navita ki Kalam se .. - 8 in Hindi Fiction Stories by navita books and stories PDF | नविता की कलम से... - 8 - मैं कैसे कहो ..मैं अनाथ हो ..

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नविता की कलम से... - 8 - मैं कैसे कहो ..मैं अनाथ हो ..

🎼🎼मैं कैसे कहो ..मैं अनाथ हो ..🎼🎼


अनाथ ... का मतलब क्या है ?

मैं आप सब से पूछती हो ....🤔🤔🤔
..
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अनाथ मतलब जिस बच्चे के माँ बाप नहीं होते l
Right सब यही मानते है ...

चलो आज इस story को सुनने के बाद decided करना की अनाथ का क्या मतलब होता है...

ये story है दो दोस्त रमेश और राजेश की .. वो दोनों बहुत अच्छे दोस्त थे l. स्कूल टाइम से ही वो दोनों साथ पढ़ रहे थे l आज वो कॉलेज मे b.a.final कर रहे है l

रमेश बचपन से ही अनाथ आश्रम मे पला और बड़ा हुआ l
वो हमेशा बड़ो को इज़्ज़त देता था l . और छोटो को प्यार करता था l उस के इस प्यार भरे nature के कारण आज आश्रम मे ,वो सब का लाडला और प्यारा था l. उसे बड़े अपने माँ बाप जैसे लगते थे और छोटे उसको अपने भाई बहन l सही कहे तो रमेश को बहुत बड़ा परिवार मिल गया था l जिन के साथ वो बहुत ख़ुश रहता था l

दूसरी तरफ राजेश अपने माँ बाप के साथ अपने घर पर रहता था l.
वो अपनी माँ बाप का एक लोता बेटा था l जिस के कारण उसके माँ बाप उसको बहुत प्यार करते थे और उसकी हर एक ख्वाईश को पूरी करते थे l जिस के कारण राजेश बहुत ज़िद्द करता था l अपने माँ बाप को कुछ नहीं समझता था l

एक दिन Sunday को रमेश राजेश के पास उसके घर जाने वाला था l. वो आश्रम से निकलने ही लगा . की पीछे से आवाज आई ैै भैया ...भैया ...... हां बोलो प्रिया ...

भैया मेरे लिए आते होये drawing book लेकर आना l

और मेरे लिए भी copies लेकर आना l.


और मेरे लिए colour chart ..


और मेरे लिए chocolate बहुत सारी ..😀😀

अच्छा बाबा लेकर आऊँगा ..सब के लिए सब कुछ .. जायो खेलो ☺️


सौनो बेटा ..बोलिये माता जी ...

आता होआ .. जे मेरी दवाईया भी ले आना ...

जरूर .. और बताईए


सुनो बेटा .... जे मेरा चश्मा ठीक करवा लाना ...

जरूर बाबा ...☺️

चलो मैं जाता हो ...


रमेश राजेश के घर गया l. Door bell बजाई l


राजेश की मम्मी ने दरवाजा खुला ..

नमस्ते आंटी .. (पैर स्पर्श करते होये ) राजेश है ..☺️

जीते रहो बेटा ... हा अपने रूम मे है जा मिल लायो ..☺️

नमस्ते अंकल ..( पैर स्पर्श करते होये ) ☺️

जीते रहो बेटा ... खूब आगे बड़ो...☺️

रमेश राजेश पास चला गया l.

जब भी रमेश घर आता है बहुत अच्छा लगता है l अनाथ है पर संस्कार ऐसे जैसे परिवार मे रहता हो l. मन खुश हो जाता है इस को मिल कर l काश ! हमारा बेटा भी इस से कुछ सीखे l

हा !जे तो आप ने सही कहा ...चलो मैं दोनों को चाय दे कर आती हो ...

हां ..☺️


और राजेश क्या हाल है l

कहा रह गया था तू ... इतनी लेट कैसे होगा l


कुछ नहीं यार वो माँ बाबा और भाई बहन का काम था l. तो वो सब कर के आया हो ..☺️ेे इस लिए लेट हो गया l.


यार कितनी बार कहा है तुझे ...तू क्यों इन्ह सब पर अपनी कमाई खर्च करता है l इन्ह सब का काम करने की जिम्मेबारी आश्रम की है तेरी नहीं ... तू सुनता ही नहीं ...

नहीं राजेश तू गलत है .. जे मेरा परिवार है ...परिवार के देखभाल की जिम्मेबारी हमेशा बेटे की होती है ..

छोड़ रमेश तू नहीं समझेगा ... अच्छा तुम्हे book चाहिए थी ..रुक अभी देख कर देता हो ....

माँ. ..माँ. ..

हां बोल राजेश ...

तुमने मेरी books को हाथ क्यों लगाया ...मैंने कहा था ना मेरी किसी चीज़ को हाथ मत लगाया करो ... मेरी बुक पड़ी थी जहा कहा रखी ..


यही होगी बेटा ..मैंने कही नहीं रखी ...अपना बैग देख ..उसमे ना हो ....


अच्छा तुम जायो देखता हो ...जे पड़ी (बैग मे )
ये ले रमेश ...

यार तुम्हे आंटी को ऐसा नहीं बोलना चाहिए ...वो तुम्हारे रूम को साफ़ करती है ..तो चीज़े ेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेइधर -उधर हो जाती है इसमे क्या यार ...

छोड़ यार...माँ का हर रोज का काम है .. उन्हें बुरा नहीं लगा ..चल कल मिलते है कॉलिज मे ..

फिर भी यार वो तेरे माँ बाप है ...

हां मिलते है कोलॉज मे ... Thanku dost ..☺️

काफ़ी दिन बीत गए ..

एक दिन राजेश का फ़ोन आया ..

रमेश मुझे तुमसे कोई बात करनी है ..जल्दी आ कर मिल ...

ओके मै आता हो ...

हे .. राजेश क्या हुआ एक दम से बुलाया मुझे ...

रमेश मैंने शाद्दी कर ली ...

क्या ...😲

हां .. राधिका से ...

पर यार मैंने तुम्हे कहा था की आंटी अंकल को बता के करना ...

हां यार ...पर राधिका ने कंडीशन ही ऐसी रख दी की मुझे करनी पड़ी ...

अब आंटी अंकल को पता है ...

हां.. मैं घर गया था राधिका को लेकर ...पर उन्हों ने मेरी राधिका सामने ही बेसती करदी... मुझे बुरा बोला .. मेरे ऊपर हाथ भी उठाया ..इस लिए मैं घर छोड़ कर आ गया l

जे सब होने के बाद गुस्से मे राधिका भी मुझे छोड़ कर चली गई ...


तेरे साथ सही करा आंटी अंकल ने ...

क्या बोल रहा है यार🤨 ...तू भी

हां मैं भी ...😒

उसदिन आंटी ने तेरी books को हाथ लगाया, तो तुमने आंटी पर कितना गुस्सा करा ..आज जब तेरे माँ बाप की पूरी ज़िन्दगी की जमा पूंजी पर कोई और हक़ जामये गा ..तो सोच ...उन्हें कितना गुस्सा आया होगा ...
ऐसा तो नहीं था की आंटी अंकल मना करते तुम्हे ... कम से कम उन्ह की respect के लिए उन्ह से कभी बात तो करता .. तू जो मर्जी करता था आंटी अंकल के साथ, पर कभी उन्हों ने तेरा साथ नहीं छोड़ा ...और जिस से तुमने शादी करी वो लड़की तेरे साथ एक घंटा भी ना खड़ी होइ l

अब तू ही सोच ...तेरे साथ अच्छा हुआ जा बुरा ...
तेरे माँ बाप तेरे ऊपर जान छिड़कते है और तू उन्हें थोड़ी सी भी
इज़्ज़त नहीं देता .l.

तो हमेशा कहता है मैं अनाथ हो ... मैंने कभी गुस्सा नहीं करा ..
पर गुस्सा मत करना आज एक बात कहता हो ...

अनाथ मैं नहीं अनाथ तो तू है ...जिसे माँ बाप तो मिले ..पर उन्ह के प्यार को तू संभाल ना सका ...माँ बाप ना होने से कोई अनाथ नहीं होता ... माँ बाप का प्यार ना मिलने वाला अनाथ होता है .और मुझे तो बहुत माँ बाप का प्यार मिला ... पर तुम ...रहने दयो

असल मे अनाथ तुम नहीं तुम्हारे माँ बाप है ..जिन्हो ने बेटे को तो प्यार दिया हमेशा ...पर माँ बाप को बेटे का प्यार नहीं मिला ..
अनाथ तुम नहीं तुम्हारे माँ बाप है ...

अभी भी अगर शर्म है तो घर जा कर माँ बाप से माफ़ी मांग ..और उन्हें माना ..वो मान जाये गए वो तेरे माँ बाप है ..ज्यादा वक़्त गुस्सा नहीं रहे गए ..और उन्ह को इज़्ज़त प्यार दे .

राजेश पर रमेश की बातो का बहुत असर हुआ ..उसने घर जा कर माँ बाप से माफ़ी मांगी ..और प्यार इज़्ज़त से उन्ह के साथ रहने लगा l.


अब बतायो अनाथ कौन .. रमेश या राजेश ....


अनाथ का मतलब माँ बाप का ना होना नहीं होता .
अनाथ का मतलब है माँ बाप जैसा प्यार , दुलार ,अपनापन ना मिलना है .
और रमेश के पास तो खूब सारा प्यार ,लाडलापन , अपनापन करने वाले बहुत थे .l तो वो कैसे अनाथ हुआ l.

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अनाथ मैं कैसे हुआ
जन्म देने वाली मेरी माँ तो है
उस माँ का प्यार तो मेरे साथ है
फिर कैसे कहो
मैं हो अनाथ

अगर माँ का प्यार मुझे मिला ना होता
तो आज इस दुनिया मे मैं आया ना होता

माँ का प्यार ही था
यो दिया मुझे इतना बड़ा परिवार
यहाँ मेरे अनेकों है
मेरे भाई बहन
फिर कैसे कहो
मैं हो अनाथ

कुछ मजबूरिओं के कारण ,
कुछ समाज की रसमों के कारण
कर गई माँ मेरी मुझे दूर
पर आज भी करती वो मुझे याद
क्योकि वो करती मुझे बहुत प्यार
फिर कैसे कहो
मैं हो अनाथ

अनाथ का मतलब ये नहीं की
माँ बाप का साथ ना होना ..
अनाथ का मतलब तो होता
माँ बाप का ना मिले तुम्हे प्यार..
फिर कैसे कहो
मैं हो अनाथ

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To be countined....✍️✍️✍️


Please give me your valuable rating and review 🙏🙏☺️



Thanku so much ji 🙏🙏☺️