Hello दोस्तो केसे हो सभी आज मे अपने दोस्त की love story उसीकी जुबानी बताने जा रहा हु उमीद करता हम की आपको पसंद आएगी।
एक दीन की बात है हम दोस्तों को एक लॉटरी में दो दिन का एक होटेल का बम्पर वाउचर मिला था तो मै अपने friends के साथ उस होटल के लिए निकल गया था वो कोई मामूली होटल नही था वोह हाईवे पर का सबसे बड़ा और शानदार होटल था वो सिर्फ होटल ही नही बल्कि मूवी थिएटर, बड़ा सा गार्डन और एक बड़ा सा मोल भी था जैसे ही हम वहा पर पहुचे तो सबसे पहले हम होटल की पार्किंग मे अपनी गाड़ी ले गये और मेरा दोस्त गाड़ी पार्क कर रहा था की मेरी नजर एक लड़की पर पड़ी वो दिखने बहुत ही खूबसूरत थी। उसका चेहरा तो मानो कोई चांद का टुकड़ा और सचमे उसकी ब्लू आँखे मुजे मानो अपने काबू में ही कर रही थी और उसकी अदा ये हाय क्याहि बताऊ उसके बारे में अगर उसके बारे में लिखने बैठु तो पूरी किताब कम पड़े इसलिए आप मानलो की वो स्वर्ग से उतरी हुई कोई अपसरा ही है। उसे देखते ही मानो मै सबकुछ भुल हि गया था। जैसे मेरे दोस्त गाड़ी पार्क करके आये तो उनको उस लड़की को दिखाके बोला की वो लड़की मेरे दिल मे बस गयी है तो सब दोस्त मेरा मजाक उड़ाने लगे कि वो तेरे से कभी दोस्ती तो क्या तुमसे बात भी नही करेगी ये सुनकर मुजे बहुत गुस्सा आया लेकिन करता भी क्या थे तो दोस्त ही। तो हम चेकइन करने जाने ही वाले थे कि तभी मेरी नजर उस लड़की पर फिर से पड़ी इस बार वो अपनी कार का दरवाजा खोलने की कोशीश कर रही थी। पर उससे खुल नही हो रहा था तो में उसकी मदद करने के लिए उसके पास गया और उसको दरवाजा खोल कर दिया तो वो लड़की बिना thanks बोले अपनी गाड़ी में जाकर बैठ गई। तो मैने सोचा क्युना थोडी सी बातचित की जाय तो मैने उसे कहा Hi मेरा नाम ........ में आगे कुछ बोलता उससे पहले उसने गुस्से में आकर एक GUN निकाल कर मुझे दिखाकर बोली ये देखी है ना अपना काम करो जाकर। GUN देखकर मे थोड़ा घबराकर वहां से अपने रूम में चला गया।[ जबतक में उस लड़की से बात कर रहा था तबतक मेरे दोस्तों ने checkin कर लिया था] मैने सारी बातें अपने दोस्तो को बताई तो वो बोले कि तु उस लड़की को भूल जा वोह तुज से बात नही करने वाली। तभी मेने भी अपने मन ही मन ठान लिया कि उस लड़की से दोस्ती करना तो बनता है और उस के साथ दोस्ती करने के लिए प्लान बनाने लगा। लेकिन मेरे दिमाग मे कोई idea नही आ रहा था। इतने में दोपहर का समय हो चुका था तो हम सब ने दोपहर का लंच होटल में किया होटल के खाने का टैस्ट कैसा था वो तो मुझे पता ही नही क्योंकी मेरे दिमाग मे तो वो लड़की ही घूम रही थी फिर हम सब लंच करके बाहर आये और मेरे सारे दोस्त अपने रूम में आराम करने के लिए चले गए क्योंकि हम सफर से थक गए थे।लेकिन मेरा बाहर ठेलने का मन हुआ तो में बहार हमारे होटल के बाहर घूम रहा था घूमते घूमते में गार्डन में पहुच गया वहा में फूलों के बगीचे में गया वहा पर बहोत से लोग अपने अपने पार्टनर के साथ घूम रहे थे। फिर थोड़ी देर घूमने के बाद में होटेल की पार्किंग में पहुचा क्योंकी में अपना मोबाइल का चार्जर आपनी कार मे ही भूल गया था। जैसे ही में पार्किंग में पहुँचा मुजे वो लड़की दिखाई दी लेकिन मुजे लगा की वो मेरा वेहम है इसलिय मेने अपने आप को चींटी काटी तो पता चला कि वो कोई वेहम नही हैं। तो मैने सोचा की उससे बात करू लेकिन तभी मुजे सुबह की GUN वाली बात याद आयी तो में फिर से सोच में पड़ गया लेकिन मुजे कुछ समझ मे नही आया तो में उसके पास बात करने चला गया जैसे ही में उसके पास पहूचा ही था कि तभी उसने अपनी GUN दिखा कर दूरसे ही चले जाने का इशारा कर दिया तो में भी उस GUN की वजह से वहा से चल गया ओर अपनी कार में से चार्जर लेके अपने रूम में चला गया। पूरे रास्ते मे उस लड़की के बारे मे ही सोच रहा था और भगवान से यही दुआ कर रहा था कि काश किसी तरह से उस लड़की से बात हो जाये। फिर अपने रूम में पहुच कर मेने अपना फ़ोन चार्जिंग में लगा कर आराम करने लगा। थोड़ी देर बाद मुजे निंद आ गयी।
【मेरे सपने में मैने देखा कि में उस लड़की के साथ गार्डर में घूम रहा था हम दोनों हसते हुए एक दूसरे से बाते कर रहे थे कि तभी मेरी नींद खुल गयी】
शाम के समय हम सभी दोस्त बाहर धूम हरे थे वही पास में एक मुवी थिएटर था तो हम सभी दोस्त मुवी देखने चले गए लेकिन हमें आखरी लाइन में सीट मिली थी तो सभी उदास थे लेकिन मुवी तो देखनी ही थी तो हम सभी मूवी देखने अंदर चले गए तो अंदर का scene देखके तो मेरा होश ही उड़ गए....मेने देखा कि वो कार वाली लड़की लास्ट लाइन में बैठी हुई मुवी सुरु होने का इंतजार कर रही थी उसके पास वाली सीट हमारी थी तो में उस सीट पे जाकर बैठ गया। जैसे ही मेने उसके सामने देखा और उसको Hi बोला तो फिर से उसने GUN दिखाकर मुवी देखने का इशारा करके मूवी देखने लगी।
*तब में ऐसा सोच रहा था कि अगर ये GUN एक बार मुजे मिल जाये तो उस GUN कही ऐसी जगह फेख दु ताकि कभी ये GUN हम दोनों को बीचमे न आये लेकिन क्या करे ये हमारे नसीब मे कहा था *
अब तो मूवी में भी मन नही लगा रहा था जब कोई ऐसी खूबसूरत लड़की आपके बगल वाली सीट में बैठी हो तो कोई कैसे मुवी देख सकता है। मे तो बार बार उस लड़की को ही देखे जा रहा था। कभी कबार वो मुजे देख लेति तो इग्नोर कर देती। ऐसा करते करते ही मुवी खतम हो गयी तो सब जाने लगे मेने खड़े होकर देखा तो वो लड़की वहा से जा चुकी थी।
==>आगे की कहानी अगले part मे अगर आपको कहानी अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तो के शेयर जरूर करे और मेरे से बात करने के लिए मुजे instagram पे फॉलो करे : next_to_impossible_014