एपिसोड ---49
अतीत की स्मृतियों की कुछ ऐसी तरंगे भी हैं जो याद आने पर मेरे वर्तमान में फुर्ती भर देती हैं जिससे मेरा आत्मविश्वास जाग उठता है।
कुछ ऐसी ही अविश्वसनीय घटनाएं आज आपको सुनाती हूं, जिनकी कभी सपने में भी कल्पना नहीं की थी। हुआ यूं कि गर्मी आते ही...
रवि जी हमेशा की तरह कश्मीर की वादियों की ओर चल पड़े थे और मैं बच्चों से मिलने अमेरिका की ओर प्रस्थान कर गई थी। सीधे लॉस एंजेलिस रोहित दिशा के पास।
हॉलीवुड के सारे स्टूडियोज सी एन एन टीवी चैनल, , डिज्नी चैनल, कोलंबिया पिक्चर्स, स्टार मूवीस, HBO channel, Sony Pix के ऑफिस रोहित के घर के पास ही थे।10 मिनट में हम hollywood down town पहुंच जाते थे! हम तीनो घूमने गए तो मैं वहां Hollywood famous "Star Street " पर हॉलीवुड स्टार Michael Jackson के sign के ऊपर खड़े होकर फोटो खिंचाने लगी तभी सामने स्थित डिज्नी चैनल स्टूडियोज से कुछ लोग आए और उन्होंने मुझे कहा कि आप इस पत्थर पर खड़े हो जाइए हमें आपका शॉट लेना है। मेरे साथ मेकअप किया हुआ एक स्टार भी खड़ा हो गया था। उन्होंने शॉट लिया और आगे निकल गए। मैं पूछ भी नहीं पाई कि यह कौन सी मूवी है !
हैरान होकर मैं उनकी ओर देख रही थी कि कैसे उन्होंने मुझे गाइड किया और झट शाट ले लिया। रोहित और दिशा हैरान कि आज तक तो कोई नहीं मिला। हम यहां कितनी बार आ चुके हैं । मम्मी !आपको लोग पकड़ ही लेते हैं। मुझे भी स्वयं पर विश्वास नहीं हो रहा था।
इसी तरह की एक घटना फिर घटी।
रोहित और दिशा के दो दोस्त ललित, पल्लवी और प्रणव +शरण इन सब ने American famous show "Jeleno Night"देखने का प्रोग्राम बनाया और मुझे साथ लेकर Jay leno Show देखने के लिए गए। जिसकी टिकटें सुबह 6:00 बजे ललित लाईन में लगकर लेकर आया था। जैसे हमारे यहां आजकल कपिल शर्मा शो होता है।
हम लोग खचाखच भरे हॉल में एकदम दाएं ओर जहां बैंड बाजा होता है उस तरफ बैठे थे। कि अचानक Jay Leno ने मेरी ओर इशारा करके कहा, "Hey, you come on the stage!" मैंने दाएं बाएं और पीछे देखा। उसने फिर कहा, "You, maroon shirt. Come on the stage. मैंने कंफर्म किया और स्टेज पर पहुंच गई। सामने ऊपर से भी उसने एक लड़की को बुलाया। वह Canada से थी।
यह Show सारे अमेरिका में दिखाया जाता है!He asked me, "from where you have come? I" said, from India. He got impressed..".Oh, from India, Delhi ? Come on let's have dance on this music."
उसके कहने पर मैंने उसके साथ डांस किया। मैं तो 20 वर्ष टीवी पर काम कर चुकी थी। इसलिए ना मैं कैमरा कॉन्शियस थी और ना ही ऑडियंस ! लेकिन वह लड़की घबरा रही थी। ख़ैर, अच्छा खासा शो हो गया था। डांस के बाद उसने हम दोनों को Jay Leno program Souvinor ईनाम में एक टॉय दिया, जिस पर शो का नाम लिखा था। मैं उसकी फोटो ऊपर दे रही हूं। स्टेज की फोटोस अभी नहीं मिल रही हैं। मुझे अजीबो- गरीब नवीन अनुभव हो रहे थे। ईश्वर की रहमत पर मैं खुश थी और हैरान भी कम नहीं थी। सब बच्चे खुश हो गए थे ।
सबसे ज्यादा आश्चर्यचकित करने वाली बात थी कि 4 साल बाद वर्जीनिया से मेरी बहन शोभा और उसका बेटा विनी आए हुए थे दिसंबर में हमारे साथ में नया वर्ष मनाने। दिशा का भाई ध्रुव भी आया था Michiganसे। साथ में छोटी दीया भी थी । हम लोगों का उनके साथ Jay Leno show देखने का फिर से प्रोग्राम बन गया। रोहित दिशा हम सबको लेकर शो में गए और वैसे ही jam packed hall में हम उसी साइड जाकर बैठ गए थे।
अचानक फिर Jay Leno ने मेरी ओर इशारा कर के कहा, " Hey pretty lady come on the stage !
I confirmed, " me?"
He said, "Yes, You, come on the stage.
स्टेज की 4 सीढ़ियां चढ़कर में फिर वहां पहुंच गई थी जहां 4 साल पहले गई थी। मैंने उसे बताया कि मैं भारत से हूं। अपने बच्चों के साथ आई हूं। आज मेरे भांजे का बर्थडे है। तो उसने उसे भी बुलाया और हैप्पी बर्थडे कहा। शोभा भी अपने बेटे के साथ स्टेज पर आ गई थी। वहां बज रहे म्यूजिक पर हम सब थिरके, तालियां बजाकर बैंड को थैंक्स कहा और वापस आकर बैठ गए।
Fairfax Virginia में छोटी बहन टोनी शो देख रही थी तो उसका फोन आया जोश में भरा हुआ, " यह क्या मैं अपनी बहनों को स्टेज पर देख रही हूं जे लेनो के साथ !"Wow, it's Great !
इस बार तो हम यही बातें करते रहे कि हमें तो यहां कोई जानता भी नहीं। यह घटना अविश्वसनीय लगती है। उसने कैसे मुझे ही 4 साल बाद भी बुलाया इतनी जनता में से। शोभा बोली, " दीदी तेरा Aura लोगों को आकर्षित करने वाला है।"समझ नहीं आ रहा था कि विश्वास करूं कि नहीं...!
अपने जीवन की अजीबोगरीब घटनाओं के बाद आपको थाईलैंड ले चलती हूं क्योंकि मेरी वापसी भी Thai Airways से थी। और मैंने वापसी में बैंकॉक में 2 दिन का स्टे ले लिया था। रोहित बोला कि मेरे दोस्त गगन के ससुराल बैंकॉक में है उनको कह दूंगा आपको घुमा देंगे। चलो कुछ तसल्ली मिली यह जानकर क्योंकि मैं अकेली थी। वहां होटल में जाकर सबसे पहले मैंने होटल के बाहर से डॉलर्स के बदले थाई करेंसी ली।
फिर फ्रेश होकर मैंने कैब (taxi) कर लिया! और biggest in Asia Gems gallery चली गई। मैंने उसके विषय में पढ़ा हुआ था। जहां मैं देख देख कर आश्चर्यचकित थी कि जो पत्थर देखने में साधारण लग रहे थे। तराशने पर उनमें से असली रूबी, असली नीलम(sapphire), पन्ना (emerald) आदि निकल रहे थे। Real Gems मेरा जुनून है। मूंगा तो लंका से आता है जो समुद्र किनारे पानी में होता है। और पता चला कि यह पत्थर खास जगह से ही आते हैं। सारा कमाल तराशने का है। GEMS के बारे में जानना बहुत रोचक है।
मुझे Gems का इतना क्रेज था कि मैंने रोहित को कहा कि वो केमिकल इंजीनियरिंग ही करे। हम दोनों मां बेटा Gems business करेंगे। लेकिन internet का जमाना आ गया था तो होनी को कौन रोक सकता है? ख़ैर यह गुजरे जमाने की बातें हैं अब। वहां से तब मैं हाथी दांत का एक कड़ा ही खरीद सकी थी जो मैंने हाथ में पहन लिया था क्योंकि लीगली हम हाथी दांत (ivory) खरीद कर साथ नहीं ला सकते हैं। उसके बाद मैं दो बार फिर बैंकॉक गई और Gems gallery जाकर काफी कुछ खरीदती रही।
आखरी बार रवि जी के साथ थाईलैंड जाना हुआ था। तब तो मैं उनकी गाईड बनी रही थी। वहां पत्ताया, फुकेत भी मस्त tourist attractions हैं।
मैं अपने आप में एक सकारात्मक बदलाव देख रही थी। लगता था मैं कहीं भी अकेली जा सकती हूं। किसी भी काम को कर सकती हूं। मैं भारत से अमेरिका भी तो अकेली आ - जा रही थी। रोहित के दोस्त गगन की सास ने मुझे कांटेक्ट किया और होटल में आकर अपने साथ घर ले गई। वही मुझे थाईलैंड के मंदिरों में भी लेकर गईं और बाजार भी घुमाया। उनके घर में थाई नौकरानियां थीं। हमारे देश की आदिवासी लड़कियों जैसी लगती थीं। उन्होंने बताया कि यह बहुत सस्ते में मिल जाती हैं।
बैंकॉक की खास मार्केट में जाकर हमने थाई फूड खाया जो मेरा काफी पसंदीदा खाना है क्योंकि उसमें नारियल बहुतायत में होता है। और नारियल मुझे बहुत पसंद है।
वहां से तथागत(Budha) की पीतल और तांबे - चांदी की मैं दो मूर्तियां लेकर आई थी। बारीक सोने की gold and white चेनें भी ख़रीदीं। तब इतना बारीक काम भारत में नहीं होता था। अब तो मशीन मेड चेनें मिलती हैं। कुछ फल भी लिए जो भारत में नहीं मिलते हैं।
बैंकॉक के मंदिर सोने के बने लगते हैं। विस्फारित नेत्रों से मैं उनको ताकती रह गई थी। मंदिर के प्रांगण में जाने के लिए 2001 में थाई $200 लगते थे। तथागत की मूर्तियां, हर पैगोडा में दिखाई देती हैं। सब सोने की बनी हुई हैं। और जो मुख्य मंदिर है---जहां तथागत की नियम से पूजा होती है, कहते हैं कि जमीन के भीतर से निकली थी वह डेढ़ फीट की मूर्ति जो एमराल्ड ( हरे पन्ना) की है और उसकी किरणें चारों ओर फैलती हैं। इतना बड़ा एमरेल्ड दुनिया में और कहीं नहीं है। वहां फोटो लेना मना है।
एक मंदिर ब्राउन पत्थरों का है, जो "कम्बोडिया" में बने बुद्धा के मंदिरों सदृश्य है। जिसके बरांडे में खंबे ही खंबे हैं। भीतर दीवारों पर रामायण के रंगीन चित्र बने हुए हैं हर ओर। गर्व होता है वहां पर भी छाई अपनी भारतीय संस्कृति पर।
वीणा विज'उदित'
25/9/2020