Mayavi Emperor Suryasing - 4 in Hindi Fiction Stories by Vishnu Dabhi books and stories PDF | मायावी सम्राट सूर्यसिंग - 4

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मायावी सम्राट सूर्यसिंग - 4



हा वो उनकी बहन नमीना ने उन्हें दिया था। सोभाग्या बोली।
थोड़ी देर तक दोनो में बातचीत होती रही। बाद में वो अपने घर यानी अली खान के घर पहुंच गए। अली खान ने सूर्या को पुकारा .. सूर्या ..सूर्या बेटा तू घर पे है क्या .. घर में से कोई नहीं बोला ।
सोभाग्या बोली भाई लगता वो कई खेलने गए है। अली खान बोले हा वो खेलने ही जाहेंगे क्यों की वो अभी दो साल के बच्चे जो है। यू कहेकर हसने लगा।
थोड़ी देर के बाद सूर्या हवा में से अचानक प्रगट हुवे। सूर्या को देखकर अली खान ने उसे गले लगाया।
सूर्या ने कहा कि अब्बू आपतो कल आने वाले थे। इतनी जल्दी मिल आए अपने गुरु से।
जी नहीं बेटा में गुरुजी से नहीं मिला । पर मुझे क्या मिला है पता है। अली खान बोले
क्या मिला है आपको अब्बुजान। सूर्या बोले
अली खान ने सोभाग्या को बुलाया।
सोभाग्या घर से बाहर निकल आई और सूर्या ने उसे देखा तो वो दंग रह गया। सूर्या अपने अब्बू के पास से हवा में गायब हो गई। और सोभाग्या के पास हवा में प्रगट हुए।और सूर्या बोले मेरा नाम स.. सोभाग्या ने सूर्या को बोल ने रोका ।और स्वयं बोली कि आपका नाम है सम्राट सूर्यसिंग ,.. क्यों सच कहा मैने ।
सूर्या बोले अरे अब्बू आपने मेरा नाम पहले क्यों बता दिया।
अली खान हस कर खड़े हुए और बोले कि बेटा है तुम्हारी मां की बहन थी।और ये जादूगर है।ये जान सकते हैं कि सामने वाला कोन है।
ओहो ये बात है । तो फिर एक आपको मुझे ये सिखाना होगा कि में आसमान में केसे उड़ सकता हूं।। सूर्या बोले।
सोभाग्या ने सूर्या का कान खीच कर बोली ये सिखाओ वो सिखाओ पहले अपनी मोसी को गले नही लग सकता क्या।
सूर्या ने माफी मांगते हुए कहा कि मुझे माफ करना मोसीजी मेने आपको देखकर उतना खुश हुआ ही की में सब भू.. ल गया ।और थोड़ी मेहरबानी करके मेरा कान छोड़ दीजिए वरना वो निकल आएगा ।
सोभाग्या और कान खीच कर बोली कि तुम मुझे आदेश दे रहे हो।में तुम्हारी गुलाम नही हु।मोसी हु मोसी ।और हस ने लगी
थोड़ी देर के बाद वहा पर आरेन और आफत नाम के दो क्रूर राक्षस हवा में प्रगट हुए।और गोगरे आवाज में बोले कि हजरत अली खान ये तुमने अच्छा नहीं किया तुमने हमारे दुश्मन को आजाद करके अपनी मौत को बुलावा दिया है।
ये सुन कर सूर्या का खून खोल उठा और वो वहा से हवा में गायब हो गया और उन दोनों दानव के पास हवा में प्रगट हुए और बोला की तुम होते कोन हो हमारे अब्बू के साथ इस तरह बाते करने वाले। ऐसा कहकर सूर्या ने अपनी जादुई शक्तियां का प्रयोग किया । पर उन दोनों दानव पर उन शक्तियां का कोई प्रभाव नहीं पड़ा।
दोनो दानव हस कर बोले ए लौंडे ये तुम्हारी छोटी मोटी शक्तियां हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकती। ये कहकर जोर जोर से हस ने लगे ।
सूर्या कई बार उन दोनों दानव पर शक्तिया का प्रयोग किया पर उन कोई प्रभाव नहीं पड़ा।
फिर सूर्या ने गुस्से में आकर अपने दोनो हाथों को ऊपर उठा कर जोर से या..... आ .....या करके चिल्ला ।पर वह तो चमत्कार ही हो गया।सूर्या अचानक से हवा में गायब हो गया। ये देख कर वो दोनो दानव हस ने लगे।थोड़ी देर के बाद सूर्या जोर से जमीन पर उतरा वो पूरी तरह बदल गया था ।उनके शरीर पर चमकदार जादुई वस्त्र आ गई थे। वो उनके हाथमे एक जादुई छड़ी थी। बाद में सूर्या ने अपनी जादुई शक्तियां को दुबारा इन दोनों दानव पर प्रयोग किया तो वो दोनो दानव जमीन पर गिर गई।
सूर्या और दोनो दावन के बीच जादुई शक्तियां का युद्ध हुआ ।दोनो दानवों की शक्ति का सूर्या पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता था। पर सूर्या की अजीम और खतरनाक शक्तियों से को दोनों दानव खुद को बचा नही सकते थे। इसी लिए थोड़ी ही देर में वो दोनो हार गए और सूर्या जीत गया ।
सूर्या जमीन पर उतरा ।और एक हाथ से चुटकी बजाई तो वो पहले जैसा हो गया।
वो सूर्या ने उन दोनों दानव को वही पर खत्म कर दिया। अली खान दौड़ कर सूर्या के पास आए और बोले कि बेटा तुझे कुछ हुआ तो नही।सूर्या बोला अब्बू जान में एक एकदम सही हु हुआ तो इन दोनों दानवों को है देखो केसे घोड़े बेच के सो रहे हैं।
सोभाग्या वह पर प्रगट हुए कहा अपने जादू से उन दोनो दानव की सव को वहा से कई दूर दफना दिया।