The girl's life is abandoned without dreams - 6 in Hindi Women Focused by navita books and stories PDF | The girl's life is abandoned without dreams - 6

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The girl's life is abandoned without dreams - 6

🎼🎼कुछ कमियाँ तुम मे भी🎼🎼

ज़िन्दगी मे कमियां होती है सब इंसानो मे ही ,

बस जरूरत होती है ,उन्ह कमियों को खुद से अपनाने की l

जो ना बना पाते उन्ह कमियों को अपना ,करते फिर गुन्हा कई l,

एक इंसान से हैवान कब बन जाते ,जानते वो खुद भी नहीं l

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नूर के घर के पास रहने ललिता मैडम आई है l ललिता मैडम की अभी- अभी शादी होई थी l जिस के कारण ललिता मैडम के घर पर कोई बच्चा नहीं था l ललिता मैडम को बच्चे अच्छे लगते थे l आते ही ललिता मैडम का नूर के परिवार से अच्छा सम्बंद बन गया था l ललिता मैडम बहुत उदास रहती थी l

एक दिन नूर की मम्मी ने कहा की तुम बच्चो को टूशन क्यों नहीं करवाती l. जिस से तेरा मन भी बदल जाया करेगा lललिता को नूर की मम्मी की बात अच्छी लगी और वो नूर और उसके छोटे भाई को टूशन करवाने लगी l जिस से ललिता मैडम का समय अच्छा बीतने लगा .l ललिता मैडम खुश रहने लगी l

एक दिन ट्यूशन टाइम ललिता मैडम के पति घर पर ही थे lनूर और उसका भाई टूशन के लिए ललिता मैडम के घर आ गए थे lललिता मैडम और उस का पति एक दम से ज़ोर ज़ोर से लड़ने लगे और ललिता मैडम के पति गुस्से मे घर से बाहर चले गए lललिता मैडम बच्चो को आ कर पढ़ाने लग गई l. नूर बड़ी होने के कारण सब बातो को समझती थी l अब ललिता मैडम और उस के पति मे हर रोज ही लड़ाई रहने लगी l.

असल मे ये लड़ाई बच्चे के ना होने से थी l. ललिता मैडम चाहतीं थी ,की उस का पति एक बार उस के साथ हॉस्पिटल चले और वो दोनों वहाँ जा कर अपने सारे टेस्ट करवाए , जिसके लिए ललिता मैडम के पति कभी नहीं मानते थे l और वो ललिता मैडम को गुस्से मे मारने लग जाता था l बच्चा ना होने के लिए वो ललिता मैडम को कसोरबार ठहराता था., की कमी ललिता मैडम मे है ,उसमे नहीं l जिस के लिए अब हर रोज लड़ाई होती l अब तो ललिता मैडम का पति उसे मारने भी लग गया l ललिता मैडम हर रोज मार खाती और चुप कर अपने जख्मो को अपने मेकअप के पीछे छुपा लेती l

एक दिन ललिता मैडम नूर और उस के भाई को पढ़ा रही थी l. तभी ललिता मैडम का पति आया और उसने ललिता मैडम को उसकी बाजू से पकड़ कर खड़ा करा और कमरे मे लेकर चला गया l ललिता मैडम को वो बुरा बोलने लगा ,की तेरी वजह से लोग मुझ पर ऊँगली उठा रहे है l मुझे बुरा भला बोलते है और फिर ललिता मैडम को मारने लगा l

ललिता मैडम का पति -- "तू कहती है मुझ मे कमी है l चल तुझे आज बताता हो ... किस मे कमी है l"

और वो वेहशी दरिन्दे की तरह ललिता मैडम के कपडे उतारने लगा और उस पर अत्याचर करने लगा l. ललिता मैडम को हो रहे दर्द का उसे कोई एहसास नहीं रहा l वो बस ललिता मैडम को हवसिओ की तरह मारता रहा l.

नूर और उस का भाई डर गए l नूर ने हिमत कर अपने भाई को घर जा कर मम्मी पापा को बोलाने को कहा और खुद वो ललिता मैडम को बचाने के लिए रूम के पास गई और दरवाजा खटखड़ने लगी ,की ललिता मैडम को छोड़ दाऊ lदरवाजे की खट- खट से ललिता मैडम के पति को गुस्सा आ गया और बोलने लगा ...

"आज बताता हो किस मे कमी है ... "

उस ने ललिता मैडम को छोड़ दरवाजा खुलने की तरफ बड़ा .. ज़ोर से दरवाजा खोला ..और नूर की बाजू पकड़ कर उसे कमरे मे खींच कर बेड पर गिरा दिया lललिता मैडम उसको मारने लगी ,की बच्ची को हाथ मत लगा l और उसने नूर को पकड़ कर अपने पीछे कर लिया l
पर वो क्यों रुकता ,उस के ऊपर तो हवसी दरिन्दा जो आया पड़ा था lउसने ललिता मैडम को ज़ोर से धका दिया l जिस की वजह से ललिता मैडम का सिर बेड के तीखे कॉर्नर से लगा और वो फर्श पर गिर पड़ी और ललिता मैडम का पति नूर की तरफ बड़ा l

तभी नूर के मम्मी पापा और कुछ लोग ललिता मैडम के घर आ गए l और नूर के पापा ने ललिता मैडम के पति को पीछे से आ कर पकड़ लिया l और नूर भाग कर अपनी मम्मी के पास चली गई l नूर रोती रोती अपनी मम्मी को बोलती रही ... ललिता मैडम ... मम्मी ललिता मैडम .....

ललिता मैडम के पति को सब पकड़ कर बाहर लेकर चले गए ... और. नूर की मम्मी और सब ,ललिता मैडम के पास भाग कर गए l. और उसे जगाने की कोशिश करने लगे l. पर बहुत देर हो चुकी थी .. ललिता मैडम के सिर से खून निकलने की वजह से ,वो दुनिया छोड़ चुकी थी l. सब ललिता मैडम के लिए रो रहे थे ,सिवा उसके पति के l आज ललिता मैडम आजाद होगी थी l
इस घटना का असर नूर की ज़िन्दगी पर बहुत हुआ l. ललिता मैडम के पति को तो सब ने पुलिस के हवाले कर दिया था l फिर भी नूर आज भी रात को डर डर कर उठ जाती थी l. शाद्दी के नाम से ही अब डरती थी l हर वक़्त वो ललिता मैडम को याद कर रोती रहती थी l

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एक औरत होती घर का सिंगार ,

जो बनाती है एक मकान को परिवार l

तुम्हारी कमियाँ खुद मे छुपाये ,

खुद वो तेरे अत्याचर सहती जाये l

हर कमी होती ना एक औरत मे ही ,

कुछ कमियाँ होती ,तुम मर्दो मे भी l

जोड़ रखना चाहती वो तुम्हारा परिवार,

इस लिए सहती वो चुप कर तुम्हारे अत्याचार l

खुद की कमियों को, उस औरत पर मत डाल ,खुद की कमियों को, खुद तो अपनाना ,

अपने हमसफ़र के साथ मिल कर ,

अपने मकान को तुम घर बनाना l

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To be countined....☺️☺️


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Thanku so much my lovely readers🙏🙏🙏☺️☺️