इंसानी दुनिया से अलग है एक दूसरी दुनिया
""" पक्षीलोक """
यहाँ के लोग दिखते तो आम लोग जैसे ही है पर आम इंसान जैसे है भी नही इनका आधा चेहरा पक्षी जैसा है और बड़े बड़े पंख है ।
ये लोग अपनी जिंदगी सुकुन से जिते है इन्हे किसी बात की दिक्कत नहीं थी क्योकि पक्षीलोक का "राजा अधिराज "बहुत ही दयालु है जोकि अपनी प्रजा को खुश रखता है।
पर अधिराज के जीवन में ही कोई खुशी नहीं थी
उसके जीवन के उथलपुथल का कारण है" कालाशौंक "
कालाशौंक अधिराज कि दुश्मनी का कारण है अधिराज की मणि (शक्ति मणि और इच्छा मणि )
ये मणि अधिराज को सबसे अलग बनाती है मतलब इन मणि के जरिए अधिराज शक्तिशाली है
इसी मणि के कारण अधिराज को कोई नहीं हरा सकता था और इच्छा मणि अधिराज को किसी भी रुप में बदल सकती थी ।
ये मणि ही अधिराज की दुश्मनी का कारण था कालाशौंक इन्ही मणि को हाशील करने के लिए कूकूपूर पर हमला करता था पर हर बार हार कर वापस अपने राज्य को लौट आता ।
कालाशौंक प्रतिशोध की आग में जलता रहता था बस अधिराज से मणि छिनने की कोशिश करता रहता था ।
अधिराज के जीवन में भी अशांति सी बनी रहती थी इसी कारण से राजमाता आंगिकी अधिराज को विवाह के लिए कहती रहती थीं पर अधिराज को अभी तक कोई भी लड़की अपने लायक नहीं मिली ।
आंगिकी चाहती थी की अधिराज सतरपूर की राजकुमारी सागरिका से विवाह कर ले पर अधिराज सागरिका के मतलबी स्वभाव को जानता था इसलिए मना करता रहा ।
पूरे राज्य में अधिराज को अपने लायक कोई लड़की नही लगी यही चिंता मां को विचलित करती रहती थीं ।
एक दिन अचानक
"महाराज महाराज !"
"क्या बात है पुरु(एक सैनिक)"
"महाराज आपकी बहन रांजीकी कही नही मिल रही है राजमाता बहुत परेशान हैं""
"क्या!(गुस्से में ) उसके अंगरक्षक क्या कर रहे थे "
तभी एक और सैनिक आता है
"महाराज ! राजकुमारी के अंगरक्षक नदी किनारे घायल पड़े
है उन्होंने बताया है कि कालाशौंक के सैनिको न राजकुमारी का अपहरण करने की कोशिश की उन्हे बचाने में वो घायल हुऐ है पर राजकुमारी उनके चंगुल से तो बच गयी लेकिन पता नेही कहा लुप्त हो गयी हमने पूरा कूकूपूर छान लिया पर हमे वो कही नही मिली "
"ऐसा कैसे हो सकता है तुम सब किसी काम के नही हो मुझे ही अपनी बहन को ढुंढना होगा जाओ शशांक (मित्र) से कहो हमारे साथ चले "
"जी !महाराज"
अधिराज और शशांक पूरा राज्य छान लेते है पर रांजिकी को नही ढुंढ पाते
तभी अचानक उन्हे एक विचित्र दरवाजा मिलता है दोनो हैरान रह जाते है तभी अधिराज अपनी शक्ति से उस दरवाजे का रहस्य समझ जाता है ये दरवाजा इंसानी दुनिया का है जहां के लोग साधारण है ।
अधिराज अपनी बहन को ढुंढने के लिए इंसानी दुनिया में जाता है वहां के लोग उसका रुप देखकर डर न जाऐ इसलिए वो अपना रुप साधारण इंसान की तरह बना लेता है और रांजिकी को ढुंढने जाता है
तभी उसकी मुलाक़ात एक लड़की से होती है
ये पहली लड़की है जिसने अधिराज को आर्कषित कर लिया ।कौन है ये लड़की