The Author Appa Jaunjat Follow Current Read नागिन - का इंतकाम - 3 By Appa Jaunjat Hindi Short Stories Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books નારદ પુરાણ - ભાગ 46 સનત્કુમાર બોલ્યા, “હવે હું જીવોના પાશસમુદાયનો ઉચ્છેદ કરવા મા... ડાયરી સીઝન - 3 - લાઇફ ઇઝ અ ફેસ્ટિવલ શીર્ષક : લાઈફ ઇઝ અ ફેસ્ટીવલ ©લેખક : કમલેશ જોષીઅમારો એક મિત... વિશ્વાસ અને શ્રદ્ધા - ભાગ - 23 {{{Previously:: વિશ્વાસ : હું કહીને ગયો હતો કે હું પાછો આવીશ... મારા અનુભવો - ભાગ 16 ધારાવાહિક:- મારા અનુભવોભાગ:- 16શિર્ષક:- હવે આત્મહત્યા નહીં ક... ફરે તે ફરફરે - 30 ફરે તે ફરફરે - ૩૦ સાંજના સાત વાગે અમે હોટેલ ઇંડીકા પહ... Categories Short Stories Spiritual Stories Fiction Stories Motivational Stories Classic Stories Children Stories Comedy stories Magazine Poems Travel stories Women Focused Drama Love Stories Detective stories Moral Stories Adventure Stories Human Science Philosophy Health Biography Cooking Recipe Letter Horror Stories Film Reviews Mythological Stories Book Reviews Thriller Science-Fiction Business Sports Animals Astrology Science Anything Crime Stories Novel by Appa Jaunjat in Hindi Short Stories Total Episodes : 4 Share नागिन - का इंतकाम - 3 1.5k 7k हम काहाणी शुरु करते हे नागेश्वरी को बेटा होवा था लेकिन अचानक से उनके नये दुश्मन वापस आते है तब वो नागेश्वरी को और विक्रम को मार णे की कोशिश करते हे तब विक्रम मर जाता है तब नागेश्वरी शिवमंदिर जाती हे और वो बोलती हे शिवजी मेरे बेटे को आप ही बच्चा सकते हैं तब नागेश्वरी की जान चली जाती हे तब वाहा पे एक राजेश्वरी नाम की औरत नागेश्वरी के बेटे को घर ले जाती है दस साल तीन महिने बाद एक लडका शिवमंदिर जारहा था तब एक लडकी उसके गाडी से टकरा जाती हे तब वो उसे शिवमंदिर ले जाता है तब वो अपने जादुई शक्ती से उसे बच्चा ता हे तब वो बोलता हे उठो तब वो बोलती हे मे कहा हो तब वो बोलता हे डरो मत तोम शिवमंदिर मे हो तब वो बोलती हे तुम कोण हो तब वो बोलता हे मे माहिर हो और तुम तब वो लडकी बोलती हे मे बानी हो तब वो बोलती हे तुम शिवमंदिर मे रोज आते हो तब वो बोलता हे हा तब वो बोलती हे मुझे जाना होगा तब वो चली जाती हे तब माहिर घर जाता है तब राजेश्वरी बोलती हे तोम कहा गए थे तब वो बोलती हे मेने तुम्हारे लिए एक लडकी देखी हे तब वो आती है तब माहिर बोलता हे ये लाडकी कोन हे और इसका नाम क्या है तब वो बोलती हे मेरा नाम जान्हवी हे तब वो बोलती हे मे तुमसे शादी करुगी तब राजेश्वरी बोलती हे चलो शादी की तयारी शुरु करु तब वाहा पे आती है बानी हे और वो बोलती हे माहिर कहा हे तब राजेश्वरी बोलती हे तोम कोण हो तब वो बोलती हे मे माहिर की दोस्त हो तब माहिर बोलता हे और मैं इससे शादी करना चाहता हो तब जान्हवी बोलती हे नही तब राजेश्वरी बोलती हे हा इससे ही होगी तुम्हारी शादी तब माहिर और बानी कमेरे मे जाते हे तब वाहा पे आते है बानी के मा बाबा तब बानी देखती हे तब राजेश्वरी और जान्हवी उन्हे मार देती है तब बानी निचे आती है और वो बोलती हे नही छोडगी तब राजेश्वरी बोलती हे ये देख माहिर भी इन्हे मार देगा तब बानी बोलती हे ये माहिर नही हे तब जान्हवी बोलती हे राजेश्वरी क्यो टाईमपास कर रही है तब जान्हवी उसे मारणे की कोशिश करती है तब बानी घर जाती हे तब वो बोहत सोचती हे तब उसे चक्कर आती है तब वो गिर जाती है तब अलमारी से एक किताब गिरती हे तब बानी उठती हे तब वो देखती हे उस किताब मे सब नागिन की काहाणी थी तब वो पढती हे बोहत तपस्या कै बाद नागिन का वरदान मिलता हे तब वो शिवमंदिर जाती हे तब वो बोलती हे शिवजी मुझे भी नागिन का वरदान चाहिए तब वो बेहोश हो जाती है दस घंटे बाद बानी अपनी आख खोलती हे तब वो शिवजी के पर्वत के पास होती हे तब वाहा पे आती है नागेश्वरी और वो बोलती हे बानी तुम्हे उन सभी कातिलो को मार देना हे और माहिर तुम्हारा हे और मेरा बेटा हे और वो राजेश्वरी नकली मा और उसने मुझे और विक्रम को मार दिया था तब तोम उन्हे मार दोगी तब बानी बोलती हे मुझे सब पत्ता हे लेकिन मे अपना और आपका इंतकाम कैसे लो तब वो बोलती हे मे तुम्हे नागिन का वरदान देती हो तब बानी बोलती हे मुझे शिवजी से मिलना हे तब नागेश्वरी बोलती हे वो देखो वाहा पे हे शिवजी तब बानी प्रणाम करती है तब वो शिवमंदिर होती हे तब वो बोलती हे अब मजा आएगा तब वो माहिर के पास जाती हे तब वाहा शादी थी तब जान्हवी कपडे चेंज करणे जाती हे तब बानी उसे बेहोश कर देती है तब वो शादी के मंडप मे बेठ जाती हे तब शादी हो जाती है तब आती है जान्हवी और वो बोलती हे धोका दिया तब माहिर बानी का घुगंट ओठाता हे तब वो बोलता हे तोम तब राजेश्वरी बोलती हे चलो शादी होगी इ तब दोनो कमरे मे जाते हे तब माहिर बोलता हे बानी मे तुम्हे अपना सच बताने जारहा हो की मे एक नाग हो तब बानी बोलती हे मे भी तुम्हे बताना चाहाती हो की मे भी एक नागिन हो तब बानी बोलती हे माहिर मुझे और एक सच बताना हे तब माहिर बोलता हे क्या तब बानी बोलती हे राजेश्वरी तुम्हारी मा नही हे तुम्हारी मा नागेश्वरी हे और तुम्हारे बाबा विक्रम हे तब माहिर बोलता हे तुम्हारे पास कोई फोटो हे तब बानी बोलती हे मे तुम्हे कल दिखाऊ गी दोसरे दिन बानी और माहिर शिवमंदिर आते है तब वाहा सब नागिनो की तसबीर थी तब बानी बोलती हे माहिर ये देखो ये हे नागेश्वरी और विक्रम तब माहिर बोलता हे इसका मतलब मेरी मा ये हे और राजेश्वरी दुश्मन उसणे मेरे मा बाबा को मार हे तब माहिर बोलता हे बानी अब हम मिलकर सबको मार देगे तब दोनो घर जाते हे तब राजेश्वरी बोलती हे माहिर आज हमारे घरमे party हे तब तोम दोनो तयार होके आवो तब दोनो जाते हे तब आती है जान्हवी तब राजेश्वरी बोलती हे ए मोरणी कहा थी तब जान्हवी बोलती हे अरे माहिर ने गाडी से मुझे उडा दिया था एक महिना Hospital थी तब जान्हवी बोलती हे लेकिन अब ये दोनो नही बचगे तब राजेश्वरी बोलती हे क्यो तब वो बोलती हे क्यो कि हमारे साथ नवेला और मधुमखी आए हे अब मजा आएगा तब बानी और माहिर आते है तब बानी को कोछ तो होता हे तब बानी बोलती हे माहिर लगता है नए दुश्मन वापस आगए हे तब सब बोलते है बानी और माहिर डान्स करो तब दोनो डान्स करते हे तब बानी कमेरे मे जाती हे तब वाहा पे मधुमखी एक लडके का रुप लेकर उसके कमरे मे जाती हे तब जान्हवी बोलती हे माहिर तुम्हे बानी बोला रही है तब वो कमरे मे जाता है तब जान्हवी बानी का रुप लेकर उसके कमरे मे जाती हे तब वो लडका बोलता हे मे तुमसे बोहत प्यार करता हो तब बानी बोलती हे लेकिन वो माहिर हे ना तब माहिर निचे आता हे तब बानी बाहर से आती है तब माहिर बोलता हे निकल जावो मेरे घरसे तब बानी चली जाती हे तब उसके पिछे जान्हवी जाती हे तब जान्हवी बोलती हे बोहत बुरा होवा तब जान्हवी बानी को मार देती है और खाई में फेक देती है तब बानी बोलती हे शिवजी मुझे पत्ता हे आप मुझे कोछ नही होने देगे तब निचे त्रिशुल होता हे तब वो त्रिशुल गिर जाता है तब वाहा पे एक बडा नाग आता हे और बानी को बच्चा लेता हे तब वो उसे शिवमंदिर छोड देता हे दोसरी तरफ माहिर की दोसरी शादी हो रही थी तब वाहा पे आती है एक लडकी और वो नाचती हे दिवानी हो गइ इस गाणे पे तब वो लडकी अपना चेहरा दिखाती हे और वो अपनी जादुई शक्ती से माहिर को सब बत्ता देती है तब माहिर बानी को बोलता हे बानी मे तुमसे बोहत प्यार करता हो तब वो बोलता हे ये शादी नही होगी तब माहिर बोलता हे बानी मुझे माफ करदो मेने तुमपर शक किया तब सब चले जाते हे तब बानी जान्हवी को बोलती हे जान्हवी मे तुम्हे नागमणी दोगी और तोम नही आइ तो राजेश्वरी लेगी तब जान्हवी बोलती हे लेकिन मे क्यो मानो तोम मुझे नागमणी दोगी तब बानी बोलती हे ये देखो नागमणी लेकिन तुम्हे शिवमंदिर आणा होगा तब दोनो शिवमंदिर जाते हे तब बानी बोलती हे जय बोलेनाथ तब वो अपना असली रूप लेती हे और बोलती हे नागमणी चाहिए तब बानी जान्हवी को मार देती है तब वो जान्हवी को गाड देती है तब बानी बोलती हे अब बचे दो कातील राजेश्वरी और मधुमखी तब बानी घर जाती हे तब राजेश्वरी बोलती हे आवो बानी ये देखो माहिर खतरे मे हे इसकी जान चाहिए तो नागमणी मुझे दो तब बानी बोलती हे चलो शिवमंदिर तब राजेश्वरी बोलती हे चलो दो तब बानी अपना असली रूप लेती हे तब मधुमखी बानी को मारती हे तब राजेश्वरी बोलती हे ए नेवले आजा तब मधुमखी बोलती हे ये इतने दिनो से कहा था तब राजेश्वरी बोलती हे मेरे कबजे मे तब वो नेवला बानी को बोहत मारता हे तब माहिर को कोछ तो होता हे और उसके शरीर मे शिवजी प्रवेश करते हे तब शिवजी नेवले को और मधुमखी को मार देते है तब वो चले जाते हे तब माहिर अपने जादुई शक्ती से बानी को ठिक करता हे तब राजेश्वरी बोलती हे मुझे नही मार सकता तब बानी बोलती हे माहिर ये लो ये अस्त्र नागेश्वरी के हडियो से बना हे तब माहिर उसे मार देता हे तब आती है मोरणी और तब बानी उसको त्रिशुल से मार देती है तब माहिर बोलता हे हमारा इंतकाम खतम होवा लेकिन मे अपने मा बाबा से नही मिल पाया तब बानी बोलती हे हम उन्हे वापस ला सकते हैं तब बानी नागमणी से उन्हे वापस लाती हे तब नागेश्वरी बोलती हे माहिर तुमणे हमारा इंतकाम पुरा किया और हम तुम्हे प्यार नही दे चोके लेकिन तुम बानी के साथ कोश रहो तब वो चले जाते हे तब बानी और माहिर भी चले जाते हे तब वाहा पे नेवला और अंधका वापस आजाते हे तब वो नागमणी लेते हे तब वो बानी के पास जाते हे तब बानी बोलती हे तुम तब नेवला बोलता हे हा हम वापस आएगे हे तब अंधका नागमणी से बानी की शक्ती या छिन लेता हे तब आता हे माहिर और वो उन्हे मारणे की कोशिश करता हे तब वो माहिर की सारी शक्ती या छिन लेता हे तब बानी और माहिर भाग जाते हे तब वो खाई के पास जाते हे तब वाहा पे आते है नेवला और अंधका तब बानी और माहिर कोद जाते हे तब नेवला उन्हे गोली मारता हे तब दोनो पानी मे गिरते हे तब माहिर बोलता हे बानी हमे अगले जन्म में मिलना होगा तब दोनो मर जाते हे दस साल पाच महिने बाद बानी और माहिर का पुनर्जन्म हो जाता है तब माहिर एक मंत्री का बेटा होता है तब उसे कोछ तो होता हे तब वो एक नाग को देखता हे तब वो उसके पिछे जाता है तब वो शिवमंदिर जाता है तब वो अपने आप तांडव करता हे और वो एक नाग बन जाता है तब वाहा पे एक पंडित आता हे और वो बोलते है माहिर तुम अब शक्ती शाली नाग बन गए हो तब माहिर बोलता हे लेकिन मे बानी को कैसे धोंडो तब पंडित बोलते है वो यही आएगी और तुम्हारी मुलाकात जरुर होगी तब वो घर जाता है तब माहिर कि मा बोलती हे चलो हमे राजेश भाई हे ना उनके पास जाना है तब वो जाते हे तब वाहा पे एक लडकी आती है और वो उनका स्वागत करती है तब माहिर बोलता हे बानी तब वो बोलती हे तोम कोण हो तब माहिर उसे शिवमंदिर ले जाता है तब वो बोलता हे ये देखो तब वो बोलती हे ये कोन हे मेरी जैसी दिखती हे तब माहिर तांडव करता हे तब उसे कोछ तो होने लगता है और वो एक नागिन बन जाती है तब वो बोलती हे माहिर मुझे सब याद आगया हे तब वो बोलती हे माहिर अब हम मिलकर उन्हे मार देगे तब वाहा पे आते है अंधका और नेवला तब बानी नेवले को त्रिशुल से मार देती है तब अधंका उसे मारता हे तब माहिर उसे मारता हे तब अंधका उसे मार देता हे तब वो बोलता हे मुझे कोई भी नहीं मार सकता तब वो बोलता हे नागेश्वरी नही उसकी मा नही तब बोहत हवा चलती है तब आती है नागेश्वरी तब वो अपने अस्त्र से उसे मार देती है तब बानी बोलती हे ये वापस कैसे आगया तब तीनो मिलकर उसे मार देते है तब सब चले जाते हे तब बानी शिवमंदिर के रहस्य मय जगह पे जाती हे तब वाहा पे एक किताब बोलती हे आप सबकी काहाणी पुरी होई लेकिन नंदिनी कि काहाणी अधुरी रेह गइ तब बानी बोलती हे वो नागिन कोण हे तब किताब बोलती हे शापित नागिन तब बानी मंदिर जाती हे तब वाहा पे होती हे नागेश्वरी और उसकी मा तब वो बोलती हे मुझे पत्ता चल गया इसके लिए हमे तांडव करना होगा तब वो तांडव करते हे तब शिवजी आते है और वो तांडव करते हे तब वो बोलते है मुझे पता हे तोम उसे क्यो बोलाना चाहते हो वो अपनी काहाणी खुद बताएगी और मे उसे शापमुक्त करता हो तब वो नागिन बोलती हे शिवजी मे अपनी काहाणी इनहे बता सकती हो तब वो हा बोलते है तब शिवजी बोलते है तुम्हारी काहाणी फिरसे लिखी जाएगी तब नंदिनी बोलती हे मे आपको मेरी काहाणी सुनाने जारही हो मे एक राक्षस परिवार से थी और तब मेरे बाबा आए और वो बोले मे तुम्हारी शादी कराने वालो हो तब नंदिनी बोली मे अभी शादी नही करुगी तब नंदिनी का बाबा बोहत गुस्सा हो जाता है तब वो बोलता हे तोम किसीको मार नही सकती और उस शिवमंदिर जाती हो तब नंदिनी बोलती हे आप कितानी भी कोशीस करलो मे शादी अपने मन पसंद कै लडके के साथ करोगी तब नंदिनी शिवमंदिर जाती हे तब वाहा पे एक नाग आता हे और वो बोलता हे तोम कोन हो तब नंदिनी बोलती हे मेरा नाम नंदिनी हे तब नंदिनी बोलती हे तुम्हारा नाम क्या है तब वो बोलता हे मेरा नाम राज हे तब दोनो हर रोज मिलणे लगे तब धिरे धिरे दोनो को प्यार हो जाता है तब उन्हे एक साथ एक राक्षस देखता हे तब वो नंदिनी के बाबा महेंद्र के पास जाता है तब वो बोलता हे सरकार नंदिनी हमारे दुश्मन से प्यार कर बेठी तब महेंद्र बोलता हे राक्षस देवता आप देख रहे है वो आखीर दुश्मन से प्यार कर बेठी तब वाहा पे राक्षस देवता आता हे और वो बोलता हे तुम फिकर मत करो हम उसे धोका देगे दोसरी तरफ एक पंडित बोलता हे नंदिनी तोम एक नागिन हो और तुम्हे शिवजी ने नागमणी का रक्षीका बनया हे तब राज तांडव करता हे तब नंदिनी को कोछ तो होता हे तब वो एक नागिन बन जाती है तब राज बोलता हे तोम बचपन में इस राक्षस के बेटी के जगह तुम्हे वाहा रख दिया लेकिन उस राक्षस का बेटा था या बेटी ये किसको भी पत्ता नही हे तब नंदिनी घर जाती हे दोसरे दिन नंदिनी के घर राज आता हे और वो वाहा मर जाता है तब राक्षस देवता उस पंडित का रुप लेकर उसके पास जाता है तब वो बोलता हे नंदिनी नागमणी से इसकी जान बच सकती हे तब वो पंडित और राज शिवमंदिर मे होते हे तब नंदिनी तांडव करती है तब वो उसे ठिक करती है तब पंडित बोलता हे नागमणी मुझे दो तब वो देती है तब वो पंडित अपना असली रूप लेता हे तब नंदिनी बोलती हे राक्षस देवता तब वो देवता नंदिनी कि सारी शक्ती या छिन लेता हे तब राज उसे मार देता हे तब नंदिनी बोलती हे धोका मे दुबरा वापस आवोगी तब नागेश्वरी बोलती हे तो ये सब होवा था तब आप पुनर्जन्म लेगे तब नंदिनी बोलती हे हा तब बानी बोलती हे इसका मतलब आपके सारे दुश्मन वापस आएगे तब नंदिनी बोलती हे हा तब नागेश्वरी बोलती हे हम चलते है तब नंदिनी बोलती हे शिवजी मे पुनर्जन्म के लिए तयार हो . The End ‹ Previous Chapterनागिन का इंतकाम - 2 › Next Chapter नागिन का इंतकाम - 4 Download Our App