इश्क - एक नशा
पार्ट - 1
नैना ने अपने घर का हर एक कोना याद कर लिया था कि कौन सी चीज कहां पे रखी है।
बाहर जाने के समय वो छड़ी का इस्तेमाल करती है। लगभग 11 साल पहले एक एक्सीडेंट में नैना ने अपनी आँखों की रौशनी खो दी थी तब से नैना ने अपने आपको हर एक कठिन परिथिति के लिए ढाल लिया है।
दीया - नैना! , टिफिन तैयार है.. मैंने तुम्हारे बैग में रख दिया हैं।
नैना - ठीक है दीया दी।
नैना अपना बैग उठा कर रेडियो स्टेशन के लिए निकलती है।
वह ऑटो का इंतजार कर रही होती है तभी एक ऑटो वाला उसके पास आकर कहता है,,,,, बैठिए नैना जी! , मैं आपको रेडियो स्टेशन पहुंचा देता हूँ।
नैना कहती है,,,,, रघू! , तुम रोज मुझे पहुंचाने क्यों आ जाते हो? कही तुम मुझ पर तरस खाकर तो ऐसा नहीं करते हो ना? की बेचारी अंधी लड़की है.. इसकी मदद कर देता हूँ।
रघू कहता है,,,,, ऐसा कुछ नहीं है नैना जी! , बस आपकी मदद करने मे ख़ुशी होती है.. और कोई बात नहीं है.. लो बातों ही बातों में आपका रेडियो स्टेशन भी आ गया।
नैना ऑटो से निकलती है.. ऑटो वाला रघू वहां से चला जाता है।
नैना रोड क्रॉस कर रही होती है कि तभी एक कार तेजी के साथ उसके तरफ आती है.. लेकिन ठीक नैना के करीब आ कर रूक जाती है।
हालांकि कार रूक गयी थी.. लेकिन हल्का सा नैना के पैरों से टकराई थी , जिससे नैना जमीन पे गिर गई , नैना के बालों ने उनके चेहरे को पूरी तरह से ढक लिया।
ओ मई गॉड !!! , ये कार के सामने अचानक से कौन आ गया?... कहता हुआ एक आदमी कार से बाहर आता है,,,,, ओह नो!!! , ये क्या हो गया?... आपको ज्यादा चोट तो नहीं आई ना? और अपना हाथ नैना की तरफ बढ़ा देता है।
नैना अपने चेहरे से बालों को हटाते हुए कहती है,,,,, मैं ठीक हूँ , मुझे कोई चोट नहीं आई है.. लेकिन कार वाला आदमी नैना को देखते ही रह जाता है.. उसकी नजरे नैना के चेहरे से हट ही नहीं रही होती है।
नैना अब खड़ी हो जाती है और कहती है,,,,, आपका बहुत बहुत धन्यवाद.. आपने गाड़ी ठीक समय पे रोक ली.. नहीं तो मुझे ज्यादा चोट लग सकती थी.. कह कर नैना वहां से जाने लगती है।
वह आदमी अभी भी नैना को देखे जा रहा होता है। यहां तक उसने इस बात पर भी ध्यान नहीं दिया होता है कि नैना देख नहीं सकती है।
रिया - नैना! , आज तुम फिर से पूरे आधा घंटे लेट हो!!! ऐसा कब तक चलेगा? हर रोज तुमसे कहना पड़ता है.. जनती हो अगर तुम्हारा प्रोग्राम इतना हिट ना होता तो मैं तुम्हें अभी तक यहां से निकाल चुकी होती.. अब जाओ यहां पे खड़ी मत रहो प्रोग्राम शुरू करो।
नैना अपना सिर झुकाकर रिया से माफी मांगती है फिर अपना प्रोग्राम शुरू करने चली जाती है।
नैना - हेलो दोस्तों! , देरी के लिए माफी चाहती हूँ.. वैसे तो मैं रोज माफी मांगती हूँ और आप लोग रोज कर भी देते है.. अब से कोशिश करूंगी कि ऐसा ना हो.. ये कह कर नैना एक गाना लगा देती है।
दीया - क्या हुआ नैना! , आज कुछ उदास लग रही हो फिर से उस रिया ने तुम्हें डाटा क्या?
नैना - "रिया मैम" गलत भी तो नहीं है दीया दी! , आखिर में अपना काम ठीक से नहीं करूंगी तो वो भी मुझे कब तक रखेगी? एक ना एक दिन जॉब से निकल ही देगी।
दीया - ऐसा वो "रिया" कभी भी नहीं करेगी अगर उसमें थोड़ा सा भी अक्ल है तो क्योंकि वो भी जानती है अपने शो से तुम कितनी पॉपुलर हो लोगों में.. अब ये बातें छोड़ों.. चलों खाना खाते है।
"भाई" नहीं आए अभी तक नैना पूछती है?
दीया कहती है,,,,, हां!!! मैं बताना भूल गयी थी "अभय भाई" को अचानक से कुछ काम आ गया वो अब कल ही आएंगे।
काम आ गया कि उस औरत ने आने नहीं दिया , नैना गुस्से से कहती है।
दीया - ऐसा मत बोल नैना! , वो हमारी भाभी है।
आपकी भाभी होगी.. मेरी वो औरत कोई भी नहीं है , नैना फिर गुस्से से कहती है।
विनय - ये देखिए सर! , सब एक से बढ़ कर एक खूबसूरत है.. हमारे नए ऐड के लिए इन में से किसको सलेक्ट करूँ?
अनिरूद्ध - फेंक दो..
विनय - जी सर! , सॉरी सर..
अनिरूद्ध - लगता है एक बार में समझ नहीं आता है तुम्हें? सारी तस्वीरों को फेंक दो मैंने ये कहा।
विनय - लेकिन सर! , ये सब टॉप मॉडल्स है.. अभी मार्केट में इनका रेट बहुत हाई चल रहा है.. अगर ये हमारी कम्पनी की मॉडल्स नहीं होगी तो कौन होगी?
अनिरूद्ध - तुम शूटिंग की तैयार करो.. मॉडल्स की चिंता मत करो.. उन्हें मैं देख लूंगा।
अरे विनय यार! , और क्या चल रहा है? आज मूड कुछ उतरा उतरा सा है जनाब का.. भाभी से झगड़ा हो गया क्या? रजत पूछता है।
नहीं यार रजत! , मैं तो "अनिरूद्ध सर" से परेशान हूँ.. बड़ी मुश्किल से टॉप मॉडल्स की डेट लेकर आया था.. और सर ने कह दिया सारी फोटो को फेंक दो.. मेरी मेहनत की कोई कद्र नहीं है उन्हें , विनय कहता है।
इसमें कौन सी नई बात है? मिल गई होगी फिर कोई.. थोड़े दिन मजे करेंगे.. एक दो ऐड की शूटिंग कराएंगे.. और फिर टाटा टाटा बाय बाय कह देंगे.. यही तो करते है हमारे सर अनिरूद्ध मेहता "द ग्रेट फैशन डिजाइनर" रजत कहता है।
तुम ठीक कहते हो लगता है सर को फिर से कोई नई लड़की मिल गई है विनय , रजत के बातों से सहमति प्रकट करता हुआ कहता है।
तभी वहां पर रिया आती है और कहती है,,,,, मिस्टर विनय! , आपको सर ने केबिन मे बुलाया है।
विनय - ठीक है उनसे कहो मैं आ रहा हूँ।
रजत यार! , लगता है.. टाइम आ गया है.. अब सर कहेंगे.. उन्होंने एक लड़की को कही पे देखा है.. किसी भी तरह से मैं उस लड़की को ढूंढ़ लूं.. और उसकी सर से मुलाकात करवा दूं.. ये कहकर विनय मुस्कुराता हुआ केबिन की तरफ चल जाता है।
To be continued.....
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Written and Copyrighted by @Krishna Singh Kaveri "KK"