Ahsaas pyar ka khubsurat sa - 26 in Hindi Fiction Stories by ARUANDHATEE GARG मीठी books and stories PDF | एहसास प्यार का खूबसूरत सा - 26

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एहसास प्यार का खूबसूरत सा - 26







अगली सुबह कायरा रेडी होकर अपने घर से बाहर निकली , तो उसे अपने गेट के बाहर अपनी स्कूटी खड़ी मिली । वह अपनी स्कूटी को देखकर बहुत खुश हुई । कायरा अपनी स्कूटी के पास आयी और उसे चैक करने लगी । स्कूटी में पेट्रोल वगेरह सब था । वह समझ गई कि उसकी स्कूटी, आरव ने ही उसके घर पहुंचाई है । वह खुश होकर मन ही मन बोली ।

कायरा ( मुस्कुराकर खुद से ) - कितने अच्छे हैं ना आरव आप । ना ही मैंने स्कूटी लाने की लिए आपसे कहा , और ना ही कल मॉल से आने के बाद , हमारी इस मैटर में कोई बात हुई । तब भी आपको याद रहा , कि मेरी स्कूटी मेरे पास नहीं है । बिना कहे आप , हर बार मेरी मन की बात , मेरी जरूरतें समझ जाते हैं । और मेरा कितना खयाल भी रखते हैं । ( उदास होकर ) पर एक मैं हूं , जो आपके प्यार को समझ कर भी, ना समझ बनी बैठी हूं । क्या करूं , अपनो की बंदिशों ने मुझे जकड़ कर रखा है , जिन्हें तोड़ कर मैं कभी भी आगे बढ़ने की सोच भी नहीं सकती । माफ कीजिएगा आरव आप मुझे , शायद मैं कभी आपके प्यार को एक्सेप्ट नहीं कर सकती , और ना ही आपके प्रति, मेरी अपनी फीलिंग्स आपको कभी बता सकती हूं ।

इतना कह कर , कायरा स्कूटी स्टार्ट कर सीधे कॉलेज के लिए निकल गई । कॉलेज पहुंचने के बाद वह अपनी स्कूटी पार्क कर रही थी । तभी एक लड़का उसके पास आया । उस लड़के ने ब्लैक टी - शर्ट , उसके ऊपर से लूज सी ऑरेंज और व्हाइट मिक्स की चैक की शर्ट , स्काई ब्लू कलर का जगह - जगह से आजकल के स्टाइल के अनुसार फटा हुआ जीन्स वियर किया हुआ था। बाए कान में उसने छोटी सी सोने की बाली पहनी हुई थी और उसके बाल घुंघराले से थे । साथ ही उसने आंखों पर स्टाइलिश ब्लू कलर का गोगल लगाया हुआ था । कायरा जैसे ही डिग्गी से अपना सामान लेकर पलटी, वह लड़का तुरंत अपने कानों से इयरफोन निकाल कर , थोड़ा एटिट्यूड से बोला ।

लड़का ( अपना हाथ कायरा से हैंड शेक करने के लिए उसकी ओर बढ़ाया और कहा ) - हाए....., आई एम अनय ......। ( कायरा की तरफ इशारा कर ) एंड यू आर कायरा …!!!!!?????

कायरा ने उसे देखा , तो उसे देख कर कायरा को थोड़ा अजीब लगा । कानों में इयर फोन , और शर्ट की कॉलर अप किए हुए , ऊपर से उसका पहनावा । सब कुछ देख कर उसे, वह किसी लोफर सा लगा । पर उसने उसका चेहरा देखा , जो कि गौर वर्ण लिए हुए काफी आकर्षक था । जब कायरा ने कोई जवाब नहीं दिया , तो अनय ने अपना गोगल आंखों से निकाल कर अपनी टी - शर्ट पर लगाया । अब कायरा ने उसका चेहरा थोड़ा ध्यान से देखा । वह कपड़ों से जितना लोफर लग रहा था , शक्ल और नैन - नक्श से उतना ही मासूम लग रहा था । उस लड़के ने कायरा से फिर कहा ...।

अनय ( एटिट्यूड से ) - तुम कायरा ही हो ना ..., या फिर मैं किसी और लड़की के पास तो नहीं आ गया ।

कायरा ने उसका एटिट्यूड देखा तो समझ गई , कि बड़े बाप की बिगड़ी हुई ओलाद उसके सामने खड़ी है । उसने अनय से कहा ।

कायरा ( हाथों की घड़ी बनाते हुए बोली ) - जी आप सही लड़की के पास आए हैं । कहिए क्या काम है , आपको मुझसे ???

अनय ( हल्का सा मुस्कुराते हुए बोला ) - मेरा तुमसे कोई काम नहीं है । इनफेक्ट तुम्हारी हेल्प करने के लिए मुझे , गौरव सर ने तुम्हारे पास भेजा है । ( कायरा को तिरछी निगाहों से देखते हुए ) वैसे शायद तुम मेरी ही क्लास में पढ़ती हो , ऐसा मुझसे गौरव सर ने कहा है ।

कायरा - आप भला मेरी क्या हेल्प करेंगे ????

अनय - क्यों??? तुम्हें अपने साथ गाने के लिए , मेल सिंगर नहीं चाहिए ???? मुझे तुम्हारे साथ सिंगिंग में पार्ट लेने के लिए ही तो सर ने भेजा है ।

कायरा ( अनय को ऊपर से नीचे तक घूरते हुए कहती है ) - आप हेल्प करेंगे मेरी ??? शक्ल देखी है आपने , अपनी शीशे में ????

अनय ( अपने बालों में हाथ घुमाकर मुस्कुराते हुए कहता है ) - देखी है ना, बड़ी ही अच्छी है । वैसे तुमने बताया नहीं , तुम मेरी ही क्लास में पढ़ती हो , या फिर सर को धोका हुआ है बताने में , क्योंकि मैं तो कभी गलत होता ही नहीं हूं । शायद सर ने ही गलत बताया होगा मुझे ।

कायरा ( मुंह बना कर स्माइल करते हुए कहती है ) - आपने मुझे ये बताया, कि आप कौन सा कोर्स कर रहे हैं और किस सेमेस्टर में हैं ????

अनय ( उसी के अंदाज में बोला ) - तुमने मुझसे पूछा????!!!!!

कायरा ( इरिटेट होकर बोली ) - अब पूछ रही हूं ......। बताने का कष्ट करेंगे आप , मिस्टर अनय ????

अनय ( हल्की सी स्माइल कर बोला ) - बिल्कुल करूंगा । तो मैं एमबीए फर्स्ट सेम में हूं और तुम ????

कायरा - आपको गौरव सर ने सही बताया है मेरे बारे में , मैं आपकी ही क्लास मेट हूं ।

अनय - ओह......, वैसे क्या तुम्हारा यहीं पर खड़े रहने का इरादा है ???? ( अपने कान में दोबारा इयर फोन ठूंसते हुए बोला ) क्योंकि मुझे तो बहुत काम है , तो मैं तो चला ।

अनय एक से दो कदम ही चला कि कायरा ने उसे रोका और खुद भी उसके साथ चल दी । और मन ही मन उसने खुद से कहा ।

कायरा - मैंने तो गौरव सर को नहीं बोला था , मेरी हेल्प करने के लिए , ( अनय को घूरते हुए ) और भेजा भी किसे है , इस चलते - फिरते नमूने को । इससे अच्छा तो मैं आरव के साथ ही गाना गा लेती । ( आसमान की ओर देखते हुए ) अजीब सीट्यूएशन में डाल देते हो भगवान आप , अब झेलना पड़ेगा इस बेवकूफ को । नहीं तो गौरव सर को बुरा लगेगा , और वे मुझे कल से भी ज्यादा सुनाएंगे।

अनय अपने में ही गुम सा चला जा रहा था , जबकि कायरा अपनी सोच में डूबी हुई सी उसके पीछे - पीछे चल रही थी । दोनों ही म्यूज़िक रूम में गए । कायरा ने पहले उससे उसकी आवाज़ और एकाद सॉन्ग का मुखड़ा सुनने की इच्छा जाहिर की । अनय ने पहले तो सोचा , फिर उसने उसकी बात मान कर, आशिकी मूवी का ," सुन रहा है ना तू " सॉन्ग का मुखड़ा गा कर कायरा को सुना दिया । कायरा उसकी आवाज़ सुन काफी प्रभावित हुई । उसने खुश होते हुए मन ही मन कहा ।

कायरा - लड़का भले ही लोफर हो , पर गाता बड़ा ही अच्छा है । मानना पड़ेगा , इसकी आवाज़ को । बड़ी ही उम्दा आवाज़ दी है भगवान आपने इसे । थैंक्यू गौरव सर , आपने मेरा काम आसान कर दिया । और सॉरी थोड़ी देर पहले जो भी मैंने आपको कहा उसके लिए । ( सीलिंग की ओर देखते हुए बोली ) एंड आपको भी सॉरी भगवान , जो थोड़ी देर पहले आपको भी मैंने सुना दिया , आपने तो चुन कर सिंगर भेजा है, मेरे साथ गाने के लिए । हां थोड़ा सा एटिट्यूटेड जरूर है , पर मेरे बहुत काम आने वाला है । थैंक्यू ...., थैंक्यू सो मच भगवान जी ।

अनय ( अपनी कॉलर को ठीक करते हुए एटिट्यूड से बोला ) - तो बताओ मिस कायरा , कैसा लगा मेरा सॉन्ग ??

कायरा ( मुस्कुराकर बोली ) - बेहद ही खूबसूरत , बहुत अच्छी आवाज़ है आपकी । बस अगर थोड़ा सा अगर आपमें एटिट्यूड भी कम होता, तो मुझे आपके साथ अरजस्ट करने में आसानी होती ।

अनय - एटिट्यूड तो हम, अपनी पैदायशी के साथ लेकर ही इस दुनिया में आए थे । वो तो कभी कम नहीं हो सकता । भले ही तुम्हारे साथ गाने का इरादा ही क्यों ना, हमारा बदल जाए।

कायरा ( मुंह बनाते हुए बोली ) - ओके ....., ओके ...., ठीक है । ज्यादा ढिंगें मत मारिए और चलिए मेरे साथ सॉन्ग की प्रैक्टिस कीजिए ।

अनय ने एक नज़र उसे देखा और सोचा कि , ये लड़की मुझे , अनय चौधरी को ऑडर मार रही है । फिर उसने ये सोच कर उसकी बात मान ली , कि कायरा को तो बस कुछ दिन ही उसके साथ रहना है, उसके बाद दोनों ही अपने - अपने रास्ते चले जाएंगे । दोनों ने अपने सॉन्ग की प्रैक्टिस स्टार्ट कर दी । पर गाते - गाते कुछ ही मिनटों में, दोनों की दोस्ती हो गई । और दोनों ही गाने को इंजॉय करते हुए प्रैक्टिस करने लगे । पर उनका इंज्वायमेंट किसी एक इन्सान से बर्दास्त नहीं हो रहा था और वो थी मीशा। जो दोनों को म्यूज़िक रूम में एक साथ प्रैक्टिस करते देख कर, कुछ सोचते हुए फीका सा मुस्कुरा रही थी । उसने उन लोगों को अपनी तिरछी नजरों से देखा और मन ही मन खुद से कहा ।

मिशा - तुमने तो खुद ही मुझे रास्ता दे दिया है कायरा!!!! तुम्हें आरव के ज़िन्दगी से निकाल फेंकने के लिए। अब देखो तुम , तुम्हें मैं बहुत जल्द , हम सभी से कैसे दूर करती हूं ।

इतना कह कर वह, अपने होठों पर रहस्यमयी मुस्कान लिए आरव को ढूंढने चली गई । इधर आरव अपने ऑफिस के कॉल से फ्री होकर आदित्य के पास आया , जो उस वक्त प्रैक्टिस कर रहा था । आरव ने आदित्य से कहा ।

आरव - आदि तूने कायरा को देखा है क्या ??? वो आज कॉलेज आयी भी है या नहीं ???

आदित्य - अरे भाई आयी है कायरा कॉलेज ।

आरव ( परेशान होकर ) - तो फिर अभी तक प्रैक्टिस के किए यहां क्यों नहीं आयी???

आदित्य - अरे भाई !!! क्योंकि कायरा सिंगिंग की प्रैक्टिस कर रही है म्यूज़िक रूम में । रूही को उसने मैसेजेस किया था और उसी ने अभी थोड़ी देर पहले हम सभी को बताया था ।

आरव - ओह .....। ( उदास होकर ) भाई मुझे समझ नहीं आ रहा है, कि मैं कैसे कॉलेज और ऑफिस का काम एक साथ मैनेज करूं ???

आदित्य ( उसके कंधे पर हाथ रख कर बोला ) - तू टेंशन मत ले आरव !!! हम सब है ना , हम सभी ऑफिस के काम संभाल लेंगे । तू बस यहां का काम देख । क्योंकि प्रिंसिपल सर को तुझसे कुछ ज्यादा ही उम्मीदें हैं , और मेरे हिसाब से तू अब तक जैसे उनकी उम्मीदों पर खरा उतरता आया है, वैसे ही तू अब भी उन्हें बिना निराश किए , उनकी उम्मीदों पर खरा उतर । और रही बात ऑफिस की , तो हम सब हैं ना और कायरा भी तो है । हम चारों मिलकर ऑफिस का काम संभाल लेंगे ।

आरव ( आदित्य का हाथ अपने हाथ में लेकर बोला ) - थैंक्यू भाई , तू हमेशा मेरी परेशानियों को पल में दूर कर देता है । भगवान तेरे जैसा दोस्त सबको दे ।

आदित्य ( उसे गले लगाते हुए मुस्कुराकर कहता है ) - चल भाई इमोशनल मत कर , वरना यहीं गंगा - जमुना बह जाएंगी ।

उसकी बात सुन आरव हंस देता है और आदित्य उसे अपने से अलग कर खिलखिलाकर उसके साथ वो भी हंस देता है । आदित्य प्रैक्टिस का बोलकर सौम्या के पास चला जाता है । तभी वहां मीशा आती है , और आरव के पास आकर उससे कहती है ।

मिशा - अरे आरव !!! मैं तुम्हें ही ढूंढ रही थी ।

आरव ( सवालिया निगाहों से उसे देखते हुए ) - पर क्यों ???

मिशा - वो तुम्हें प्रोफेसर सक्सेना बुला रहे थे । उन्हें तुमसे कुछ काम था ।

आरव - ठीक है चलो ।

दोनों ही ऑडिटोरियम से बाहर निकल गए । आरव सिर्फ प्रोफेसर सक्सेना के डिपार्टमेंट में जाने के लिए अपने कदम तेज़ी से बढ़ाए जा रहा था , कि तभी मीशा ने उसे अपनी बातों में उलझाना चालू कर दिया , ताकि आरव उससे बात करते हुए आराम - आराम से चले , और वो अपने दिमाग में चलने वाले प्लान को अंजाम दे सके ।

मिशा ( आरव से ) - आरव !!!! कल तुम शॉपिंग पर हमारे साथ क्यों नहीं आय !!!! हम वेट कर रहे थे तुम्हारा ....।

आरव - कल मैं कुछ ज्यादा ही बिज़ी था । और मैंने और कायरा ने यहां से जाने के बाद , मॉल जाकर, अपनी ड्रेसेस की शॉपिंग कर ली थी । इस लिए मैं नहीं आया।

मिशा ने जब सुना कि आरव और कायरा ने साथ में शॉपिंग की है, तो उसका गुस्से से खून ही खौल उठा । पर उसने अपने गुस्से को कंट्रोल कर, आरव को बातों में उलझाए रखना ज्यादा जरूरी समझा । और उसने आगे कहा ।

मिशा ( आरव के चेहरे के एक्सप्रेशन को देखते हुए बोली ) - वैसे काफी अच्छी दोस्ती हो गई है तुम्हारे और कायरा के बीच , और शायद दोस्ती से गहरा रिश्ता भी है तुम दोनो में । ( आरव ने उसकी बात पर उसे घूरकर देखा , तो कायरा घबरा गई और बात संभालते हुए बोली ) मेरा मतलब है कि , मुझे ऐसा लगता है कि तुम दोनों एक दूसरे को लाइक करने लगे हो ।

आरव उसका घबराया हुआ चेहरा देखकर हंस दिया । तो मीशा को थोड़ा रिलेक्स फील हुआ , क्योंकि वह समझ गई थी, कि आरव उसे ऐसे घूरकर, उसके साथ मजाक कर रहा था । तभी आरव ने खोए हुए से शब्दों में मीशा से कहा ।

आरव - तुम्हें सही लगता है मीशा । पर वो मुझे लाइक करती है , इस बात को लेकर मैं श्योर नहीं हूं । लेकिन हां , मैं जरूर उसे लाइक से कुछ ज्यादा ही महसूस करने लगा हूं ।

मिशा ( जान बूझकर नासमझ बनते हुए बोली ) - तुम्हारे कहने का मतलब मुझे समझ नहीं आया ।

आरव ( मीशा को देखा कर बोला ) - तुम्हारे दोस्त को कायरा से प्यार हो गया है ।

मिशा ने सुना तो फीका सा मुस्कुरा दी । और उसने देखा कि आरव बातों में बिज़ी है तो वह जान बूझकर उस ओर जाने लगी जहां म्यूज़िक रूम था । आरव को ध्यान ही नहीं था , वह बस मीशा से बात करते हुए उस ओर ही मुड़ गया जिस तरफ मीशा मुड़ी थी । मिशा ने बात को आगे बढ़ाते हुए, आरव को देख कर कहा ।

मिशा - वैसे आरव , कायरा है कहां ??? इस वक्त तो उसे तुम्हारे साथ होना चाहिए था । और तुम्हारे साथ ही डांस प्रैक्टिस करनी चाहिए थी ।

आरव ( आदित्य की बात को याद कर कहता है ) - मुझे आदित्य ने बताया था , कि कायरा सिंगिंग की प्रैक्टिस कर रही है ।

मिशा ( मन ही मन बोली ) - ओह नो ...., इसे तो पता है , कि कायरा कहां है । पर मैं हार नहीं मानूंगी , मैं अपना दूसरा दांव चलूंगी । ( मिशा ने आरव से कहा ) वैसे तुम्हें पता है कि कायरा किसके साथ सिंगिंग की प्रैक्टिस कर रही है ????

आरव ( उदास होकर बोला ) - नहीं यार , मेरी तो कल के बाद से उससे बात ही नहीं हुई । सुबह से मैंने उसकी शक्ल तक नहीं देखी ।

मिशा - कितनी अजीब बात है ना आरव !!! तुम उसे कितना मिस कर रहे हो , और वो तुमसे एक भी बार मिलने तक नहीं आयी ।

आरव ( मुस्कुराकर बोला ) - कोई बात नहीं मीशा !!! वो बिज़ी होगी इस लिए नहीं आ पाई होगी मुझसे मिलने ।

आरव इतना कह ही रहा था तभी उसे एक मीठी सी आवाज़ सुनाई थी , जो म्यूज़िक रूम से आ रही थी । उस मीठी सी आवाज़ को सुन , आरव के कदम खुद - ब - खुद उस ओर बढ़ गए । मिशा ने जब उसे म्यूज़िक रूम की ओर जाते हुए देखा, तो बेहद खुश हुई । उसने मन ही मन खुश होकर कहा ।

मिशा - यही तो मैं चाहती थी , कि आरव यहां आए और तुम्हें अनय के साथ सिंगिंग करते हुए देखे । क्योंकि कोई भी लड़का , अपने प्यार को किसी और के साथ हंस - हंस कर बात करते हुए , उसके साथ खुश रहते हुए नहीं देख सकता । क्योंकि उसे अपने प्यार को किसी और लड़के के साथ देखकर जलन होने लगती है । जो अब आरव को, तुम्हें अनय के साथ देख कर होगी । आरव तुम्हें और अनय को एकसाथ, अकेले इस म्यूज़िक रूम में नहीं देख पाएगा और फिर वो तुम पर गुस्सा करेगा । जिससे तुम दोनो के बीच मिसंडरस्टैंडिंग होगी । और मुझे फिर कुछ और करने की जरूर ही नहीं पड़ेगी , तुम दोनो खुद ही अपने ईगो के आड़े आकर , एक दूसरे से दूर हो जाओगे । और इसी कारण तुम दोनों की दोस्ती भी टूट जाएगी । बस फिर मेरा काम बन जाएगा और मैं आरव के इमोशंस को समझने का ड्रामा करके , उसके करीब चली जाऊंगी ।

इतना सोच कर मीशा , मन ही मन खुश हुई और वो भी आरव के पीछे - पीछे चल दी । आरव ने उस आवाज़ का पीछा किया तो पाया कि वह मीठी और सुरीली आवाज़ किसी और कि नहीं बल्कि कायरा की थी । आरव उसे गाते हुए देख बहुत खुश हुआ । उस वक्त उसे कायरा की मीठी सी आवाज़ के सिवा किसी और की आवाज़ सुनाई ही नहीं दे रही थी। उसे ये भी नहीं दिख रहा था कि कायरा के साथ अनय गाना गा रहा है । वह बस कायरा की सिंगिंग में खोता चला गया। जबकि कायरा और अनय अपनी सिंगिंग में इतने खोए हुए थे , कि उन्हें पता ही नहीं चला कि , म्यूज़िक रूम के दरवाज़े पर आरव और मीशा खड़े हैं । जब मीशा ने आरव को, इस तरह से खोया हुआ सा देखा । तो वह उसके करीब आयी और उसने आरव को आवाज़ दी ।

मिशा - आरव ...., आरव ( आरव को उस वक्त मीशा की आवाज़ सुनाई ही नहीं दे रही थी , तो मीशा ने एक बार फिर उसे आवाज़ लगाई ) आरव ...., तुम सुन रहे हो ??? आरव .....!!!! ( आरव ने जब नहीं सुना तो मिशा ने उसके कंधे पर हाथ रखकर कहा ) आरव ..... !!!!

आरव को जब खुद के कंधे पर दबाव महसूस हुआ तो वह , कायरा की मीठी आवाज़ के झरोखों से बाहर आया और मीशा की ओर देख कर कहा ।

आरव - क्या हुआ मीशा ??? क्यों चिल्ला रही हो ???

मिशा ( कायरा और अनय की ओर इशारा करते हुए बोली ) - आरव तुम्हें नहीं लगता कि इन दोनों के बीच कुछ ज्यादा ही , बॉन्डिंग दिख रही है । जैसे ये दोनों एक - दूसरे को पहले से जानते हों । और शायद इनमें गहरी दोस्ती भी हो।

आरव ( बेपरवाही से बोला ) - उसमें कौन सी बड़ी बात है , अनय हमारा क्लासमेट है , अगर दोनों एक दूसरे को जानते भी हैं, और एक दूसरे के दोस्त हैं, तो यह तो और अच्छी बात है ।

मिशा ( अब मीशा को अपना प्लान फेल होता सा जान पड़ा , तो उसने एक बार और कोशिश कर आरव से कहा ) - हां वो तो ठीक है , पर आरव तुम्हें नहीं लगता कि कायरा और अनय के बीच कुछ ज्यादा ही गहरी दोस्ती है , शायद दोस्ती से बढ़कर । और तुम ही सोचो , तुम कायरा का सुबह से वेट कर रहे हो , पर वो एक भी बार तुम्हारे पास नहीं आयी। इवन रूही से भी मिले बिना , सीधा यहां अनय के साथ आ गई प्रैक्टिस के लिए । और दोनों ही यहां पर , कितनी खुशी - खुशी बिना किसी की परवाह किए, सॉन्ग गा रहे हैं , और हम सब वहां पर कायरा का वेट कर रहे हैं । तुम्हें ये सब देख कर थोड़ा अजीब नहीं लगता ।

आरव ( कायरा को देख कर बोला ) - नहीं मीशा !!! इसमें कुछ भी अजीब नहीं है। तुम कायरा को अभी जानती नहीं हो , इस लिए शायद उसे गलत समझ रही हो । बहुत अच्छी लड़की है वो। और उसे अपनी मर्यादाएं अच्छे से पता हैं । ( मिशा को देख कर बोला ) खैर तुम ये बताओ , तुम मुझे सक्सेना सर के पास ले जा रही थी ना । तो फिर हम यहां क्या कर रहे हैं ??

मिशा ( घबरा कर बोली ) - वो ....., वो बातों - बातों में ध्यान ही नहीं रहा और मैं गलती से इस तरफ आ गई । चलो चलते हैं सक्सेना सर के डिपार्टमेंट में ।

इतना कह, दोनों ही प्रोफेसर सक्सेना के डिपार्टमेंट की ओर चल दिए । मिशा अपने प्लान के फेल हो जाने पर , मन ही मन गुस्सा हो रही थी । और आरव के पीछे चलते हुए उसने उसे, घूरकर मन ही मन कहा ।

मिशा - पता नहीं कौन सा जादू कर दिया है, उस लड़की ने आरव के ऊपर ??? जो आरव उसे दूसरे लड़के के साथ देखकर भी कुछ नहीं कह रहा है । उस दिन राजवीर के साथ कायरा को देखकर , आरव ने कितना गुस्सा किया था , पर आज तो इसने कोई रिएक्ट ही नहीं किया । लेकिन मैं भी हार नहीं मानूंगी । मैं अपनी कोशिशें जारी रखूंगी , और कायरा को आरव से दूर करके ही दम लूंगी ।

इतना मन ही मन सोच कर मीशा आरव के पीछे - पीछे चल दी । दोनों सक्सेना सर से मिले और फिर मीशा ऑडिटोरियम चली गई और आरव सीनियर्स के पास चला गया । आरव आज वहीं पर दिनभर सीनियर्स की हेल्प करवाता रहा , जबकि कायरा अपनी सिंगिंग की प्रैक्टिस खत्म कर ऑफिस चली गई ।

इसी तरह दो दिन बीत गए । सभी आने वाले फंक्शन की तैयारियों में बहुत बिज़ी हो गए । आरव का तो दिन कॉलेज के कामों में ही निकल जाता, जिसके कारण वह अपने ऑफिस भी नहीं जा पाता था । और वहीं कायरा भी सिंगिंग की प्रैक्टिस और ऑफिस के कामों के चलते बहुत बीज़ी हो चुकी थी । बाकी सारे दोस्त तो अपनी - अपनी प्रैक्टिस आराम से कर लेते थे , पर कायरा और आरव को प्रैक्टिस के लिए टाइम ही नहीं मिल पाता था । और अगर उन्हें थोड़ा सा टाइम मिलता भी, तो दोनों बस एक बार ही गाने के साथ डांस की प्रैक्टिस कर , अपने - अपने कामों में बिज़ी हो जाते । इस बीच दोनों को ही एक दूसरे से बात तक करने का समय नहीं मिला । ना ही आरव उससे बात कर पाया और ना ही उसे अपने उस दिन के बर्ताव के लिए सॉरी कह पाया । इन सब के साथ ही मीशा ने आरव के दिल में अनय और कायरा को लेकर गलत फहमी डालने की बहुत कोशिश की । पर आरव ने उसकी बातों कर ध्यान ही नहीं दिया और वह लगातार अपने काम में ही बिज़ी रहा ।

सभी के ड्रेसेस रेडी होकर आ चुके थे । और सभी उसकी फिटिंग वगेरह देख कर , उसे कलके फंक्शन के लिए ले जा चुके थे । सभी की डांस प्रैक्टिसेस भी कंप्लीट हो चुकी थीं । फंक्शन के एक दिन पहले की रात में, सभी अपने जरूरत की सामग्री , जो परफॉर्मेंस के लिए यूज होने वाली थी , उसकी पैकिंग कर रहे थे । कायरा अपने डांस और सिंगिंग को लेकर टेंस्ड थी , कि वह दोनों में अच्छे से परफॉर्मेंस कर पायेगी कि नहीं । तो वहीं रूही को किसी और बात की टेंशन खाए जा रही थी । उसे बहुत ही ज्यादा , बेचैनी और घबराहट हो रही थी । पर उसने इस वक्त चुप - चाप सोना ही ठीक समझा । और वह लाइट्स ऑफ़ कर सो गई ।

तो वहीं ब्वॉयज के कहने पर राहुल और आरव, रूही और कायरा को अपने दिल का हाल बताने की प्रैक्टिस कर रहे थे। उन्हें आदित्य ने कहा था , कि फंक्शन वाला दिन बहुत अच्छा है, दोनों को अपने दिल की बात बताने के लिए । आदित्य की बात मान कर आरव और राहुल , कायरा और रूही को प्रपोज करने के लिए प्लानिंग कर रहे थे । जबकि नील इन सब झमेलों से बेखबर होकर, अपने खर्राटें इंजॉय कर रहा था । और यहां पर रेहान आजकल अंशिका के खयालों में ही गुम रहता था । आखिरकार ये दिन भी निकल गया । और वह दिन भी आ गया, जिसके लिए इतनी तैयारियां की जा रही थी । मतलब की फंक्शन का दिन आ गया था ।

आज कॉलेज में फ्रेसर्स फंक्शन था । आरव जब से कॉलेज आया था तब से सिर्फ फंक्शन की तैयारी में ही लगा था । ऑडिटोरियम बड़ा होने की वजह से, वही पर फंक्शन ऑर्गनाइज किया गया था , जिसे बहुत ही सुन्दर तरह से डेकोरेट किया गया था । और जहां पर सारे दोस्त प्रैक्टिस करते थे , उसी स्टेज को परफॉर्मेंस देने के लिए चुना गया था । स्टेज भी बेहतरीन तरह से डेकोरेट किया गया था । स्टेज के सामने बहुत सारी चेयर्स लगी हुई थी । और परफॉर्मर्स को रेडी होने के लिए, स्टेज के बगल वाले रूम दे दिए गए थे । गर्ल्स के लिए अलग रूम था, तो वहीं ब्वॉयज के लिए अलग । स्टेज के पीछे के हिस्से में बहुत सी जगह खाली थी , जो कि परफॉर्मर्स के वेटिंग के लिए रखी गई थी ।

सभी कॉलेज आ चुके थे , सिर्फ कायरा को छोड़ कर । सभी अपना - अपना सामान चेंजिंग रूम में रख कर, स्टेज के सामने चेयर्स पर बैठे थे । तभी आरव सभी के पास आया , और सभी से बात करने लगा । तभी बात करते हुए उसे कायरा का ध्यान आया , तो उसने सभी दोस्तों में कायरा को देखा , पर कायर उसे कहीं नहीं दिखी , तो आरव ने सीधे रूही से पूछा ।

आरव - रूही !!! कायरा कहां है ??? दिख नहीं रही है ।

रूही - कायरा अभी तक नहीं आयी है । मैंने उसे कॉल किया था , पर उसने रिसीव ही नहीं किया । एक काम करती हूं, मैं उसे वापस कॉल करके पूछ लेती हूं ।

आरव ने हम्ममम कहा , तो रूही कायरा को कॉल करने लगी , पर कायरा ने कॉल रिसीव नहीं किया । तो रूही ने एक बार फिर कॉल किया , पर कायरा ने इस बार भी कॉल रिसीव नहीं किया । तो रूही ने आरव को , बताया कि कायरा कॉल रिसीव नहीं कर रही है । रूही की बात सुन आरव थोड़ा सा परेशान हो गया , और सोचने लगा कि कायरा अभी तक तो कॉलेज आ जाती थी , अब तो दस बजने वाले हैं , तो कायरा अभी तक क्यों नहीं आयी है । तभी आदित्य ने उसे दिलासा देते हुए कहा ।

आदित्य - आरव तू टेंशन मत ले , कायर आ जायेगी , ट्रैफिक में फंस गई होगी शायद ।

आरव - आई होप, ऐसा ही हो ।

आदित्य ने उसकी बात सुनी तो उसे भी कायरा को लेकर थोड़ी टेंशन होने लगी । पर उसने तब भी , आरव को परेशान ना होने के लिए कहा और सभी बॉयज आरव और सीनियर्स की हेल्प कराने लगे । आज आरव ने सभी के बिज़ी होने की वजह से , ऑफिस में सभी को हॉलीडे दे दिया था । इसी लिए सभी आज ऑफिस के काम की टेंशन से फ्री , कॉलेज में आरव की हेल्प करवा रहे थे।

इधर कायरा परेशान सी अपने रूम में , डांस परफॉर्मेंस में पहनने वाली ड्रेस से मैचिंग, इयर रिंग्स ढूंढ रही थी । क्योंकि उसकी मैचिंग का एक इयर रिंग, वहीं रूम में खो गया था । लगभग एक घंटे बीत गए उसे इयररिंग ढूंढते - ढूढते । जब उसने घड़ी में टाइम देखा, जिसमें इस वक्त दस बज रहे थे , तो उसने उस इयर रिंग को ना पहनने के लिए, डिसाइड किया । और अपना बाकी का सामान लेकर नीचे की ओर जाने लगी । वह रूम में रखे सोफे से अपना बैग उठा का जा ही रही थी , कि उसे अपने पैर में कुछ चुभा । कायरा की हल्की सी चीख निकल गई । वह अपना पैर पकड़ कर वहीं सोफे पर बैठ गई । तभी उसकी नजर , उसके पैर पर चुभने वाली चीज़ पर गई । उसने सोफे के पास के कालीन को हटाया, तो उसे अपनी खोई हुई इयर रिंग मिली । कायरा अपनी इयररिंग को देख कर बहुत खुश हुई । गनीमत ये थी कि उस इयररिंग से कायरा के पैर में कोई गहरी चोट नहीं लगी थी , वरना शायद उसे आज डांस करने में परेशानी होती ।

उसने उस इयररिंग को अपने बैग में डाला और नीचे आकर , मालती जी को उसने आज शाम को घर लेट आने के बारे में बताया । उसकी बातें वहीं , लिविंग रूम में , सोफे पर बैठी दादी भी सुन रही थी । मालती जी ने उसे हां , कहा और उसे कॉलेज जाने को कहा । कायरा उन्हें बाय बोलकर , जाने लगी । जैसे ही वह दरवाज़े तक पहुंची , कि तभी दादी कि तेज़ आवाज़ उसके कानों में पड़ी ।

राधा जी ( तेज़ आवाज़ में ) - कहां जा रही है ???

कायरा राधा जी की आवाज़ सुन , घबरा गई । क्योंकि राधा जी और उसकी बात कभी होती ही नहीं थी । और जब होती थी, तो कायरा को राधा जी की डांट और ताने सुनने को ही हमेशा मिलते थे । कायरा उनकी ओर पलटी और डरते - डरते उसने कहा ।

कायरा - दादी ....!!!!! वो मैं कॉलेज जा रही थी , आज कॉलेज में फंक्शन है, तो मम्मा को वहीं बता रही थी, कि आज मुझे आने में थोड़ा सा ल......, ल...., लेट हो जाएगा ।

राधा जी ( सख्त हिदायत देते हुए बोली ) - अगर आठ बजे से , एक भी कांटा ऊपर हुआ , और तूने उससे पहले घर के अन्दर कदम नहीं रखा , तो तू इस घर से दोबारा बाहर कदम रखने के बारे में भूल ही जाना ।

कायरा ने उनकी बात सुनी, तो वह और भी घबरा गई । मालती जी भी, राधा जी की बात सुन रही थी । उन्होंने बात को संभालते हुए राधा जी के पास आकर, सोफे पर बैठते हुए कहा ।

मालती जी - आप चिंता मत कीजिए मां , कायरा आठ बजे से पहले ही घर आ जायेगी । अभी उसे काफी लेट हो चुका है, इसलिए उसे इस वक्त यहां अपना टाइम ना बर्बाद कर ,अपने कॉलेज में होना चाहिए । ( कायरा की ओर देख कर उसे आंखों से इशारे करते हुए , तेज़ आवाज़ में बोली ) तू जा बेटा , तुझे लेट हो रहा है कॉलेज के लिए ।

कायरा उनका इशारा समझ गई , और जल्दी से तेज़ कदमों से बाहर निकल गई । बाहर आकर उसने देखा, तो उसे अपनी स्कूटी कहीं नजर नहीं आयी । उसे समझते देर न लगी, कि उसकी स्कूटी आज उसके पापा ले कर गए हैं । उसे अब अपनी बेबसी पर बहुत गुस्सा आया , और उसने मन ही मन ऑटो से कॉलेज जाने का डिसाइड किया । वह पैदल ही अपने कालोनी से बाहर आ गई । और सड़क किनारे खड़े होकर, ऑटो का वेट करने लगी । पर उसे आधे घंटे तक कोई भी ऑटो नहीं मिला । तभी एक तेज़ रफ़्तार गाड़ी कायरा के सामने आकर रूही । कायरा ने उस गाड़ी को इतने तेज स्पीड से, अपने सामने रुकते हुए देखा, तो उसे बहुत गुस्सा आया , वह जैसे ही उस गाड़ी के पास, उसके ड्राइवर को सुनाने के लिए बढ़ी , कि तभी उस गाड़ी को चलाने वाले ने, अपनी गाड़ी के दरवाज़े का कांच नीचे किया , और अपना चश्मा निकाल कर कायरा को देखा । कायरा ने जब उस इंसान को देखा तो उसे हैरानी भी हुई और गुस्सा भी आया। कायरा ने गुस्से से उस इन्सान से कहा ।

कायरा - तुम !!! तुम देख कर गाड़ी नहीं चला सकते क्या अनय ??? अभी अगर मुझे लग जाती तो ???

अनय ( मुस्कुराते हुए बोला ) - रिलेक्स कायरा, तुम्हें कुछ नहीं होता । वैसे तुम यहां क्या कर रही हो ??? इस टाइम तो तुम्हें कॉलेज में होना चाहिए था ।

कायरा ( उदास होकर ) - होना तो चाहिए था , पर मैं आज बुरी तरह से लेट हो चुकी हूं । और मेरे पास स्कूटी भी नहीं है।

अनय - तो चलो मेरे साथ , मैं भी तो कॉलेज ही जा रहा हूं । तुम्हें भी साथ लिए चलूंगा ।

कायरा ( ने उसे साफ माना करते हुए कहा ) - नहीं ...., नहीं अनय । तुम जाओ , मुझे जब ऑटो मिल जाएगा, तो मैं भी कॉलेज आ जाऊंगी ।

अनय - पर मैं भी तो कॉलेज ही जा रहा हूं, तो तुम भी साथ चलो । आखिर तुम्हें यहां पर ऑटो का मिलना , मुश्किल है। क्योंकि आज ऑटो वालो की स्ट्राइक है ।

कायरा ( अनय की बात सुन, उसने हैरानी से उसे देखते हुए कहा ) - क्या???? ऑटो वालों की स्ट्राइक है !!! मैं आज कॉलेज कैसे जाऊंगी । और अगर आज मैं कॉलेज नहीं गई तो दोस्तों के साथ - साथ गौरव सर भी मुझे खूब सुनाएंगे ।

अनय - इसी लिए तो मैं तुम्हें साथ चलने को कह रहा हूं ।

कायरा ने एक बार अपने हाथ में बंधी हुई घड़ी पर टाइम देखा , जिसमें अब साढ़े दस बज चुके थे , और दूसरे बार अनय को देखा , जो उसे चलने के लिए बार - बार कह रहा था । कायरा ने उसके साथ जाना ही ठीक समझा । और वह अनय के साथ कॉलेज चली गई ।

रास्ते भर अनय अपनी ही बातें लेकर बैठा रहा और अपनी ही तारीफें करता रहा , जबकि कायरा उसकी बातों से बोर हो रही थी । उससे भी ज्यादा उसे टेंशन ये थी , कि वह जल्द - से जल्द कॉलेज पहुंच जाए। क्योंकि वह ये भी जानती थी , कि अगर वह फंक्शन स्टार्ट होने से पहले नहीं पहुंची तो , रूही और आरव को बहुत बुरा लगेगा । और शायद आरव उससे गुस्सा भी हो जाए । जो कि वह नहीं चाहती थी । थोड़ी देर बाद दोनों कॉलेज पहुंचे । और पार्किंग में कार को लगाकर, दोनों ही साथ में ऑडिटोरियम के अन्दर आए......।

क्रमशः