेड दिया था। जब ये बात आरव के कान तक पहुंचा तो उसका गुस्सा आपे से बाहर चला गया और उसने जाकर उस लड़के को इतना मारा की उसको 4 महीने तक हॉस्पिटल में रहना पड़ा था। जिस बाजह से सब लोग उससे डरते थे।
तो बिक्रम ने बात को संभालते हुए बोलता है कि यार आरव इतने दिनों के बाद मिले है। चल कुछ खाते है और बात चीत करते है। मिलकर अपने बारे में कुछ बात करेंगे। लेकिन आरव उसको इग्नोर करते हुए अपने गुस्से को कंट्रोल कते हुए सूरज से बोलता है कि माफी मांग नैना से तो सूरज तो पूरी तरह से दर जाता है। और जल्दी से नैना के पास जाता है अपने किए के लिए माफी मांगता है। उसके माफी मांगने के बाद आरव जाकर नैना को गले लगा लेता है। फिर बिक्रम आरव से कहता है कि आप लोगों का अगर ये सेंटी सीन ख़तम हुआ तो जल्दी चल यार मुझे भुक लगी है। और मैने रामायण में भारत और राम कि सेंटी सीन देखा था आज उसका रिपीट टेलीकास्ट देख कर फिर से मुझे रोना आराहा है। उसकी ये बात सुन ने के बाद सबके फेस में स्माइल आजता है। और उसने नैना को चोड़ा और स्माइल करते हुए चारो और देखने लगता है और उसके फेस में स्माइल देख कर सब के जान में जान अता है। फिर सब लोग मिलके पास में हीं पड़े एक टेबल पर beith जाते है।
वहां बैठ कर सब लोग थोड़ी देर बात चीत करना शुरू कर देते है। सब लोग आरव को पूछते है कि वो क्या कर रहा था इतने दिनों तक और कहां था। लेकिन आरव उन सबके बातों को इग्नोर करते हुए सब से बोलता है कि आज कि पार्टी मेरी और जिसको जो भी आर्डर करना है करो आज बिल में पे करूंगा बोलता है और वहां से सब लोगों के लिए आर्डर लेने चला जाता है उसके चले जाने के बाद वहां पर सनाया आती है सनाया को वहां पर देख कर सब की चेहरे पे स्माइल आजती है। और उसके साथ बात चीत करने लगते है। उसके साथ बात चीत करते हुए हैं उसको आरव के सीट पे बैठा देते और उसके साथ बात चीत और हसी मजाक करने लगते है।
तो आगे क्या होता है। क्या होगा जब आरव सनाया को देखेगा? क्या वो उसके साथ कुछ गलत करेगा? जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरा ये कहानी इंतज़ार प्यार का..........
To be continued.........

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unknown writer