ब्लैक टॉप ब्लू जींस और पीछे की ओर बंधे हुए बालों में अवनी को सामने देख निलय बोला, "आज ना तो सलवार सूट है और ना ही कोई भाग कर आया, ऐसा लगता है जैसे मेरा दिन अच्छा नहीं है।"
"सच में??" अवनी मुस्कुराहट एकदम से बढ़ाते हुए बोली।
"इतनी खुशी तुम्हें सिर्फ यह सुनकर हो रही है ना कि मेरा दिन अच्छा नहीं है?"
"और क्या.. चले अब?!", स्टेशन पर आई मेट्रो की तरफ इशारा करके अवनी ने कहा।
"कौन सा स्टेशन?"
"यहाँ से चौथा स्टेशन, 'दी मॉल'।"
"क्या??"
"हाँ ,चौथे स्टेशन पर ही तो है ना वो?"
"हम चौथे स्टेशन पर 15 मिनट में पहुँच जाएंगे, मूवी 12:00 बजे की है और अभी सवा 9 हुए है, मतलब ज्यादा से ज्यादा 9:40 तक वहाँ। मेहरा खानदान का ये छोटा चिराग टाइम देखना भूल गया है क्या, या कभी आता ही नहीं था??!!"
"भूला कुछ नहीं है मुझे शॉपिंग करनी है बस।"
"शॉपिंग तुम्हें नहीं लगता उसके लिए सबसे जरूरी होता है कि दुकाने खुली हो।"
निलय कि ये बातें सुनते ही अवनी अपने दाँत दबाते हुए, मुँह के साथ साथ आंखें छोटी करते हुए बोली, "आई एम सो सॉरी, ये तो मेरे दिमाग से ही निकल गया था"।
उसका चेहरा देखकर निलय आगे कुछ और नहीं बोल पाया और दोनों तय स्टेशन पर उतर कर दी मॉल की तरफ चल दिये ।
"चलो कॉफ़ी पीते है।", अवनी ने इशारा किया।
"तुम्हें लगता है कि कॉफी पीने में 2 घंटे लग जाएंगे?" निलय ने पुछा।
"चलो तो, फिर देखते हैं", अवनी निलय को मनाते हुए बोली।
दोनों कॉफी शॉप में बैठे ही थे कि इतने में निलय के फोन पर किसी का फोन आ गया जिसके बाद में वो थोड़ा परेशान सा हो गया और फोन पर कुछ पूछताछ करते हुए कुछ बताने लगा, फोन काम से जुड़ा लग रहा था, इसलिए अवनी ने कुछ नहीं कहा, कुछ देर बाद जब निलय का फ़ोन खत्म हुआ, तो उसने पूछा, "अब बताओ क्या करना है, कैसे करेंगे टाइम पास"।
"अपने उस डब्बे में टाइम देखना ज़रा।" अवनी ने शक्ल बनाते हुए बोला।
"11:20, ओह, ओह.. 11:20 हो गए, एम सो सॉरी मुझे पता ही नहीं लगा कि मैं इतनी देर बात कर गया"।
"कोई नहीं इतनी देर में मैने इस गेम का एक टफ लेवल क्रॉस कर लिया, जो काफी टाइम से नहीं हो रहा था।"
"वाह! देखा मेरी संगती का असर।"
"टाइम.. टाइम नहीं मिल रहा था, इसलिए अटका हुआ था वो!!"
"ज्यादा नाराज़ हो क्या?"
"सैटरडे मेरी राशि के हिसाब से नाराज़ होने के लिए अच्छा नहीं है तो, ज्यादा कम तो किया ही होगा", अवनी की इस बात को सुनकर निलय मुँह खोलकर मुस्कराया, "वेसे पिज़्ज़ा की रिश्वत हो तो, मैं नाराज़गी से लंबे समय तक बची रह सकती हुँ, बच्चा!!" अवनी ने आगे बोला।
"अरे वाह!!, ठीक है फिर मूवी के बाद पिज़्ज़ा खाने चलते है!!"
"ठीक है डन, चलेंगे पर अभी मूवी के लिए चले पहले!"
"यार वैसे मैं इन सब में ये तो पूछना भूल ही गया की मूवी कौन सी देखने वाले हैं हम?", निलय के सवाल पर अवनी ने उसे इशारा करके कार्टून मूवी का पोस्टर दिखाया।
"ये तुम मज़ाक कर रही हो ना, ये थोड़ी ना कराई होगी।" निलय ने पुछा।
"नहीं यही मूवी की टिकट कराई है मैंने, चलो चले।"
"अरे चले मतलब,इससे अच्छा तो, मेरा मतलब.. कोई रोंदू सी रोमांटिक मूवी फिर भी चलती पर ये, इसे देखने तो सिर्फ बच्चे आए होंगे।"
"क्यों चलती?? मतलब छुट्टी वाले दिन भी मैं बैठ कर रोती, तुम्हें पता है, वीकेंड पर ऑफिस की टेंशन हटाने का सबसे अच्छा तरीका है ये", सीट ढूंढते हुए निलय को अवनी बड़े गर्व से बताती हैं।
"हम्म", निलय उसका बस इतना ही जवाब दे पाता है।
"अबे बैठो अराम से और कुछ भी करो।"
"कुछ भी.??"
"अपनी बकवास के अलावा कुछ भी, नहीं तो मैं उस बच्चे से सीट बदल बदल लूंगी", अवनी निलय को चिढ़ाते हुए बोली।
"इतने अच्छे वर्डस के लिए थैंक यू अवनी मेहरा।"
निलय के शब्दों को दरकिनार करते हुए अवनी ने अपने 3डी ग्लासेज लगाए और मूवी देखने लगी, इंटरवल के समय जब अवनी के बाहर जाकर आने पे भी निलय नहीं हिलता दिखा,तो अवनी को अंदाजा हो गया कि वो सो रहा है, और इसलिए उसके चौड़े माथे पर हल्का सा हाथ रख कर, वो उसके सिर को अपने कंधे पे रख देती है।
मूवी जैसे अपने क्लाइमेकस की तरफ पहुंचती है, थिएटर में थोड़ा थोड़ा शोर शुरू हो जाता है जिसे सुनकर शायद निलय की नींद खुल जाती है।
"आई एम सो सॉरी..", जैसे ही निलय को एहसास होता है कि वो अवनी के कंधे पर सो रहा था,वो माफी मांगता है।
अवनी अपने साइड से उठाकर एक पार्सल उसे देती है।
"डोंट टेल मी कि ये कोर्ट का कोई आर्डर है तुम्हारे कंधे पर सोने के लिए", निलय ने पूछा।
"खाने के लिए है ये, मुझे बेटाइम सो कर उठने पर बहुत भूख लगती है, तो मुझे लगा कहीं तुम्हारे साथ भी ऐसा ना हो, अब चुपचाप मूवी देखो सबसे इंटरेस्टिंग पार्ट है ये।"
आवनी की बात मान कर निलय मूवी में ध्यान लगाता है, और थोड़ी ही देर में उस को वो मूवी इतनी अच्छी लग चुकी होती है, की उसके खत्म होते के बाद वो अवनी से पूछता, "इतनी छोटी मूवी कैसे हो सकती है??"
"मूवी के बीच में सोने वाला इंसान क्या बोला?"
"यही बैठे रहे क्या नेक्स्ट शो में पूरी करके ही चलते है?" निलय पूछता है
"और मेरा पिज़्ज़ा....??" अवनी सवाल करती है।
"खाना है?"
"हाँ, बिल्कुल.."
"तो चलो फिर.." निलय ये कह कर उठता है।
कौन सा पिज़्ज़ा खाना है निलय और अवनी बाहर जाते वक़्त बात कर ही रहे थे, की इतने में निलय का फोन बजता है।
"निलय मैन कहाँ है तू, इतनी देर से ट्राई कर रहा था, तेरा फोन ही नहीं मिल रहा था।", फ़ोन में सामने से आवाज़ आती है।
"क्या हुआ कुछ इमरजेंसी है, क्या?", निलय ने पूछा।
"हाँ, अभी आ सकता है??" सामने से कोई पूछता है।
"अवनी मुझे जाना होगा कुछ अर्जेंट काम है, होप इट्स ओके?", फ़ोन को साइड करके निलय अवनी को पूछता है।
"हाँ.. कोई बात नहीं", अवनी के ये बोलने के बाद और कुछ और बोलने से पहले ही निलय वहाँ से निकल जाता हैं।