Aprilfool life ....... in Hindi Motivational Stories by Dhvani Upadhyay books and stories PDF | Aprilfool जिंदगी.......

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Aprilfool जिंदगी.......

हेल्लो दोस्तों, नमस्कार ,आज हम एक ऐसी बात कर रहे हैं, जिसका अनुभव पृथ्वी पर जन्म लिए सभी सजीवो ने किया है, शीर्षक देख के लगता है की कभी जिंदगी ने हमे Aprilfool बनाया हैं,या फिर हम एक दूसरे को बना रहे हैं, कभी जिंदगी मीठी कभी कड़वी होती हैं, पर ये अब जिंदगी जीने का एक मक़सद बन गया है,,, चिटी से लेकर गज तक सभी को एक सम्पूर्ण जीवन नहीं मिला है, चिटी को आज के खाने में क्या मिलेगा और मिला तो भी आज जीवन होगा की नही वो प्रश्न है,एक सच्चे आशिक को आप पूछोगे तो उसे अपना प्रेम कैसे प्राप्त होगा या फिर उसे खो देने का भय हर पल सताएगा,एक धनिक को कैसे धन लाभ हो और भय है की उसका प्राप्त किया धन कही उससे दूर न हो जाए, सामान्य आदमी को उसके जीवन में हर पल मुसीबत से भरा लगता है सुबह से लेकर शाम तक उसको कभी खुशी का बुंद मिल गया तो सामने दुःख का दरिया उसकी राह धरे बैठा होता है, इसी का नाम ही तो जिंदगी है दोस्तो, खजाना पाने के लिए हमे भी उस खजाने की खान तक का रास्ता पार करके जाना है दोस्तो,हम नही जानते इस रास्ते में क्या है शायद मौत भी हमारा इंतजार कर रही हो पर हम चलते है क्युकी दुनिया का नियम है चलते रहो फल प्राप्त होगा, इसी दौरान दुनिया कायम है, बच्चे को ये डर है कि वो अच्छे परिणाम कैसे लाएं,एक फूल को ये भय है की आज वो खिला है कहीं आज ही वो न मर जाए, वृद्ध को अपने बच्चो के जीवन का उद्धार हो और वो सुखमय जीवन जिए ऐसी याचना करते हैं, परिवार में किसी एक का दुख का कारण सभी परिवार के सदस्यों में एक विचार बन जाता है, सिंह वनराज भले ही हो पर उसे भी हर दिन अपना भोजन का प्रबंध कैसे होगा वो खुद ही मेहनत या फिर अक्कल से करना पड़ता है, हर एक प्राणी को हर पल मृत्यु का भय सताता हैं ,पर ये सब एक पहेली है,सभी को एक आदर्श जीवन जीना है और क्यों न बने हम आदर्श और क्यों न जिए एक आदर्श जीवन,,हारना नही है हमे किसी भी छोटी सी दुनिया की बातों से या फिर कोई मुसीबत से, दुःख आयेगा और जायेगा पर जीवन हमारा है उसे किस राह में ले चलना है किस सफर में जाना है क्यों जाना है हमारा मकसद क्या है,और हमारी अंत में हमारी मंजिल,जिसके लिए हमारे प्रयास, अगर जिंदगी हमे मुकाम देती हो तो कहो उससेे अभी भी मेरे कुछ अरमान बाकी है मेरे दोस्त,अगर तुम शायरी हो तो मोसकी हैं हम,अगर तुम दर्द हो तो आराम है हम, अगर आशिक़ हो तुम तो आरज़ू हैं हम,,वो भले प्रतिदिन हमे अप्रेलफूल बनाए हम भी उससे कम नहीं है लगाम हमारे पास है,,उससे हारना नही है दोस्तो चलते रहना है कही पे हमारी मंजिल और वो हमारे आदर्श हमारा इंतजार कर रहे है🤞,आज शायद दिन कठिन हो पर कल सुनहरा मौका मिल जाए इसी इच्छा के सहारे आगे बढ़ना है वो कहते हैं ना सैकड़ो सलाहो से एक सत्कर्म भला,,, वैसे ही आप दुखी तभी हो सकते हो जब आपके पास सुखी और दुःखी होने का खाली समय हो,, हर बुरी परिस्थिति का स्वीकार करो,आपकी प्रत्येक महत्वाकांक्षा पूर्ण होगी, निराशावाद एकदम निरावलंब हैं, अपनी मनोवृति को एक उच्चता पर ले जाइए,, जब आदमी साहस नाम की विद्युतधारा से अपना संबंध जोड़ने का गुण सिख जाए तो वो अपनी कार्य और कुशलता में वृद्धि कर सकता हैं,,, और अगर आप मुकाम हासिल कर लेते है तो येे खुशियों की चाबियों को न भूले,,
मुश्किल एक रास्ते में पड़े पत्थर की तरह होती है, जैसे उस पत्थर को गुरूर है कि वो रस्ते के हर किसी को नुकसान पोहचा सकता हैं पर जैसे दिन चलते ही हर एक वाहन उसके ऊपर से गुजरता है और उसकी नोक कम हो जाती है और वह रस्ते की मिट्टी में धंसता चला जाता है और वह कुछ नहीं कर पाता वैसे ही समस्या को परिश्रम और हिम्मत से रोका जाए तो उसका मूल्य कम हो जाता है और हम उसका सामना कर सकते है
आपको जन्म मिला है तो वो हर मुश्किल का समाधान भी होगा जो आपके जन्म के साथ जुड़ी हुई है ,,और किसी महान पुरुष ने कहा है जिंदगी जिन्हे खुशी नहीं देती उन्हें तजुर्बे देती है, तो रुकिए मत उसको अपनी कार्य क्षमता से हरा दीजिए क्योंकि हर दिन दिवाली जैसे नही होती वैसे हर दिन शोक भी नही होता,,हमारी भगवद गीता में भगवान विष्णु ने कहा है कि हर जब जब समस्या जन्म लेती हैं तो उसी समय उसका समाधान भी जन्म लेता हैं,, तो उसका स्मरण रखे और चलते रहिए एक दिन हम ये कह भी जिंदगी को अप्रैल फूल बना सके तब तक का सफर है ये,,,,✨