Ittefaak - 2 in Hindi Love Stories by Jagruti Joshi books and stories PDF | इत्तेफाक - भाग २

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इत्तेफाक - भाग २

दूसरे दिन कोलेज कैम्पस:
खुशी आज फिर से वही से गुजर रही थी थोड़ा-बहुत डर था पर फिर भी उस ने हिम्मत जुटाई और वहा से निकल ने लगी तभी पीछे से आवाज सुनाई दी ओ

ओ बहन जी रुको जरा कहा जा रही हो यहाँ आओ ।

खुशी_____ वह पलटी और बोली,,,,,, क्या है क्या हुआ,,,,,?
क्यों रोका है मुझे
सोना - ओ बाप रे इतना गुस्सा,,,,, देखो
यहां जो भी आता है हम से गुजर कर अंदर जाता है,,,,,,
कल कुछ हुआ नहीं तो कल का कोटा आज पूरा होगा,,,!
बोलो तुम क्या कर सकती हो हम सबके लिए।
तभी
रवींद्र _____
खुशी के सामने देखकर ,_बोला - डान्स करवाते है।

सोना - नहीं यार यह तो बोरिंग हो जाएगा चलो एक काम करता है।
उससे गेट पर खड़ा रखते हैं और वहां से जो भी गुजरे उसे सलाम ठुकवाते है ।

विकास - राज की और देखते हुए उसने कहा,
अरे जिसको रैगिंग करनी उसे तो पूछ ले ,
बोलो भाई क्या ख्याल है आपका क्या करवाना है।

राज ____ आंखों के इशारों से ना कह दिया,,!

खुशी को। ये सब देखकर गुस्सा आ रहा था। वो गुस्से मे मैं बोली,,, आप लोग क्या खुसुर-पुसुर कर रहे हो,,,? पहले मेरी बात ध्यान से सुनो,,,,
मे कोई बहिनजी वहीनजी नही हु, कपड़े से कोई मॉर्डन नहीं बन जाता,,!!
सोच और समझ से इंसान मॉडर्न बनता है और मेरी सोच पहले से मॉर्डन है।
फटे कपडे और खुले बालो से अगर ˈमॉड्‌न्‌ होने की पहचान है तो मै ऐसी ही ठीक हु।
आज के बाद आप मे से किसी ने भी मुझे बहिनजी या कीसी और नाम से बुलाने की कोशिश की तो हमसे बूरा और कोई नयी होगा।
हम पढ़ाई की लीये आते है मटरगश्ती के लिए नही,
ओर वो ईतना कहकर वहा से चली गई।

सब गुस्से मे तपे जा रहै थे,,,
सोना ने कहा _____ मे उसे छोड़ूंगी नही ईतनी इन्ˈसल्‍ट्‌ तो हमारी कभी किसी ने नही की,,,, यह महारानी समझती क्या है खुद को।

वह लोग राज को देखते रहे ,,उसे कोई फर्क नहीं पड़ा इतना सब सुन्नै के बाद भी ।
उसके चेहरे पर सिर्फ मुस्कुराहट थी।

राज: ने कुछ भी नही कहा सिर्फ शायरी गुनगुनादी,

वो चीज
जिसे दिल कहते हैं,
हम भूल गए हैं
रख कर कहीं

क्या बना है ऊपर वाले ने तुझे ,,,,पहली बार कोई इतना भाया है।
विकास____यार क्या हुआ हे तुजे?

यार पता नहीं पर मुझे लग रहा है कि मुझे उससे प्यार हो गया है।

उसके सारे दोस्त उसकी ओर देखने लगे फिर रविंद्र ने कहा यार भाई आप बहुत दिनों के बाद यहां आए हो आप घर जाकर आराम करो।

राज ने गुस्से में कहा क्या मैं आप लोगों को पागल लग रहा हूं प्यार के लिए पूरी उम्र थोड़ी चाहिए एक पल ही काफी है और मुझे वह पल मिल गया।

पता नहीं वह मुझसे प्यार करेगी या नहीं करेगी पर हां मेरे दिल में उसके लिए बेइंतेहा मोहब्बत होगी...........

सोना ने कहा मेरे यारों इसकी सटक गई है अगर आप लोग भी इस की संगत में रहे तो पता नहीं आप का भी यही हाल होगा

शायद

जारी है............