PAALNA in Hindi Short Stories by S Sinha books and stories PDF | पालना

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पालना



पालना




पामेला को पति का फोन आया “ डार्लिंग मैं अगले सप्ताह घर आ रहा हूँ . मेरी छुट्टी मंजूर हो गयी है . मुझे पता है शादी के तीन दिन बाद ही मेरा चला आना तुम्हें अच्छा नहीं लगा होगा . मुझे भी उतना ही दुःख हुआ था तुम्हें छोड़ कर आते हुए . क्या करता मजबूरी थी , सीमा पर देश को मेरी जरूरत थी . “


“ इस बार तो कुछ दिन रहोगे न ? शादी हुए एक साल हो गया और हम सिर्फ तीन दिन साथ रहे थे . “ पामेला ने कहा


“ डोंट वरी , इस बार पूरे डेढ़ महीने के लिए आ रहा हूँ . मजे ही मजे रहेंगे . “ पामेला के पति सैम ने कहा


सैम सीमा सुरक्षा बल में सूबेदार नायब था . उसके पिता भी सेना में थे . जब वह 16 साल का था उसके पिता दुश्मन की गोली के शिकार हो गए थे पर मरने के पहले दुश्मन के दो सैनिकों को मौत की घाट भेज चुके थे . उसी समय सैम ने शपथ ली थी कि मैं भी सेना में जाऊँगा और देश के दुश्मनों और आतंकियों को जहन्नुम का रास्ता दिखाऊंगा . सैम बारहवीं पास कर बी एस एफ में चला गया .


सैम के घर में उसकी पत्नी पामेला और विधवा माँ रह गयीं थीं . उसकी बड़ी बहन शादी के बाद ससुराल चली गयी थी .


सैम और पामेला दोनों झारखण्ड के आदिवासी थे , दोनों के परिवार ने क्रिश्चियन धर्म स्वीकार कर लिए थे . सैम के पिता ने रामगढ़ कैंट के निकट अपना घर बनाया था और उनका परिवार वहीँ रहता .


एक सप्ताह के बाद सैम घर आया , उसे देखते ही उसकी पत्नी और और माँ दोनों की आँखों में आंसू छलक आये . सैम ने माँ के गले लग कर कहा “ माँ , अब तो मैं आ गया हूँ फिर तेरी आँखों में आंसू क्यों हैं ? “



2

“ मैंने तो तुम्हें सेना में जाने से बहुत रोका था पर तुमने माँ का कहना नहीं माना . तुम नहीं होते तब हमारा परिवार अधूरा लगता है , अब तो ये सिलसिला जीवन भर झेलना ही पड़ेगा . “


“ माँ , तुम्हें याद होगा पापा कहते थे फौजी के लिए भारत माँ होती है और सभी भारतवासी हमारा परिवार होता है . “


“ चल अब बातें न बना , जा देख बहू को चुप करा वह भी रो रही है . “


यह सुन कर पामेला ने आँचल से अपनी आँखें पोंछी . कुछ देर बाद सैम के साथ वह कमरे में चली गयी .


सैम और पामेला ने इन छुट्टियों का पूरा आनंद लिया . सैम पामेला और माँ के साथ मुंबई और गोवा घूमने गया .देखते देखते सैम की छुट्टियां खत्म होने पर थीं . अगले दिन सैम को लौटना था . पामेला रात भर सैम के आगोश में समाई सिसकती रही . सैम बार बार उसे सहज करने का प्रयास करता और कहता “ मैं फिर एक साल बाद आऊंगा , फिर हमलोग साथ रहेंगे एक डेढ़ महीने . “


अगले दिन सैम जा रहा था , उसे विदा करने पामेला रामगढ़ कैंट स्टेशन तक गयी थी हालांकि सैम उसे मना करता रहा . उसने कहा “ तुम बेकार का स्टेशन जा रही हो . तुम वहां से वापस रोती हुई उदास लौटोगी .”


“ फिर भी छुट्टियों के अंतिम पल तक हम साथ तो रहेंगे . “ पामेला ने कहा


सैम के लौटने के एक महीने बाद ही पामेला ने उसे फोन कर कहा “ मुबारक को , तुम अब पापा बनने वाले हो . “


सैम बहुत खुश हो कर बोला “ गॉड ने हमलोगों की सुन ली . मैं तुम और माँ सभी यही चाहते थे . अब मैं न भी रहूँ तो हमारा बच्चा तुमलोगों के साथ रहेगा . “


अभी सैम को गए पांच महीने ही हुए थे कि सीमा पर आतंकियों की घुसपैठ बढ़ने लगी . इधर पामेला की तबियत भी ख़राब रहती . डॉक्टर ने उसे बहुत सावधान रहने को कहा था . उसकी सास पामेला का पूरा ख्याल रखती थी .


अचानक एक महीने बाद पामेला को सैम के शहीद होने की सूचना मिली . वह आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गया था . मरने के पहले उसने भी दो आतंकियों को ढेर कर अपने कमांडिंग अफसर की जान बचायी थी .


पामेला और उसकी सास दोनों का रोते रोते बुरा हाल था . पामेला की तबीयत पहले से ही ख़राब रहती थी अब इस सदमें से और कुछ दिन उसके खाना पीना छोड़ने से तबीयत और बिगड़ने लगी . सास उसे ले कर डॉक्टर के पास गयी . डॉक्टर ने उन्हें बहुत समझाया और पहले से ज्यादा सचेत रहने की सलाह देते हुए कहा “ अभी तक तो ठीक है पर अब और लापरवाही हुई तो शिशु के साथ माँ की जान को भी खतरा है . “



3

सास ने बहू को बहुत प्यार से समझाया और कहा “ बेटी , मुझे देख . मैंने भी अपने पति और फिर बेटे दोनों को खोया है न . फिर भी मैं नॉर्मल जी रही हूँ . अब होनी को तो हम रोक नहीं सकते . तुम्हें अब सैम की निशानी को संभाल कर रखना है . वही मेरा और तुम्हारा दोनों का सहारा होगा . “


समझाने को तो वह समझा गयी पर वह भी हर रोज अकेले में रोया करती , अपने रोने की भनक बहू को नहीं होने देती . अगले डेढ़ महीने के अंदर पामेला के प्रसव का डेट था , सास ने बच्चे के लिए एक अच्छा पालना रांची से मंगवाया था . पर समय से पहले ही पामेला की तबीयत बिगड़ने लगी , वह सास के साथ अस्पताल गयी . उसकी जाँच करने के बाद डॉक्टर ने कहा “ मैंने पामेला को ऑपरेशन थियेटर में भेज दिया है , आप इस पेपर पर साइन कर अपना कंसेंट दे दें . बहुत ब्लीडिंग हुई है . तुरंत ऑपरेशन कर डिलीवरी करानी होगी . वैसे हम माँ और बच्चे दोनों की सलामती का पूरा ख्याल रखेंगे , आगे गॉड की मर्जी . “


डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद बच्चे की जान नहीं बच सकी . उन्होंने कहा “ हमें बेहद दुःख है कि मैं आपके बच्चे को नहीं बचा सकी . फिर भी हमें ख़ुशी है कि आप सुरक्षित हैं . खतरा दोनों की जान को था . “


पामेला बोली “ ऐसा जीना भी क्या जीना है डॉक्टर ? खैर मैं अपने बच्चे को एक बार देखना चाहूंगी . “


“ आप क्या करेंगी देख कर ? आपको और दुःख ही होगा . “


“ मुझे दुःख सहने की आदत पड़ गयी है डॉक्टर , दुःख से अब मैं नहीं डरती हूँ . “


“ ओके. मैं सिस्टर को बोल देती हूँ . आप बस उसका मुंह देख सकेंगी . “


5 मिनट बाद सफ़ेद कपड़ों में लिपटे प्राणहीन बच्चे को ले कर नर्स आयी . उसने दूर से ही बच्चे के मुख से कपड़ा हटाकर पामेला को दिखाया . पामेला ने उसे और नजदीक लाने को कहा . बहुत जिद करने पर और कसम देने पर नर्स बच्चे को उसके पास ले आयी . पामेला ने उसकी ललाट को चूमा तब नर्स ने कहा “ अब और नहीं , डॉक्टर बहुत नाराज होगा . “


“ अच्छा सिस्टर यह तो बताती जाओ कि बेबी लड़का था या लड़की थी ? “


“ लड़की . “ बोल कर सिस्टर चली गयी


उसकी सास वहीँ थी , वह बोली “ क्या फर्क पड़ता , बेटी थी या बेटा . गॉड ने उसे हमसे छीन ही लिया है . “


पामेला के पीहर वाले आये थे , वे उसे अपने साथ ले जाना चाहते थे . सास ने कहा “ बेटी तेरे पीहर में तो माँ बाप , भाई बहन सभी हैं . मेरा एकमात्र सहारा तो तू ही है . मैं तुम्हें रोक तो नहीं सकती हूँ बस यहीं रुकने के लिए तुमसे भीख मांगती हूँ . “


“ माँ , आप ऐसा न कहें . मैं आपके पास ही रहूंगी . “


4

पामेला रोज रोज पालने के पास जाती , उसे हिलाती डुलाती फिर उसकी आँखें नम हो जातीं . उसकी सास ने एक दिन कहा “ बेटी तू चाहे तो दूसरी शादी कर सकती है फिर इस पालने में खेलने वाला भी आ जायेगा . “


“ नहीं माँ , सैम ने वतन के लिए अपने प्राण की आहुति दी है , मैं बस उसकी यादों के सहारे जी लूंगी . “


कुछ दिनों बाद पामेला ने उस पालने को बेचने के लिए OLX पर पोस्ट किया . उसका पालना बहुत खूबसूरत था . उसे खरीदने वालों के फोन आने लगे . एक बार उसे एक खरीदार का फोन आया “ मैं कल आ कर आपका पालना ले जाना चाहूंगा , आपने जो दाम पोस्ट किया है मुझे मंजूर है . आपका पालना हम दोनों पति पत्नी को बेहद खूबसूरत लगा है . प्लीज आप उसे किसी और को न दें . “


“ ठीक है , आप आएं . “


फोन करने वाले शर्मा दम्पति थे , मधु शर्मा और अनिल शर्मा . वे रांची के पास नामकुम में रहते थे . उन्हें दो दिन पहले ट्विन बेटियां हुईं थीं . एक पालना उनके घर पहले से ही था पर ट्विन के लिए उन्हें एक और चाहिए था . उन्हें पहले से भी एक बेटा था . अनिल शर्मा अगले दिन रामगढ़ गए और उस पालने को ले आये .


पालना बिलकुल नया था . मधु ने पालने का प्लास्टिक कवर हटा कर उसका फोम वाला बेड हटाया . बेड भी बिलकुल नया ही था , उसका प्लास्टिक कवर भी अभी तक वैसा ही था . जैसे ही मधु ने बेड हटाया उसकी नजर पालने के बेस फ्रेम पर गयी . उस पर एक स्टिकर सटा था - RIP बेबी पामेला .


इसे देखते ही उसने अनिल से कहा “ देखो इस पर क्या लिखा है , रेस्ट इन पीस यानि पालने वाले बच्चे की मौत हो गयी थी . मैं इसे नहीं रख सकती . तुम इसे जा कर लौटा आओ . “


“ हाँ , तुम्हारा कहना ठीक है . पर मैं अकेले जा कर उस औरत का सामना अब नहीं कर सकता हूँ . तुम भी साथ चलो . “



दूसरे दिन शर्मा दम्पति , पामेला के यहाँ रामगढ़ आये . पालने को उन्होंने बाहर जीप में छोड़ दिया था . पामेला को देख कर मधु को लगा वह पामेला को पहले से जानती है . उसने पामेला से कहा “ आपसे मिलते जुलते चेहरे वाली लड़की मेरे साथ मिडिल स्कूल में पढ़ती थी . उस समय मेरे पापा रामगढ़ कैंट के पास बरकाकाना में कोल इंडिया के सेंट्रल वर्कशॉप में फोरमैन थे . “


“ मुझे भी आपका चेहरा जाना पहचाना लग रहा है . क्या नाम था आपके साथ वाली लड़की का ? “


“ प्रमिला एक्का . “


“ मैं ही प्रमिला से पामेला बन गयी हूँ . मेरे पिता ने बाद में क्रिश्चियन धर्म कबूल कर लिया था . “


“ अरे मैं मधु सिंह थी अब मधु शर्मा हूँ . “ बोल कर मधु पामेला से गले मिली

5

फिर मधु बोली “ तुम्हें याद है हम दोनों एक साथ टिफिन शेयर करते थे और दोनों कहते थे कि हम सदा सहेली रहेंगे . शादी भी एक ही शहर में करेंगे . वही हुआ भी , मैं नामकुम और तुम रामगढ़ , रामगढ़ है ही कितनी दूर नामकुम . “


कुछ देर बाद मधु फिर बोली “ तुम्हारे पति क्या करते हैं ? और तुम्हारे बच्चे कहाँ हैं ? “


पामेला ने दीवार पर टंगी तस्वीर को दिखा कर कहा “ वे रहे मेरे पति , सैम . सेना में थे , कुछ महीने पहले उन्हें वीरगति मिली . “


“ ओह , वैरी सॉरी . और तुम्हारे बच्चे ? तुमने पालना क्यों बेच दिया ? “


“ पालने की जरूरत नहीं रही थी . उनकी मृत्यु के चंद सप्ताह बाद ही मुझे बच्ची हुई . उसे भी सैम ने अपने पास बुला लिया . स्टिल बोर्न बेबी थी सिर्फ चंद सेकंड के लिए मुझे उसे देखने को मिला . “ बोल कर पामेला आँचल से आंसू पोछने लगी .


मधु ने उसे सहज करते हुए कहा “ वी आर सॉरी . “


पामेला की सास वहीँ खड़ी सब देख सुन रही थी . उसकी आँखें भी गीली हो आयी थीं . मधु उनके पास गयी और उन्हें भी सहज किया .


मधु और अनिल कुछ देर तक अकेले में धीमी आवाज में आपस में बात करने लगे . फिर उसने पामेला और उसकी सास दोनों से कहा “ देख प्रमिला , सॉरी पामेला मुझे दो बेटियां ट्विन हुई हैं . मैंने तो सोचा ही नहीं था कि मुझे ट्विन होगा . अब ट्विन हुआ तो मुझे लगा बहुत अच्छा ही हुआ . मैंने और अनिल दोनों ने गहन विचार के बाद फैसला किया है कि एक बेटी को तू गोद ले ले . “


“ नहीं , नहीं ये कैसे हो सकता है ? “


“ क्यों नहीं हो सकता है ? हम हिन्दू हैं इसलिए तुम ऐसा बोल रही हो ? “


“ छिः , मैं ऐसा कभी सोच भी नहीं सकती हूँ . पर बच्चे से बिछड़ने का दुःख मैंने महसूस किया है . मैं तुम्हें दुखी नहीं कर सकती हूँ . “


“ मैं बच्ची से बिछड़ नहीं रही हूँ . एक बच्ची मेरे पास रहेगी , एक बेटा मुझे पहले से ही है . बस मेरा परिवार पूरा हो जायेगा . हो सकता है दो बेटियों का पालन पोषण मैं अच्छी तरह से नहीं कर पाऊं . मैं दूर कहा हूँ , बस आधे घंटे की दूरी है . वैसे भी मैं अब सिर्फ सखी नहीं रही . मैं मौसी की हैसियत से तुम्हारी बेटी से मिलती रहूंगी . माँ जी मैंने सही कहा न ? “


“ मुझे कोई एतराज नहीं है , तुम दोनों सखी सोच लो . मेरा आंगन फिर खिल उठेगा , मुझे तो ख़ुशी होगी . “ पामेला की सास बोली

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“ फिर भी मेरा मन नहीं मान रहा है . लगता है दूसरे का बच्चा चोरी कर रही हूँ . “


“ कैसी बात करती हो , मैं स्वेच्छा से तुम्हें सौंप रही हूँ . इसमें मेरा ही ज्यादा स्वार्थ है , इसी बहाने शायद तुम लोगों की कुछ दुआ मिलेगी . अच्छा अब मुझे जल्दी जाना होगा , बच्चियों को आया और छोटी बहन पर छोड़ कर आई हूँ . कल फिर मिलती हूँ . बाय , अपना ख्याल रखना . “


अगले दिन मधु और अनिल अपनी ट्विन बेटियों के साथ आये . वे पालना भी साथ लाये थे . पालने के साथ एक बेटी को उन्होंने पामेला के हवाले करते हुए मधु ने कहा “ ले अपनी बेटी को संभाल . “


इतना बोल कर मधु ने एक लिफाफा पामेला को दिया , तब वह पूछी “ यह क्या है ? “


“ तुम्हारी बेटी के लिए मौसी का आशीर्वाद है इसमें . “


मधु ने लिफाफे में पालने की कीमत पामेला को लौटा दी . पालने पर मधु ने नया स्टिकर चिपका दिया था , जिस पर लिखा था - लॉन्ग लिव बेबी पामेला . “


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यह कहानी पूर्णतः काल्पनिक है