The Author शाश्वत चौबे Follow Current Read इक अधूरी कहानी ..... By शाश्वत चौबे Hindi Love Stories Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books ભીતરમન - 58 અમારો આખો પરિવાર પોતપોતાના રૂમમાં ઊંઘવા માટે જતો રહ્યો હતો.... ખજાનો - 86 " હા, તેને જોઈ શકાય છે. સામાન્ય રીતે રેડ કોલંબસ મંકી માનવ જા... ફરે તે ફરફરે - 41 "આજ ફિર જીનેકી તમન્ના હૈ ,આજ ફિર મરનેકા ઇરાદા હૈ "ખબર... ભાગવત રહસ્ય - 119 ભાગવત રહસ્ય-૧૧૯ વીરભદ્ર દક્ષના યજ્ઞ સ્થાને આવ્યો છે. મોટો... પ્રેમ થાય કે કરાય? ભાગ - 21 સગાઈ"મમ્મી હું મારા મિત્રો સાથે મોલમાં જાવ છું. તારે કંઈ લાવ... Categories Short Stories Spiritual Stories Fiction Stories Motivational Stories Classic Stories Children Stories Comedy stories Magazine Poems Travel stories Women Focused Drama Love Stories Detective stories Moral Stories Adventure Stories Human Science Philosophy Health Biography Cooking Recipe Letter Horror Stories Film Reviews Mythological Stories Book Reviews Thriller Science-Fiction Business Sports Animals Astrology Science Anything Crime Stories Share इक अधूरी कहानी ..... (2) 1.3k 4.3k दोस्तों आज इस प्लेटफार्म पर मैं अपने कहानी लेखन की शुरुआत कर रहा हूं इस कहानी में मै अपने अजीज दोस्तों में से एक की कहानी बताने जा रहा हूं यह कहानी है उसके जीवन के इर्द-गिर्द और उसके प्रेम की है बात 5 साल पुरानी हैमेरा दोस्त बहुत ही सरल और मित्र भाव प्रकृति का बालक था किसी अनजान से भी घूलने में उसे ज्यादा समय नहीं लगता था, उस समय वहां अपने गांव में ही शिक्षा ले रहा था दसवीं पास करने के बाद वह किसी अन्य शहर में अपनी आगे की शिक्षा प्राप्त करने चला गया ।शुरू में उसका मन तो वहां नहीं लगता था पर धीरे-धीरे वह लोगों को जानने लगा और और उसे जगह भी पसंद आने लगी मित्र भी बन गए। एक दिन वह अपने मित्रों के साथ शहर विहार करने गया ।...मौसम भी अच्छा था और उसका मन भी। सुंदर समीर के अहसास से मानो उसके जीवन के सभी दु:ख गायब से हो गए हो। तभी अचानक से सब शांत हो गया, ऐसा क्या हुआ?? ......बताता हूँ बताता हूँ......कोई तूफान नही आया, वहा पर अचानक उसकी नजर एक लड़की पर पड़ी जो की नीली रंग का सुट पहनी हुई, उसके खुले बाल हवा में लहरा रहे ,चेहरे पे उसके सुन्दर सी मुस्कान थीऐसा लग रहा था मानो उसने पहली बार किसी लड़की पे गौर किया हो, उसे पहली नजर में प्यार सा हो गया जो कि उसके आँखो और खुले मुख से स्पष्ट था। वह बहाने ढूँढने लगा कि कैसे उससे बात किया जाए, उसके ईर्द गिर्द घूमने लगा। उस लड़की को भी अहसास हो गया था कि वो उससे बात करना चाहता है। धीरे-धीरे नजरे मिलने लगी, कुछ समय ऐसे ही नजरो से दिल की बात बया करने के बाद उसने हिम्मत की, लड़की के पास गया पर कुछ बोल ना पा रहा मानो आवाज सी गायब हो गयी, काफी हिम्मत के उसने hi' बोला, और Hiiiii भी ऐसी जेसे वो complement दे रहा हो, लड़की हसने लगी, वो हंसी शर्माने वाली थी!बात शुरू हुई, पहली ही मुलाकात में दोनों काफी अच्छे दोस्त बन गए,बात होने लगी कब दोस्ती प्यार में बदल गयी उसे पता ही न चला, वो भी एकतरफा नही ,दोनों दो शरीर एक जान से हो गए । 5 साल बाद.... आज मेरी मुलाकात उससे हुई, यह हमेशा की तरह नही थी, वह काफी बदल सा गया था, हमेशा उत्स के समान खिलखिलाने वाला लड़का आज शांत सा और अन्जान सा लग रहा था, मैने उसके दु:ख का कारण पूछा ---वो जोर-जोर से रोने लगा, मेरे में आँख नम से हो गए,मैं समझ गया था वो दोनों अब साथ नही है, फिर भी मैने उससे पुछा क्या हुआ...उसने कष्ट से भरी आवाज में बोला अब हम साथ नही... मैने कारण पुछा..... उसने कहा की हमारा रिश्ता उसके घरवालो को मंजूर ना था, हमने भागकर एक दूसरे का होना चाहे पर यह भगवान को मंजूर ना था। 😭😭हर लैला मजनू की तरह हमारी कहानी का अन्त भी अधूरी रही .............😭😭-समाप्त Download Our App