अनय आरव को देखकर मुस्कुरा रहा था , इसका कारण क्या था , ये तो सिर्फ अनय ही जनता था । इसके विपरित कायरा ने एक बार फिर अपना दुपट्टा कसा और खेलने के लिए वो एक बार फिर तैयार हो गई । इस बार भी बॉयज ने ही बास्केट बॉल अपने हाथों में ली और उसे कायरा को देखते हुए जोर - जोर से जमीन पर मारने लगे । ये रोहन था , जो बॉल जमीन में बहुत जोर - जोर से अप एंड डाउन कर रहा था और उसका गुस्सा बॉल पर निकल रहा था , जिसे कायरा और अनय के साथ - साथ , विक्की भी समझ रहा था । रोहन ने विक्की को कुछ इशारा आखों के माध्यम से किया और उसने बॉल अनय की तरफ उछाल दी । रोहन का इशारा , विक्की तो समझा ही था साथ ही अनय और कायरा भी समझ गए थी । अनय को अब डर लग रहा था , कि कहीं इस खेल की वजह से कायरा को चोट न लग जाए या फिर उसकी सारे कॉलेज के सामने बेज्जती न हो जाए , जबकि उसकी सोच से उलट कायरा को शायद बॉयज से इसी तरह के इशारे की उम्मीद थी और शायद वो इसी का इंतजार भी कर रही थी । अनय ने हड़बड़ा कर बॉल , दूसरे खिलाड़ी को दे दी और विक्की रोहन के मुताबिक , उस खिलाड़ी के तरफ बढ़ती हुई कायरा को देख रहा था । कायरा का ध्यान बॉल की तरफ था और उसके कान आस - पास की हरकतों को ऑब्जर्व कर रहे थे । कायरा तेजी से उस लड़के की तरफ बढ़ रही थी और यहां विक्की कायरा को अपने कंधे से कायरा के कंधे पर वार कर उसे गिराने के उद्देश्य से कायरा की ओर बढ़ रहा था । कायरा के कदम जितने तेज थे , विक्की उतनी ही सावधानी से कायरा की ओर बढ़ रहा था । एक सेकंड बाद दोनों काफी नजदीक आ गए और विक्की ने कायरा को चोटिल करने के उद्देश्य से , उसे कंधे से धक्का दिया , पर कायरा तेजी से उस लड़के की ओर बढ़ गई , जिसके हाथ में बॉल थी और वो दूसरे लड़के को बॉल पास कर रहा था । वो बॉल दूसरे लड़के के पास तेजी से पहुंच रही थी , पर इससे पहले कि वो बॉल दूसरे लड़के के पास पहुंचती , कायरा ने पूरी ताकत के साथ अपने आपको ऊपर उछाला और अगले ही पल बॉल कायरा के हाथ में थी , और कोई कुछ समझ पाता उससे पहले ही कायरा ने बॉल को एक टीप दी और हवा में उछलकर उसने बॉल बास्केट में डाल दी और सेकंड प्वाइंट भी कायरा का ही मिल गया । बॉल बास्केट की नेट से बॉल के नीचे गिरते ही कायरा खुशी से उछल पड़ी । जबकि इधर विक्की कायरा को मार पाता, उससे पहले ही कायरा के उसके बगल से निकल जाने के कारण , विक्की उसकी ओर झुका और सामने कोई न होने के कारण , वो दाहिने हाथ के बल जमीन पर गिर गया और जिस पल कायरा ने बास्केट किया उसी पल विक्की की जोरदार, चींख सभी के कानों में सुनाई दी । सबकुछ इतनी जल्दी , सिर्फ कुछ ही सेकंड्स में हुआ, कि हर इंसान आंखें फाड़े कायरा को देख रहा था और किसी को आभाष ही नहीं हुआ कि किस पल कायरा ने बॉल ली और किस पल उसने बास्केट किया ।
विक्की की चींख सुनकर , सभी ब्वॉयज विक्की की तरफ दौड़ पड़े , जबकि इससे उलट अनय कायरा की ओर बढ़ा और उसने कायरा को हाई - फाइव किया । दोनो ही काफी खुश थे । कायरा के इस शॉट से, स्टेडियम में स्थित सभी स्टूडेंट्स हैरान थे । वहीं आरव भी हैरान था , कायरा का ये नया रूप देखकर । उसे तो शायद आभाष भी नही था , कि कायरा ये बास्केट कर भी पायेगी या नहीं । वो अब मुस्कुराकर कायरा को देख रहा था , जो अनय से बातें कर रही थी ।
इस तरफ रोहन ने विक्की का दाहिना हाथ पकड़ कर उठाना चाहा , तो विक्की दर्द में कराह उठा । उसे इस तरह देख कर सभी ब्वॉयज डर गए और रोहन ने उसे दूसरे हाथ से उठाते हुए कहा ।
रोहन - तू ठीक है विक्की ....???? और ये दाहिने हाथ को छूते ही , तू चीख क्यों रहा है ...???
विक्की ( झल्लाते हुए ) - अबे, दर्द होगा तो इंसान चीखेगा ही न, भजन थोड़ी गाएगा । ( दाहिने हाथ की ओर इशारा कर , आखें बंद करते हुए ) लगता है , मेरा राइट हैंड फैक्चर हो गया है , और अब शायद मैं इससे इस वक्त कुछ भी नही कर पाऊंगा ।
रोहन ( लड़को की मदद से विक्की को खड़ा करते हुए बोला ) - पहले तो तू सही से खड़ा हो जा , और हमारे साथ कोर्ट के किनारे साइड पर चल । तू नही भी खेलेगा , तब भी हम अभी भी छः लोग हैं । ( कायरा की तरफ देखते हुए ) आराम से इस लड़की को मजा चखाएंगे ।
विक्की ( रोहन के कंधे के सहारे , कोर्ट के किनारे में रखी हुई चेयर की ओर बढ़ते हुए बोला ) - उसे सबक सिखाने के चक्कर में , मेरा हाथ टूट गया और तुझे अभी भी उसे मजा चखाने की पड़ी है । तुझे समझ नही आ रहा , कि वो कितनी फास्ट है , स्पोर्ट्स में । पलक झपकते ही वो मेरी नजरों से ओझल होकर , बॉल के पास पहुंच गई और मेरे साथ - साथ किसी को पता भी नही चला , कि उसने कब बास्केट करके , एक प्वाइंट और हासिल कर लिया । इसके बाद भी तू पीछे हटने की जगह पर , उसका एक बार फिर सामना करने की बात कर रहा है ।
रोहन ने विक्की को चेयर पर बैठाया और सारे बॉयज उन दोनो को घेर कर खड़े हो गया । विक्की की बात सुनकर , रोहन ने विक्की से कहा ।
रोहन ( हल्के दांत पीसते हुए ) - तू अपनी चोट को भूलकर , उसकी मेरे सामने तारीफ कर रहा है । भूल गया क्या , उसके कारण हमारे जिगरी दोस्त अनय ने कुछ देर पहले कैसे हमारे ऊपर हाथ उठाया था ।
विक्की ( कराहते हुए ) - मैं कुछ नहीं भूला हूं भाई । बस तुझे बता रहा हूं , कि उस लड़की से उलझने में हमें ही मुंह की खानी पड़ेगी । दो पॉइंट्स तो उसने पलक झपकते ही हासिल कर लिए हैं और एक तरह से वो जीत चुकी है ये गेम । इसलिए तू क्यों एक बार फिर मेरी तरह हाथ पैर तुड़वाने की ताक लिए बैठा है ।
रोहन ( गुस्से से ) - अगर तू टाइम पर उसे मेरे प्लान के मुताबिक धक्का दे देता न , तो अभी तेरी जगह वो होती इस चेयर पर और इस बार वाले बास्केट का सेकंड प्वाइंट हमारा होता । लेकिन तूने पल भर की ही सही , पर देर कर दी और वो लड़की तुझे चकमा देकर आगे निकल गई और तू अब इस हालत में बैठे उसके गुणगान गा रहा है ।
विक्की - गुणगान नहीं गा रहा हूं , सच्चाई बता रहा हूं । अगर अभी भी खुद की इंसल्ट करवाने की दिल में तमन्ना है , तो शौक से जाओ तुम सब , मुझे कोई दिक्कत नही है । लेकिन जब हार जाओ , तो मुझे आकर दोष मत देना , कि मैंने तुम सबको पहले आगाह नहीं किया ।
रोहन ने विक्की की बात पर उसे गुस्से में घूरा , तो विक्की मुंह बना कर शांत हो गया । और वहां उपस्थित , कॉलेज के डॉक्टर विक्की को हल्की - फुल्की मेडिकल ट्रीटमेंट देने लगे ।
इधर अनय कायरा की तारीफ करते हुए , उससे मुस्कुराकर बोला ।
अनय - तुमने तो कमाल कर दिया कायरा । क्या शॉट मारा है , मतलब मैं तो तुम्हें देखकर हैरान ही रह गया । एक पल को जब मैने रोहन और विक्की को इशारे से बात करते देखा , तो रोहन का इशारा समझकर मैं डर गया था , कि कहीं तुम्हें कुछ हो न जाए । पर तुमने तो उनके प्लान के साथ - साथ , सारा गेम ही पलट दिया और सेकंड प्वाइंट भी तुमने अपने नाम कर लिया । मैं अब भी हैरान हूं , कुछ देर पहले का मंजर याद कर ।
कायरा ( मुस्कुराते हुए ) - तुम्हें हैरान , परेशान होने की जरूरत नहीं है अनय । इतना तो चलता है स्पोर्ट्स में । और वैसे भी , जब तक किसी भी गेम में ऐसे हालात न बने , तब तक मजा ही नहीं आता गेम खेलने में ।
अनय - पर तुमने ये सब , पलक झपकते ही कर कैसे लिया ????
कायरा - सिंपल था अनय । क्योंकि रोहन और विक्की की नज़र सिर्फ मुझे गिराने में थी और वो ये सोच रहे थे कि मेरी नज़र उस लड़के से बॉल लेने में हैं । जबकि मैने रोहन का इशारा देख भी लिया था और उसे समझ भी गई थी । इस लिए उन्होंने मुझे गिराने की कोशिश की , जबकि मैने उन्हें अपनी नजरों से भटकाने की कोशिश की । और मेरी कोशिश काम कर गई । क्योंकि मैं बॉल और उस लड़के को देखने की सिर्फ एक्टिंग कर रही थी , जबकि मेरा ध्यान तेज़ी से आ रहे विक्की को जल्दी से क्रॉस करना और उसके बाद , बॉल को किसी दूसरे इंसान के कैच करने से पहले , खुद के हाथों में कैच करने का था । और मैं सफल भी हुई , और बॉल कैच करने के बाद तुरंत मैंने अपने दिमाग का इस्तेमाल कर , बास्केट में बॉल डाल दी और किसी को समझ ही नहीं आया , कि आखिर हुआ क्या है । क्योंकि सबकी नज़र , बॉल पर थी , मेरे मूव्स पर किसी की नज़र नही थी और उसी का फायदा मैंने उठाया ।
अनय ( आखें बड़ी - बड़ी करके , अपने दोनो गालों पर हाथ रखकर कायरा को देखते हुए बोला ) - यार मतलब गजब कर दिया तुमने । इतना तेज़ दिमाग , वो भी इतने कम टाइम में । मैं तो तुम्हारा फैन हो गया, कसम से । आज तक इस कॉलेज में , मुझे बास्केट बॉल चैंपियन कहा जाता था , लेकिन आज के बाद से तुम इस कॉलेज की बास्केट बॉल चैंपियन कहलाओगी ।
कायरा ( फीका मुस्कुराकर ) - सॉरी अनय....!!!! लेकिन चैंपियन बनने के लिए मैंने उन लड़कों का चैलेंग एक्सेप्ट नहीं किया था , बल्कि उन्हें ये बताने के लिए किया था , कि लड़कियां किसी से कम नहीं होती , वो चाहें तो खेल भी सकती हैं और पढ़ाई में टॉप भी कर सकती हैं । इनफेक्ट ये दो चीज़ें ही क्यों , लड़कियां दुनिया के हर काम कर सकती हैं । मगर अफसोस , कि उन दोनो को अभी तक ये बात समझ नहीं आयी । अगर आ गई होती , तो मुझसे उलझने की जिद वो लोग अब तक छोड़ चुके होते ।
अनय ( रोहन और विक्की लोगों की तरफ देखते हुए ) - अब उन्हें हारने का शौक है , तो कर दो उनका ये शौक पूरा । ताकि दोबारा किसी लड़की के लिए अपशब्द या कोई भी बेहूदा कमेंट करने से पहले हजार बार सोचें ।
कायरा ( अनय की तरफ देखकर ) - तुम्हें बुरा नहीं लग रहा अनय , कि मेरे कारण ये सब हो रहा है, साथ ही तुम्हारी दोस्ती भी अपने दोस्तों के साथ खट्टी हो रही है । इसके अलावा आज मेरे कारण , विक्की को चोट भी लग गई ।
अनय ( कायरा की ओर देख कर ) - अगर तुम गलत होती , तो जरूर बुरा लगता , कि तुमने मेरे दोस्तों के साथ गलत किया । ( खुद की कमर पर हाथ रखकर , दोबारा रोहन लोगों की तरफ देखते हुए ) लेकिन गलत इस वक्त मेरे दोस्त हैं । और मैं हमेशा गलत के साथ नहीं , बल्कि सही के साथ खड़े रहने में विश्वास रखता हूं । उन दोनों को इस वक्त , खुद के कर्मों की सजा ही मिल रही है , जिसमें तुम्हारी कोई गलती नहीं है । ( कायरा की तरफ देखकर ) इसलिए तुम टेंशन मत लो , हमारी दोस्ती की । अगर इंसान सही हो न , तो ऐसे हजार घटिया दोस्त वो आसानी से छोड़ दे, बिना किसी पछतावे के ।
कायरा ने अनय की बात पर कुछ नहीं कहा , बस उसकी बात सुनकर फीकी तरह मुस्कुरा दी । तभी उसकी नज़र आरव पर गई , जो जाने कब से उसे ही देख रहा था । आरव को वहां देखकर कायरा हैरान हो गई और उसने अपने हाथों में बंधी घड़ी पर टाइम देखा , जिसके हिसाब से इस वक्त , उसकी क्लास का टाइम चल रहा था । फिर उसने आरव की तरफ देखा और मन ही मन खुद से बोली ।
कायरा - इस वक्त आरव को क्लास में होना चाहिए , फिर ये यहां क्या कर रहे हैं । कहीं ये भी आज लेट तो नही हो गए , या फिर कल के बाद से लगातार ये मुझपर नज़र तो नहीं रख रहे हैं....????
कायरा ये सब सोच ही रही थी , कि एक बार फिर विसिल की आवाज़ उसके कानो में पड़ी , जो लास्ट बार खेलने के लिए सारे प्लेयर्स को दोबारा गेम वाली जगह पर इकठ्ठा करने के लिए थी । कायरा आरव के खयालों को और साक्षात खड़े आरव को इग्नोर कर , अनय के साथ स्टेडियम की ओर बढ़ चली । और उसे जाते हुए देख कर आरव मुस्कुराकर मन हो मन खुद से बोला ।
आरव - जानता हूं तुम यही सोच रही होगी , कि इस वक्त आखिर मैं क्लास बंक कर यहां क्या कर रहा हूं । सब तुम्हारे खयालों और तुमसे जुड़ी मेरी धड़कनों का नतीजा है , जो तुम्हें खुद के सामने न देखकर बैचेन हो जाते हैं । शायद तुम्हारा ये रूप दिखाने के लिए ही , मेरी धड़कने तुम्हें देखने के लिए इतनी बैचेन थी । समझ नहीं आ रहा , दोष तुम्हें दूं , अपनी इन धड़कनों को दूं , खुद को दूं या उस वक्त की परिस्थितियों को दूं , जिनकी वजह से आज पहली बार मुझे भरी क्लास में किसी प्रोफेसर से डांट पड़ी है । पर वजह चाहे जो भी हो , अगर ये सारी चीज़ें न होती , तो शायद आज मैं तुम्हारा ये रूप नहीं देख पाता ।
ये सब खुद से कह कर आरव , होठों पर बड़ी सी मुस्कुराहट लिए , मुस्कुराए जा रहा था । इधर एक बार गेम फिर स्टार्ट हुआ और अब रोहन को क्या करना है , ये उसने गेम खेलने से पहले ही अपने दिमाग में सोच लिया था और छोटा सा ही सही , पर कायरा को हराने का प्लान जरूर बना लिया था । जिसे सोच - सोचकर वह मन ही मन खुद को शाबाशी देते हुए खुश हो रहा था , लेकिन चेहरे पर गुस्से और गंभीरता के भाव लिए हुए था, साथ ही बॉल को एक बार फिर जमीन में पटक - पटककर अप एंड डाउन कर रहा था । विक्की की हालत अब खेलने लायक नही थी , इस लिए वह कोर्ट से बाहर बैठा , गेम देख रहा था । जबकि अनय और कायरा का ध्यान बॉल के साथ - साथ , रोहन के एक्सप्रेशन पर था , जिसमें उन्हें गुस्से और नफ़रत के सिवा कुछ नज़र नही आ रहा था और अब तो विक्की भी नही था , इस लिए उन्हें और परेशानी जाने वाली थी , स्पेशली कायरा को । क्योंकि अगर विक्की होता , तो रोहन उसे कुछ न कुछ इशारा करता , जिसे ये दोनो देखकर , उनका प्लान समझ सकते थे । पर विक्की के न होने के कारण , रोहन के दिमाग में चल रहा प्लान , वो समझ नही पा रहे थे और सोच रहे थे , कि अब रोहन क्या करने वाला है ।
रोहन ने एक नज़र गुस्से से लाल आखें कर कायरा को देखा , जिसे कायरा ने सहजता से इग्नोर कर दिया । कायरा का उसे इग्नोर करना रोहन को खल सा गया और उसने अपने सामने , बॉल को पकड़ने के लिए हाथ बढ़ा रही कायरा के ऊपर से ही , बॉल दूसरे खिलाड़ी को पास कर दिया । कायरा रोहन के इस मूव से थोड़ी सी हैरान थी , क्योंकि उसे आशा थी , कि रोहन या तो लेफ्ट या फिर राइट साइड बॉल पास करेगा किसी खिलाड़ी को और कायरा तुरंत दूसरे खिलाड़ी के पास बॉल पहुंचने से पहले ही कैच कर लेगी , पर रोहन ने तो बॉल उसके ऊपर से पास की , जिसके कारण कायरा जल्दी से उस बॉल को कैच नहीं कर पाई । अब कायरा ने अपनी नजरें रोहन से हटा कर , दूसरे खिलाड़ी की तरफ डाली , जो उसे देखते हुए ही बॉल को जोर - जोर से जमीन पर पटक रहा था और साथ ही कायरा को देखकर , जहरीला मुस्कुरा भी रहा था । कायरा को उसकी ये मुस्कान , बड़ी ही अजीब और वहशी सी महसूस हुई , साथ ही उसकी नजरें कायरा को चुभ भी रही थी । पर इस वक्त कायरा ने इन सब चीजों को इग्नोर किया और उससे बॉल लेने के लिए उसकी तरफ लपकी , पर उससे पहले ही उस खिलाड़ी ने बॉल अनय को पास कर दी । अब बॉल अनय के हाथ में थी और कायरा उसके जस्ट सामने , उससे बॉल लेकर खुद के हाथ में कैच करने की होड़ में थी । अनय कायरा को देख कर मुस्कुराया और बॉल को बहुत ही तेज़ गति से जमीन पर हाथ के सहारे पटकने लगा । कायरा अनय को इस तरह देखकर , हल्के से मुस्कुराई और उसे खुशी भी हुई , कि इस बार अनय उसके साथ , एक ऑपोजिट टीम के मेंबर की तरह खेल रहा है , न कि एक दोस्त की मदद करने की हैसियत से । कायरा ने भी खुद को अनय से भिड़ने के लिए तैयार किया , और वह कोशिश करने लगी अनय से बॉल लेने की । लेकिन अनय अब अपनी धुन में खेल रहा था , जहां उसके लिए इस वक्त कायरा अपोजिट टीम से थी और वह किसी भी हालत में उसे बॉल कैच करने नही देना चाहता था । इस लिए अनय ने कुछ देर और उस बॉल को जमीन में लगातार पटका और फिर कुछ पल बाद , बॉल को उछाल कर दूसरे खिलाड़ी की तरफ पास कर दिया । कायरा ये देखकर मुस्कुराई और अनय की तरफ पलटकर तुरंत बोली, " गुड शॉट " । इतना कह कर कायरा उस खिलाड़ी की तरफ चली गई , जिसके हाथ में बॉल थी और इधर अनय कायरा के दिए गए कॉम्प्लीमेंट पर मुस्कुरा दिया । आरव भी ऊपर सीढ़ियों पर खड़ा ये सब देख रहा था और वह भी मुस्कुरा रहा था , कायरा का ये रूप और उसकी अनय के साथ दोस्ती देखकर ।
अनय ने जिस खिलाड़ी को बॉल पास की थी , वो लगभग बास्केट बॉल नेट के पास ही था , जहां से वो आसानी से बॉल को बास्केट में डालकर , एक प्वाइंट हासिल कर सकता था । लेकिन कायरा उसके इन मंसूबों से भली भांति परिचित थी और वो किसी भी हाल में उस खिलाड़ी को बॉल, बास्केट में डालने नहीं देना चाहती थी । वहीं रोहन के इशारे पर सारे बॉयज उस खिलाड़ी और कायरा को घेरे हुए थे , ताकि अगर उस खिलाड़ी के हाथ से बॉल बास्केट में जाने से मिस भी होती है , तो वहां खड़े बाकी खिलाड़ी आसानी से बॉल को खुद के हाथ में कैच कर सकें , वो भी कायरा के बॉल कैच करने से पहले । कायरा ने एक नज़र अपने चारों तरफ घुमाई , तो उसे एहसास हुआ, कि उसके चारों ओर खिलाड़ियों का एक चक्रव्यूह सा बना हुआ है और सभी उसे किसी भी तरह हराने की होड़ में लगे हुए हैं । जबकि रोहन ऐसे ही किसी सिचुएशन के क्रिएट होने के इंतजार में था , जहां उसका काम भी हो जाए और उसके ऊपर किसी का भी , स्पेशली कायरा का ध्यान न जाए ।
कायरा ने बॉल को देखते हुए , एक गहरी सांस ली , जैसे आने वाली सिचुएशन से लड़ने के लिए खुद को तैयार कर रही हो । उसके सांस छोड़ते ही , उसके सामने वाले खिलाड़ी ने अपना पूरा जोर लगाकर , बॉल बास्केट की ओर उछाली , पर उसके हाथ से बॉल छूटते ही कायरा ने एक बार फिर हवा में उछलकर बॉल अपने हाथों में कैच कर ली और अब बॉल कायरा के हाथों में थी । सभी एक बार फिर कायरा के इस मूव से हैरान हो गए और दूर खड़े आरव के चेहरे की मुस्कान भी बढ़ गई । कायरा ने अपने आप - पास एक बार फिर नज़र दौड़ाई , जहां सारे लड़के उसे एक बार फिर घेरे खड़े थे, इस इंतजार में , कि कायरा बॉल बास्केट की तरफ उछाले और बाकी खिलाड़ी कायरा की तरह ही हवा में उछलकर , बॉल कैच कर लें और खुद उनमें से एक बास्केट में बॉल डाल सके । इससे उलट कायरा की नजरें , आसपास ये चेक करने में थी, कि उसे इस सिचुएशन से निकलने की जगह कहां से मिले । जबकि सारे बॉयज उसे इस तरह से घेरे हुए थे , कि कहीं से भी किसी भी तरह निकलने की जगह कायरा को नहीं दिख रही थी । कायरा अब मन ही मन अपने इष्ट देव , कान्हा जी को याद करती है और अगले ही पल वह बॉल को एक हाथ में लेकर जमीन में घसीटते हुए , अनय के पैरों के बीच की खाली जगह से निकलते हुए , उसके जस्ट पीछे खड़ी हो जाती है और बॉल को एक टीप मार कर हवा में खुद उछल जाती है और साथ ही बॉल को भी बास्केट में डालने लगती है । तभी रोहन तुरंत अपने हाथ में बंधी हुई घड़ी का कांच कुछ इस तरह हिलाता है , कि सूरज की धूप से रिफ्लेक्ट होकर प्रकाश सीधे कायरा की आखों में जाए और उसे प्रकाश की वजह से चुभन हो, जिससे बॉल उसके हाथ से छूट जाए और कायरा मुंह के बल जमीन पर गिर जाए । रोहन , उसी तरह अपने हाथ की घड़ी हिलाए जा रहा था । जबकि अब इसे कायरा की किस्मत कहें , या फिर उसके स्पीड से चलते तेज़ दिमाग की रफ्तार , कि उसने तुरंत हवा में उछलकर बॉल बास्केट में डाली और अपना चेहरा दूसरी तरफ घुमाकर , जमीन पर आ गई , जिससे उस प्रकाश के रिफ्लेक्शन से कायरा बच गई । बॉल, बास्केट से जब नीचे की ओर आयी , तो रोहन के द्वारा क्रिएट किया गया प्रकाश का रिफ्लेक्शन , बास्केट से गिरती हुई बॉल पर पड़ा और बॉल झटके से नीचे गिर कर , कोर्ट के किनारे की ओर उछल गई और बॉल के बास्केट होने से , खुद को जीता हुआ देख , कायरा खुशी से उछल पड़ी, साथ ही अनय भी खुशी से उछल पड़ा । वहीं स्टेडियम में उपस्थित सारे स्टूडेंट्स की आवाज पूरे स्टेडियम में गूंज गई , जो अनचंभित से इस मंजर को देखकर , जोर से चिल्ला पड़े । अगले ही पल , पूरे स्टेडियम में कायरा के जीत के नारे लगने लगे और आरव भी ये देखकर , खुशी से उछल पड़ा । जबकि रोहन ये देखकर हैरान था , और वो बस आखें फाड़े कायरा को देख रहा था । कायरा ने अपनी ही जगह पर खड़े होकर , अपने चेहरे को रोहन की तरफ घुमाकर , उसे एक फीकी सी मुस्कान पास की , जैसे कायरा ये जता रही हो , कि उसे रोहन से ऐसे ही किसी कारनामें की उम्मीद थी और कायरा ऐसे कारनामे के लिए पहले से ही रेडी थी । रोहन उसका इशारा समझ कर और भी हैरानी से उसे देखने लगा और कायरा अनय की तरफ मुड़कर , उसके साथ खुशी से उछलने लगी । पर ये खुशी शायद सिर्फ वह दिखावे के लिए दिखा रही थी , ताकि उसे खुश देखकर आरव भी खुश हो सके । जबकि सभी कायरा की इस दिखावे वाली खुशी से अनजान थे ।
रोहन को कायरा की फीकी मुस्कान देखने के बाद समझ में आ गया , कि कायरा का दिमाग उसके दिमाग से कहीं आगे हैं । जहां से रोहन सोचना शुरू करता है, कायरा वहीं पर उससे पहले ही अपनी सोच को खत्म कर देती है । इसी लिए शायद कायरा का दिमाग रोहन के दिमाग से ज्यादा स्पीड चल रहा था । रोहन ने मुड़कर कोर्ट के बाहर बैठे विक्की को देखा , तो विक्की भी उसे देखकर फीका मुस्कुराकर उसे ही घूर रहा था , जैसे कह रहा हो , कि और न मानो मेरी बात , गिरो मुंह के बल नीचे । अब ये होना तो तय था ही , तब भी तुझे अपनी अकड़ के आगे ये सब पहले नहीं दिखाई दिया । पिटवाओ अब ढिंढोरा अपनी इज्जत का , साथ में मेरी भी इज्जत ले के डूब मरो । रोहन को जब विक्की के रिएक्शन का आभाष हुआ , तो उसने तुरंत अपनी नजरें नीची कर लीं , और जीती हुई कायरा को देखने लगा , जो अनय के साथ खुशी से उछल रही थी । रोहन को अब अपनी गलती का एहसास हो चुका था , कि उसने एक लड़की को खुद से कमतर समझकर कितनी बड़ी भूल कर दी है ।
इधर अनय ने कायरा को खुशी से हाई - फाइव करते हुए उससे कहा ।
अनय - वाओ कायरा.....!!!!! ओसम यार.....!!! मतलब कितनी अच्छी खिलाड़ी हो तुम , दिल जीत लिया तुमने तो मेरा ।
कायरा ने अब उछलना बंद किया और हांफते हुए अपने हाथों को घुटनों पर रखकर खड़ी हो गई और सिर झुकाए हुए ही उसने अनय से कहा ।
कायरा - थैंक्यू अनय , फॉर दिस कॉम्प्लीमेंट ( इस प्रशंशा के लिए ) । ( अनय की तरफ चेहरा उठाकर ) लेकिन तुमने भी आज बहुत खूब खेला । अच्छा लगा मुझे ये देखकर , कि मेरी बातों का तुम पर बहुत जल्दी असर हुआ , और तुमने मेरी बात का मान भी रखा ।
अनय ( एक लड़के से पानी की बॉटल मंगा कर कायरा से बोला ) - अब इतनी अच्छी दोस्त जब मुझे समझाए , फिर असर तो होना ही था । और मेरी दोस्त की इच्छा थी , कि मैं उसकी कोई हेल्प न करूं , इस लिए मैंने भी दोस्ती के खातिर उसकी बात मान ली और उसे आजाद छोड़ दिया , अपने लक्ष्य को पाने के लिए ।
कायरा ( सीधे खड़े होकर , अनय के द्वारा मंगाई गई पानी की बॉटल हाथ में लेकर बोली ) - थैंक्यू सो मच अनय , मेरी बात मानने के लिए और मुझे आजाद छोड़ने के लिए ।
अनय ( हल्का सा मुंह बनाते हुए ) - दोस्ती के फेमस रूल भूल चुकी हो या फिर भूलने का नाटक कर रही हो ...???
कायरा ( मुस्कुराकर ) - कुछ नहीं भूली हूं , बस तुम्हें कहने का मन किया तो कह दिया । वैसे ये सॉरी और थैंक्यू , दोनो ही वर्ड्स बहुत मुश्किल से किसी से कहती हूं । तुम लकी हो , जिसे मैं थैंक्यू कह रही हूं , ( पानी का एक घूंट पीकर ) वरना लोग तरसते हैं , मेरे मुंह से सॉरी और थैंक्यू सुनने के लिए ।
इतना कहकर कायरा एक बार फिर पानी पीने लगी और उसने हाथों में पानी लेकर , अपने चेहरे पर पानी कुछ छींटे मारें । क्योंकि अब उसे वातावरण में फैली गर्मी के कारण , घुटन सी महसूस होने लगी थी । जबकि अनय कायरा की बात सुनकर , खुशी से फूला जा रहा था । उसने खुश होकर कायरा से कहा ।
अनय - सच्ची में कायरा......!!!!????
कायरा उसकी इस बात पर मुस्कुरा दी , और उसकी नज़र रोहन पर गई , जो कुछ ही दूर खड़ा उसे ही देख रहा था । कायरा ने मुस्कुराते हुए पानी की बॉटल अनय को थमाई और रोहन की तरफ जाते हुए अनय से बोली ।
कायरा - हम्मम, सच में.....।
इतना कहकर कायरा रोहन की तरफ बढ़ गई और अनय खुशी से अपना सीना चौड़ा कर फूल गया । और फिर पानी पीने के बाद , वह भी कायरा के पीछे - पीछे चल दिया । जबकि अब स्टेडियम से भीड़ काम होने लगी थी और लोगों को समझ आ गया था , कि एक अकेली लड़की कुछ भी कर सकती है । जहां थोड़ी देर पहले कायरा का हंसी मजाक उड़ाया जा रहा था , वहीं अब सभी स्टूडेंट्स उसकी तारीफ करते नहीं थक रहे थे । वहीं ऊपर खड़ा आरव , सीढ़ियों से नीचे आते हुए , मुस्कुराकर कायरा को देख रहा था और खुद से , धीमी आवाज़ में कह रहा था ।
आरव - आखिर आप जीत ही गईं , मिस गर्ग । आज आपने इस कॉलेज में एक अलग ही इतिहास रच दिया है , अकेले होकर भी, एक साथ छः से सात खिलाड़ियों का सामना कर..... । तसल्ली सी मिली थोड़ी सी मुझे , आपको खुश देखकर । पर मैं थोड़ा सा , कंफ्यूज भी हूं , कि आपकी ये खुशी सच की है या फिर दिखावे की । क्योंकि आपके होठों की खुशी वाली मुस्कान , आपकी आखों की उदासी से मैच नहीं खा रही है । दुनिया को आप अपने चेहरे के एक्सप्रेशन से कुछ भी दिखा सकती हैं मिस गर्ग , पर मुझे आपकी आखें बिना कुछ पूछे ही सबकुछ बता देती हैं । वो बातें भी , जो आप मुझे बताना नही चाहती और दुनिया के साथ - साथ मुझसे भी छुपाना चाहती हैं । पर मैं भी आरव हूं , तुम्हारा....... , अपनी कायरा का आरव । और एक दिन ये बात मैं तुम्हें कह कर ही दम लूंगा ।
ये सोचते हुए आरव मुस्कुराकर, कायरा की ओर बढ़ने लगा और इधर कायरा रोहन के सामने आकर खड़ी हो गई , जो इस वक्त विक्की के पास खड़ा था । कायरा को अपने सामने देखकर , दोनों की नजरें झुक गई थी । अनय भी कायरा के बगल में आकर खड़ा हो गया और दोनों लड़को को घूरने लगा । कायरा ने कुछ पल उन दोनों के कुछ बोलने का वेट किया , पत जब उन दोनो के मुंह से एक भी अंकुर नही फूटा , तो कायरा ने सहज भाव से उन्हें देखते हुए कहा ।
कायरा - अब तक तो तुम दोनों को ये बात समझ आ ही गई होगी अच्छे से , कि लड़कियां लड़कों से किसी भी मामले में कम नहीं है ।
कायरा की इस बात पर रोहन ने एक नज़र कायरा को देखा , जो उसे ही देख रही थी । उसने तुरंत एक बार फिर अपनी नजरें नीची कर लीं , जो इस बात की गवाही दे रहीं थी, कि अब रोहन बहुत ज्यादा गिल्ट में हैं और इसी वजह से अब वह कायरा से नजरें नही मिला पा रहा है । विक्की ने कायरा की बात पर तुरंत कहा ।
विक्की - सॉरी कायरा....., बहुत बड़ी गलती हो गई हमसे....... ।
कायरा ( उसकी बात खत्म होने से पहले ही बोली ) - हरकतें ही ऐसी क्यों करना विक्की , कि तुम्हें किसी के सामने सॉरी बोलने की जरूरत आन पड़े । ( इस बात पर रोहन और विक्की की नजरें , शर्म से जमीन पर गड़ी जा रही थी। कायरा ने उन्हें देखकर आगे कहा ) अब तो शायद तुम दोनों को ये भी समझ आ गया होगा , कि लड़कियों को खेलने के लिए किसी विशेष कपड़ों की जरूरत नहीं होती, बल्कि वो किसी भी तरह के कपड़ों में खेल सकती है , चाहे वो इंडियन कपड़े हो, वेस्टर्न कपड़े हो या स्पोर्ट्स कपड़े हो । साथ ही आज तो कॉलेज के हर उस स्टूडेंट्स को , जो लड़कियों को मोम की गुड़िया समझते थे , उन्हें भी समझ आ गया होगा , कि लड़कियां मोम की गुड़िया नहीं बल्कि एक चट्टान हैं , जो किसी भी सिचुएशन में जंग लड़ने के लिए, बिना किसी हथियार के तैयार रहती हैं । वैसे सच बताऊं मैं तुम दोनो को , मैने तुम दोनो का चैलेंज इसी लिए एक्सेप्ट किया था , ताकि मैं लोगों का नजरिया बदल सकूं , एक टॉपर लड़की के प्रति और एक नॉर्मल कपड़े पहनने वाली लड़की के प्रति । और मैं ऐसा करने में सफल हुई । मैंने पहले भी तुम दोनो से कहा था , कि मैं हर किसी का चैलेंज एक्सेप्ट नहीं करती । पर तुम दोनो ने न ही सिर्फ मुझ पर , ( अनय की तरफ एक नज़र देखकर ) बल्कि हमारी पाक साफ दोस्ती पर भी इंडैरेक्टली ही सही , पर सवाल उठाए थे । जो कि तुमसे बहुत बड़ी गलती हो गई । इसके साथ ही , तुम दोनो ने एक लड़की के अस्तित्व पर भी सवाल खड़े कर दिए थे । इन्हीं दोनों बातों के जवाब देने के लिए मैंने तुम दोनो का चैलेंज एक्सेप्ट किया । एक बात ध्यान से सुन लो , रोहन और विक्की , अगर एक अकेली लड़की चाहे तो कुछ भी कर सकती है , गेम्स भी खेल सकती है , पढ़ाई भी कर सकती है , घर बाहर सभी जगह के काम भी संभाल सकती है , अपने साथ - साथ अपनो की जिंदगी भी संवार सकती है और तुम जैसे लड़कों को जन्म भी दे सकती हैं, जिन्हें कुछ पल पहले तक उसी लड़की की इज्जत करना नहीं आती थी , जिसकी वजह से तुम्हारा अस्तित्व है इस दुनिया में है । इस लिए आज की ये सीख अच्छी तरह से याद रखना । वैसे मैं ये फालतू ही कह रही हूं , आज का ये दिन तो वैसे भी तुम दोनो कभी नही भूलने वाले अपनी पूरी लाइफ में । आई हॉप , तुम दोनो को मेरी बात अच्छे से समझ आ गई होगी । आइंदा से किसी भी लड़की को खुद से कमतर समझने की भूल मत करना । क्योंकि अभी तो मैने तुम्हें सिर्फ खेल में हराया है और अभी सहजता से तुम्हें समझा भी रही हूं , लेकिन हो सकता है मेरी जगह कल के दिन कोई और लड़की हो और वो तुम्हें कुछ इस तरह से सबक सिखाए , कि तुम दोनो कभी कहीं भी मुंह दिखाने के काबिल तक न बचो । इसलिए वक्त है अभी समझ जाओ , वरना आगे इससे भी बुरी हार और बेज्जती के लिए खुद को तैयार कर लो , जो मेरी जैसी लड़की ही करेगी ।
इतना कह कर कायरा ने उन दोनों को हल्का सा घूरा और पलट कर जाने लगी । उसने अपना एक कदम आगे की ओर बढ़ाया ही था , कि उसे रोहन और विक्की की आवाज़ सुनाई दी । कायरा उनकी ओर पलटी और दोनो की बात सुनने लगी , जो उसे देखकर ही उससे कह रहे थे ।
रोहन और विक्की ( एक साथ ) - हमसे बहुत बड़ी गलती हो गई कायरा , तुम्हें पहचानने में । लानत है हमारी सोच पर , जो लड़कियों के बारे में बुरा और खुद को लड़कियों से ज्यादा समझती है । आज जो हुआ , वो दोबारा कभी नही होगा , माफ कर दो कायरा हमें । हम शर्मिंदा हैं अपने किए पर ।
इतना कह कर उन्होंने कायरा के सामने हाथ जोड़ लिए और अपनी नजरें नीची कर लीं । कायरा उनके सामने आकर खड़ी हुई और उनका हाथ नीचे करके उनसे कहने लगी ।
कायरा - तुम दोनो को अपनी गलती का एहसास हो गया , मेरे लिए यही काफी है , इस लिए ये सब करने की जरूरत तुम दोनों को नहीं है ।
अनय ( गुस्से में दोनों को घूरते हुए ) - इन दोनों ने जो शब्द कहे हैं और जो किया है , वो माफी के काबिल तो बिलकुल नहीं है कायरा , बल्कि ये दोनों सजा के काबिल हैं , फिर भी तुम इन्हें इतनी सहजता से माफ कर रही हो । क्यों कर रही हो तुम ऐसा कायरा...????
कायरा ( अनय की तरफ पलट कर ) - गलती करने वाले को अगर अपनी गलती का एहसास हो और ऑलरेडी अपनी की गई गलती के गिल्ट में वो इंसान जी रहा हो , तो उसे माफ करना हमारा फर्ज़ बनता है । क्योंकि खुद की गलती मानने के बाद , उसके पछतावे में जीना ही , एक इंसान के लिए सबसे बड़ी सज़ा होती है , जो कि ये दोनों आजीवन भुगतने वाले हैं । इस लिए मैं कौन होती हूं इन्हें सजा देने वाली ।
रोहन - पर तुम चाहो , तो हमें सजा दे सकती हो कायरा , हम दोनों अपनी सज़ा एक्सेप्ट करने के लिए रेडी हैं ।
कायरा ( रोहन की तरफ पलटकर ) - अगर जरूरत होती , तो मैं जरूर तुम दोनो को सज़ा देती । पर इस वक्त तुम्हें सजा की नही , बल्कि माफी की जरूरत है । जो की मैने तुम दोनों को दे दी है । आशा करती हूं , तुम दोनों दोबारा कभी ये गलती नही दोहराओगे ।
रोहन और विक्की ( एक साथ ) - श्योर कायरा ....., दोबारा कभी ऐसा नहीं होगा ।
कायरा ( मुस्कुराकर ) - यही अपेक्षा थी तुम दोनों से । विक्की , अपने हाथ का अच्छे से इलाज करवा लेना और पक्का वाला प्लास्टर भी चढ़ावा लेना । हाथों में स्वेलिंग आ चुकी है , जिसकी वजह हाथ में फैक्चर ही हो सकता है ।
विक्की में मुस्कुराते हुए हां में सिर हिलाया और कायरा उन दोनों को बाय बोलकर , पीछे की ओर पलटी । उसके साथ अनय भी पलटा और दोनों ही , स्टेडियम से बाहर की तरफ जाने को हुए , कि तभी उन्हें सामने से आता हुआ आरव दिखा । जिसे देखकर अनय मुस्कुरा दिया , पर कायरा सिर्फ मन ही मन मुस्कुराई , लेकिन चेहरे पर आरव के आने की खुशी उसने जाहिर नहीं होने दी । कायरा और अनय ने अपने पैर आरव की तरफ बढ़ाए और साथ में कायरा अपने कमर से दुप्पटा निकलकर उसे ठीक करके वापस अपने गले में पहले की तरह डालने लगी । तभी अचानक से दुपट्टा संभालने की वजह से कायरा के दोनों पैर आपस में उलझे और वह खुद को न संभाल पाने की वजह से जमीन पर गिरने लगी और डर की वजह से उसने अपनी आंखें तेज़ी से भींच ली । लेकिन वो जमीन पर गिर पाती , उससे पहले ही किसी के मजबूत हाथों ने उसके हाथ को पकड़ा और उसे अपनी तरफ खींच कर उसे संभाल लिया । जिसके कारण कायरा , गिरने से बच गई और साथ ही उसे चोट भी नही लगी ..............।
क्रमशः