फिर अगले दिन सुबह आनंदी लोग तैयार हो कर राजू के शादी मंडप में पहुंच गए।
राजू ने समीरा से सबका परिचय कराया और फिर समीरा बोली अरे आनंदी को कौन नहीं जानता।
आनंदी ने कहा अरे भाभी ऐसा कुछ भी नहीं है।
समीरा ने कहा मैंने बहुत कुछ सुना है राजेश से।
फिर शादी की सारी रस्में पूरी होने लगी। इधर गाना बजाना शुरू हो गया।
सभी खुब नाचने लगे। लड़की वालों की तरफ से भी खुब इन्जाय होने लगा। समीरा की बहनें और दोस्तों ने जूते चुरा कर रख लिया।
राजू बहुत ही खुश नजर आ रहा था।
वो बार बार समीरा को देख रहा था।
उधर रीतू और शैलेश भी खुब डांस कर रहे थे।
अनु की सहेली भी अलग ही मजा कर रहे थे।
देखते देखते शादी की सारी रस्में होने लगी।
स्टेज पर वर वधू एक दूसरे को माला पहनाई और फिर जो जो विधिवत रूप से होने लगा।
खाने की व्यवस्था भी बहुत ही बड़ी जगह की गई थी।
सभी मेहमान एक एक करके खाना खाने जाने लगें।
फिर समीरा की बहनें जूते के बदले एक लाख रुपए की मांग करने लगी थी।
राजू बोला अरे बाप रे। जूते रख लो। मेरे पास बहुत सारे जूते है।
फिर सभी हंसी मजाक करने लगे।
फिर काफी रात हो गई थी।
शादी अच्छी तरह से हो गई।
फिर सभी वर वधू को लेकर खाना खाने बैठ गए।
आनंदी, रीतू, शैलेश और बाकी सब भी खाने बैठ गए।
खुब हंसी मजाक के साथ सभी खाने लगे।
फिर परिवार के लोगों का डांस शुरू हो गया।
करीब तीन बजे तक सभी डांस किये।
फिर बातचीत करने लगे।।रीतू बोली समीरा तुम शादी के बाद जाब करोगी
समीरा ने कहा हां, दी करना तो चाहती हुं।पर राजेश मना कर रहा है।
फिर सभी मेहमानों को एक एक रूम दिया गया था जहां पर सभी आराम से सोने चले गए।
अगले दिन सुबह विदाई की रस्में होने लगी।
अनु बोली अच्छा चलो अब विदाई का रस्म अदायगी करने है।
फिर रोना धोना हुआं।
अन्वेशा ये देख बोली कि ये मामी क्यों रो रही है।
आनंदी ने कहा बेटा अपना घर जो छोड़ कर जा रही है।
फिर सभी नयी दुल्हन को लेकर घर आ गए।
फिर खाना पीना,गाना बजाना शुरू हो गया।
अनु भी बहुत खुश थी।
इसी तरह दो दिन बीत गए।
मुंह दिखाई रस्म में कृष्णा ने समीरा को हीरों का सेट भेंट किया और रीतू ने कान का सेट भेंट किया।
फिर सभी को नाश्ता करवाया गया। उसके बाद दोपहर का खाना भी सब मेहमानों को करवाया गया।
हंसी मजाक होने लगा।राजू और समीरा को शादी में जो जो गिफ्ट मिला था वो सब खोलने लगें।
कुछ देर बाद समीरा के भाई ने शादी का गिफ्ट दिया।वो भी हनीमून के लिए एयर टिकट। समीरा बहुत ही खुश हो गई और बोली थैंक्स भाई।
अब सब मेहमान धीरे धीरे वापस जा रहें थे।
आज राजू और समीरा हांग कांग जा रहे हैं। समीरा के भाई ने एयर टिकट और होटल बुक करवा दिया था।
राजू और समीरा निकल गए।
दूसरे दिन सुबह आनंदी अन्वेशा और कृष्णा इन्दौर निकल गए और रात को रीतू शना और शैलेश लंदन निकल गए।
आनंदी इन्दौर पहुंचते ही जयपुर के लिए निकल गई एक बहुत ही जरूरी काम के लिए।
क्रमशः