Wo Ankahi Baate - 26 in Hindi Fiction Stories by RACHNA ROY books and stories PDF | वो अनकही बातें - 26

Featured Books
Categories
Share

वो अनकही बातें - 26

फिर दोनों ऊपर बेडरूम में आकर बैठ गए।

शालू ने कहा कि सोमवार को कितने बजे हैं। समीर ने कहा वैसे तो वो आ जाती है तुम एक बजे तक आ जाना। आकाश को बोल दुंगा। शालू ने कहा ओके। समीर ने कहा देखो शालू मैं हुं ना सब ठीक हो जाएगा। फिर शालू नाईट की्म लगाते हुए बोली हां ठीक है। समीर अपने लैपटॉप पर कुछ काम कर रहा था तो ध्यान नहीं दे पाए।जब उठे तो देखा कि शालू सो गई थी। समीर भी जाकर सो गए। दूसरे दिन सुबह समीर तैयार हो कर नीचे पहुंच गए और नाश्ता करने लगे तो उन्होंने ने विनय काका को सब समझा दिया कि शालू को टाइम से भेज दिजिएगा। फिर समीर अस्पताल पहुंच गए। इधर शालू की नींद करीब नौ बजे खुली जब शीला झारू लगाने आई।तब शालू जल्दी से नहा कर नाश्ता करने पहुंची तो विनय काका ने उसको सब बताया। शालू ने कहा हां ठीक है काका मैं तैयार हो जाती हुं। फिर शालू तैयार हो गई। ग्यारह बजे तक आकाश भी गाड़ी लेकर आ गए और फिर शालू निकल गई।

अस्पताल पहुंच कर ही सभी ने उसका स्वागत किया और फिर समीर के साथ सीधे गाइनोकोलॉजिस्ट डा शीतल के पास गए।डाॅ शीतल ने कहा आइए डाक्टर समीर। समीर ने कहा यस डाॅ शीतल ये है शालिनी मेरी पत्नी। डाक्टर शीतल ने कहा आओ शालिनी बैठो। और बताओ कैसी हो? शालू ने कहा ठीक हुं। शीतल ने कहा चलो चैक अप कर लें। शालू ने कहा ओके। फिर दोनों अन्दर रूम में चले गए। जहां पर शालू ने बताया कि कल रात ही उसे एम एस आ गया था।डाॅ शीतल ने कहा ओके नो प्रोब्लम। ऐसा हो जाता है ‌। फिर शीतल ने शालू से बहुत सारे सवाल भी पूछे जिनका जवाब शालू ने दिया। फिर दोनों बाहर केविन में आ गए।शीतल ने बैठते हुए कहा कि डाॅ समीर मैं कुछ टेस्ट दे रही हुं इनको करवा लिजिए फिर अगले हफ्ते मिलते हैं। शालू एक दम खामोश हो गई थी। समीर बार बार उसकी आंखों को पढ़ने की कोशिश कर रहा था। फिर दोनों बाहर आ गए। समीर ने देखा कि डाक्टर शीतल ने चार टेस्ट लिखें थे। समीर ने पैथोलाजी सेन्टर में शालू को लेकर अन्दर पहुंच गए और फिर नर्स ने कहा कि ये सब टेस्ट करवाना है। फिर शालू नर्स के साथ अन्दर चली गई और कुछ समय बाद वापस आ गई। समीर ने कहा तुम ठीक हो। अब तुम घर जाओ। आकाश को बोल दिया है मैंने। शालू ने कुछ भी नहीं कहा और वहां से चली गई।
सारे रिपोर्ट दो दिन बाद आने वाले थे। समीर भी अपने ओ टी में चले गए। शाम को घर जाते समय डाॅ शीतल मिल गई तो उन्होंने कहा समीर शालू को बहुत ज्यादा खुश रहना होगा उसको पता भी नहीं कि उसका असर उसके बेबी पर हो गया।आई मिन की सी इज प्रेगनेंट बट कल ही उसका मिस कैरेज हो गया। समीर ये सुनकर एक दम चौंक गया और फिर बोला अच्छा पर उसने मुझे कुछ नहीं बताया। शीतल ने कहा वो डरी हुई थी।बट यू टेक केयर। समीर ने कहा ओके ।
समीर घर पहुंच कर ही शालू को खोजने लगा।तो देखा कि बालकनी में खड़ी थी। समीर ने कहा शालू तुमने कल रात दवाई खाई थी क्या? शालू ने कहा हां, शायद इसी वजह से मैं मां नहीं बन सकतीं। समीर ने तुरंत अपनी ओर खींच कर उसको प्यार करने लगा और शालू रोने लगी। समीर ने कहा अब बस करो कितना रोना है तुम्हें। शालू ने कहा मैं क्या कभी मां नहीं बन सकतीं। समीर ने कहा अब बस करो हां वरना मुझे चुप कराना भी आता है ये कह कर सोमू ने अपने होंठ को शालू के गुलाबी होंठों पर रख दिया और कुछ देर ये सिलसिला चलता रहा। शालू ने कहा अरे बाबा सोमू। समीर ने खुद को सम्हाल कर बोला हां चलो एक लाॅग डाइव पर चले । जुहू बीच। शालू तैयार हो जाओ। शालू ने कहा हां ठीक है। फिर दोनों तैयार हो कर नीचे पहुंच गए और आकाश को कहा भाई तू आराम कर।हम चलते हैं। फिर दोनों ही निकल गए। कुछ ट्राफिक के बाद ये दोनों जुहू में पहुंच गए। ज्यादा भीड़ नहीं थी। शालू ने कहा मुझे पानी पुरी चाहिए।सोमू। समीर ने कहा हां ठीक है। पहले घुम लेते हैं। फिर दोनों एक पागल प्रेमी की तरह घुमने लगें और फिर थक गए थे। शालू ने कहा मुझे गोला खाना है। समीर ने कहा पर शालू ये सब सेहत के लिए ठीक नहीं है। शालू ने कहा सोमू प्लीज़ खाने दो ना प्लीज़। क्या पता कल हो ना हो।। समीर ने गुस्से में आकर कहा ये सब मत बोलो हां।चलो ठीक है खा लो। फिर शालू ने एक कोला वाला गोला खाने लगीं। समीर उसको देखता रहा कि एक बच्चे की तरह खा रही थी। शालू ने इशारे से कहा लो ना थोड़ा सा। समीर ने कहा नहीं यार। तुम्हें मैं बस खाते हुए देख रहा हूं इसी में तो मजा है। शालू ने कहा अच्छा जी। बदमाश हो गए हो सोमू।बट आई लव यू जान। समीर ने कहा आई लव यू टू जान। फिर वहां से पानी पुरी थोड़ा बहुत खाने के बाद। समीर ने घड़ी देखी तो ८बज रहे थे।चलो अब चलना चाहिए। शालू ने कहा ओके सर। चलिए। फिर दोनों कार में बैठ गए और फिर निकल गए। शालू ने कहा सोमू मुझे भी डाइविंग सिखना है। समीर ने कहा ओके। शालू ने कहा ओके नहीं,बस सिखना है तो है। समीर ने कहा अब समझा। शालू ने कहा क्या समझें?सोमू ने कहा कुछ नहीं। शालू ने कहा अच्छा ठीक है जाओ मत बोलो। फिर दोनों एक दम से खामोश हो गए। और फिर घर आ गया। शालू बिना कुछ बोले ही ऊपर चली गई। समीर अन्दर पहुंच कर बोला अरे विनय काका शालू ऊपर गई। विनय काका ने कहा हां बेटा वो बोली कि पेट भरा है डिनर नहीं करेंगी। समीर ने कहा ओह। ऐसा क्यों करती हो शालू।मन में सोचा ये बात और मुझे तो भुख लगी है। काका मुझे खाना दे दो। विनय काका ने कहा हां ठीक है। समीर ने पुरा डिनर करने के बाद ऊपर गया और फिर देखा कि शालू सो चुकी थी।इतनी जल्दी सो गई।


फिर दूसरे दिनसुबह उठते ही समीर को निकलना था पर शालू उठी नहीं। नीचे पहुंच कर नाश्ता करके समीर निकल गए।
शालू करीब नौ बजे उठी।तब शीला भी अपना काम करके जाने लगी। शालू ने कहा ओह मैं हमेशा लेट उठती हुं सोमू तो कब चला गया। शालू ने फोन चेक किया पर कोई मैसेज भी नहीं था। शालू ने एक मैसेज भेज दिया जान मुझे उठाया क्यों नहीं। फिर शालू फे्श होकर नीचे आ गई। विनय काका ने नाश्ता दिया। नाश्ता करने के बाद शालू अपने रूम में आकर लैपटॉप निकाल कर बैठी।आज मैं सारे प्रेग्नेंसी रिलेटेड बातें पढ़ती हूं। फिर शालू ने काफी कुछ पढ़ा और उसे बहुत कुछ पता भी चला। फिर समीर का फोन आया। हेलो तो मैडम का मुड कैसा है? शालू ने कहा बहुत गुस्सा दिलाते हो हां, पता है मैं बोर हो जाती हुं यार। आफिस जोय्न कर लूं। समीर ने कहा फिर वही बात। तुम मां बनाना चाहती हो या जाॅब। शालू ने कहा सोमू दोनों ही, तुम एक डाक्टर होकर ये सब बोल रहे हो। समीर ने कहा मैं फोन रखता हूं। शालू ओह सोमू तुम क्या चाहते हो?मैं पुरे टाईम क्या करूं।

समीर दोपहर को नहीं आया। शालू ने अकेले ही लंच किया। और फिर सो गई। शाम को समीर आया तो विनय काका ने नाश्ता और काॅफी दे दिया। कुछ देर बाद विकास आ गया। समीर ने कहा अरे कहां गया था। विकास ने कहा अरे भाई थोड़ा बिजी था। समीर ने कहा क्या बात है। विकास वो सपना को माइका छोड़ आया। समीर ने कहा अच्छा गुड न्यूज है। विकास ने कहा हां यार। इतने सालों बाद मैं कोई रिस्क नहीं लेना चाहता था। समीर ने कहा हां ठीक किया। विकास ने कहा कैसे रहा तुम्हारा हनीमून। समीर ने कहा अच्छा था। ये लो देखो।कह कर आई पोट दे दिया देखने को। विकास ने सारी विडियो देखा और बोला वाह! समीर ने सारे गिफ्ट देते हुए कहा ये सब तेरे और सपना के लिए। विकास ने कहा अरे वाह। थैंक यू डियर। अच्छा शालिनी कहां है? समीर ने कहा वो सो गई यार। और सब ठीक है ना ये बात विकास ने पूछा। समीर ने कहा हां ठीक है। समीर ने कहा विनय काका खाना पैक कर दिजिए। विकास के लिए। विकास ने कहा अरे यार। समीर ने कहा हां अब तो बाहर का खाना पड़ता है ना? विकास ने कहा हां ये सब चल रहा है। समीर ने कहा हां तो ले जा ना। विकास ने कहा अच्छा ठीक है। समीर ने कहा फिर किसी दिन मिलते हैं। विकास ने कहा हां ठीक है। विनय काका ने एक हाॅट केश वाला टिफिन दे दिया। विकास ने कहा चल चलता हूं। समीर ने मन में सोचा कि शायद शालू सो गई होगी। समीर ने कहा विनय काका आज डिनर मैं ऊपर करूंगा।मैं खुद लेकर जाता हूं और आप भी खा लिजिए। विनय काका ने कहा हां ठीक है मैं तुम दोनों का खाना लगा कर देता हूं। समीर ने कहा अरे काका एक बात तो पुछा ही नहीं खाना ज्यादा बना था ना? विनय काका बोले अरे हां बेटा ये तो तुम हमेशा से बोल देते हो कि हमेशा ज्यादा खाना बनाया किजिए। और याद है बेटा एक बार तो सब मरीजों का खाना हम दोनों मिलकर बनाएं थे जब तुम्हारे अस्पताल का रसोईया बीमार था। समीर ने कहा हां काका कैसे भुल सकता हूं। विनय काका ने खाना लगा कर दे दिया। समीर ऊपर पहुंच कर कमरे में गया तो देखा मैडम सो रही थी। और एसी बहुत तेज चल रही थी। समीर ने टेबल पर खाना रख दिया और फिर एसी को कम करने के बाद शालू के पास जाकर उसके बालों को हटाने लगा क्योंकि उसका चेहरा नहीं दिख रहा था। और फिर धीरे धीरे से बोला शालू। फिर शालू उठ गई और फिर बोली आज बहुत लेट कर दिए। समीर ने कहा जी नहीं मैडम मैं कब का आया हुं।चलो पहले डिनर करते हैं। शालू ने कहा अरे ये क्या आज ऊपर डिनर करोगे? समीर ने कहा हां तो।चलो अब। खाना ठंडा हो रहा है। फिर दोनों एक-दूसरे को एक हग किया और फिर दोनों खाना खाने बैठ गए। खाते हुए समीर ने विकास की पत्नी का गुड न्यूज दिया। ये सुनकर कर शालू ने कहा सोमू मेरे रिपोर्ट कल आएंगे। समीर ने कहा हां सब ठीक होगा। मुझे तो एक छोटी सी शालू चाहिए। समीर ने शालू को एक कोर खिलाते हुए कहा। शालू ने कहा नहीं मुझे एक सोमू चाहिए। समीर ने कहा अच्छा ठीक है फिर जुड़वां बच्चे करते हैं। शालू ने कहा मैं मर जाऊंगी फिर। समीर ने कहा हमेशा ऐसा क्यों बोलती हो।चलो राइस,दाल खत्म करो। शालू ने कहा नहीं मुझे और नहीं खाना है। समीर ने कहा चलो आज एक मुवी देखते हैं प्रोजेक्ट पर। शालू ने कहा हां ठीक है पर कुछ ऐसी वैसी नहीं। समीर ने कहा अरे नहीं बाबा,पर रोमांटिक। शालू ने कहा ओके सर। फिर दोनों आराम से खाना खा कर थोड़ी देर बालकनी में टहलने लगे और फिर शालू ने अपना नाईट सूट पहन लिया। समीर ने कहा शालू ये नया वाला है ना? शालू ने कहा नहीं वो तीन पीस था।सोमू तुम बहुत स्मार्ट हो। समीर ने कहा अच्छा पर कैसे तुमने तो पहना ही नहीं। शालू ने कहा हां अब पहनुगी भी नहीं। समीर ने कहा अच्छा बाबा ठीक है। फिर समीर ने सारा प्रोजेक्ट सेट किया और फिर एक मुवी शुरू हो गई। दोनों एक दूसरे के एक दम करीब हो कर मुवी देखने लगें। फिर सोमू ने धीरे धीरे शालू को गुदगुदाने लगा। शालू ने कहा बदमाश हो गए हो सोमू।मुवी देखो ना। वैसे भी मेरी तबियत ठीक नहीं है।सोमू ने कहा ओह। ओके बाबा। चलों मुवी देखते हैं फिर धीरे धीरे दोनों ही सो गए। और मुवी अपने आप बंद हो गया।
दूसरे दिन सुबह दोनों ही एक साथ उठें। समीर ने कहा गुड मॉर्निंग और एक किस किया। शालू ने कहा हहहम गुड मॉर्निंग। फिर दोनों फे्श होकर नीचे पहुंच गए। दोनों ने एक-दूसरे के साथ ही चाय और नाश्ता किया। फिर समीर निकल गए। शालू बहुत खुश थी क्योंकि आज वो जल्दी उठकर तैयार हो गई थी। फिर कुछ देर बाद शीला आ गई और फिर वो भी सब काम करने लगी। शालू लैपटॉप पर कुछ देखने लगी। कुछ देर बाद ही समीर का फोन आया और उसने कहा कि शालू सारे टेस्ट तुम्हारे नार्मल है। कुछ विटामिन ए बी की दवा दिया है डाक्टर ने। शालू ये सुनकर बहुत खुश हो गई। दोपहर को समीर का दूसरे अस्पताल में डियुटी थी।हर हफ्ते की शुक्रवार को समीर को बांद्रा जाना होता था। शालू ने अपना लंच करके ऊपर चली गई। और फिर वो सो गई। शाम को समीर बहुत ही थका हुआ वापस आया। शालू एक दम तैयार हो कर नीचे खड़ी मिली। समीर ने देखते ही कहा क्या बात है आज चांद जमीन पर कैसे? शालू ने कहा सोमू मजाक मत करो। समीर ने अपनी तरफ खींचा और फिर बोला अरे मजाक कहा कर रहा हूं। क्या बात है आज बहुत फे्श लग रही हो कालेज वाली शालू। शालू ने कहा अरे बाबा सोमू छोड़ो भी विनय काका देख रहे हैं। समीर ने कहा अच्छा बाबा तुम जीती।चलो चाय नाश्ता लगाओ जल्दी भुख लगी है। विनय काका बोले अरे बेटा ये देखो आज पनीर पकौड़ा और पालक पकोड़े सब बिटिया ने ख़ास तुम्हारे लिए बनाया है। और हाथ भी जलाया है। शालू ने कहा क्या काका आप भी ना। समीर ने कहा अरे शालू दिखाओ अपना हाथ। शालू ने कहा अरे ठीक हुं।चलो पहले नाश्ता करते हैं। फिर समीर पनीर पकौड़ा खाया और फिर बोला वाह लाजवाब। शालू ने कहा काका आप भी खाओ। विनय काका बोले हां ज़रूर। फिर सब नाश्ता करने के बाद बैठ कर टीवी पर न्यूज देखने लगा। समीर ने कहा विनय काका मेरा फस्टेड बाक्स लाना। शालू ने कहा अरे बाबा मैं ठीक हूं सोमू। विनय काका लेकर आ गए। समीर ने कहा हाथ दिखाओ अपना। शालू ने हाथ बढ़ाकर दिखाया।हाथ पुरी तरह से जला हुआ था एक दम छाले पड़ गए थे। समीर ने कहा ओह माई गॉड क्या किया यार। दर्द हो रहा है ना। शालू ने कहा नहीं बिल्कुल नहीं अब तुमने जो छू दिया। फिर समीर ने मलहम लगा कर पट्टी बांध दी। समीर ने कहा एक दवा भी खाना होगा। एंटीबायोटिक है ठीक हो जाएगा। शालू ने कहा सोमू तुम मेरी विटामिन की गोलियां लाएं हो? समीर ने कहा हां बाबा।रात को सोते समय एक बार। शालू ने कहा ओके। मेरी रिपोर्ट दिखाना? समीर ने कहा हां ठीक है। फिर दोनों डिनर खाने के बाद ऊपर कमरे में जाकर बात करने लगे। समीर ने कहा ये खा लो। शालू ने कहा हां खाती हु। क्या मुझे फिर से जाना होगा? समीर ने कहा नहीं अब नहीं जाना है।जब कन्सीव करोगी तब जाना होगा। शालू ने कहा मुझे अब जल्दी से मां बनना है। समीर ने कहा हां मैं समझ सकता हूं।सब ठीक हो जाएगा।
फिर इसी तरह एक महीने निकल गए। समीर ने कहा कान्फ्रेंस के लिए दिल्ली जाना होगा। समीर ने कहा शालू तुम रह लोगी मेरे बिना बस एक हफ्ते की बात है। शालू ने कहा हां ठीक है मैं यह लूंगी। फिर समीर निकल जाता है दिल्ली।।

रोज रात को दोनों घंटों विडियो चैट करते हैं। शालू के मन में एक बात बैठ जाती है कि फिर से कुछ हो गया तो ।इस बार भी शालू मायुस हो जाती है। समीर आज वापस आने वाले है। शालू ने कहा मैं क्या करूं सोमू ने क्या क्या सोचा पर मैं।
रात को समीर आ गए और आते ही शालू को बहुत सारा प्यार किया। शालू बहुत मिस किया मैंने। शालू ने कहा हां मैंने भी किया यार। समीर ने कहा सब ठीक है जान। शालू ने कहा कुछ भी ठीक नहीं है सोमू । शायद मैं कभी मां नहीं बन सकतीं हूं ये कहते हुए रोने लगी शालू। समीर ने उसको अपनी बाहों में भर लिया और किस करने लगा और फिर बोला देखो मेरी तरफ। तुमसे बढ़ कर कोई भी नहीं है मेरे लिए।अगर भगवान शिव चाहेंगे तो तुम जरूर मां बनोगी।


क्रमशः