Wo Ankahi Baate - 25 in Hindi Fiction Stories by RACHNA ROY books and stories PDF | वो अनकही बातें - 25

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वो अनकही बातें - 25

हैरी ने कहा सर आज मैटर हार्न जायेंगे? समीर ने कहा नहीं आज और नहीं।
फिर गाड़ी को यु टर्न ले लिया। फिर वापस होटल पहुंचे। समीर ने कहा शालू चलो खाना खा लेते हैं। फिर दोनों खाना खाने बैठ गए। समीर ने दो हाटॅ गार्लिक सूप आॅडर किया। समीर ने सूप लेते हुए कहा क्या हुआ यार आज तो बिल्कुल भी बोली नहीं कुछ। ऐसा कैसे चलेगा।बात करो। शालू ने कहा क्या बात करूं। क्या तुम मुझे शादी करके खुश हो? समीर ने कहा ये कैसा सवाल है जान। मैं भला तुमसे अलग रहकर खुश था। देखो बी प्रेक्टिकल यार! लाइफ में कभी खुशी कभी ग़म आता रहता है। फिर डिनर भी आ गया।पर शालू ने एक रोटी किसी तरह से खाई।

फिर दोनों सोने चले गए। शालू ने कहा सोमू पता नहीं मैं तुम्हारा सपना पूरा कर पाऊंगी या फिर नहीं? समीर ने कहा जरूर करोगी यार । वापस जाकर हम चेक करवाते हैं मेरे अस्पताल में डाक्टर नीरजा बहुत ही अच्छी गाईनो है। तुम टेंशन मत लो।डाक सर्कल हो जायेगा। फिर दोनों सो गए। अगले दिन नाश्ता करने के बाद फिर ये लोग घुमने निकल गए। आज प्रथ्वी के स्वर्ग पर हमारा दो दिन और बचे हैं। हैरी हंसने लगा।सर,मैम यहां पर बहुत सारे स्टंट मनोरंजन करने भी आते हैं।
इसका नजारा देखिए।

मैटरहार्न- प्राकृतिक सुंदरता के अलावा यदि आप रोमांचक खेलों के शौकीन हैं तो मैटरहार्न जाना मत भूलिएगा। यदि आप खतरों के खिलाड़ी हैं और बेहद नजदीक से ग्लेशियरों का नजारा देखना चाहते हैं तो यहाँ के मैटरहार्न क्लाइंबर्स क्लब की सदस्यता आपका इंतजार कर रही है। यहीं पर यूरोप का सबसे बड़ा आईस स्कींग जोन भी है।

हैरी ये है जिसे अल्पाइन का स्वर्ग कहते हैं पुरा बर्फ का चादर है।

ग्रोरनरग्रेट- फिर ग्रोरनरग्रेट जिसे अल्पाइन का स्वर्ग कहते हैं की खूबसूरती जरूर निहारिए। सर्दियों में बर्फ से ढके रहने वाला यह ग्लेशियर गर्मियों में फूलों की घाटी में बदल जाता है। म्यूजिक लवर्स के लिए रिगी फोलकरोले का सफर बेहद यादगार रहेगा। हर जुलाई में यहाँ स्विज सरकार म्यूजिक प्ले करवाती है। जिसमें सात घंटे तक लगातार लाइव कांसर्ट होते हैं।

अब ये है रिगी कुलम ग्लेशियर । यहां का नजारा देखने तो समझिए कि सब कुछ देख लिया।

रिगी कुलम- यह ग्लेशियर नीली स्याही जैसी झीलों के लिए प्रसिद्द है। यहाँ तक आप ल्यूजरैन शहर से बाय बोट, बाय कार, बाय केबल कार जैसा आप चाहे पहुँच सकते हैं। पहुँचने के बाद स्टीम ट्रेन में सफर करना न भूले। बैली यूरोप सैलून रेल कार नामक यह ट्रेन आपको पचास के दशक के राजसी वैभव का अहसास कराएगी। यहाँ का एंटीक महोगनी फर्नीचर, ब्रांज वर्क, रेड कारपेट और बैकग्राउंड म्यूजिक आपको दूसरी दुनिया में ले जाएंगे।

हैरी ने कहा चलिए अब इंटरलेकन ओस्ट के रास्ते से जायेंगे।
ये भी बहुत सुंदर जगह है।

शिल्थॉर्न ग्लेशियर - जंगफ्रोज के अलावा शिल्थॉर्न ग्लेशियर का रास्ता भी इंटरलेकन ओस्ट से होकर जाता है। इसे विश्व के सबसे खूबृसूरत बर्फ के पहाड़ों में शुमार किया जाता है। यहाँ पाइन ग्लोरिया नामक राइड से आप पूरे ग्लेशियर का पैरोनामिक व्यू ले सकते हैं।

यहां बहुत ही खूबसूरत रेस्तरां भी है जहां आप लंच कर सकते हैं। समीर ने कहा हां ठीक है हमें भूख भी लग गई।
चलिए फिर। समीर ने कहा हैरी भाई आप भी खा लो। हैरी भी एक जगह पर बैठ गए।
समीर और शालू भी लंच करने बैठ गए। बहुत ही लजीज खाना खाने के बाद ये लोग फिर निकल गए।
हैरी ने कहा सर यहाँ भव्य रेस्टोरेंट की श्रृंखला है। इन पड़ावों पर रुककर आप शिल् थान की खूबसूरती अपनी आँखों में कैद कर सकते हैं।

समीर ने हंस कर कहा अरे वाह क्या बात है।

हैरी अब हम टिट लिस पर्वत पर जायेंगे। यहां का नजारा देखने के बाद आपको और कुछ देखने की जरूरत नहीं है।
टिटलिस पर्वत श्रृंखला- वादियों के इस देश का अगला पड़ाव है टिटलिस पर्वत श्रृंखला। यहाँ आप केबल कार के जिरए पूरे टिटलिस ग्लेशियर का खूबसूरती को निहार सकते हैं। केबल कार के सफर में आप स्विट्जरलैंड से ही जर्मनी के ब्लैक फारेस्ट के नजारे भी देख सकते हैं। इसी के साथ यहाँ के ग्लैशियर पार्क में घूमता मत भूलिएगा। इस पार्क में आइस से जुड़ी कई फन पैक्ड राइड्स हैं। जिनका रोमांच अलग मजा देता है। यह पार्क मई से अक्टूबर के मध्य खुला होता है।

समीर ने कहा हैरी भाई मजा आ गया अगर कहीं भी घुमने जाओ तुम जैसा एक गाइड का होना जरूरी है ‌

अब हमें ग्लेशियर ग्रोटो जायेंगे। वहां पहुंच कर ही हैरी ने छोटी सी जानकारी दी।

समीर ने कहा वाह क्या मनोरम दृश्य है।

ग्लेशियर ग्रोटो- यदि आप स्विट्जरलैंड जाएँ तो ग्लेशियर ग्रोटो को निहारना मत भूलिएगा। यहाँ बर्फ में बनी सुंदर गुफाएँ हैं।

ये देखिए सर यहां पर लेम् जगमजग करते हैं।
इन गुफाओं की बर्फ की दीवारों पर 8,450 लेम्पस जगमगाते हैं। यहाँ “हॉल ऑफ फेम” भी है। जिसमें स्विट्जरलैंड आए प्रमुख हस्तियो के फोटों लगे हैं। यहाँ “ करिशमा कपूर, वीरेंद्र सहवाग से लेकर कई भारतीय हस्तियों के फोटो पारंपरिक स्विज पोशाक में लगे हुए हैं।”
शालू ने कहा हैरी ने बहुत ही खूबसूरती से सब कुछ बता दिया। फिर हम वापस होटल आकर बैठ गए। और फिर हैरी को बुला और सारा गाड़ी का किराया देकर कहा फिर मिलेंगे। हैरी भी हंस कर बोला सर एयरपोर्ट मैं छोड़ सकता हूं। समीर ने कहा हां ठीक है मैं बता दुंगा तुम्हें।

समीर ने कहा शालू चलो दवा खा लो और हां
परोस हमें निकलना होगा।बताओ और क्या शापिंग बचा है तुम्हारा।। शालू ने कहा नहीं बाबा अलग से एक बैग खरीदना पड़ा। समीर ने हंस कर कहा अरे बाबा। फिर कल हम एक बार और यहां ही घुम लेते हैं। फिर दोनों सो गए।

दूसरे दिन सुबह दोनों देर तक सोते रहे। फिर समीर उठा और फे्श होकर शालू को गुलाब के फूल से उसके चेहरे को धीरे धीरे सहलाने लगा। और फिर एक गुड मॉर्निंग किस के साथ उसको उठा दिया।अब उठो भी कितना सोती हो।हमारा आज ही आखिरी सुबह है मेरी जान सिव्ट में।। शालू ने कहा हां बाबा उठती हुं। अरे ये गुलाब तुमने दिया। और किसकी हिम्मत हो सकती है मेरी जान। शालू ने कहा अच्छा बाबा। मै फ्रेश हो कर आती हूं। फिर दोनों नीचे जाकर रेस्तरां में नाश्ता करने लगे। दोनों खुब हंसी मजाक भी कर रहे थे। उसके बाद दोनों अपने हाथों में हाथ डाल कर निकल गए। समीर ने कहा आज ये वाला मार्केट घुम लेते हैं क्या कहती हो। शालू ने कहा हां चलो। फिर दोनों पहुंच गए पैदल ही चलने में बड़ा मज़ा आ रहा था। सर्द हवाओं में एक मुहब्बत की खुशबू भी आ रही थी। समीर ने दिखाते हुए कहा वो देखो वो सारे कलर की लाईट की मालाएं और कितने चांद सितारे। शालू ने कहा हां पर कैसे लेकर जाएंगे? जगह कहा है? समीर ने कहा अरे यार कहो तो जन्नत ले आऊं ये तो सिर्फ चांद सितारे हैं।चलो देखते हैं। फिर बहुत सारी चीज़ें देखने के बाद दो लडिया ले लिया। शालू ने कहा हां तुम इसको रखना हां। समीर ने कहा हां ठीक है पैकिंग देखा ना कितना अच्छा किया। फिर वहां से काफी दूर तक निकल गए।हर जगह पर छोटे छोटे दुकानें और लाईटें लगी थी। समीर ने कहा चलो कुछ शेल्फी लेते हैं। फिर दोनों ने तरह तरह के पोज़ में फोटो खींचने लगें। फिर वापस होटल आकर पहले खाना खा कर सोने चले गए। फिर शाम को एक पार्टी रखी गई थी किसी की पच्चीस साल की शादी की सालगिरह थी। समीर और शालू तैयार हो कर नीचे पहुंच गए। एक इंडियन कपल्स थे जिन्होंने ये पार्टी दी थी और सबको बुलाया गया था। पहले तो सभी डांस करने लगे। शालू एक गाउन पहनी थी और समीर के साथ डांस कर रही थी। फिर उसके बाद केक कटिंग हुआं और फिर डिनर रखा गया था। समीर और शालू ने उन्हें विश किया और फिर डिनर करके वहां से निकल गए। समीर ने कहा पार्टी शानदार थी पर कल हमें निकलना होगा इसलिए जल्दी आ गए। शालू ने कहा हां यार।चलो थोड़ी सी पैकिंग भी बाकी है मैं कर लेती हुं। फिर शालू ने कुछ कुछ पैकिंग कर लिया और फिर सो गई।
अगले दिन उनका सिवजरटलैड से विदाई था। फ्लाइट जिनेवा से था तो जल्दी निकलना था। सबकुछ पैकिंग हो गया था। हैरी भी पहले से आ गया था। फिर दोनों नीचे पहुंच गए और नाश्ता करने के बाद समीर ने चेक आऊट कर लिया और हैरी की गाड़ी में बैठ कर जिनेवा के लिए निकल पड़े। कुछ घंटों बाद जिनेवा एयरपोर्ट पर पहुंच गए। हैरी को पैसे देकर ये दोनों एयरपोर्ट पर पहुंच गए और जो जो फोरमालि्टज थी सब पुरी करके अपने हवाई जहाज पर सवार हो गए। और फाल्इट एक दम टाइम से निकल गई। दोनों ही एक-दूसरे के कंधे पर सो गए। फिर नाश्ता मिला। और फिर लंच बॉक्स भी मिला। इसी तरह एक लम्बे सफ़र के बाद ये लोग मुम्बई के ऐलीफेस्टन एयरपोर्ट पर पहुंच गए। दोनों ही थक कर चूर हो गए थे। फिर एक उबर कैव बुक किया और फिर पहुंच गए अपने घर। विनय काका ने दरवाजा खोला और बोले आओ बेटा कैसा रहा सफर। समीर ने कहा काका बहुत अच्छा रहा। जल्दी से एक बैल्क काॅफी और टोस्ट आमलेट। विनय काका बोले हां ज़रूर बेटा। फिर दोनों कमरे में जाकर एक दम लेट गए। फिर एक एक करके नहाने गए और फिर नीचे पहुंच कर इवनिंग सैन्कस खाने लगे। समीर ने कहा काका आप कैसे हो। कोई फोन आया था क्या? विनय काका बोले नहीं बेटा। समीर ने कहा अच्छा रात को कुछ नहीं खायेंगे हमलोग। अब जाकर सोना है। फिर दोनों ही सोने चले गए। क्योंकि थकावट बहुत ही हो गई थी।

दूसरे दिन सुबह उठकर तैयार हो गया समीर और बोला शालू मैं होकर आता हूं। शालू ने कहा हां ठीक है। फिर नीचे पहुंच गए नाश्ता करने के बाद ही समीर अपने अस्पताल पहुंच गए। मैरी ने देखते ही कहा अरे सर आप आप गए। समीर ने कहा हां कल ही आया आज बस देखने आ गया। मेरे पीछे कोई प्रोब्लम तो नहीं हुआ? मैरी ने कहा नो सर सब कुछ ठीक था। मै कल से आता हूं। मैरी ने कहा ओके सर। समीर अपने केबिन में चला गया। और फिर लैपटॉप पर कुछ काम करने लगा। इसी तरह दोपहर के दो बज चुके थे। समीर ने घड़ी देखी और फिर मैरी को बोल कर निकल गया।घर पहुंच कर ही देखा खाना टेबल पर लग चुका था। विनय काका शालू नहीं आई क्या? विनय काका ने कहा हां नाश्ता करके बिटिया सोने चली गई। समीर ने कहा अरे कितना सोएगी ये। समीर ऊपर पहुंच कर रूम में जाकर देखा तो शालू सो रही थी। समीर ने कहा अरे उठो भी खाना खाने चले। शालू ने कहा अरे सोमू तुम आ गए कितना देर कर दिया। समीर ने कहा अब चलो भूख लगी है। शालू ने उठते हुए कहा हां चलो।रूम से दोनों ही नीचे खाने की टेबल पर पहुंच गए। समीर ने कहा वाह कितना टाइम हो गया घर का खाना खाएं हुए। शालू ने कहा हां दाल चावल भाजी बहुत अच्छा बना है। विनय काका ने कहा हां रात के लिए राजमा बना दिया है। समीर ने कहा वाह वाह।राजमा के साथ मिस्सी रोटी। विनय काका ने कहा हां ठीक है बेटा। फिर दोनों खाना खा कर ऊपर रुम में जाकर समीर ने आई पोट पर सारे विडियो देखने लगें। फिर शालू ने सारे जो,जो शापिंग किया था वो सब निकल कर रखने लगीं। समीर ने कहा मेरे अस्पताल का सारा गिफ्ट अलग रख दो। विनय काका का गिफ्ट और आकाश का गिफ्ट भी निकाल कर रख दो। समीर ने सारे चांद सितारे दिवाल पर टांगने लगा और फिर उसको जला दिया। शालू ने कहा वाह मजा आ गया। समीर ने कहा विकास और उसकी पत्नी का गिफ्ट मिला। शालू ने कहा हां मिल गया। उसे एक दिन डिनर पर बुलाओ। समीर ने कहा हां बुलाते हैं। शालू ने अपना सारा सामान अलमारी में लगा दिया। फिर बातें करने लगी। चाय नाश्ता करने के बाद समीर ने कहा चलो आज टेरेस पर चलते हैं। फिर दोनों गए। समीर ने सभी फुलों को देख कर कहा विनय काका कितना मेहनत करते हैं देखा ना।। अच्छा सुनो मंनडे को जाना है वो गाईनो डा शीतल बहुत ही अच्छी है। शालू ने कहा अच्छा ठीक है चलेंगे। समीर ने कहा देखो मायूस होने की जरूरत नहीं है सब अच्छा होगा। शालू ने कहा वो तो टेस्ट करेंगी। समीर ने कहा हां ठीक है ना। पता तो चले क्या दिक्कत है? शालू ने कहा हां मुझे बहुत डर लगता है। समीर ने कहा अरे बाबा मैं हुं ना। डिनर के लिए चले। फिर नीचे जाते हुए जो जो गिफ्ट विनय काका और आकाश के लिए लाए थे वो देते है। नीचे पहुंच कर समीर ने कहा काका ये आपके लिए। विनय काका ने कहा अरे बेटा आभार। समीर ने कहा काका ये सब शालू ने पसंद किया है। फिर आकाश भी आ गया। समीर ने कहा भाई तू ये ले वेल्जर । आकाश ने कहा शुक्रिया सर। फिर शालू और सोमू खाना खाने बैठ गए।राजमा, मिस्सी रोटी और मिठाई में रस मलाई। फिर दोनों एक-दूसरे को खिलाने लगें।फिर खाना खा कर उठ गए।



क्रमशः