Daanav the risky love - 2 in Hindi Horror Stories by Pooja Singh books and stories PDF | दानव द रिस्की लव - 2

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दानव द रिस्की लव - 2

उसी रात अजीब घटना घटतीं है...😱
"....अदिति---अदिति---अदिति (चिल्लाता हैं और जोर से पकड़कर उसे कर झंकझोरता हैं )
"... हां ...हां भैय्या.. (अदिति मानो बेहोशी से उठकर बोलती है).."
" हां भैय्या क्या... कब से आवाज लगा रहा हूं.. अदिति अदिति तू किस धुन में थी और आधी रात को कहां जा रही है ..."
" मैं... मैं तो कही नही जा रही थी भैय्या और मैं बाहर कैसे आ गयी (अचंभे में अदिति ने पूछा ).."
" तू पागल है ....तू कबसे नींद में चलने लगी ..."
" भैय्या मुझे सच में नहीं पता मैं कैसे बाहर आ गयी ..."
" ..अच्छा छोड़ अब अंदर चल ..."
तभी दोनों की आवाज सुनकर कांची बाहर आती है
"..क्या हुआ भैय्या आप दोनों इतनी रात को बाहर क्या कर रहे है ..मौसी ने देख लिया तो बहुत गुस्सा करेंगी..."
" हां कांची (दोनों अंदर आते हैं).. "
कांची : क्या हुआ भैय्या आप इसपर चिल्ला क्यूं रहे थे ...?
आदित्य : इसे देखो पता नही बिना बताऐ किस धुन में चले जा रही थी.... इतनी आवाज देने पर हां--हां कर रही थी... "
अदिति : भैय्या मुझे सच में नहीं पता मैं बाहर कैसे आ गयी..?
कांची : ओह ...!😱मैने इससे मना किया था भैय्या पुराने किले के पास मत जाओ पर....इसने सुनी नही और सुबह वहां उस किले के पास चली गयी और जिसका डर था वही हो रहा है और उस चमगादड़ ने भी इसे काटा था...!
आदित्य : कांची.... तू क्या कह रही है ..साफ -साफ बता .?
कांची : भैय्या आपको अभी यहां के हालातों के बारे में नहीं पता है....... पुराना किला हम लड़कियों के लिए मौत का किला है इसलिए तो जितनी भी लड़कियां है ,उनको सुरक्षा कवच यंत्र से सुरक्षित कर रखा है ताकि कोई उस किले की तरफ आकर्षित न हो ...!
आदित्य : तुम्हारा कहने का क्या मतलब है कांची कीलियर बताओ उलझन में मत डालो ...आखिर अदिति बाहर क्यूं गयी...?
कांची : भैय्या वैसे तो मौसी ने मना किया है बताने के लिए लेकिन आपको बता तो दूंगी पर मौसी से इस बारे में कुछ मत पुछना... "
आदित्य : ठीक है... नही पुछेंगे अब बताओ...?
कांची : ठीक है भैय्या सुनिए .........पुराने किले में , लोग कहते है मैने देखा नही है ...उस पुराने किले में नर पिशाच
कैद है शायद गामाक्ष नाम है उसका ....वो पिशाच रुप बदलकर स्त्रियों को अपने झुठे प्रपंच मतलब प्यार में फंसाता है और सही दिन आने पर उन्हें मार देता है....
तभी अदिति बोलती है : उन्हें मार देता है लेकिन क्यूं... उन्होंने उसका क्या बिगाड़ा है....?
कांची : ये तो मुझे भी नहीं पता ,,जितना मुझे पता है और जितना मुझे बताया गया है मैने बता दिया..... लेकिन इतना भी पता है वो कभी किले से बाहर नही आ पाऐगा....!
आदित्य : वो किले से बाहर नही आता तो फिर लड़कियों को कैसे अगवा कर लेता है...!
कांची : वैसे भैय्या ... कहा जाता है वो जबसे उस किले में कैद हुआ है तबसे कोई लड़की अगवा नही हुई हैं लेकिन अदिति को अचानक क्या हो गया पता नहीं..... कही उसके चमगादड़ को उसको वापस मुक्त करवाने के लिए अदिति का सहारा न ले .....(तभी अदिति चिल्लाती है)
अदिति : ये सब क्या फालतू की बातें कह रही हो ....(तभी आदित्य टोकता है)
आदित्य : अदिति शांत रहो क्या पता हमे अभी यहां क्या हो रहा है...... वैसे कांची अदिति की सुरक्षा कवच पूजा ठीक है पर मां ने ये क्यूं कहा की मेरी भी सुरक्षा कवच पूजा होगी..!
कांची : इसके बारे में मुझे नही पता जितना मैं जानती थी आपको बता दिया....अब आप सो जाईये और हां मौसी से कुछ मत पूछना .....!
आदित्य : ठीक है...!
अदिति : वैसे भैय्या मैं उस किले के रहस्य को जानकर रहूंगी क्या पता अंधविश्वास के चक्कर में किसी मासूम को कैद कर दिया हो ....अक्सर मैने ऐसा पढ़ा है...!
कांची : नही अदिति ये भूल मत करना ...!
आदित्य : ये कही नही जाएगी कांची मैं इसे कही नही जाने दूंगा ....वैसे कांची उसे उस किले में किसने कैद किया है..!
कांची : उसे बाबा अमोघनाथ ने कैद किया है... वही कल आप दोनों की सुरक्षा कवच पूजा करेंगे....!
आदित्य: ठीक है..!
*********
अगले दिन.......
....
अदिति नीचे आती है : कांची.... मां कहां है ....?
कांची : मौसी तो पूजा स्थल पर चली गयी हैं और आप दोनों को कहा हैं वहां लाने के लिए मुझे ....जल्दी से तैयार हो जाओ अदिति और भैय्या से भी कह दो ...!
अदिति : ठीक है.. मैं भाई से कह देती हूं .....
"""'" चारो पूजा स्थल की ओर चल देते है...अदिति कांची और आदित्य रमन आपस में बातें करते हुए जा रहे थे... कांची को उसकी सहेली मिल जाती है और उससे बातो में उलझ जाती है ...भीड़ में चारो आगे पीछे हो जाते है....!
***चारो पूजा स्थल पहुंचते हैं***
देविका (इनकी मां) : आ गये बच्चों ....आओ ....आदित्य.. (इधर उधर देखकर) अदिति कहां हैं वो नही आई अभी...?
आदित्य : मां ...वो तो कांची के साथ ही थी......!
कांची हैरानी से चारो तरफ देखती है....:
:--हां ...हां मौसी व वो तो मेरे ही साथ थी पता नही कहा रह गयी ...?
देविका : कहां रह गयी मतलब .....कहां चली गयी वो ...तुम्हें उसका ध्यान रखने के लिए कहा था न तुम्हें पता है न यहां के माहौल के बारे में........कहां गयी अदिति ढुंढो जल्दी उसे....!
...............क्रमशः...........