Ahsaas pyar ka khubsurat sa - 6 in Hindi Fiction Stories by ARUANDHATEE GARG मीठी books and stories PDF | एहसास प्यार का खूबसूरत सा - 6

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एहसास प्यार का खूबसूरत सा - 6

एहसास प्यार का खूबसूरत सा ( भाग - 6 )



कायरा ( खुद से ) - यार आरव इतना भी बुरा नहीं है जितना के मैं उसे समझती हूं पर वो मुझे जब देखो तब घूरता क्यों रहता है ? पर एक बात है उसके करीब आने से पता नहीं क्यू पर एक सुकून सा मिलता है । आखिर ऐसा क्यों होता है ? ( ऊपर आसमान की ओर देखते हुए ) भगवान आपको क्या लगता है ? ऐसा क्यों होता है ? एक चीज और भगवान , आप मुझे ये बताओ के मुझे आरव से दोस्ती कर लेनी चाहिए या नहीं ? क्योंकि वो अब मेरा क्लास मेट भी है और ऑफिस में बॉस भी और आज जिस तरह से मैं उसे इग्नोर कर रही थी उस हिसाब से तो उसे गुस्सा होना चाहिए क्योंकि वो बॉस है पर वो मुझसे गुस्सा नहीं हुआ बल्कि अपना टाइम खराब कर मुझे छोड़ने आया मेरी हेल्प की उस हिसाब से वो बुरा नहीं है । और मैं उसके बदले उस बेचारे से ढंग से बात भी ना करू तो ये तो गलत होगा ना। और आप तो जानते हो मैं अपने फ्रेंड्स से ही अच्छे से बात करती हूं उस नाते मुझे उससे दोस्ती कर लेनी चाहिए ? या फिर नहीं करनी चाहिए ? मुझे कुछ तो हिंट दो भगवान ।

कायरा ऐसे ही भगवान से बातें करते हुए अपने रूम के विंडो के पास आ जाती है । तभी उसे एक तारा टूटता हुआ दिखता है और वो बहुत खुश हो जाती है ।

कायरा ( टूटते तारे को देख कर खुश होते हुए ) - मतलब कि आपकी हां है । हमेशा की तरह आपने मुझे हिंट दे ही दी टूटता तारा दिखा कर। थैंक्यू भगवान जी । पता नहीं क्यों पर मैं भी उससे दोस्ती करना चाहती हूं । अब मैं कल उससे दोस्ती कर लूंगी । अभी मैं सोने जाती हूं वरना कल सुबह लेट हो जाऊंगी वैसे भी कल मेरी स्कूटी भी मेरे पास नहीं रहेगी तो कल जल्दी ही उठना होगा । ( कुछ देर वहीं रुक कर फिर से भगवान से बोलती है ) लेकिन भगवान एक बात बताइए मेरा पीछा कौन कर रहा है ? और उसकी आंखे मुझे चुभती क्यू है ? क्या इसका कोई सोल्यूशन है आपके पास?

कायरा लगभग पंद्रह मिनट तक इंतेजार करती है के शायद भगवान कोई हिंट दे - दे पर उसे कोई भी हिंट नहीं मिलती है वो फिर से आसमान की और देख कर कहती है ।

कायरा - लगता है इसका सोल्यूशन आपके पास भी नहीं है। ( अपने बिस्तर में जा कर लेटते हुए ही बोलती है ) चलिए जाने दीजिए जब मुझे कोई सोल्यूशन मिलेगा तो बताऊंगी आपको , ये मैटर अब बाद में देखा जायेगा अभी मैं सो जाती हूं भगवान जी बस सुबह मुझे थोड़ा जल्दी उठा दीजिएगा । गुड नाईट भगवान जी ।

कायरा सो जाती है। उधर आरव का भी यही हाल रहता है वो भी खाना खा कर अपने रूम में आकर कायरा के बारे में ही सोचता रहता है ।

आरव ( खुद से ) - कितनी गुस्सैल है यार ये लड़की । पर कुछ भी कहो बहुत क्यूट है । आज गाड़ी में भी जब वो आंखे बंद कर लेट गई तब भी बाय गॉड बड़ी ही मासूम लग रही थी। पर जब गुस्सा करती है तो पता नहीं कहां से दुर्गा सवार हो जाती है उस पर । आज तो बड़ी मुश्किल से माफ किया है । पर कायरा मैं तुमसे प्यार करने लगा हूं शायद इस लिए तुम्हारा गुस्सा भी मुझे अच्छा लगने लगा है । आजसे पहले मैंने किसी भी लड़की को इतनी बार सॉरी नहीं कहा होगा पर पता नहीं क्यों तुम्हारी प्रॉब्लम मुझसे देखी नहीं जाती ना ही तुम्हारा गुस्सा मुझे मेरे ऊपर बर्दाश्त होता है । ऐसा लगता है मानो अंदर ही अंदर कुछ टूट रहा हो और इस बात का अहसास मुझे आज ज्यादा अच्छे से हुआ है क्योंकि इससे पहले मुझे पता नहीं था के ये अहसास मुझे क्यों हो रहा है। आते टाइम भी जब आदित्या और नील के सिर्फ बोलने भर से तुम डर गई थी तब भी मुझे लगा जैसे तुम्हे कोई प्रॉब्लम है और मुझे लगा के टाईट हग कर लूं तुम्हे पर फिर याद आया के तुम तो गुस्सा हो मुझसे और अभी तो हमारे बीच किसी भी टाइप का रिश्ता भी नहीं है जो ये मैं कर सकूं । कार में भी तुमने मुझसे छुप कर अपने आंसू साफ तो कर लिए थे पर मुझे तुम्हारे आंसू का वो एक कतरा अंदर तक परेशान कर गया । पर अफसोस के इतना परेशान देख कर भी तुमसे मैं कुछ नहीं कह सका। तुम्हे परेशानी में नहीं देख सकता था इसी लिए तुम्हारा वेट किया कार में। और जब नहीं रहा गया तभी तुम पर गुस्सा किया । अब मैं तुमसे किस मुंह से कहता के मैं तुम्हे यूं परेशान नहीं देख सकता। जबकि मैं तुमसे प्यार करता हूं पर तब भी तुमसे कुछ नहीं कह सकता क्योंकि तुम तो शायद मुझसे अभी दोस्ती भी नहीं करना चाहती हो । पहले मुझे तुमसे दोस्ती करनी होगी तब ही मैं तुमसे अपने प्यार का इजहार कर पाऊंगा । पर कैसे करूं उससे दोस्ती ? चलो यार फिरहाल अभी सो जाता हूं कल से कॉलेज में प्रैक्टिस भी तो स्टार्ट है । और कल से ही ट्राय करता हूं कायरा से दोस्ती करने की ।

अपने आप से इतना बोलकर आरव सो जाता है । थोड़ी देर में बारिश होने लगती है और बहुत ज्यादा बिजली भी कड़कने लगती है । अचानक ही बहुत तेज़ बिजली कड़कती है। बिजली की आवाज़ से अचानक से चौंक कर कायरा की आंख खुल जाती है । साथ ही ऐसी ही कड़क बिजली की आवाज़ आरव के कानों में भी पड़ती है और वो भी अचानक से उठ जाता। अब इसका मतलब ये नहीं है के दोनों के घर पास में है । मुंबई में रहते है ये लोग जहां पर बारिश का तो कोई भरोसा ही नहीं रहता । कायरा उठ कर अपने रूम की खिड़की बंद करने लगती है लेकिन हवा का बहाव इतना ज्यादा रहता है के कायरा खिड़की बंद नहीं कर पाती है । थक हार कर वो बिस्तर पर आ जाती है पर उसकी नींद नहीं पड़ती है । वहीं आरव उठता है तो अपने रूम की खिड़की के पास आकर देखता तो उसे पता चलता है के बारिश सच में बहुत ज्यादा है । पर उसे आज की ये बारिश अच्छी लग रही होती है तो वो अपने हाथ खिड़की के बाहर करता है जहां से थोड़ी - थोड़ी बारिश की बूंदे उसके हथेली में पड़ रही होती है । कायरा को नींद नहीं आती तो खिड़की पास आ जाती है । तभी बारिश के साथ ही बहने वाला ठंडा हवा का झोंका कायरा को छू कर निकलता है जिससे कायरा को बहुत सुकून मिलता है और उसका मन गदगद हो जाता है । वो बारिश को एन्जॉय करने लगती है अपनी खिड़की के पास खड़े होकर यही हाल आरव का होता है वो भी आज की बारिश को अपने रूम की खिड़की के पास खड़े होकर एन्जॉय करने लगता है । कायरा उस माहौल को और जीने के लिए अपने मोबाइल में एफएम चालू कर देती है और मोबाइल को बेड पर ही रख कर फिर से खिड़की के पास आती है और बारिश की बूंदों को महसूस करने लगती है । आरव का भी गाना सुनने का मन करता है तो वो अपने मोबाइल में एफएम चालू कर लेता है और मोबाइल को टेबल में रख कर अपने रूम की बालकनी में चला जाता है जहां से उसे गाना बराबर सुनाई दे रहा होता है और वो बारिश से थोड़ा सा बच कर वहीं पड़े काउच में बैठ जाता है और बरबस ही उसे आज कायरा के साथ का आज शाम का सीन याद आ जाता है जब वो दोनों कार में थे और वो उस समय को , उस सीन को याद करके मुस्कुराए बिना नहीं रह पाता है । वहीं कायरा को भी अचानक से आरव का ध्यान आता है और वो आरव की पहली मुलाकात से ले कर अभी तक की मुलाकातों को याद कर रही होती है और मन ही मन मुस्कुराती रहती है जबकि वो इसके पीछे का कारण तो नहीं जानती थी पर तब भी मुस्कुरा रही होती है। वहीं इत्तेफाक से एक जैसे ही गाने दोनों के एफएम चैनल में चल रहे होते हैं ........

याद आ जाती है मुझे वो तेरी हंसी
मुस्कुरा जाती है खुद ये पलकें मेरी

याद आ जाती है मुझे वो तेरी हंसी
मुस्कुरा जाती है खुद ये पलकें मेरी

कभी ऐसा भी होता है भुला देती मैं तुझको
मगर बूँदें मेरी हर कोशिश बर्बाद करती है ......

तुम्हें बारिश बड़ा याद करती है
तुम्हें बारिश बड़ा याद करती है
आज भी मुझसे तेरी बात करती है .......
तुम्हें बारिश बड़ा याद करती है

तुम्हें बारिश बड़ा याद करती है
आज भी मुझसे तेरी बात करती है ......
तुम्हें बारिश बड़ा याद करती है

वो पहली नज़र वो चेहरा तुम्हारा
जब आँखों से तुमको था दिल में उतारा

वो पहली नज़र वो चेहरा तुम्हारा
जब आँखों से तुमको था दिल में उतारा

मैं भूला नहीं हूँ पनाहों को तेरी
वो जिसमें था मैंने ज़माना गुज़ारा

बिछड़ने से पहले तेरा वो मुझसे लिपट जाना
वो बेबस निगाहें मेरी अबतक फरयाद करती हैं

तुम्हें बारिश बड़ा याद करती है
तुम्हें बारिश बड़ा याद करती है
आज भी मुझसे तेरी बात करती है .......
तुम्हें बारिश बड़ा याद करती है

कायरा के ख़यालो में खोया हुआ आरव आसमान की तरफ निहार रहा होता है जहां बालकनी में लाइट की रोशनी की वजह से बारिश की बूंदे आसमान से टूटते तारे के समान प्रतीत हो रही होती है और उसे अनुभव होता है के जैसे बहुत सारे चमकीले तारे एक साथ टिमटिमाते हुए नीचे जमीन में आकर रोशनी फैला रहे हो। आरव उन्हें देखते - देखते ही वहीं काउच पर सो जाता है । तो वहीं ठंडी हवा की वजह से कायरा को ठंड लगने लगती है तो वो वापस अपने बिस्तर में आ जाती है और कम्बल ओढ़ लेती है । उसकी आंखे भी भारी होने लगती है तो वो भी सो जाती है । सुबह सूरज की रोशनी से आरव की आंखे खुलने लगती है तो वो देखता है के सुबह - सुबह कायरा उसके रूम में अपने गीले बालों के साथ खिड़की के सामने खड़ी है और अपने बालों को टाॕविल से सुखा रही है। उसके बाल और उनसे झड़ती पानी की बूंदे रोशनी में चमकते हुए मोती के समान लग रही हैं। आरव बिस्तर अपने बिस्तर पर लेटे - लेते ही उस अनुभूति को महसूस कर रहा होता है और सुकून से अपनी पलकें बंद कर लेता है और जब दोबारा खोलत है तो कायरा वहां नहीं होती है और वो कायरा को ढूढते हुए चिल्लाने लगता है।

आरव - कायरा , कायरा कहां हो तुम ? अभी तो यहीं थी कहां चली गई ?

हड़बड़ाहट में आरव अपनी आंखे खोलता है तो पता है के सूरज की रोशनी उसके आंखो में पड़ रही थी और वो काउच पर ही सो गया था ।

आरव ( खुद से )- इसका मतलब ये मेरा सपना था । ओह तो मैडम अब मेरे सपने में भी आने लगी हैं। ( काउच से उठ कर अपने कमरे में आते हुए ) अब तो तुमसे मिलने की तुम्हे देखने की बेताबी और ज्यादा बढ़ने लगी है मिस कायरा । चलो मिलते हैं फिर आपसे आज कॉलेज में फिर दिनभर तो साथ में काम करना ही है और आज आपसे दोस्ती भी करनी है ।

यही सोचते हुए वो अपने कपड़े ले कर वॉशरूम की तरफ चला जाता है । वहीं खिड़की खुले होने की वजह से सूरज की किरणें आज सीधे कायरा की आंखों पर पड़ रही थी जो कि उसकी अच्छी - खासी नींद पर खलल डाल रही थीं। कायरा अपने आप में ही बड़बड़ाते हुए कहती है ।

कायरा - अरे यार सूरज चाचू , क्यों सुबह - सुबह परेशान कर रहे हो सोने दो ना। ( फिर अपनी एक आंख को खोल कर घड़ी की तरफ देखती है तो हड़बड़ाहट में चौंक कर उठती है ) अरे बाप रे 😳! 8 बज गए । और मैं अभी तक सोती रही । हे भगवान । ( फिर रात की बातों को याद करते हुए ) अरे यार ये रात में लेट से सोने की वजह से सुबह भी लेट हो गई । अब जल्दी से उठ कर तैयार हो जाती हूं वरना पापा चले जायेंगे और फिर मुझे बस से जाना पड़ेगा।

इतना कह कर वो अपने कपड़े ले कर जल्दी से बाथरूम में चली जाती है । और जल्दी से तैयार होकर नीचे आती है तो देखती है के सभी नाश्ता कर रहे हैं वो भी भगवान के सामने माथा टेक कर जल्दी से टीका लगा के आशीर्वाद ले कर सभी के साथ नाश्ता करने लगती है । आरव भी अपना जरूरी काम निबटा कर नाश्ता करके कॉलेज चला जाता है । कार चलाते हुए वो बार - बार अपने मोबाइल को देखता है के कहीं कायरा का फोन तो नहीं आया है उसे पिकअप करने के लिए । वहीं कायरा अपने पापा के साथ कॉलेज के लिए निकाल जाती है । आरव और कायरा दोनों ही सेम टाइम पर कॉलेज पहुंचते हैं । कायरा के पापा कायरा को कॉलेज के बाहर छोड़ कर अपने कॉलेज निकाल जाते हैं वहीं आरव अपनी गाड़ी पार्किंग एरिया में रख कर बाहर आता है कायरा भी तभी अंदर आ रही होती है के तभी आरव और कायरा एक - दूसरे से टकरा जाते हैं और अनजाने में ही दोनों की आंखे एक - दूसरे से मिल जाती है और दोनों फिर से एक दूसरे में खो जाते हैं। आरव कायरा को एक हाथ से पकड़े रहता है । और देखता है के कायरा की भूरी आंखों में आज एक अलग ही चमक जो कि उसे बहुत ही ज्यादा सुकून दे रही होती हैं और उन आंखों में पतला सा लगा हुआ काजल उन आंखो की शोभा को और ज्यादा ही बढ़ा रहा होता है। वहीं कायरा आज आरव की आंखो में देखती है तो पाती है के आरव की ये नीली आंखे उसे गर्म तपती बंजर भूमि पर घने मेघ से पानी की ठंडी बूंदों के गिरने के समान ठंडक का अहसास करा रही हैं। वहीं कॉलेज के बाहर चाए की स्टॉल पर एक गाना चल रहा होता है जो कि इनके बीच की खामोशी को और इनके नैनो के टकराव को बखूबी बयान कर रहा होता है।

नैणों की मत माणियो रे
नैणों की मत सुणियो

नैणों की मत माणियो रे
नैणों की मत सुणियो
नैणों की मत सुणियो रे
नैणा ठग लेंगे
नैणा ठग लेंगे ठग लेंगे
नैणा ठग लेंगे
नैणा ठग लेंगे ठग लेंगे
नैणा ठग लेंगे

जगते जादू फूकेंगे रे
जगते जगते जादू

जगते जादू फूकेंगे रे
नींदें बंजर कर देंगे
नैणा ठग लेंगे
नैणा ठग लेंगे ठग लेंगे
नैणा ठग लेंगे
नैण ठग लेंगे ठग लेंगे
नैणा ठग लेंगे
नैणों की मत मानियो रे.......

भला मन्दा देखे न पराया न सागा रे
नैणों को तोह डसने का चस्का लगा रे..... ‌‌

भला मन्दा देखे न पराया न सागा रे
नैणों को तोह डसने का चस्का लगा रे
नैणों का ज़हर नशीला रे
नैणों का ज़हर नशीला ....
नैणों का ज़हर नशीला रे अ.........
नैणों का ज़हर नशीला .....
बादलों में सतरंगियां बोवे भोर तलक बरसावे
बादलों में सतरंगियां बोवे नैना बांवरा कर देंगे

नैणा ठग लेंगे
नैणा ठग लेंगे ठग लेंगे
नैणा ठग लेंगे
नैणा ठग लेंगे ठग लेंगे
नैणा ठग लेंगे
नैणा ठग लेंगे ठग लेंगे
नैणा ठग लेंगे

नैणा रात को चलते चलते स्वर्गां में ले जावे
मेघ मल्हार के सपने डीजे हरियाली दिख्लावे

नैणों की जुबां पे भरोसा नहीं आता.....
लिखद पढ़त न रसीद न खाता....
नैणों की जुबां पे भरोसा नहीं आता
लिखद परख न रसीद न खाता
साड़ी बात हमारी ,साड़ी बात हमारी
बिन बादल बरसाए सावन, सावन बिन बरसाता
बिन बादल बरसाये सावन नैना बांवरा कर देंगे

नैणा ठग लेंगे,
नैणा ठग लेंगे ठग लेंगे
नैणा ठग लेंगे

नैणों की मत माणियो रे
नैणों की मत सुणियो
नैणों की मत सुणियो रे
नैणा ठग लेंगे

जगते जादू फूकेंगे रे
जगते जगते जादू

जगते जादू फूकेंगे रे
नींदें बंजर कर देंगे
नैणा ठग लेंगे
नैणा ठग लेंगे ठग लेंगे
नैणा ठग लेंगे

नैणा ठग लेंगे ठग लेंगे
नैणा ठग लेंगे
नैणा ठग लेंगे ठग लेंगे
नैणा ठग लेंगे नैना......।

दोनों ही एक - दूसरे की आंखों में इस कदर खोए रहते हैं के उन्हें खुद का और आस - पास का होश ही नहीं रहता । वहीं दूर अपनी फेवरेट जगह कैन्टीन पर रूही को छोड़ कर बैठे हुए बाकी दोस्त उनको इस तरह से एक दूसरे में खोए हुए देखते रहे होते हैं साथ ही शिवानी और मीशा को छोड़ कर सभी दोस्त को चेहरे पर मुस्कान होती है । मीशा तो उनको इतना करीब देख कर जल - भुन रही होती है क्योंकि आरव का एक हाथ कायरा को संभाले हुए उसकी कमर पर होता है और दूसरा उसकी पीठ पर और दोनों ही एक दूसरे के बहुत करीब होते हैं जबकि कायरा का एक हाथ आरव के कंधे पर और दूसरा हवा में लटक रहा होता है । ये सब देख कर और उन दोनों को एक - दूसरों की आंखो में खोया हुआ देख कर मीशा को बहुत ही ज्यादा गुस्सा आ रहा होता है जिसे वो अपने अंदर ही छुपाए बैठी होती है जबकि शिवानी को तो उनकी दशा का कुछ समझ ही नहीं आता वो ये सोच रही होती है के ये दोनों आखिर ऐसे क्यों खड़े हुए हैं वो भी इतनी देर से। सौम्या आरव और कायरा को देखते हुए ही सभी से कहती है।

सौम्या - आज कल मुझे आरव के आंखो में एक चमक सी दिखने लगी है । और मुझे लगता है ये चमक शायद प्यार के एहसास की वजह से है । और जिस तरह से ये दोनों एक दूसरे को देख रहे हैं उस हिसाब से मुझे लगता है कि आरव कहीं कायरा.......

सभी उसकी ओर आश्चर्य से देखने लगते हैं जबकि आदित्या उसकी बात को बीच में ही काट कर बोलता है।

आदित्या - हां , सौम्या मुझे भी यही लगता है के जैसे आरव को प्यार हो गया है ।

अब सभी आदित्या को देखने लगते हैं और नील , राहुल रेहान आदित्या को घूरने लगते हैं। आदित्या उन लोगो को इशारे में ही शांत रहने को बोलता है और वो खुद बात को संभाल लेगा बोलता है । सौम्या आदित्या से कहती है।

सौम्या - देखा मैंने कहा था ना के आरव को प्यार हो गया है । ( फिर सभी लड़को को आदित्या की ओर घूरते पा कर बोलती है ) ये तुम लोग आदि को ऐसे क्यों घूर रहे हो ? सही ही तो बोल रहा है वो ।

राहुल ( आगे की बात को संभालते हुए ) - अरे वो ऐसा कुछ नहीं है । हम बस इस लिए आदि को देख रहे थे के इसे आरव ने कब बताया के उसे प्यार हो गया है।

नील और रेहान ( एक साथ ) - हां सही बोल रहा है राहुल , हम तो खुद आश्चर्य से आदि को देख रहे थे क्योंकि हमे इस बारे में मालूम नहीं था।

सौम्या - इसमें मालूम क्या करना है ? आरव की आंखों में ही दिखता है ।

आदित्या - हां सही बोल रही हो तुम सौम्या।

शिवानी - ये क्या फिर से प्यार - व्यार का टॉपिक ले कर बैठ गए तुम लोग ? मुझे तो ये सब बकवास लगता है और कुछ समझ भी नहीं आता है ।

नील ( खुद से ही धीरे से ) - हां , तुझे खुद को कुछ कहां दिखेगा ? और दूसरो को भी नहीं देखने देगी । तुझे तो सब कुछ बकवास ही लगता है इसी लिए तो मेरे प्यार को कभी समझती ही नहीं है बेवकूफ कहीं की।

रेहान ( नील से ) - नील तूने कुछ कहा क्या?

नील ( रेहान से, बात को संभालते हुए ) - नहीं नहीं , मैं तो बस ये कह रहा था के फंक्शन के लिए कैसे करना है , किन - किन कैटेगरीज में पार्टिसिपेट करना है ?

नील की बातों से सबका ध्यान आरव और कायरा से हट कर नील की बातों पर आ जाता है और वो लोग फंक्शन को ले कर ही डिस्कस करने लगते हैं। रूही भी उसी टाइम अपनी स्कूटी पार्किंग में रख कर बाहर आती है और देखती है के आरव और कायरा एक दूसरे में खोए हुए हैं। कुछ देर तो वो उन्हें देख कर मुस्कुराती रहती है लेकिन जब उसे याद आता है के ये दोनों बहुत देर से यहीं ऐसे ही खड़े हैं तो वो उन दोनों के पास जा कर दोनों को आवाज़ लगाती है।

रूही - कायरा , आरव तुम दोनों ऐसे क्यों खड़े हो ? क्या हुआ ?

रूही की आवाज़ सुन कर आरव और कायरा को मानो जैसे होश आता है उन्हें इस बात का भान होता है के वो दोनो ऐसे ही बहुत देर से एक - दूसरे को देख रहे हैं और जाने कितनी देर से ऐसे ही खड़े हैं। दोनों ही हड़बड़ा कर एक दूसरे को छोड़ देते हैं और एक दूसरे से एक साथ कहते हैं।

आरव और कायरा ( एक दूसरे से एक साथ ) - सॉरी ।

रूही उन दोनों की ऐसी हरकत पर जोर से खिलखिला कर हंस देती है । और एकाएक दोस्तों से बात कर रहे राहुल की नज़र रूही पर पड़ती है जो कि हंसते हुए एक दम ही मासूम लग रही होती है, वो तो उसकी हंसी में ही खो जाता है और उसे दोस्तों के बीच क्या बातें चल रही है ये सुनाई ही नहीं देता । कायरा रूही को इस तरह हंसते देख उसे गुस्से से घूर कर देखती है जिससे रूही उसकी नज़रों के गुस्से से बचने के लिए शांत हो जाती हैं और अपनी हंसी दबाने लगती है । उसके इस तरह शांत होने से राहुल भी अपनी नजरें रूही से हटा लेता है और दोस्तों की बातों पर ध्यान देने लगता है । आरव कायरा को रूही की तरफ गुस्से से देखते हुए देखता है तो वो झट से बात बदलने की कोशिश करते हुए कहता है ।

आरव - हमे चलना चाहिए सभी दोस्त कैंटीन में हमारा वेट कर रहे हैं।

कायरा कुछ नहीं कहती तो रूही कहती है।

रूही - हां चलते है। चलो कायरा ।

तीनों ही पढ़ाई को ले कर बातें करते हुए कैंटीन की तरफ आने लगते हैं। और यहां सारे दोस्त आपस में डिस्कस कर रहे होते हैं।

सौम्या ( आदित्या की बांह पकड़ कर सभी से बोलती है ) - भई मैं तो अपने आदि के साथ कपल डांस करूंगी ।

मीशा ( आरव को आता देख कहती है ) - मैं भी आरव के साथ कपल डांस करूंगी ।

उसके इस तरह से कहने से सारे ब्वॉयस एक - दूसरे का मुंह देखने लगते हैं फिर आदित्या कहता है।

आदित्या ( मीशा से ) - मीशा पर क्या तुमने आरव से पूछा के आरव तुम्हारे साथ डांस करना चाहता है के नहीं?

मीशा ( ऐटिट्यूड के साथ ) - इसमें पूछना क्या है ? आरव मेरा बेस्ट फ्रैंड है तो नॉर्मल सी बात है वो मेरे साथ ही डांस करेगा ।

नील ( बात बदलते हुए ) - मैं भी कपल डांस करना चाहता हूं शिवानी के साथ । शिवानी क्या तुम मेरे साथ डांस करोगी?

शिवानी ( मुंह सिकोड़ते हुए ) - नहीं , मुझे ये कपल वगेरह वाले डांस नहीं आते हैं ।

रेहान ( शिवानी से ) - तो क्या हुआ नील सिखा देगा ना । वैसे भी नील तो बहुत अच्छा डांसर है ।

शिवानी - तब भी मुझे ये सब पसंद नहीं है।

सौम्या - क्या यार शिवानी , तेरा हमेशा का कुछ ना कुछ चीज का नाटक ही रहता है। कर ले ना नील के साथ डांस , वो इतने अच्छे से कह रहा है तो।

मीशा - हां शिवानी सौम्या सही कह रही है ।

राहुल - हां शिवानी मान जा ना ।

आदित्या ( बाकियों की धुन में ) - हां मान जा ना शिवानी ।

सभी लोग बोलते हैं तो शिवानी मान जाती है और कहती है।

शिवानी - ठीक है , तुम सभी बोल रहे हो तो मैं इस बंदर के साथ डांस करने को रेडी हूं।

सभी खुश होते हैं जबकि नीेल के पैर तो जमीन पर समाते ही नहीं है वो इतना ज्यादा खुश होता है के पूछो ही मत पर बेचारा अपनी खुशी को वो शिवानी के सामने नहीं दिखा सकता था इस लिए वो अपनी खुशी अपने मन में ही दबा लेता है पर उसके चेहरे की मुस्कुराहट जरूर बहुत बड़ी हो जाती है जिसे सारे बॉयज देख लेते है और उसकी इस खुशी में वो सब भी खुश होते हैं क्योंकि वो सभी जानते थे के नील पिछले दो सालों से शिवानी को चाहता है पर बेचारा शिवानी के इस तरह के व्यवहार के कारण बोल नहीं पता है । तभी राहुल आरव और कायरा के साथ आ रही रूही को देखते हुए कहता है ।

राहुल - तुम लोगो को देख कर मेरा भी अब कपल डांस करने का मन बन गया है ।

सौम्या ( राहुल से ) - पर उसके लिए डांस पार्टनर भी तो होना चाहिए ।

राहुल ( उसी तरह रूही को देखते हुए ) - वो भी मिल जायेगी । पहले ढूढने तो दो।

उसकी इस बात पर सभी हंस देते हैं तभी आरव,कायरा और रूही भी आ जाते हैं। कायरा सभी से कहती है ।

कायरा - किस बात पर सभी हंस रहे हो ?

सौम्या - अरे ये राहुल की बिना सर पैर की बातों पर हंस रहे हैं हम लोग ।

कायरा - तो हमे भी बताओ हम लोग भी इसी बहाने हंस लेंगे।

नील - तुम लोगो को तो कुछ बताने की जरूरत ही नहीं है तुम लोग वैसे भी आज कल कुछ ज्यादा ही हंसने का मौका ढूंढ लेते हो और एक - दूसरे को देखने का भी, वो भी बिना किसी के कहे । ( आरव को अपनी एक आंख मारते हुए ) क्यों आरव ठीक कह रहा हूं ना मैं?

आरव समझ जाता है के सभी दोस्तों ने कायरा और आरव को थोड़ी देर पहले एकसाथ देख लिया है इसी लिए नील ऐसी बातें कर रहा है । जबकि कायरा और रूही को कुछ समझ नहीं आता है । तभी राहुल उन तीनों से पूछता है ।

राहुल - हम लोग ये डिसाइड कर रहे थे के फंक्शन में किस कैटेगरी में परफॉर्म करेंगे ।

शिवानी - हां , सौम्या और आदि ने कपल डांस करने का सोचा है। नील और मैं भी कपल डांस कर रहे हैं ( इतना सुनते ही आरव नील को मुस्कुराते हुए देखता है और नील भी अपनी पलकें झंपकाते हुए सहमति देता है ) राहुल भी कपल डांस करूंगा बोल रहा है । अब बस तुम कायरा रूही और रेहान बचे हैं डिसाइड करने के लिए ।

मीशा - अरे शिवानी तुम तो मेरा नाम लेना भूल ही गई । चलो मैं ही बता देती हूं । ( उसकी इस बात पर सभी शांत हो जाते हैं ) आरव मैं भी कपल डांस करना चाहती हूं और वो भी तुम्हारे साथ । और मुझे पता है तुमको भी मेरे साथ डांस करना अच्छा लगेगा ।

आरव उसकी इस बात पर टेंशन में आ जाता है क्योंकि वो मीशा के साथ नहीं बल्कि कायरा के साथ डांस करना चाहता था पर वो ये भी नहीं चाहता था के मीशा को बुरा लगे । वहीं कायरा को उसकी ये बात थोड़ी बुरी लगती है पर क्यों लगती है ये उसे पता नहीं होता है पर वो कुछ बोलती नहीं है तभी आरव मीशा से इस तरह से बोलता है ताकि उसे बुरा ना लगे और उसका काम भी हो जाए ।

आरव - सॉरी मीशा , बट मेरा मन नहीं है डांस करने का क्योंकि मेरे पास आॕलरेडी बहुत से काम हैं । सो प्लीज आई थिंक तुम माइंड नहीं करोगी ।

मीशा को उसकी इस बात का बहुत बुरा लगता है पर वो सिर्फ हां में सर हिला देती है । तभी आदित्या रेहान से बोलता है ।

आदित्या - रेहान तू मीशा के साथ डांस कर ले ना ।

मीशा - हां रेहान मेरा बहुत मन है डांस करने का ।

रेहान - पर यार मुझे ये सब नहीं आता है ।

राहुल - ऐसे तो शिवानी को भी नहीं आता है पर तब भी वो कर रही है । तू भी कर ले ,तुझे भी कुछ न्यू करने को मिलेगा ।

सभी रेहान को मानने लगते है । सभी की बात सुन कर रेहान कहता है।

रेहान - ओके , ओके , ओके । कर लूंगा मैं डांस । अब खुश ?

सभी एक साथ - बिल्कुल , बहुत ज्यादा खुश ।

और सभी खिलखिला कर हंस देते हैं। तभी सौम्या कायरा से पूछती है ।

सौम्या - कायरा तुम किसमें पार्टिसिपेट करोगी ?

रूही ( बीच में ही ) - ये तो सिंगिंग में पार्टिसिपेट करेगी । ये बहुत अच्छा गाती है ।

सौम्या - अरे वाह । तो फिर हम तुम्हारा कन्फर्म समझे कायरा ?

कायरा - ठीक है , मैं सिंगिंग कर लूंगी ।

शिवानी ( रूही से ) - रूही तुम किसमें पार्टिसिपेट करोगी ?

रूही - मैंने तो अभी तक सोचा ही नहीं ।

नील - रूही तुम एक काम क्यों नहीं करती राहुल के साथ उसकी डांस पार्टनर बन जाओ । वैसे भी अभी उसके पास कोई डांस पार्टनर नहीं है ।

राहुल नील की बात पर मन ही मन मुस्कुराता है और रूही के जवाब का इंतेज़ार करने लगता है ।

रूही - पर मैं कैसे ? मुझे तो आता भी नहीं है डांस ।

कायरा - अरे तू झूठ क्यों बोल रही है ? तू तो स्कूल टाइम पर बहुत डांस करती थी फिर अब क्या हुआ?

रूही - तब की बात अलग थी कायरा और अब की बात अलग है ।

अब फिर सभी रूही को मानते है जबकि राहुल कुछ नहीं कहता क्योंकि उसके हिस्से का काम तो सभी दोस्त कर रहे होते हैं और वो जनता था के रूही मना नहीं कर पायेगी। लास्ट में रूही कहती है।

रूही - चलो ठीक है । कर लेती हूं मैं राहुल के साथ डांस । पर मैं ज्यादा टाइम नहीं दे पाऊंगी ।

राहुल ( खुश होते हुए कहता है ) - कोई बात नहीं , जितना भी टाइम दोगी चलेगा ।

उसकी इस बात पर सभी उसे घूरने लगते हैं। सभी को अपने तरफ घूरता पा कर वो हड़बड़ा कर कहता है ।

राहुल - मेरा मतलब है के जितना भी डांस में टाइम दोगी चलेगा।

रूही - ठीक है।

रूही हां कर तो देती है लेकिन वो उतनी ही टेंशन में भी आ जाती है पर किसी को भी अपनी टेंशन को दिखाती नहीं है और अपने चेहरे पर मुस्कुराहट के पीछे अपनी टेंशन को छुपा लेती है जिसे इस बार राहुल और कायरा भी नहीं देख पाते हैं ।

शिवानी - सभी का डिसाइड हो गया है अब तुम भी बता दो आरव के तुम किस कैटेगरी में पार्टिसिपेट करोगे ?

आरव - अभी तो मेरा कुछ डिसाइड नहीं है । शाम तक देखूंगा मैं, अगर फ्री हुआ तो । तब तक तुम लोग अपना नाम बताओ मुझे बाकी के क्लास मेट से भी पूछ कर लिस्ट आज ही देना है और मेरे पास ज्यादा टाइम भी नहीं है।

आदित्या - अरे टेंशन मत ले , आज से फंक्शन तक क्लासेस नहीं लगेगी क्योंकि सभी फंक्शन कि तैयारी में बिज़ी रहने वाले हैं।

आरव - ठीक है। तुम लोग अपना - अपना नाम और कैटेगरी इस ब्लैंक पेपर पर लिख दो ( एक ब्लैंक पेपर राहुल को देते हुए ) तब तक मैं बाकी के क्लास मेट्स के नाम वगेरह लिख कर आता हूं ।

राहुल ब्लैंक पेपर को रेहान को देता है और वो सभी का नाम और कैटेगरी लिखता है। आरव बाकी के क्लास मेट्स के पास चला जाता है । सभी का नाम लिखने के बाद रेहान आदित्या को लिस्ट चेक करने को दे देता है तभी आदित्या आरव और कायरा का नाम भी कपल डांस में लिख देता है साथ ही आरव का भी नाम सिंगिंग में लिखता है जिसका किसी को भी पता नहीं चलता है । तभी आरव भी आ जाता है और आदित्या से कहता है ।

आरव - आदि , हो गया ? चेक कर लिया तूने ?

आदित्या - हां कर लिया है।

आरव - ला दे फिर , मैं सीनियर्स को लिस्ट दे कर आता हूं।

आदित्या डरते हुए लिस्ट आरव को देता है क्योंकि उसे डर था के कहीं आरव उस लिस्ट को अभी देख ना ले वरना वो अपना नाम लिस्ट से हटा देगा । पर शायद किस्मत को भी यही मंजूर था इस लिए आरव लिस्ट को ले कर बिना देखे ही सीनियर्स को दे आता है और उसके इस तरह से लिस्ट ना देखने से आदित्या को रिलेक्स फील है । क्योंकि वो दिल से दोनों को डांस करते देखना चाहता था ।

आरव ( सभी के साथ बैठते हुए ) - मैंने लिस्ट दे दी है । कल से प्रैक्टिस स्टार्ट हो जायेगी ।

सभी खुश हो जाते हैं । तभी नील कहता है ।

नील - यार गाॕइस , अब तो क्लास भी नहीं लगनी है और मुझे भूख भी लगी है तो चलो ना कुछ खाते हैं ।

राहुल - हां भाई भूख तो लगी है ।

कायरा - तो फिर तुम लोग मेरा टिफिन शेअर कर लो ।

आदित्या - अरे नहीं कायरा अपने टिफिन को बचा कर रखो अभी अपन को ऑफिस भी जाना है । तब तक यहीं कुछ हल्का - फुल्का मंगा लेते हैं ।

राहुल - हां कायरा , तुम्हारा टिफिन तो हम लोग ऑफिस में ख़तम करेंगे😋😁। अभी यहीं से कुछ मंगा लेते हैं।

कायरा - ठीक है जैसा तुम लोग ठीक समझो।

सभी कैंटीन से कुछ ना कुछ मंगा कर खाते हैं। सभी का नाश्ता फिनिश होने के बाद आरव कहता है ।

आरव - अब चलते हैं । ऑफिस का टाइम हो गया है ।

आदित्या - हां यार , चल चलते है ।

आरव ( कायरा से ) - कायरा चलें ?

उसकी इस बात से सभी उसकी तरफ देखने लगते हैं । तभी सौम्या आखिरकार आरव और कायरा से पूछ ही लेती है ।

सौम्या - तुम दोनों एक साथ जाओगे ? ( इस बात पर आरव सौम्या को घूरने लगता है , सौम्या सकपकाते हुए कहती है ) मतलब के कायरा तो अपनी स्कूटी से जाती है ना और तुम दोनों हमेशा लड़ते रहते हो और अचानक से एक - दूसरे के साथ जा रहे हो तो बस इस लिए मैंने पूछा ।

कहीं ना कहीं सभी के मन में ये सवाल था जो कि सौम्या ने पूछ ही लिया था । अब सभी कायरा और आरव के जवाब का इंतेज़ार करने लगते हैं। तभी कायरा बताती है ।

कायरा - वो कल मेरी स्कूटी खराब हो गई थी इस लिए वह ऑफिस में ही रखी हुई है । कल रात को आरव सर ने ही मुझे घर ड्रॉप किया था और तभी इन्होंने कहा था के कॉलेज से ऑफिस साथ में जायेंगे । तो बस इसी लिए सर ने मुझसे चलने के लिए कहा ।

आरव - हां , यही बात है । और सौम्या तुम्हारा दिमाग कुछ ज्यादा ही नहीं चलने लगा है ? ऐसा कहां लिखा है के जो लोग लड़ते हैं वो एक - दूसरे कि हेल्प नहीं कर सकते ? मानता हूं के हम दोनों के थॉट्स कई बार नहीं मिलते हैं पर अब हम साथ में काम करते हैं उस नाते अपने ऑफिस के एम्प्लॉयज का ध्यान रखना मेरी जवाब दारी है ।

मीशा - पर आरव ......।

आरव ( गुस्से से ) - तुमको भी कोई प्रॉब्लम है क्या मीशा ?

मीशा ( आरव को गुस्से में देखती है तो सिर्फ इतना ही कहती है ) - नहीं आरव ।

सौम्या - सॉरी आरव मेरा वो मतलब नहीं था ।

कायरा - कोई बात नहीं सौम्या । सर का भी तुमको हर्ट करने का मतलब नहीं था ।

नील ( बात को घुमाते हुए ) - अच्छा चलो , हम लोग चलते है बाकी तुम लोग एन्जॉय करो ।

उसकी इस बात पर सभी हामी भरते है । और शांति से ऑफिस वाले ऑफिस चले जाते है और बाकी के बचे हुए दोस्त लाइब्रेरी चले जाते हैं । आदित्या , नील और राहुल अपनी - अपनी गाड़ी से ऑफिस के लिए निकल जाते हैं। आरव अपनी गाड़ी पार्किंग से बाहर निकालता है और कायरा को बैठने के लिए बोलता है । कायरा आरव के साथ सामने वाली सीट पर बैठ जाती है और अपनी सीट बेल्ट बांधती है। आरव गाड़ी ऑफिस की तरफ बढ़ा देता है । कायरा देखती है के आरव का थोड़ा सा गुस्सा ठंडा हो गया है तो वो उससे कहती है।

कायरा - आपको सौम्या से इस तरह बात नहीं करनी चाहिए थी सर । इससे सौम्या के साथ - साथ आदित्या को भी बुरा लगा होगा। ( इतना कह कर कायरा आरव के बोलने का वेट करती है )

आरव ( एक गहरी सांस लेते हुए ) - तो क्या करूं कभी - कभी बात ही ऐसी करते हैं ये लोग । खैर वो लोग किसी भी बात को दिल से नहीं लगाते हैं और आदि को तो किसी भी बात का बुरा नहीं लगता है । हम सभी में इतना तो चलता ही रहता है ।

कायरा ( रिलेक्स हो कर ) - ओह ऐसा है। फिर तो मेरी भी टेंशन ख़तम हुई ।

आरव ( कायरा की बात पर जोर देते हुए ) - टेंशन मतलब ?

कायरा ( अपनी कहीं हुई बात को समझते हुए मन में कहती है ) - ये मैं क्या बोल गई ? ( फिर आरव से ) अरे वो कुछ नहीं मैं तो बस ऐसे ही बोल गई ।

आरव - अच्छा ठीक है । ( फिर थोड़ा सा डरते हुए और अटकते हुए कहता है ) वैसे मि.. म.... मिस... क...कायरा , तुम्हे नहीं लगता ह.... है के अब हमे भ....भी....द...दो ..... दोस्ती क.... क... कर लेनी चाहिए , मतलब के..... हम दोनों अब क्लास मेट हैं , और म .... म.... मतलब ऑफिस में भी म... म.... मतलब साथ क ....का... काम करते हैं मतलब के ..... एक स.....सा....साथ र..रहते हैं द.... दि..
.....दिन भर तो ।

आरव को अपनी बात कहने में लगभग पांच मिनट लग जाते हैं । और वो कहते समय बहुत ही ज्यादा डर रहा होता है और अपनी बात ख़तम करने के बाद वो कायरा की तरफ देखता है जो कि उसे ही घूरे जा रही थी । और वो उसे देख कर और ज्यादा डरता है के कहीं कायरा उसकी बात का गलत मतलब ना निकाल ले । फिर कायरा के जवाब का वेट करता है । कायरा पहले तो आरव को घूरती है फिर आरव से कहती है ........।

क्रमशः