Takdir Ka Khel 4 in Hindi Fiction Stories by Aarushi Varma books and stories PDF | तक़दीर का खेल - 4

Featured Books
Categories
Share

तक़दीर का खेल - 4

Recap of chapter 3....👇🏻

विकि को पता चलता है कि उसे उस अंधेरे रूम में लाने वाले और कोई नहीं उसका भाई नील और उसका बेस्ट फ्रेंड निशू था फिर क्या विकी का बर्थडे 🎂🎂 सेलिब्रेट🎉🎊 हुआ निशु, विकी, नील सभी जगदीश और भावना के साथ घर जाते हैं वहां सावित्री सुरेखा और अनिल कब से उनके आने की राह देख रहे होते हैं... फिर सभी साथ में लंच लेते हैं।

अब आगे......😊

लंच🍱 के बाद दोपहर को सभी लिविंग रूम में बैठे हुए थे

नील :- यार !... कोई कुछ बोलो ?.. हम तो सिर्फ बैठे हैं😕। और पापा !.... आप अपना फोन रखिए हमेशा काम करते रहते हैं😒 घर से भी काम ? पापा !... Please...।

अनिल :- अरे... पर बेटा, यह ईमेल जरूरी है। यह मेल मुझे भेजना है अभी । It's important...

नील :- अच्छा ठीक है...

जगदीश :- यार, किसको ईमेल टाइप कर रहा है छोटे 🤨?

अनिल :- कुछ नहीं भैया, वह दीपक को... वो क्या है ना, मिस्टर रोय की डील... उसकी डिटेल्स सेंड कर रहा हूं।

विक्रम :- अरे... निशु यह बता, कि तू मेक्सिको से मुंबई कब आया यार...?🤨🤔

सावित्री :- हां बेटा... अगर तुम मुंबई में थे, तो घर क्यों नहीं आए?

भावना :- मुझे लगता है.. यह कुछ तो छुपा रहा है !🧐

सुरेखा :- हां भाभी! कुछ ना कुछ तो गड़बड़ जरूर है दया कुछ ना कुछ तो गड़बड़ जरूर है....😀

(वह एसीपी प्रद्युमन का सिग्नेचर डायलॉग बोलती है।
सभी हंसते हैं😀😂)

नील :- सुनिए👂🏻 सुनिए! मैं बताता हूं, कि वह मेक्सिको से मुंबई कब आया।

निशु :- तू क्यों?🤨 मैं बताऊंगा ना! मैं आया हू...

निल :- ये क्या logic हुआ!!😅 कि तु आया है तो तु ही बताएगा??

विकी :- अरे यार... कोई भी बता दो ना! We all wanna know...

नील :- अच्छा ठीक है, चल निशु तु बता दे... तू ही बता दे बस? ख़ुश?...😀

निशू :- इसको छोडीए😏 आप सब मेरी बात सुनीए। तो हुआ यूं कि 2 दिन पहले मेरे कांट्रेक्टर का फोन आया और उसने मुझे बताया कि मेरे रेस्टोरेंट कम कैफे का सारा काम पूरा हो चुका है And cafe is almost ready for opening.... So इसलिए मैं आ गया मुंबई। 2 दिन पहले ही आया और 2 दिनों में वह मैं कैफे के ओपनिंग की सारी तैयारियां कर रहा था इसीलिए मैं बहुत busy था यार इसलिए तुम दोनों को कॉल करके बता भी नहीं पाया that I am in India और आंटी इसलिए मैं घर भी नहीं आ पाया I am so.... sorry...😕

सावित्री :- it's alright बेटा कोई बात नहीं अब तुम हमें इतनी सी बात के लिए भी sorry बोलोगे?? कोई जरुरत नहीं है।

अनिल :- वाह!🤩 वाह निशू बेटा यह तो बहुत अच्छी खबर दी तुमने फाइनली तुम्हारा वह रेस्टोरेंट कम कैफे तैयार हो गया😊👍🏻 Good....

निसर्ग मेहरा.... चलिए अब थोड़ा उसका Past जानते हैं।
Let's go...😀

निसर्ग मेहरा उसके मम्मी पापा( मां का नाम मिरा मेहरा,और पिता का राकेश महेरा।) की अचानक मौत की वजह से वह अपने दादा दादी(शोभा जी और सुनील जी) के पास मेक्सिको चला गया 6 साल पहले और उसने अपनी बाकी की पढ़ाई वहीं पर की और उसके बाद उसने इंडिया में जो उसकी पापा की जमीन उसको बेचना चाहता था लेकिन फिर उसके दादाजी ने उसे समझाया कि उसे बेचना नहीं चाहिए तो इसलिए नीशू ने वहां पर केफे कम रेस्टोरेंट बनाने का सोचा।

तो बस इसीलिए नीशू ने एक बहुत अच्छे कांट्रेक्टर को हायर किया उसमें विकि ने निशु की help की। और उसको रेस्टोरेंट कम कैफे के स्ट्रक्चर का सारा काम सोपकर इंडिया से मेक्सिको वापस चला गया। विकी हफ्ते में एक दो बार वहां का काम कैसा चल रहा है वह देखने भी जाया करता था तो निशु को बिल्कुल चिंता नहीं थी कि उसका काम कैसे होगा क्योंकि विकी वहां पर सब कुछ संभाल रहा था लेकिन पिछले 6 महीने से तो वह था नहीं तो सारा काम फिर कॉन्ट्रैक्टर ही देख रहा था। काम पुरा होने के बाद काॅन्ट्रेक्टर ने उसे बताया और बस आ गया वो मुंबई अपने दादा दादी को लेकर और अपने मुंबई के पुराने वाले घर में वह लोग शिफ्ट हो गए।

फिर निशू मेहता परिवार में सबको इनवाइट करता है 2 दिन बाद उसके कैसे का ओपनिंग है।🎊🎉 उसने कैफे का नाम भी बहुत सुंदर रखा था 'पैराडाइज'। सभी उसके लिए खुश है।☺️

विकी :- मुझे बहुत अच्छा लगा सुनके☺️ I mean we all happy for you यार इतने अच्छे मौके पर गले नहीं लगेगा? कांग्रेचुलेशन ब्रो🤘☺️

निशू :- थैंक यू सो मच यार ☺️

निशु विकि को गले लगाता है और नील को भी

निशू सावित्री से लेकर सुरेखा तक सब के पैर छूकर आशीर्वाद🙏🙏🏻 लेता है।

फिर सभी बैठे हैं, विकी को और एक प्रश्न सूझता है🤔😅😂

विकी :- नील यह तो समझ आ गया कि तू कल रात को ही आ गया था मुंबई। लेकिन, तू अपने जूनियर्स को पहले से कैसे जानता था🤔🤔। यह समझ नहीं आया😅।

नील :- भाई, आप भी ना! मैं कैसे नहीं जानता हूं गा ? I mean मैं जानता नहीं था लेकिन जब कोई भी ऑफिसर ड्यूटी जोइन करने के लिए आता है तो उसे पिकअप करने के लिए उसके जूनियर आते हैं ना... ऐसा आपने फिल्मों में नहीं देखा सैल्यूट मार कर खड़े होते हैं.... तो ऐसे ही वह दोनों आए थे कल रात को मुझे पिकअप करने शायद सर ने भेजा हो may be.. और इसीलिए मैंने उन्हीं के साथ प्लेन बनाने का सोचा बाकी में और निशु ही करने वाले थे लेकिन मेरा प्लेन आसान हो गया उन दोनों की वजह से so thanks to both Sunny and Ravi...☺️☺️

विकी :- और निसर्ग???🤔🤔 वह उसे कब बताया तूने🤨?

जगदीश :- क्या बेटा विकी!! तुझे सरप्राइज 🎁 अच्छा लगा ना?😅 कितने सवाल पूछेगा??

सुरेखा :- हां सही कह रहे जगदीश भाई।

नील :- अरे कुछ नहीं भैया Coincidentally 2 दिन पहले ही मैंने उसे कॉल किया। तो वह एयरपोर्ट में था उसने बताया वह मुंबई आ रहा है। तो मैंने उसे मना कर दिया कि तू विकी भैया को मत बताना। और बस ऐसे ही हमने प्लान बना लिया आपको सरप्राइज देने का समझे😅😅? अब कोई सवाल महाशय आपका?😃😄

विकी :- no that's all now!! I understood everything😁...

निसर्ग :- thank God😅 वकील साहब के सवाल पूरे हो गए😄...

अनिल :- अरे बच्चों, कितने टाइम बाद मिले हो तुम सब जाओ कहीं बाहर घूम कर आओ।
विकी :- हां यार😀 चलो चलते हैं कहीं...

निसर्ग :- ओके☺️

निल :- let's go then.

वो तीनों जाते हैं बाहर। उनके जाने के थोड़ी देर बाद ही Maheta's के पड़ोसि Mr. And Mrs Pandey आते हैं। जब सुधीर और उनका परिवार मुंबई आए थे तब आकाश जी उनके पास वाले घर में ही रहते थे। मिस्टर आकाश पांडे और उनकी वाइफ निशा पांडे।
दोनों परिवारों में एकदम फैमिली जैसा अपनापन है।💞🥰

सावित्री :- (निशा और आकाश को देखकर) अरे! निशा, आकाश कितने दिनों बाद आए हों। कैसे हो? राज कैसा है?☺️ उसकी पढ़ाई कैसी चल रही है?☺️

जगदीश :- यार आकाश कहां है तू आजकल? दिखाई नहीं घर पर?🤨

अनिल :- भैया छोड़िए, कहा यह बड़े लोग और कहां हम छोटे लोग😅😁

अनिल ऐसे ही आकाश की मस्ती करता है😀

आकाश :- अरे यार क्या अनिल! मैं थोड़ा सा Buzy था। बस इसलए नहीं आ पाया।

सुरेखा :- अब क्या आप लोग वही डोर के पास खड़े हो कर बातें करते रहेंगे?☺️

भावना :- प्लीज आइए यहां पर सभी बैठीए ना।

वह सब बैठते हैं। बातें करते हैं।

Let's see the past of Pandey's👇🏻

आकाश और निशा, मेहता परिवार को तब से जानते हैं जब वह लोग यहां पर आए। दोनों 30 सालों से एक-दूसरे के पड़ोस में रहते हैं तो इसीलिए दोनों परिवारों के बीच बहुत ही गहरी मित्रता या कहो फैमिली जैसा है।

आकाश और निशा का एक बेटा है जो अभी अपना ग्रेजुएशन कर रहा है उसका नाम है राज और उनकी बेटी थी जैस्मिन
बेटा में है और बेटी में थी क्यों यही सोच रहे होंगे आप लोग इसका एक कारण है 👇🏻

क्योंकि अनफॉर्चूनेटली आकाश और निशा की बेटी जैस्मिन, उसकी मौत हो गई 5 साल पहले😔☹️ एक एक्सीडेंट में आकाश और निशा बिल्कुल टूट गए थे जैस्मिन की मौत के बाद उनके लिए यह हादसा एक बहुत बड़े सदमे 😨 से कम नहीं था अरे हो भी क्यों ना उनकी इकलौती बेटी थी☹️ और दोनों उस पर जान छिड़कते थे। और वह भी सिर्फ और १८ साल की उम्र में छोड़ कर चली गई🥺। बहुत ही दुख की बात थी। और उससे उभरने में उन्हें बहुत समय लगा। और जितना दुख उन्हें हुआ था नील को भी हुआ था। सभी दुखी थे लेकिन नील बहुत ही ज्यादा दुखी था 😔। क्यों? क्योंकि, जैस्मिन उसकी छोटी बहन कहो बेस्टेस्ट फ्रेंड कहो जिससे वह अपनी हर एक प्रॉब्लम शेयर करता था और वह तीनों स्कूल भी साथ जाते थे। निल विकी और जैस्मिन, और इसीलिए नील बहुत दुखी रहता था After jesmin's unfortunate exit. और तो और वह अपनी कॉलेज में फेल भी हुआ क्योंकि वह इतना डिस्टर्ब हो गया था जैस्मिन की मौत की वजह से।😳😥 लेकिन फिर विकी ने उसे समझाया की हमें आकाश अंकल और निशा आंटी को हिम्मत देनी है। अगर हम टूट जाएंगे तो उन्हें हिम्मत कौन देगा? तो फिर नील विकी की बात समझा और उस सदमें से बाहर आ पाया। और उन्होंने आकाश और निशा का बहुत ही साथ दिया पूरे मेहता परिवार ने.....

अनिल :- भैया, आकाश तुम दोनों ने न्यूज़ देखी? ( अनिल फोन में न्यूज़ नोटिफिकेशन देखकर बोलता है) द फेमस बिजनेसवुमन राजेश्वरी खत्री इंडिया आ रही है to start her business here in India and she will start up business in Goa....

सावित्री :- अरे यह तो वही है ना जो अमेरिका में मिल्क प्रोडक्ट्स का बिजनेस करती हैं?🤨 और उसमें उसका बहुत ही करोड़ों का टर्नओवर है!?🤨

भावना :- भाभी मैंने जहां तक सुना है, इसके बारे में तो अफवाह फैली थी ना? कि यह मिल्क प्रोडक्ट के बहाने ड्रग्स को स्मगलिंग करती है?😯

सुरेखा :- हां लेकिन, फिर वह केस ऐसे ही ख़रिज हो गया था। हां पता है यह तो।

जगदीश :- अरे भावना, ऐसी अफवाह उड़ती रहते हैं उसमें कितना सच कितना झूठ है, वह तो तभी सामने आता है जब कुछ सबूत या गवाह मिले लेकिन उसके खिलाफ कोई सबूत ही नहीं मिला और न ही कोई गवाही देने वाला। तो केस ख़रिज ही होना था ना!😅

निशा :- हां जगदीश भाई ठीक कह रहे हैं।

आकाश :- वैसे, अजीब है!! वह वहां पर ज्यादा टर्नओवर कर सकती है, तो फिर इंडिया वापस क्यों आ रही है??🤔

अनिल :- जो भी हो, अच्छा है let us not talk about her...🙂

आकाश :- हां, वैसे भी बहुत देर हो गई। चलो हम लोग चलते हैं, हैं ना निशा?

निशा :- हां, सावित्री भाभी भावना, सुरेखा हम चलते हैं Ok.. जगदीश भाई अनिल भाई We should leave now...
जगदीश :- अरे क्या यार आकाश, आप दोनों नील और विकी से तो मिलकर जाईए?

अनिल :- and most important, you both Nisha bhabhi and you have to dinner🍽️🍚🍛 with us today I mean tonight...

सावित्री :- अभी थोड़ी देर पहले ही नील और विकी गए निशु के साथ अब तुम लोग रात को डिनर साथ में करो तो निल और विकि को मिलकर जाना।

निशा :- अरे नहीं नहीं भाभी वो दोनों ने तो घर पर ही है ना। मिल लेंगे फिर।

भावना :- कुछ नहीं चलेगा आप दोनों हमारे साथ डिनर करेंगे And also राज को भी बुला लिजिए।

सुरेखा :- हमें बहुत अच्छा लगेगा प्लीज...

आकाश :- ok then.... But, raj can't come cause of his exams....

सुरेखा :- It's ok study is important....

फिर रात को सभी साथ में डिनर करते हैं और बहुत मनाने के बाद निशु भी आ जाता है और वह दादा दादी को भी लेकर आता है तो ऐसे छोटा सा get together हो जाता है। मेहता फैमिली बहुत खुश थी आफ्टरऑल बहुत ही अच्छी खबरें सुनने को मिली थी नील की सीआईडी में पोस्टिंग विकी का यंग अचीवर अवार्ड नॉमिनेशन और साथ ही में निशु की रेस्टोरेंट की ओपनिंग🎉🎊🤘।

So everyone was so happy🎉🎊😁😀

there is a truth behind the death of Jasmine
जैस्मिन की मौत के पीछे का राज हकीकत को सामने लाएगा

To be continued......



..........4..........