Movie: Agent Sai Srinivasa Athreya (2019)
Original Language: Telugu
Genre: Comedy, Suspense, Thriller
Cast: Naveen Polishetty, Shruti Sharma
Writer & Director: Swaroop RSJ
Where to watch: Amazon Prime Video, Youtube (Hindi Dubbed)
First Impression :
Agent Sai Srinivasa Athreya जितना लंबा इस फ़िल्म का title हैं उसे सुनकर सबसे पहले एक आम भारतीय की तरह मुझे भी यहीं ख्याल आया कि ये कैसा नाम है? और क्यों है? फ़िल्म का title सुनकर ही मुझे इसे देखने का मन नहीं हुआ था। फिर बात आती है कि इसमें actor और actress कौन है? तो इसका जवाब था Naveen Polishetty और Shruti Sharma. अब ये दोनों कौन है? पहले कभी नाम ही नहीं सुना। फिर बात आई कहानी जानने की तो पता चला कि comedy और suspense/thriller फ़िल्म है। तो ऐसी तो कई सारी फिल्में मैंने और आपने देखी होगी, इस फिल्म में ऐसा क्या खास होगा? इतनी सारी negativity के बाद भी lockdown के बोरियत से बचने के लिए मैंने ये फ़िल्म देखी और यकीन मानिए मेरी ऊपर की सारी सोच गलत साबित हुई। वो कहते है ना, Don't judge a book by its cover. ये quote इस फ़िल्म पर पूरी तरह से फिट बैठती है। Lockdown के free time में ये फ़िल्म देखने का मन हुआ (क्योंकि और कोई फ़िल्म देखनी बाकी नहीं बची थी) फ़िल्म देखने से पहले मैं उसके बारे में थोड़ा सा research करता हूं, जिससे पता चले की इस फ़िल्म में time invest करना है या नहीं! Research से पता चला कि इस फ़िल्म को कई award मिले है और Naveen Polishetty जो इस फ़िल्म का नायक है वो बहुत ही famous चेहरा है। आप लोगो ने उसे छिछोरे फ़िल्म में बतौर Acid देखा होगा, और तो और All India Bakchod (AIB) के short films में भी आपने उसे पसंद किया होगा। शायद आप उसे जानते ना हो पर इस फ़िल्म को देखने के बाद आप उसकी अदाकारी के fan बन जाएंगे। Actress Shruti Sharma नया चेहरा है और वो भी काफ़ी टैलेंटेड है। हाल ही मैं वो colors चैनल पर ‘नमक इश्क का' नामक धारावाहिक में main heroine के तौर पर काम कर रही है। अब रही बात कहानी की तो आइए रुख मोड़ते है इस फ़िल्म की कहानी की तरफ, (बिना किसी spoiler के)
Story :
कहानी की शुरुआत में Sai Srinivasa (आगे से हम उसको Sai कहेंगे) को उसके मामा का फोन आता है, जो बताते है कि उसकी माँ अब इस दुनिया में नहीं रही। जब तक Sai अपने घर पहुँचता है तब तक उसके मामा ने Sai की माँ का अंतिम संस्कार कर दिया होता है।
इस घटना के 3 साल बाद Sai अब बतौर Detective Agent अपनी एजेंसी चला रहा है जिसका नाम है FBI (Fathima Bureau of Investigation). Fathima उसकी ex-girl friend का नाम होता है। Sai की assistant Sneha, जिसने अभी अभी जॉइन किया है, उसको Sai Hollywood की spy movies दिखाकर एक अच्छा agent बनने की tips देता रहता है। Sai का दिमाग बहुत तेज है पर उसके हाथ में कोई बड़ा केस नहीं है। उसके पास कोई केस आता भी है तो मंदिर में 500 रुपये की चोरी के। इसी दौरान एक दिन Sai का दोस्त Sirish, जो पेशे से एक लेखक/पत्रकार है, Sai को लावारिस लाशों के बारे में छानबीन करने को कहता है। इस केस में अलग-अलग जगहों पर रेल की पटरियों के पास से कुछ लावारिस लाशें पाई जा रही होती है, जिसका पता अब Sai को लगाना होता है। इसी दौरान Venkatachalam में एक ऐसी ही लाश मिलती है, जिसका पता लगाने Sai वहां पहुँचता है। पर वहां की लोकल पुलिस Sai को ही गिरफ्तार कर लेती है।
Sai का दोस्त Sirish और उसकी assistant Sneha, Sai को bail दिलवाते है। पर bail मिलने से पहले एक रात Sai को हवालात में गुजारनी पड़ती है। उधर उसकी मुलाकात एक बूढ़े शख्स से होती है, जो Sai को अपना परिचय Maruthi Rao के नाम से देता है। उसकी बातों के मुताबिक उसकी बेटी Divya का Ongole जाते समय Rape हुआ है और उसका rape करने वाला कोई बड़ी शख्सियत है इसलिए उसने पुलिस को भी खरीद लिया है, और Divya अब शायद मर चुकी है। जूठा केस बनाकर उसके पिताजी Maruthi Rao को हवालात में कैद कर दिया गया है। Maruthi Rao, Sai को 3 फ़ोन नंबर देते है, जो उसने Divya के मोबाइल में देखे थे और Divya की तस्वीर भी दिखाते है। ये तीनों नंबर Ajay, Harsha और Vasudha के होते है। अब Sai इन तीनों की खोजबीन शुरू करता है। Sai और Sneha पता लगाते है कि Divya के साथ जब वो हादसा हुआ उस दिन Ajay और Harsha Ongole में ही थे। जबकि Vasudha का कोई पता नहीं मिलता।
इसी दौरान Sai को Divya दिखाई देती है, पर वो किसी Maruthi Rao को नहीं जानती। ना ही उसके साथ कोई दुर्घटना हुई होती है। Sai को कुछ समझ में आए इससे पहले ही Ajay और Harsha की मौत हो जाती है और इसके इल्जाम में Sai खुद फँस जाता है, क्योंकि उन दोनों के मर्डर वाले दिन Sai उसका पीछा कर रहा था ये CCTV में आ गया होता है। Sai अपने आपको बेगुनाह साबित करने के लिए सारी बातें बताता है, पर पुलिस के मुताबिक उस दिन Maruthi Rao नामक कोई कैदी हवालात में था ही नहीं बल्कि उसका नाम Gopalam था। Sai को 5 दिन की bail मिल जाती है और अब उसे इन्हीं 5 दिनों में खुद को बेगुनाह साबित करना है।
इसी दौरान पुलिस स्टेशन में एक इंसान अपनी बेटी के गुमशुदा होने की रिपोर्ट लिखवाता है। उसकी बेटी का नाम होता है Vasudha और उस इंसान का नाम होता है Maruthi Rao. Sai को आगे कुछ समझ आए इससे पहले, उसे एक और लाश रेलवे की पटरी के पास मिलती है जिसकी शिनाख्त करने के लिए Maruthi Rao को बुलाया जाता है और वो लाश और किसी की नहीं पर उसकी बेटी Vasudha की होती है। इतना ही नहीं Vasudha के कत्ल के इल्जाम में भी शक की सुई Sai की तरफ ही आती है। इन सबसे Sai अपने आप को कैसे बेगुनाह साबित कर पाएगा? आगे की कहानी मैं आपको नहीं बता सकता, पर इतना जरूर बता सकता हूं कि इस फ़िल्म का suspense आपको चौका देगा और इसका climax एक बहुत ही अच्छा मैसेज भी देगा। suspense और इस फ़िल्म का end जानने के लिए आपको ये फ़िल्म देखनी पड़ेगी।
Final Verdict :
धर्म के नाम पर आज भी कई लोगों को ठगा जाता है। धर्म पे विश्वास करना और श्रद्धा रखना अच्छी बात है पर अंधविश्वास और अंधश्रद्धा इस युग में इस कदर बढ़ गई है कि इसके चलते कई लोग इसका दुरुपयोग कर रहे है। इस फ़िल्म में ये भी बताया गया है। आज के दौर में भारतीय सिनेमा में बहुत ही कम यादगार फिल्में बनती है। मुझे ये फ़िल्म देखने के बाद भारतीय सिनेमा में ऐसी फिल्में ढेर सारी मात्रा में बननी चाहिए ऐसा ख्याल आया। मेरे हिसाब से ये फ़िल्म बहुत ही कमाल की है, और एक बार अवश्य देखनी चाहिए। ये फ़िल्म आपको जितना हंसाएगी उससे भी कहीं ज्यादा आपको इसकी कहानी में उलझाए रखेगी। अफसोस अपने Bollywood में इस प्रकार की कहानी या टैलेंट को इतना chance नहीं मिल रहा है। हां पर अब जब कि corona ने theatre बंद करवा दिए है, इसलिए अब भारत की जनता को भी ये एहसास हो गया है कि कौन सी फ़िल्म देखनी चाहिए और कौन सी नहीं। आखिर में इतना ही कहूंगा कि वो ज़माना गया जब फिल्में Superstars, Production Banners, High Budget Films, Foreign Locations, Songs, etc. की वजह से चलती थी, अब के दौर में Content ही King है Boss…
Rating: ⭐⭐⭐⭐⭐ (5/5 stars)
✍️ Anil Patel (Bunny)