स्टेट बंक ऑफ़ इंडिया socialem (the socialization) - 18 in Hindi Fiction Stories by Nirav Vanshavalya books and stories PDF | स्टेट बंक ऑफ़ इंडिया socialem (the socialization) - 18

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स्टेट बंक ऑफ़ इंडिया socialem (the socialization) - 18

यहां अदैन्य अपनी ऑफिस पहुंचता हैं और वहां पहले से ही मिनिस्ट्री के सेक्रेटरी आ के बैठे हुए हैं.

अदैन्य के पहुंचते ही मिस्टर टोनी ने चाय का कप आधी चुस्की में ही टेबल पर रख दिया और अदैन्य चेयर पर बैठे.

मिस्टर टोनी ने मुंह पर रुमाल फिराके कहा वेल, मिस्टर रोए आखिर आपने बात मनवा ही ली.


अदेन्य फट से कटाक्ष दिया और कहा जी हां एक तो उपखंड और उसमें बर्बादी.

मेरे अलावा उनके पास कोई चॉइस नहीं थी. वैसे भी प्रफुग वो यॉर्कर है जिसका कोई बाउंसर नहीं.


टोनी वैसे तो हंसी उड़ाने वाला था मगर थम गया. और कहां ठीक है, मैं तो आपको बधाई देने आया था.


मिस्टर टोनी ने खड़े होकर गुलदस्ता उठाया और अदैन्य के हाथों में सौंपा.

मिस्टर टोली मिस्टर रोए मगर इंडोनेशिया में 30% ही क्यों!! आप तो हंड्रेड परसेंट की बात कर रहे थे.

रॉय ने कहा मिस्टर टोनी मैंने हंड्रेड परसेंट कि बात कभी भी एंटी फंगस में कहीं ही नहीं है.


टोनी ने पूंछा, तो ?


अदैन्य ने कहा, व्हाट सो !!

यह सिर्फ कॉरपोरेट हाउस में ही चलती है. नॉन कॉरपोरेट्स में नहीं.


टोनी ने कहा, ओ हो याने की पारंपरिक चलन हर हाल में जिंदा रहेंगे!


रॉय ने कहा जी हां. बिल्कुल. आप बैंक के चेकस देते हो ना, वैसे बैंकों की अपनी करंसी देने की. धाट्स ईट.


चेक्स की वैल्यू राईस नहीं होती मगर सेल्फ करेंसी की वैल्यू राईस हो सकती है.

ओ ह आईसी, टोनी बोले.

टोनी बोले तो हमारे घरेलू लोग तो चेक भी देते हैं तो क्या वे भी सेल्फ करंसी दे सकते हैं?

रोए ने कहा जी हां बिल्कुल क्यों नहीं!!

आप उसे काले चोर के हाथों में दीजिए हमें मालूम पड़ जाएगा कि यह इस वक्त किसके पास है!

और आप यह क्यों बोल रहे हो मिस्टर टोनी की इस वक्त दुनिया में ज्यादातर हिस्सों में स्टॉक मार्केट टर्मिनस पर ही चलते है तो वह दिन भी दूर नहीं जब चल करेंसी के पेमेंट भी ऑनलाइन ही होंगे और पाई पाई रजिस्टर और रिकॉर्डिंड होगी.

टोनी ने फिर से कुछ भूल रहा हो वेसे पूछा, वह कैसे.

रॉय ने कहा अरे भाई आपके चेक्स के नंबर बैंक के पास रजिस्टर्ड और रिकार्डेड होते हैं ना! तो ठीक वैसे ही बैंक की अपनी करेंसी भी रजिस्टर्ड और रिकॉर्डेड रहेगी.

उसमें इतना सोचना क्या है!

बैंक चेक्स इश्यू करती है तो व्हाय नॉट सेल्फ करेंसी. आप अगर पार्टी को चेक देते हैं तो आपको मालूम पड़ता है कि यह यूरो किसको जा रहा है! मे बी नॉट टू अंडरवर्ल्ड पर्सन इज.

अगर ऐसा हो रहा है तो बैंक स्टॉप पेमेंट करवा सकती है, मगर आप कैश नहीं व्यवहार करोगे तो.... टोनी बोलें और तो तो समझो, यूरो गये काम से.

रवि ने कहा जी हां इसी तरह से बैंक अपनी ही करेंसी इशू करेगी और उसके ऊपर निगरानी रखेगी. धाट्स ईट.

टोनी शर्मिंदगी से कुछ बोलने जाते हैं मगर रोए ने बीच में ही काटा और कहां मिस्टर टोनी अब ऐसा जरूरी तो नहीं कि हर देश में इंडोनेशिया जैसा हो और बाद में ही एंटीफंगस शुरू हो.

कुछ प्रिकॉशंस नाम की भी चीज होती है!

मि टोनी कुछ बोल नहीं पाए और कहां वेल, मिस्टर रोए आई थिंक आई टेक लीव.