राहुल के ऐसे बिना बताए निकल जाने के बाद,
जिया को अब यकीन हो ही गया था की राहुल पक्का कोई बहाना बना रहा है। और ये सब सोच कर वो अपने मन में ये फैसला कर रही थी की.... "राहुल से मिल कर अब बात करनी ही होगी। उसे ये समझना ही होगा कि, जो वो सोच रहा है, वो possible नही है। मैं समझ चुकी हु,पता नही वो क्यू नही समझता, कोशिश ही नही करता समझने की ओर क्यू बार बार वो मुझे आगे नहीं बढ़ने देता। क्यू बार बार मुझे हौसला देता रहता है की, नही अभी भी चांस है, कुछ हो सकता है। नही नही नही, सच में बहुत देर हो गई अब कुछ नही हो सकता।".
जिया को इतनी देर से ऐसा चुप चाप शांत होकर लगातार एक ही तरफ देखता देख, आर्यन समझ गया था कि, "पक्का किसी गहरी सोच में है, कही कल की अपनी मीटिंग के बारे में तो नही सोच रही"
और ये सोच कर आर्यन जिया को आवाज लगाने लगा, पर जिया ने जैसे कुछ सुना ही नहीं। और अभी भी वही सब सोच रही थी। पर कोई सॉल्यूशन न मिलने पर वो जैसे ये सब सोचना बंद करना ही नहीं चाहती थी। और डूबते डूबते वो इतना खो गई थी, मानो वो अपनी पलके झपकाना ही भूल गई हो। उसकी ये हालत देख आर्यन से रहा ही नहीं जा रहा था, और वो किसी और बातो को सोच, जिया की इस प्रोब्लम का सॉल्यूशन ढूंढने में अपने दोनो हाथो को जोड़े लगा हुआ था। वो अपने दिमाग पर जोर डाले जा रहा था की कैसे जिया की प्रोप्लेम वो दूर कर सकता है। पर वो जिया को ऐसी हालत में नही देख पा रहा था, उसने तुरंत ही अपने हाथ से जिया का एक साइड का कंधा अपनी तरफ खींचा और उसे गले लगा लिया। और फिर दूसरा हाथ भी जिया के दूसरे कंधे पर रख कर उसे बहुत जोर से गले लगाने लगा, मानो वो जिया की सारी तकलीफ समझ रहा हो और उसे गले लगा कर ही उसकी तकलीफ खत्म कर देगा। आर्यन का ऐसे जिया को अपनी तरफ खींचने से लेकर, उसे इतनी देर पकड़े रहने तक कुछ समझ नहीं आ रहा था, पर उसे सच बहुत अच्छा लग रहा था। उसे लग रहा था कि, उसे नही पता की आर्यन अभी कया सोच रहा है, पर जो भी हो वो ऐसा करके सच में उसकी परेशानी कम कर रहा है। जब उन्हें गले लगे कुछ देर हो गई थी तब भी आर्यन को समझ नही आ रहा था की, वो किन लफ्जो का इस्तेमाल करके जिया को ये बताए की वो उसकी परेशानी समझ सकता है, और इसके लिए वो इसके साथ है, क्युकी आर्यन को खुद इसका अभी कोई सॉल्यूशन नही पता था, की आखिर उसकी परेशानी वो कैसे सॉल्व कर सकता है। और बिना सॉल्यूशन वो बस जिया से इस बारे में बात करके उसे और परेशान नहीं करना चाहता था।
तो जिया ने ही बोला, "आर्यन क्या हुआ तुझे, मैं ठीक हु, तू ऐसे क्यू बिहेव कर रहा है।" उसको ऐसा गले लगा रखने की वजह से जिया के दिल की धड़कने बढ़ने लगी थी, और अब वो उसे कंट्रोल नही कर पा रही थी।
तभी अचानक राहुल जिया की मेडिसिंस, करन से लेकर वहा आ जाता है, और दोनो को गले लगा देख, थोड़ा खुश होता है। पर राहुल के आने से जिया थोड़ी घबरा जाती है, और आर्यन को झटके से खुद से दूर कर देती है और कहती है, "यहां बस थोड़ी तबियत नही खराब हुई पता नही क्या भूचाल गया। और सब अपना अपना काम छोड़कर मेरे पास ही आकर बस गए, अब जाओ जाकर अपना अपना काम करो। हम कल मिलते है, मुझे भी थोड़ा काम कंप्लीट करना है। और आर्यन तू तो कभी छुट्टी नही लेता और मेरी वजह से आज वर्किंग डे में पूरा दिन यही बिता दिया तूने।"
इस पर आर्यन थोड़ा रुड होकर बोलता है, "will you plz just shup up ...शांति से बैठ, कोई काम नही करना, न तुझे न मुझे। आराम कर यह लेट के। मैं कही नही जा रहा।"
तो राहुल कुछ सोचते हुए बोल पड़ता है, "तू कहती है तो मैं चला जाता हु, तू बस आराम कर।" जिया तो सब समझ रही थी कि राहुल क्या करने की कोशिश कर रहा है, तो उसने सोचा यही मौका है राहुल से खुल कर इस बारे में बात करने का, और वो ये सब सोच कर बोलती है, "हम्मम वैसे भी राहुल को तो कोई काम ही नही है न... राहुल एक काम कर तू रुक जा मेरा खयाल रखने के लिए" और फिर आर्यन की तरफ देख कर कहती है, "आर्यन तू जा, मुझे पता है ऐसे अचानक तेरा ऑफिस न जाने से कितनी प्रोब्लम होती है तेरे कंपनी में। एक दिन के लिए बीमार होने की भी परमिशन नही है तुझे तो। तुझे वैसे भी एक दिन की छुट्टी लेने से कम से कम एक हफ्ता पहले प्लान करना होता है। तो तू जा, राहुल है मेरा खयाल रख लेगा।"
जिया के ये सब कहने पर आर्यन उसे घूरता हुआ कहता है, "मैं पहले ही ये सब निपटा चुका हु, मैने कहा न.. मैं कही नही जा रहा, मतलब नहीं जा रहा।"
तभी राहुल कुछ बोलने ही जा रहा था लेकिन, जिया को उसकी ये बात सुनकर परेशान होता देख चुप हो गया, और उसकी बात गले तक ही आकर अटक गई।
थोड़ी देर तीनों एक ही कमरे में शांति से बैठे होते है (जिया लेती होती है) तो अचानक से जिया बोल पड़ती है, जिससे राहुल और आर्यन का ध्यान उसकी तरफ जाता है। वो बोलती है, "यार सच में मुझे बस थोड़ा सा ही काम है। कल जो पेपर वर्क मैने किया था न..,बस अब उसके डॉक्यूमेंट्स बनाने है और हर आर्टिकल्स को अलग अलग pdf में सेव करना है।"
फिर अपने सामने वाली wall पर लागे घड़ी की तरफ टाइम देखकर चौक, कर हड़बड़ा कर बोलती है, "हे भगवान, 6 बज गए, यार बस इतना काम बचा है। मैं जाकर कर लेती हू न..."
उसकी ये बात सुन कर आर्यन सोचता है की उसे ये करने दे या नहीं, तो कुछ बोल नहीं पाता।
पर कुछ सोच कर राहुल बोलता है, "सुन तूने सारे पेपर सेट करके रखे हुए हैं , जिन्हे स्कैन करके तू डॉक्युमेंट्स और पीडीएफ बनाएगी।"
"हा सब सेट है, सारी एडिटिंग भी हो गई। जल्दी ही हो जाएगा बस आधा एक घंटा लगेगा।" जिया बड़े ही कैजुअली ये सब बोलती है। और अंदर ही अंदर खुश होती हुई सोचती है, "कम से कम काम कंप्लीट तो हो। तभी तो नींद आए मुझे।"
तभी राहुल उसे कहता है, "ये तेरे लिए आधे एक घंटे का काम होगा, पर मेरे लिए कुछ मिनटों का है, मैं अभी कर देता हु। बस मेरे काम पूरा करने के बाद बता दियो की किस नाम से सेव करनी है फाइल्स।"
जिया , राहुल की ये बात सुनकर थोड़ी हैरान, अनजान होकर पूछती है, "तू कैसे मिनटों में कर लेगा? ऐसी कोन सी ट्रिक है तेरे पास।"
तभी उसके साइड में एक चेयर पर बैठा आर्यन उससे कहता है, "वो कर लेगा, कंपनी में भी वो काफी ऐसी फाइल्स मिंटो में बना लेता है, तुझे पता है न की वो कोन है, तबियत खराब होने का असर दिमाग पे तो नही जा रहा न...। He is the most wanted computer expert,जिसकी तलाश सिर्फ दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे देश में है, पर जिसे मैंने चुरा लिया है।"
और ये बोलकर हसने लगता है। और फिर जिया और राहुल भी हसने लगते हैं।
और यू ही हस्ते हुए जिया राहुल से कहती है, "बाकी सब मुझे नही पता, लेकिन ये फाइल्स वाली ट्रिक तू मुझे बताएगा, मुझे नही पता। ये trick मेरे सच में बहुत काम आने वाली है। वैसे भी इतना टाइम पेपर्स में ही एडिट कर कर के करेक्ट करने में लगाती हु, उसके बाद ये अलग झंझट होता है यार।"
राहुल: "हा हा बता दूंगा। इसमें कोन सी बड़ी बात है।"
फिर राहुल जिया से पूछ कर उसके पेपर्स चेक करने और उन्हें समेटने में लग जाता है, क्युकी तबियत खराब होने की वजह से जिया का काम पूरा होने के बाद भी वो पेपर्स समेट नही पाई थी।जिसकी वजह से राहुल का मिंटो का काम अब बढ़ चुका था, राहुल पेपर लेकर, उन्हे उनके सीरियल no. के हिसाब से सेट करने लगता है। फिर उसे स्टेपल कर काम में जुट जाता है।
...