Mayavi Emperor Suryasing - 8 in Hindi Fiction Stories by Vishnu Dabhi books and stories PDF | मायावी सम्राट सूर्यसिंग - 8

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मायावी सम्राट सूर्यसिंग - 8


सूर्या उस टूटे भाले के पहले हिस्से को लेकर आ गए थे। जब सूर्या को पता चला कि जादूगर ध्यानचंद ने अब्बू और सीतल को बचाया तो वो थोड़ा अचंबित हो गया। सूर्या को लगा की ध्यानचंद मुफ्तमे किसको जहर भी ना पिलाए उसने मेरे अब्बू और सीतल को बचाया.
जब जादूगर ध्यानचंद को पता चला कि सूर्या वो टूटे भाले के पहले हिस्से को लेकर आ गया है तो वो तुरंत सूर्या के पास आया . सूर्या भी तैयार था जब वो सूर्या के पास आया तब सूर्या ने ऐसा स्वांग किया की मानो वो जादूगर ध्यानचंद का गुलाम है ये देख कर जादूगर ध्यानचंद फूला गए .
सूर्या ने उस जादूगर को कहा की जनाब ये भाले का एक टूटा हिस्सा में हमारे पास रखना चाहता है। जादूगर ध्यानचंद को लगा की अब सूर्या मेरे इशारों पे नाचने वाली कट पुतली है। ये समझ कर जादूगर ध्यानचंद ने उस भाले के पहले हिस्से को सूर्या के पास ही रहने दिया.
सूर्या ने बड़े ही विनम्रता के साथ जादूगर ध्यानचंद से पूछा की जनाब अब हमे उस भाले का दूसरा हिस्सा कहा से मिलेगा . जादूगर ध्यानचंद ने सूर्या को कहा की वो भी एक पर्वत श्रृंखला में छिपा है .. और निस्वास से कहा पर.....
सूर्या ने कहा पर क्या । जादूगर ध्यानचंद ने कहा कि उस पर्वत श्रृंखला में तुम्हारी जादुई शक्तियां काम नहीं करेगी। ओर वहा पर जो एक बार जाता है वो कभी लॉट कर वापस नहीं आता इस लिए में तुम्हे एक एसी जादुई ताकत दूंगा की वो शक्ति वहा पर काम करे ये कहा कर जादूगर ध्यानचंद ने सूर्या को एक जादुई शक्तियां प्रदान की ओर कहा की ये शक्ति सिर्फ एक ही काम करेगी जो तुम एक साथ कितने भी बड़े और कितने ही खतरनाक शक्तियों पर काबू कर सकोगे.
सूर्या ने चलने की तैयारी की तब सीतल ने कहा कि सूर्या में भी तुम्हारे साथ चलूंगी . सूर्या ने थोड़ी देर तक सोचा और बाद में सीतल को अपने साथ आने की मंजूरी दी।
सूर्या और सीतल दोनो ने हवा में उड़ गए और बहुत समय तक वो वहा में उड़ते रहे.
और इस तरह सूर्या के अब्बू ने जादूगर ध्यानचंद को पूछा कि जनाब आप को उस भाले की क्या आवश्यकता है और वो जिन ये सब......
जादूगर ध्यानचंद ने अपने आंखों में आशु निकल आई और बोले अली खान में कोई बुराई का बादशाह नही हु में भी सूर्या की तरह एक भलाई करने वाले हु..
पर दानव कश्यप और दानवों में श्रेष्ठ और सबसे ज्यादा खतरनाक दानव राज मोर्मबा दोनो ने मेरे आवाम में तहलका मचा दिया है और उस पर मेरी जादुई शक्तियां भी नहीं चलती सिर्फ उन्हें मारने के लिए उस जादुई भाला और वो बोतल का जिन ही उन्हे मार सकते है.
और उस तरफ सूर्या और सीतल दोनो ही एक पर्वत श्रृंखला में पहुंच गई.. और वहा चारो ओर मानव कंकाल पड़े थे मानो यहां पर पूरी सेना आई हो.
पर ये देख कर सीतल बोली कि सूर्या अब हमे और संभल कर रहना चाहिए पता नहीं हम कब ये कंकाल बन जाए..