Kahaani Sangrah - 9 in Hindi Fiction Stories by Shakti Singh Negi books and stories PDF | कहानी संग्रह - 9 - अनचाही बेटी

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कहानी संग्रह - 9 - अनचाही बेटी

श्यामू की कई बेटियां थी। लेकिन शायद एक को छोड़कर सभी अनचाही ही थी, क्योंकि यह सभी सातों की सात बेटियां उसे लड़के की चाहत से ही उत्पन्न हुई थी। रामू चाहता तो लड़का ही पैदा करना चाहता था।


परंतु बार-बार ऊपर वाला उसे लड़की ही दे रहा था। अतः एक को छोड़कर 6 लड़कियां तो उसे अनचाही ही लगती थी।


पाठक यह न समझिए कि यह घटना असत्य है। ऐसी घटना मैंने प्रत्यक्ष देख रखी है। बस इस कहानी में पात्रों के नाम बदल दिए गए हैं। अभी भी भारत के कई क्षेत्रों में यह एक हकीकत है










अरे वाह आपने क्या बात बोल दी। मेरी पहली वाली गर्लफ्रेंड तो इस नंबर के फ्लैट पर ही रहती थी। जब मेरी शादी हुई तो बस का नंबर भी 23 ही था।

मेरा जन्म भी 23 तारीख को हुआ है और शादी भी 23 तारीख को हुई है। आप ही बताइए मैं क्या करूं।








शायद इस दुनिया में, इस ब्रह्मांड में, कहीं वह मेरा हमसफ़र मेरा इंतजार कर रहा है; जिसे ऊपर वाले ने मेरा हमसफ़र बनने के लिए चुना होगा.


मेरा ही क्यों, हर प्राणी का, हर जीव का, हर मनुष्य का एक हमसफर ऊपर वाला जरूर बनाता है. तो क्या आपको लगता है कि मेरा वह हमसफ़र कहीं मेरा इंतजार कर रहा होगा.









एक बार मैं ट्रेन में जा रहा था. रात का समय था. मुझे एक बहुत सुंदर लड़की ट्रेन में मिली. लड़की और मुझ में प्यार हो गया. मैंने और लड़की ने ट्रेन में ही शादी कर ली. सुहागरात के समय अचानक उस लड़की ने मेरी गर्दन पर काट दिया. मैंने झटके से उसे दूर झटका तो देखा जो लड़की है वो एक भयंकर भूत में बदल गई है.


मैं समझ गया कि वह एक भूत है और यह ट्रेन भूतिया है. मैंने भगवान जी का नाम लिया और तुरंत गंगाजल स्वयं पर और लड़की पर छिडका. लड़की जलकर भस्म हो गई और साथ ही ट्रेन भी जलकर भस्म हो गयी. बड़ी मुश्किल से मेरी जान बची.


मैं समझ गया बिना सोचे समझे कहीं आना जाना या किसी पर विश्वास करना आजकल के जमाने में ठीक नहीं है. आपकी क्या राय है? वह भूतिया ट्रेन और वह भूत लड़की मेरे पीछे क्यों पड़ी थी?













जब मैं पढ़ता था तो मैं किसी लड़की से प्यार करता था. लेकिन वह मुझे प्यार नहीं करती थी. लेकिन एक दूसरी लड़की मुझसे प्यार करती थी. पर मैं उससे प्यार नहीं करता था.



धीरे-धीरे ही बात बनती है और दोनों लड़कियां मुझसे प्यार करने लगी. मैं भी उनसे प्यार करने लगा. लास्ट में दोनों लड़कियों ने मुझसे शादी कर ली.जब मैं पढ़ता था तो मैं किसी लड़की से प्यार करता था. लेकिन वह मुझे प्यार नहीं करती थी. लेकिन एक दूसरी लड़की मुझसे प्यार करती थी. पर मैं उससे प्यार नहीं करता था.



धीरे-धीरे ही बात बनती है और दोनों लड़कियां मुझसे प्यार करने लगी. मैं भी उनसे प्यार करने लगा. लास्ट में दोनों लड़कियों ने मुझसे शादी कर ली.प्यार करती थी. पर मैं उससे प्यार नहीं करता था.



धीरे-धीरे ही बात बनती है और दोनों लड़कियां मुझसे प्यार करने लगी. मैं भी उनसे प्यार करने लगा. लास्ट में दोनों लड़कियों ने मुझसे शादी कर ली.जब मैं पढ़ता था तो मैं किसी लड़की से प्यार करता था. लेकिन वह मुझे प्यार नहीं करती थी. लेकिन एक दूसरी लड़की मुझसे प्यार करती थी. पर मैं उससे प्यार नहीं करता था.



धीरे-धीरे ही बात बनती है और दोनों लड़कियां मुझसे प्यार करने लगी. मैं भी उनसे प्यार करने लगा. लास्ट में दोनों लड़कियों ने मुझसे शादी कर ली.