कुछ महीने बाद,
अब दौर पुराने जमाने का नहीं है, माधव। अब लोगों को नए गाने, नई रफ्तार, नए जोश की जरूरत है। तुम में बहुत काबिलीयत है माधव पर जमाना बदल रहा है, उस हिसाब से तुमको भी बदलना होगा।” माधव के एक मित्र ने कहा।
“तुम ही बोलो अब मैं क्या कर सकता हूं?”
“एक्टिव रहो, ख़ुद को काम में इतना मशगूल कर दो की सामने से तुम्हें कॉल आने लगे। जमाने के साथ अपडेट रहो।”
“तो अभी जमाने को क्या पसंद है?”
“देख भाई अब रियालिटी शो का ज़माना है, नए सिंगर्स और डांसर्स सभी इसी में संघर्ष कर के आगे बढ़ रहे है। ये सारे शो आने वाला कल है, पुराने लोग सब कौड़ियों के दाम बिकेंगे।”
“तो इन सारे शोज़ में मैं क्या कर सकता हूं?”
“तुझे गाने का इतना अनुभव है तू इन शोज़ का जज बन सकता है।”
“जज?”
“हां जज! तू कहे तो मैं प्रोड्यूसर से बात करु?”
“हां और कोई रास्ता भी तो नहीं है!”
“ठीक है तो मैं बात करता हूं।”
उसने बात कर के देखी फिर माधव को उसने कहा, “यार तेरे नसीब सच में खराब है, जज के लिए उन्होंने ऑलरेडी सिलेक्शन कर लिया है। एक बात हो सकती है पर, तू प्रतियोगी के तौर पर जा सकता है।”
“पागल हो गया है? मैं प्रतियोगी? मैं कोई स्ट्रगलर नहीं हूं जो मुझे ऐसे चांस की जरूरत हो। मैं एक नामी गायक हूं।”
“भाई, तू जिस तरह से बात कर रहा है ना ऐसे अब कोई सुपरस्टार भी बात नहीं करता, उन लोगों को भी ये बात समझ में आ गई है कि अब यहां पर टिके रहने के लिए कोई कुछ भी कर सकता है। भूल मत अब तू नामी गायक नहीं रहा अब तू भी एक स्ट्रगलर है।”
बुरा वक़्त इंसान के सारे ज़मीर को तोड़ के उसे चकनाचूर कर देता है, माधव की हालत भी कुछ ऐसी ही थी।
“पर मैं नए नए लोगों के बीच में कैसे गा सकता हूं, मेरी इम्प्रेशन क्या रह जाएगी?”
“तुझे नए नए लोगों के बीच नहीं गाना है, जो भी स्ट्रगलिंग कलाकार है उन लोगों के बीच में कॉम्पिटिशन होगी। उसमें से जो विजेता बनेगा उसे फिर से चांस मिलेगा बॉलीवुड में गाने का।”
“ओह ऐसी बात है! फिर मुझे कोई दिक्कत नहीं है, मेरा नाम रजिस्टर करवा दे।”
माधव का नाम उस रियालिटी शो में बतौर प्रतियोगी रजिस्टर हो गया। कुछ ही महीने बाद उस शो का प्रसारण होना था, पर शूटिंग कुछ ही हफ़्तों में होनी थी। इस दौरान माधव ने अपने आप को इस शो के लिए ख़ुद को तैयार किया।
शो का शूटिंग शुरू हो चुका और उस दिन सभी प्रतियोगी, जज , होस्ट स्टूडियो में उमट गए थे। भारी तादाद में पब्लिक भी आई हुई थी सभी कलाकारों से मिलने। सभी लोग अपनी अपनी जगह बैठ गए। होस्ट ने शो की शुरुआत की, और सारी औपचारिकता ख़त्म करने के बाद उसने सभी गायक कलाकारों को स्टेज पर बुलाया, माधव के आश्चर्य के बीच उसने कीर्ति को भी वहीं पर देखा। उसकी सारी पुरानी यादें ताज़ा हो गई। उसके मन में ख़्याल आया कि भगवान भी सच्चा प्यार करने वाले कि मदद करता है।
“तो जैसा कि आप सब लोग जानते है, इस प्रतियोगिता में सभी को एक पार्टनर चुनना पड़ेगा, और पार्टनर चुनेगी हमारी जज की टीम। सभी गाने ड्यूएट में गाए जाने है, इसीलिए मेल-फीमेल की जोड़ी बनेगी।”
होस्ट इतना कहकर रुक गया, फिर जज की टीम ने आपस में गुफ़्तगू की और आखिर में उन्होंने सब की जोड़ी सुनिश्चित की। माधव ने भगवान से सच्चे दिल से प्रार्थना की होगी तभी उसकी जोड़ी कीर्ति के साथ बनी। हालांकि कीर्ति को ये बात जरा भी पसंद नहीं आई।
Chapter 6.2 will be continued soon…
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✍️ Anil Patel (Bunny)