Kalam meri likhti jaye - 8 in Hindi Poems by navita books and stories PDF | कलम मेरी लिखती जाएँ - 8

The Author
Featured Books
Categories
Share

कलम मेरी लिखती जाएँ - 8


✍️✍️✍️Kavya sangrah ✍️✍️✍️

🎼🎼कलम मेरी लिखती जाएँ🎼🎼


✍️✍️✍️😊😊😊✍️✍️✍️😊😊😊✍️✍️✍️✍️


🎼🎼प्यार का एहसास 🎼🎼


मोहब्बत मे वफ़ा वो सीखा गया
जाते जाते वो हमे प्यार का एहसास करवा गया ,

चले थे हम दोनों अपनी अपनी राहे
रस्ते मे कही वो हमसे टकरा गया
जाते जाते वो हमे प्यार का एहसास करवा गया ,

इस रिश्ते को दोस्ती का नाम था जो मिला
धीरे धीरे कब वो प्यार का रूप पा गया
जाते जाते वो हमे प्यार का एहसास करवा गया ,

बिछड़े जब एक दूजे से
दूरियों ने था एक दूजे को पास ला दिया
जाते जाते वो हमे प्यार का एहसास करवा गया ,

दूर थे पर फिर भी पास थे
एक दूसरे के लिए प्यार के एहसास थे
रूह से था रूह को मिला गया
जाते जाते वो प्यार का एहसास करवा गया ,

मिला जो एहसास उस से दूर हो जाने से
रूह तक था वो तड़पा गया
जाते जाते वो प्यार का एहसास करवा गया l

जो वफ़ा पाई हमने उसकी मोहब्बत मे
तो खुद को हमने खुदगर्ज़ बना लिया
जाते जाते वो हमे प्यार करना सीखा गया l


✍️✍️✍️😊😊😊✍️✍️✍️✍️😊😊😊✍️✍️✍️



🎼🎼 सच है ये 🎼🎼


🙎अगर सच है ये ,की साया हो तुम मेरे
तो मुश्किलों मे डाल, साया चला कहा गया ..

🙇सच है ये, की साया हूँ मैं तेरा
जो मुश्किलों के वक़्त खड़ा ना रहा...

🙎अगर सच है ये ,की दिल हो तुम मेरे
तो रूह को तड़पते छोड़, दिल चला कहा गया ...

🙇सच है ये, की दिल हूँ मैं तेरा
जो तेरी जुदाई मे हर वक़्त तड़पता रहा...

🙇एक सच ये भी है, की मोहोब्बत हूँ मैं तेरी
जो शायद मजबूरिओं मे छोड़ चला था गया...



✍️✍️✍️😊😊😊😊✍️✍️✍️✍️😊😊😊✍️✍️✍️


🎼🎼 तेरी मोहोब्बत 🎼🎼


इतनी मोहोब्बत करी जो हमसे
अब पीछे हट ना जाए 🏃

यो रूठना ना कभी हमसे
क्योकि हम कभी तुम्हे मना ना पाए🙏

जाना ना कभी छोड़ कर हमे
क्योकि हम कभी तुम्हे वापिस बुला ना पाए 👄

नजरें ना चोराना कभी हमसे
क्योंकि हम फिर कभी तुमसे नजरें मिला ना पाए 👀

बेवफाई ना करना कभी हमसे
क्योंकि हम कभी ये दुनिया छोड़ ही ना जाए 💔

चलना साथ हमेशा हमारे
क्योकि तुम बिन ये दुनिया हम देख ना पाए 👁️

तेरी मोहोब्बत मे हम
खुद को फ़ना कर पाए💘


✍️✍️✍️😊😊😊✍️✍️✍️😊😊😊✍️✍️✍️😊😊



🎼🎼 मोहबत का दूसरा नाम बेवफाई 🎼🎼


वफ़ा कर पाई जो मैं खुद से
तब से मैं बदनाम हो
मोहब्बत तो बेवफाई का दूसरा नाम हो

चली जो उसका साया बन कर
तब से खुद मे ही गुमनाम हो
मोहब्बत तो बेवफाई का दूसरा नाम हो

देखा होता कभी उसने जो मूड कर
तो लगता ना मोहब्बत मे
हम पर लगा यो इल्जाम हो
मोहब्बत तो बेवफाई का दूसरा नाम हो

छोड़ चूका वो हमे
पर साया कैसे उसका साथ छोड़े???
चले हम फिर भी देने
मोहब्बत के जो भी इम्तिहान हो
मोहब्बत तो बेवफाई का दूसरा नाम हो

मोहब्बत मे हम खुद ही बदनाम हो
मोहब्बत तो बेवफाई का दूसरा नाम हो

✍️✍️✍️☺️☺️☺️✍️✍️✍️☺️☺️☺️✍️✍️✍️☺️☺️


To be countined.....✍️✍️


Please read my Kavya sangrah ✍️☺️


Please give me your valuable rating and review🙏🙏☺️


Thanku so much everyone 🙏🙏☺️