Maid's daughter in Hindi Short Stories by Missamittal books and stories PDF | नौकरानी की बेटी

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नौकरानी की बेटी

देखा मम्मी जी आज फिर कमला काम पर नहीं आई ,
अब इसका रोज-रोज का हो गया है एक दिन आती है एक दिन आती नहीं ,
मिसेज शर्मा की बहू ने गुस्से में आते हुए ,मिसेज शर्मा से कहा ""वह आगे कुछ बोल पाती की""

तभी घर की डोर बेल बजी,
एक छोटी सी लड़की करीब 16 17 साल की दरवाजे पर खड़ी थी,
जी कहिए ,
मेम साहब मैं कमला की बेटी काजल,
वह मम्मी आज थोड़ी बीमार है तो आज घर का काम मैं करूंगी ,
तभी मिसेज शर्मा की बहू ने कहा "लेकिन बेटा ,आप तो भी बहुत छोटे हो ,
नहीं मेम साहब मैं कर लूंगी,
आप उसकी फिक्र मत कीजिए,
नहीं बेटा,
हम आप से काम नहीं करवा सकते,
बहू कौन है?? मैसेज शर्मा ने अपनी बहू को आवाज देते हुए पूछा
मम्मी जी कमला की बेटी काजल है,
अच्छा उसको अंदर भेजो मिसी शर्मा ने कहा
बेटा आप अंदर आओ
वह लड़की धीरे धीरे कर के अंदर आ गई,
अंदर सोफे पर एक बुजुग र्औरत बैठी थी
राम राम मेम साहब,
राम राम बेटा बोलो
आवाज मम्मी की तबीयत ठीक नहीं है ,तो आज घर का काम मैं करूंगी,
लेकिन बेटा अभी आपकी उम्र बहुत छोटी है और फिर हम आपको कैसे काम पर नहीं नहीं मेम साहब आप उसकी चिंता मत कीजिए मम्मी ने ही मुझे भेजा है,
वह क्या है ना मम्मी हॉस्पिटल में है तो आज सारे घरों का काम नहीं करने वाली हुँ
हॉस्पिटल में भी Mrs शर्मा थोड़ा हैरान होते हो पूछा
जी
क्या हुआ कमला को?
घबराओ नहीं बोलो क्या बात है
Mrs शर्मा ने काजल को अपने पास बुलाते हुए कहा
वह मेम साहब रात को पापा ने मम्मी को मारा तो उनके पैर की हड्डी टूट गई,
इसीलिए वह हॉस्पिटल में है
क्या !!!शर्मा की बहू ने कहा "तुम्हारे पापा ने"" मारा""
लड़की अभी कुछ बोल पाती की
मैसेज शर्मा ने अपनी बहू को इशारे से चुप करवा दिया और काजल को बड़े प्यार से बोलने लगी बेटा,"आप फिकर मत करो ,आप अपने घर जाओ, हम अपना काम खुद कर लेंगे और आप हमें हॉस्पिटल का नाम बता दीजिए
हम उनसे मिल लेंगे जाकर ,लेकिन मेम साहब मम्मी को अगर पता चला तो वह नाराज होंगी,
आप उनकी तनखा काटेंगे तो
नहीं नहीं बेटा आप आप फिकर मत कीजिए
हम उसकी तनखा नहीं काटेंगे,
उसको पूरा पैसा देंगे
आप ऐसा करिए आप घर जाइए और पढ़ाई करिए और घर का ख्याल रखिए,
हम आपके मामा से मिल लेंगे हॉस्पिटल में जाकर
लेकिन मेम साहब,
मैंने कहा ना काजल बेटा घर जाओ अकेली आई हो तुम जी मेम साहब,
अच्छा चलो मैं तुम्हें ऑटो में बैठा देती हूं
इतना कहते ही मिसी शर्मा ने काजल को अपने साथ बिल्डिंग के बाहर उसे घर के लिए ऑटो में भेज दिया,

वह जल्दी से अपने घर गई औरत तैयार हुई और हॉस्पिटल के लिए निकल गई,
हॉस्पिटल के रूम में कमरा बेड पर लेटी हुई थी तभी मिसेज शर्मा ने उसके पास जाकर उससे हालचाल पूछा कमला यह सब कैसे हुआ ?
मिसेज शर्मा ने ने थोड़ा परेशान होते पूछा
मेम साहब वो रात को मेरे पति दारु पी कर आया था,
जब मैंने उससे दारू ना पीने के लिए कहा तो उसने मुझे मारना शुरू कर दिया,
उसने क्या तुम पर पहले कभी ???????
नहीं पहले कभी नहीं मारा
नई मेम साहब कल पहली बार ही था झगड़ा इतना बढ़ गया कि मैं सीढ़ियों से नीचे गिर गई और मेरी लात टूट गई अच्छा तो पुलिस कंप्लेंट करनी चाहिए तुमको !!
देखो कमला आज सिर्फ पैर टूटा है ,कल का क्या भरोसा तुम्हें जान से ही मार दे तो
मेम साहब उसकी फिक्र आप मत कीजिए
मैंने उसका इंतजाम पहले ही कर दिया
क्यों??
ऐसा क्या किया तूने मेम साहब बात मेरी होती तो मैं सह लेती
लेकिन कल रात को उसने मेरी बेटी को भी मारने की कोशिश की
तो मुझसे बर्दाश्त नहीं हुआ इसलिए मैंने पहले ही पुलिस को फोन करके उसे जेल में डलवा दिया है
अब वह वहीं पर सडेगा तो उसकी अकल ठिकाने आएगी
तभी मिश्री शर्मा कमला के चेहरे को बड़ी ही गौर से देख रही थी,
और अपने मन में सोच रही थी
कि हर एक माँ खुद गम और खुद दुख सह लेती है
लेकिन जब बात उसके बच्चों पर आए तो वह चंडी का रूप धारण करके हर मुसीबत को दूर कर देती है. जो कमला कभी कभी पुलिस के नाम से डरती थी आज उसने अपने पति को पुलिस के हवाले कर दिया
ऐसे मां को मेरा शत-शत प्रणाम,,,
#miss@mittal