मीणा पिछले कई दिनों से मण्डल से लगेज वाहन की डिमांड कर रहे थे।लेकिन मण्डल द्वारा लगेज वाहन उपलब्ध नही कराए जा रहे थे।
लेकिन इंस्पेक्शन की वजह से लम्बे अरसे से डिस्पेच के लिए पड़े पेकजो की किस्मत खुल गई थी।परिचालन अधिकारी ने मीणा को फोन किया था,"सुबह दो लगेज वाहन आगरा पहुंच जाएंगे।पुराना पैकेज एक भी नही रहना चाहिए।सब पैकेज डिस्पेच कर देना।"
रात को ही दो लगेज वाहन आ गए थे।स्टेशन के सभी प्लेटफार्म पर जहां तन्हां पार्सल पड़े रहते है।सारे पैकेज लगेज वाहन में लोड कर दिए गए।पैकेज हट जाने से प्लेटफार्म साफ सुथरा नज़र आने लगा था।
जी एम साहिब के आने की खबर मिलते ही युद्ध स्तर पर कार्य करके स्टेशन को संवारा जाने लगा।
जी एम साहिब के आने से पहले सारी कमियां दूर करने और अन्य व्यस्थाये करने के लिए मण्डल रेल प्रबन्धक देवड़ा ने व मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक मौर्या को आगरा भेजा था।मौर्या के साथ सभी विभागों के मण्डल निरीक्षक भी साथ आये थे।
रेलवे की कमाई का जरिया है वाणिज्य विभाग।रेलवे के लिए कमाई करने वाले बुकिंग,गुड्स,चेकिंग,पार्सल,आरक्षण,ठेके,खानपान आदि सब वाणिज्य विभाग के अंग है।रेलवे राजस्व के साथ ऊपरी कमाई भी इस विभाग में होती है।जहां ऊपरी आमदनी होती है।खर्च की उम्मीद भी उसी से की जाती है।इधर उधर के ऊपरी खर्च भी वाणिज्य विभाग करता है।जैसे रेलवे के अधिकारियों के आने पर कार आदि व्यस्था करना।
मण्डल में वाणिज्य विभाग का प्रमुख होता है,व मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक।मण्डल रेल प्रबंधक ने जी एम साहिब के आने पर सारी व्यवस्था करने के लिए मौर्या को भेजा था।
मौर्या जी एम साहिब के इंस्पेक्शन का पूरा प्रोग्राम बनाकर लाये थे।उन्होंने प्रोग्राम सी पी एस मीणा से डिसकस किया था।
जी एम साहिब का सैलून सुबह कोटा गाड़ी से आएगा।वह सपत्नीक आएंगे।उनके साथ मण्डल रेल प्रबंधक भी सपत्नीक आएंगे।अन्य मण्डल अधिकारी रात को अवध एक्सप्रेस से ही आगरा आ जाएंगे।जी एम और मण्डल रेल प्रबंधक के सेलून काट कर सेलून साइडिंग में लगा दिए जाएंगे।वे नहा धोकर तैयार होंगे।आठ बजे उन्हें नाश्ता सर्व किया जाएगा।ठीक आठ बजे कारे आ जयेगी। एक कार में जी एम साहिब के साथ मण्डल रेल प्रबंधक और दूसरी में जी एम साहिब की पत्नी के साथ मण्डल रेल प्रबन्धक की पत्नी बैठेंगी।एक कार में व मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक के साथ सी पी एस मीणा बैठेंगे।और कुछ अन्य गाड़ियां भी।
सबसे पहले उन्हें फतेहपुर सीकरी ले जाया जाएगा।वहां से एक बजे लौटेंगे।उन्हें सीधे मुगल होटल लंच के लिए ले जाया जाएगा।उसके बाद किला और ताजमहल दिखाया जाएगा।बाद में शॉपिंग के लिए ले जाया जाएगा।पेठा,दालमोठ,और जूते आदि की शॉपिंग करायी जाएगी।जी एम साहिब को आज ही लौटना हेसाहिब का सैलून गंगापुर से डिलक्स में लगेगा।आगरा से गंगापुर तक सैलून को स्पेशल इंजन लेकर जाएगा।
पांच बजे से पहले सैलून को प्लेटफार्म नंबर एक पर लगा दिया जाएगा।सैलून इंजन लगकर जाने के लिए पूरी तरह तैयार हो जायेगा तभी जी एम साहिब को स्टेशन पर लाया जाएगा। ताकि साहिब को स्टेशन पर घूमने या कोई कमी निकालने का मौका ही न मिले।
पूरा प्रोग्राम बनाकर व मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक मौर्या सी पी एस मीणा से बोले,"सब से पहले हमें कारों की व्यवस्था करनी है।"
(शेष अंतिम भाग में)