A girl - 2 in Hindi Love Stories by Radha books and stories PDF | एक लड़की - 2

The Author
Featured Books
Categories
Share

एक लड़की - 2

प्रिंसिपल के ऑफिस में प्रिंसिपल सभी से कहते है कि तुम सब की प्रॉब्लम क्या हैं क्यों सभी को परेशान करते रहते हो अभी कॉलेज आये हुए ही 1 महीना हुआ है और पूरे कॉलेज को सिर पर उठा रखा है । क्यों करते हो ऐसा । तभी राज़ बोलता है - नही सर् ऐसा कुछ नही है उसने ही हमसे पन्गा लिया था चुप हो जाओ तुम सब । मुझे पता है किसने क्या किया है जो । लास्ट वार्निंग दे रहा हु अपनी हरकते बंद कर दो वरना इस कॉलेज से रिस्टीकेट करना होगा मुझे तुम सब को। गेरू बोलती हैं नही सर्। सच मे हमारी कोई गलती नही थी। आप उससे ही जाकर पूछ सकते हो । प्रिंसिपल बोलते हैं - मुझे तुम्हारी फालतू बातें नहीं सुननी । जाओ तुम सब यहाँ से। गेरू बोली - सॉरी सर् ! अगली बार से ध्यान रखेंगे ऐसा कुछ नही करेंगे। ऐसा बोलते हुए सभी बाहर जाने लगते हैं तभी प्रिंसिपल ऋषि को रोकते हैं सभी चले जाते है और ऋषि रुक जाता है। प्रिंसिपल बोलते हैं - ऋषि ! ये हो क्या रहा है ।तुम ओर तुम्हारे दोस्त सभी को परेशान करते रहते हैं। बहुत गलत कर रहे हो तुम । उन सब को रोक लो और तुम भी सुधार जाओ वरना पांचो को एक साथ कॉलेज से बाहर निकालना होगा मुझे। ऋषि बोलता है - आपको जो करना है करो लेकिन वो मेरे फ्रेंड्स है वो जो चाहे कर सकते हैं में तो हमेसा उनके साथ हु अगर आपको बुरा लगता है तो इसमें मैं कुछ नहीं कर सकता । प्रिंसिपल बोलते हैं ऋषि । तुम अपनी हरकतों की वजह से बहुत पछताओगे । भगवान ना करे तुम्हे तुम्हारी हरकतों की वजह से कुछ खोना पड़े। सुधर जाओ। ऋषि बोलता हैं कुछ नही होगा मुझे ।आप अपनी ध्यान रखे। ऐसा बोलकर ऋषि वहा से चल जाता है बाहर ऋषि के दोस्त उसका इंतेज़ार कर रहे थे उसके आने पर हर्ष पूछता है सब ठीक है ना। उन्होंने कुछ किया तो नही। तब ऋषि बोलता है- नही ! उन्होंने कुछ नहीं किया। चलो चलते हैं और सभी चले जाते हैं। उधर वाशरूम में कांच के सामने खड़ी पंछी सोच रही थी कि उनकी कॉलेज में ऐसा करने की हिम्मत कहा से आ गयी । तभी उसके पीछे से धीरे से एक लड़की की आवाज़ आती है - तुमने आज जो भी किया सही नही किया वो तुम्हे नहीं छोड़ेंगे। पंछी पीछे घूमती है उसने चस्मा लगा रखा था और लम्बी लम्बी 2 चोटिया कर रखी थी। और पंछी बोली - क्यों मैने ऐसा क्या किया जो। तब वो हँसते हुए अपने चश्मे पर हाथ लगाते हए बोली - हेल्लो ! मेरा नाम स्माइली है । तुम्हे पता है वो पांचो बहुत खतरनाक है जो भी उनके सामने बोलने की कोशिश करता है वो उन्हें छोड़ते नही है। और वो जो लड़का है ना जो लास्ट में आया था उसका नाम ऋषि है ।वो यहाँ के प्रिंसिपल का बेटा है । लेकिन दोनों की फॅमिली प्रोब्लम की वजह से बनती नही है ऋषि हमेसा नाराज़ ही रहता हैं उनसे। लेकिन प्रिंसिपल सर् उसे खोने के डर से कुछ कर भी नही पाते । और वो ऋषि भी बहुत खराब है उसकी वजह से 20 दिन पहले एक लड़का कॉलेज छोड़ कर चला गया था वो चारों ऋषि के दोस्त हैं वे सभी अमीर परिवार की बिगड़ी औलादे है। ऋषि की दोस्ती की वजह से वो बिना किसी डर के कॉलेज में कुछ भी करते रहते हैं। तुमने भी आज उनसे पन्गा ले लिया तुम्हे भी वो नही छोडेंगे । वो कुछ करे उससे पहले तुम उनसे सॉरी बोल देना। पंछी बोली मैं क्यों सॉरी बोली ! मेरी कोई गलती नहीं है। तब स्माइली बोली। हम यहाँ पढ़ाई करने आये हैं पढ़ाई पर ही ध्यान देते हैं फालतू पंगे लेने से क्या मतलब। पंछी ने कहा - हाँ बात तो सही है फालतू पंगे क्यों लेना । वैसे मेरा मन पंछी है। स्माइली बोली - अच्छा । मेने तुम्हे आज क्लास में देखा था तुम लेट आयी थी। तब पंछी उत्साहित होते हुए बोलू - क्या सच मे ! मतलब हम एक ही क्लास में है क्या तुम मेरी दोस्त बनोगी। स्माइली बोली - हाँ । क्यों नही। आज से हम दोस्त हुए। दोनों हँसते हँसते बाहर आ जाते हैं। दोनों क्लास में जाते हैं। जहाँ चारो राज़ , हर्ष, गेरू और परी सामने वाली बैंच पर ही बैठे थे और उनके आते ही उन्हें घूरने लगे जैसे सभी पंछी का ही वैट कर रहे थे उनमें से हर्ष पास आकर बोला -तुम्हे पता है तुम्हारे साथ अब क्या होने वाला है तुम तो सोच भी नहीं सकती। तभी परी उसका हाथ कस के पकड़ कर खीचते हुए बाहर ले जाती है पंछी बोलती रह जाती छोड़ो मुझे। लेकिन वो उसे खीचते हुए स्टोर रूम की तरफ ले जाती है। तीनो भी उनके पीछे पीछे ही हँसते हुए चले जाते है । वहा खडे सभी स्टूडेंट्स बस देख ही सकते थे परी उसे खीचते खीचते स्टोररूम में ले जाती है। और तीनों भी अन्दर आ जाते है और गेरू दरवाजा बंद कर देती है फिर गेरू उसके पास जाती है उसके चेहरे पर गुस्सा साफ ही नज़र आ रहा था जिससे पंछी बहुत ज्यादा डर गई थी गेरू उसे बहुत जोर से एक थप्पड़ मारती है जिससे पंछी टेबल से टकराती है जिससे उस पर रखी कांच की बोतल नीचे गिर जाती है गेरू फ़िर उसके पास जाती हैं और उसे उठा कर जोर से धक्का देती है जिससे पंछी उसी बोतल पर गिरती है जीससे उसके बाये हाथ पर बहुत चोट लग जाती हैं वो चिल्लाने लगती हैं जितने में परी उसका मुंह बंद कर देती हैं। उधर ऋषि गार्डन में बैठा था उसे इसके बारे में कुछ पता नही था तभी हर्ष का कॉल आता है - ऋषि। तुम कहा हो । अभी वो सुबह वाली लड़की हमारे साथ ही है आज तो परी ओर गेरू ने उसे बहुत मारा है तुम भी आ जाओ स्टोर रुम में । इसे भी तो पता चलना चाहिए इसने किनसे पन्गा लिया है । ये सुनते ही ऋषि दौड़ते हुए स्टोर रुम की तरफ जाता है। वो वहाँ पहुँचता है चारों एक तरफ खड़े थे। ओर पंछी सामने ही सामने ही फर्श पर गिरी हुए थी ऋषि ये देख कर बहुत डर गया था उसे ऐसे देख उसे बहुत तकलीफ़ हो रही थी क्यों कि जिसे उसने अपनी लाइफ मे बहुत स्पेशल समझा था आज वो बहुत डरा हुआ था ऋषि दूर से बस उसे देख रहा था गेरू उसके पास जाती हैं और कहती है तूझे पता है तेरी कसुर क्या है तुमने हमारे काम मे दखल दी है । तुम्हे बीच मे बोलना ही नही चाहिए था। ओर वो चारों वहा से चले जाते हैं ओर ऋषि को भी चलने की बोलते हैं। लेकिन ऋषि नहीं जाता है। पंछी ये सब देख रही थी पंछी को अपने सामने खड़ा ऋषि साफ दिख रहा था इतनी देर में कॉलेज की छुट्टी हो गयी थी तो सभी चले गए थे । ऋषि उसके पास जाता है वो बेहोश हो गयी थी । ऋषि उसे उठा कर बाहर ले जाता है और अपनी कार में हॉस्पिटल ले जाता है वहाँ उसका चेक उप करवाता है ।