Circus - 1 in Hindi Moral Stories by Keval Makvana books and stories PDF | सर्कस - 1

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सर्कस - 1





रॉयल सर्कस शहर का प्रसिद्ध सर्कस था। वहा शो सप्ताह में तीन दिन होता था, इसलिए टिकट खरीदने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ती थी। इस सर्कस के फेमस होने के पीछे की वजह वहां पर किए गए भयानक कारनामे थे। कच्चे दिल वाले लोग उन करतबों को देख भी नहीं सकते थे। वहा ऐसे कई कारनामे किए जाते थे, जैसे की गला काटना और उसके साथ फुटबॉल खेलना, चमड़े की चप्पल बनाना, आंखें निकालना और उनसे खेलना, चलते पंखे में हाथ काटना। सबसे भयानक कारनामों में से एक यह था कि एक बहुत ही डरावने चेहरे वाला जोकर, वहां बैठे किसी भी दर्शक को उठा लेता था और शो खत्म होने के बाद दर्शक को सर्कस के बाहर बेहोश पाया जाता था।

इस रॉयल सर्कस के मालिक का नाम हार्दिक शाह था। उसके माता-पिता इस दुनिया में नहीं रहे थे। उस की एक महीने बाद शादी होने वाली थी और इसीलिए सर्कस के सभी शो रद्द कर दिए गए थे। हार्दिक की शादी शहर के एक बेहद अमीर शख्स रोहित सेठ की बेटी उर्मी से होने वाली थी। उनकी शादी काफी धूमधाम से हो गई।

शादी के बाद सर्कस के शो फिर से शुरू हुए। उर्मी मेकअप आर्टिस्ट थीं। उन्होंने हार्दिक से कहा कि वह सर्कस में कलाकारों का मेकअप करना चाहती हैं, हार्दिक ने पहले तो मना कर दिया, लेकिन फिर वो मान गया। आज उर्मि का सर्कस में पहला दिन था। हार्दिक ने सर्कस के सभी कलाकारों से उर्मी का परिचय करवाया। उर्मी की मुलाकात सर्कस के बेहद मशहूर जोकर से हुई। उसका नाम ओम था। वह एक मध्यमवर्गीय युवक था। उसके परिवार में कोई नहीं था। आज उर्मी को सबसे पहले उसका ही मेकअप करना था।

(उर्मी मेकअप रूम में गई और ओम की ओर हाथ बढ़ाया)

उर्मी : Hii! मैं हूं उर्मी शाह। हार्दिक शाह की पत्नी।

ओम : Hello! हार्दिक सर ने बाहर आपका परिचय कराया।

उर्मी : ओह... हाँ। तो आपको ये भी पता होगा कि आज से मैं आपका मेकअप करने वाली हूं।

ओम : हाँ, मुझे पता है। Please जल्दी मेकअप कर दो। मुझे मंच पर जाना है।

उर्मी : कुर्सी पर बैठिए।

(ओम आईने के सामने कुर्सी पर बैठा था और उर्मी उसका मेकअप कर रही थी।)

उर्मी : Ok. मेकअप हो गया है। आप जा सकते हो।

ओम : Thanks.

(ओम कुर्सी से उठकर मंच पर चला गया। शो खत्म हो गया था।)

उर्मी घर पहुंच गई थी। वो फ्रेश होकर, अपने बाल सुखा रही थी। हार्दिक ने पीछे से जाकर उसे गले से लगा लिया। हार्दिक की अचानक जाने से उर्मी डर गई।

उर्मी : क्या आप भी? आप तो किसी दिन मुझे हार्ट अटैक करवायेंगे। ऐसे अचानक कोई गले लगाता है भला? आपको पता है, मैं कितना डरा गई थी।

हार्दिक : महोतरमा ! मैं तुम्हारा पति हूँ, तुमसे गले भी नही लग सकता?

उर्मि : ऐसा नहीं है। लेकिन गले लगना है तो सामने आकर लगीए!

हार्दिक : लेकिन तुम डर क्यों गई थी?

उर्मी : मैं आपके सर्कस के करतब के बारे में सोच रही थी। जब आप अचानक मुझसे गले लगे तो मैं डर गई थी।

हार्दिक : ओह! तुम उससे डर गई। अब तो तुम्हे उसे हर दिन देखना होगा। इसलिए मैंने तुमको मना किया था।

उर्मी : तुम मुझे बताओगे कि तुम्हारे सर्कस में होने वाले कारनामों के पीछे क्या राज है। वो सब सच में तो नहीं हो सकता। क्योंकि अगर कोई ऐसा करेगा तो वह नहीं ही बचेगा।

हार्दिक : अगर मैं तुमको बताने के बजाय तुमको रहस्य दिखा दू तो? मैं कल तुम्हें उन करतबो का रहस्य दिखाऊँगा।

(उर्मी खुशी से हार्दिक को गले लगा लिया।)

उर्मी : Thanks, हार्दिक।

हार्दिक : You are always welcome. चलो, खाना खा लेते हैं। मुझे बहुत भूख लगी है।

उर्मी : मैंने आज खाना तो नहीं बनाया।

हार्दिक : क्या? यार, मुझे बहुत भूख लगी है। मैं क्या खाऊंगा?

उर्मी : अरे! अरे! मैं तो मजाक कर रही हूँ। चलो खाना खा लेते हैं। आ जाओ!

हार्दिक : यार! ऐसे मजाक मत किया करो। चलो जल्दी ही खा लेते हैं।

(फिर वो दोनो खाना खाने चले गए।)

अगले दिन उर्मि को हार्दिक ने सर्कस के करतबो का राज दिखाया।

उर्मी : ओह...! तो ये था करतबो का राज। लेकिन अजीब बात हैं!

हार्दिक : क्या अजीब बात है?

उर्मी : ऐसा कुछ भी नहीं है जैसा दर्शक देखते हैं। मुझे तो लगाता है की ये दर्शको के साथ छल हैं।

हार्दिक : मैडम ! इसी छल से हमारा सर्कस चलता है और इसी कारण हमारा सर्कस शहर का नंबर वन सर्कस है। छल की बात करें तो अगर दर्शक खुद ही अपने साथ छल करवाना चाहते हैं तो हमें छल करने में क्या हर्ज है? जब शिकार खुद चलके शेर के पास जाए, तब शेर उपवास तो नही करेगा।

उर्मी : हाँ वो भी।

हार्दिक : ये सब बातें छोड़ो। तुम्हे जोकर का, मतलब की ओम का मेकअप करने नही जाना?

उर्मी : अरे हाँ! मैं आपसे बातें करने के चक्कर में वो तो भूल ही गईं।

हार्दिक : तो जल्दी जाओ। अब मंच पर जाने की उसकी ही बारी है।

उर्मी : अच्छा। तो मैं जा रही हूं।

उर्मी मेकअप रूम में ओम का मेकअप कर रही थीं। सभी कलाकार स्टेज पर परफॉर्म कर रहे थे, इसलिए कमरे में उर्मी और ओम के अलावा कोई नहीं था। उर्मी ओम की आंख का मेकअप कर रही थीं। उर्मी के हाथ का मेकअप ब्रश गलती से ओम की आंख में लग गया। ओम की आंख जलने लगी।

उर्मी : Sorry! माफ़ करना! गलती से लग गया। बाथरूम में चलो, में तुम्हारी आंखों में पानी छिड़क देती हूं।

(उर्मी ओम को बाथरूम में ले गई और उसकी आंखों में पानी छिटकने लगी।)

मंच पर जाने की बारी ओम की थी। लेकिन ओम अभी तक गया नहीं था। हार्दिक उसे ढूंढने के लिए मेकअप रूम में गया। वहां कोई नहीं था इसलिए वह बाथरूम चला गया। उसने बाथरूम में ओम और उर्मि को एक साथ देखा।

हार्दिक : उर्मी, मुझे तुमसे ऐसी उम्मीद नहीं थी।



क्या हार्दिक उर्मी को छोड़ देगा? क्या होगा, जानने के लिए पढ़िए... सर्कस-2