The Author Sona Follow Current Read दीवानगी - भाग 3 By Sona Hindi Love Stories Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books ભાગવત રહસ્ય - 120 ભાગવત રહસ્ય-૧૨૦ આ શરીર પાંચ તત્વોનું બનેલું છે. એક એક તત્વ... નારદ પુરાણ - ભાગ 53 સનત્કુમાર આગળ બોલ્યા, “ઈષ્ટદેવની આરતી ઉતાર્યા પછી શંખનું જળ... મારા અનુભવો - ભાગ 20 ધારાવાહિક:- મારા અનુભવોભાગ:- 20શિર્ષક:- કુંભમેળોલેખક:- શ્રી... શ્રાપિત પ્રેમ - 19 " રાધા, તને મળવા માટે કોઈ આવ્યું છે."રાધા અને ડોક્ટર નેન્સી... જીવન પ્રેરક વાતો - ભાગ 01- 02 વાર્તા 01 તું ભગવાનનો થા ईश्वरः सर्वभूतानां हृद्देशेऽर्जुन त... Categories Short Stories Spiritual Stories Fiction Stories Motivational Stories Classic Stories Children Stories Comedy stories Magazine Poems Travel stories Women Focused Drama Love Stories Detective stories Moral Stories Adventure Stories Human Science Philosophy Health Biography Cooking Recipe Letter Horror Stories Film Reviews Mythological Stories Book Reviews Thriller Science-Fiction Business Sports Animals Astrology Science Anything Crime Stories Novel by Sona in Hindi Love Stories Total Episodes : 5 Share दीवानगी - भाग 3 (5) 2.6k 6.1k आगे...............अराध्या और उसकी मां कमरे में आती है । अराध्या का चेहरा पूरी तरह से उतर चुका होता है । उसकी मां कुछ कहने ही जा रही होती हैं कि अराध्या चुपचाप रोहन की लाई हुई ड्रेस लेकर बाथरूम में चली जाती है।उसकी मां बस देखते रहतीं हैं।अराध्या बाहर आतीं हैं ।वो उन कपड़ों में बहुत ही असहज महसूस करती है। वो एक नीले रंग की मिनी शोर्ट ड्रेस होती है जो घूटनो से ऊपर तक और ऊपर कंधों पर बस पतली स्टिरप होती है। और पीछे से बैकलेस होती है।वो अपने बालों को खुला ही छोड़ देती है ताकि उसकी कमर ना दिखे। फिर उसकी मां उसके पास आकर कहती हैं- बेटा तुम इतना क्या सोचती हो??? आजकल सब ऐसे कपड़े पहनते हैं। फिर इसमें इतना क्या घबराना।अराध्या दर्द भरी आवाज में- सब पहनते हैं लेकिन ,,,,,,, मैं नहीं पहनना चाहती।सुनैना जी-बेटा ,,,,,, तुम इधर बैठो । मैं तुम्हें बढ़िया से तैयार करतीं हूं।फिर वो आइने के आगे बैठा कर उसका मेकअप करतीं हैं। और उसके होंठों पर डार्क रेड कलर की लिपस्टिक लगाती है और फिर उसे तैयार करके अपने साथ बाहर लातीं है।बाहर बैठे रोहन की नजर उस पर पड़ते ही पलकें झपकाना तक भूल जाता है।सुनैना जी उनके पास आकर कहती हैं - देखो बेटा,,,,,अब ठीक है ना।रोहन- ठीक नहीं आंटी,,,,,,अब तो बहुत ही बढ़िया है । अच्छा अंकल-आंटी ,,,,,अब हम चलते हैं । पहले ही 11 बज चुके हैं मेरे दोस्त इंतजार कर रहे होंगे । आप चिंता मत करना ,,,,, अराध्य का मैं ध्यान रखूंगा। और ये बोलकर वो अराध्या का हाथ पकड़ कर उसे बाहर ले कर आता है।बाहर आते ही वो अराध्या को कमर से पकड़ कर अपने करीब कर के उसे किस करने की कोशिश करता है।मगर उसके ऐसे पकड़ने पर अराध्या एकदम घबरा कर उसे धक्का दे देती है।रोहन- तुम्हारी परेशानी क्या है अराध्या??? हमारी शादी होने वाली है ,,,,,,अब इसमें भी तुम्हें गलत लगता है।अराध्या रोने लगती है- सोरी रोहन ,,,, लेकिन मैं सहज नहीं हूं प्लीज कभी ,,,,,,,, मुझे समझने की कोशिश करो।रोहन खीज कर- तुम्हारी बकवास सुनता रहा तो यही सुबह हो जाएंगी। चलो अब।फिर वो दोनों गाड़ी में बैठ कर निकल जाते हैं।करीब आधे घंटे बाद ,,,,,,,,रोहन एक बार के आगे अपनी कार रोकता है। और वो दोनों बाहर आतें हैं फिर वो गाड़ी की चाबी गार्ड को देकर अराध्या को लेकर अंदर की तरफ बढता है।रोहन अंदर जाते हुए अराध्या से कहता है- अंदर चलकर मेरे दोस्तों के आगे अपनी बकवास बातें और हरकतें मत करना। जो मैं कहूं बस वो करना चुपचाप......... समझ गईं।अराध्या बस हां में सिर हिलाती है।रोहन अराध्या का हाथ थामे अपने दोस्तों की तरफ जाता है। और उसके दोस्त उसके जैसे क के लडके और क्या लड़कियां सभी नशे में झुल रहें थे।रोहन के जाते ही सब जोर से चिल्लाने लगते हैं और बारी बारी से उसके गले मिलते हैं।बार में बहुत लाउड म्यूजिक बज रहा होता है इतना कि कुछ भी सुनाई ना दें। वो सब से अराध्या को मिलवाता है।फिर वो अपने दोस्तों के साथ ड्रींक करने लगता है । उसके दोस्त अराध्या को भी पीने के लिए कहते हैं।अराध्या फौरन मना कर देती है । अराध्या का वहां दम घुट रहा होता है।जारी है......... ‹ Previous Chapterदीवानगी - भाग 2 › Next Chapter दीवानगी - भाग 4 Download Our App