Pyar Wali Pathari - 5 in Hindi Love Stories by vidya,s world books and stories PDF | प्यार वाली पठरी... - भाग 5

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प्यार वाली पठरी... - भाग 5

पायल के क्लीनिक आते ही ऋतुराज ने उसके हाथ पर एक लिफाफा रख दिया पायल अचंभित हो गई और उसने ऋतुराज की तरफ देखा।

पायल: डॉक्टर यह क्या है?

ऋतुराज ने मुस्कुराकर जवाब दिया।

ऋतुराज: पायल यह आपकी पहली सैलरी है।

पायल उसकी बात सुनकर बहुत खुश हो गई और उसने झट से लिफाफा खोल दिया और उसके अंदर से पैसे बाहर निकाल कर उन्हें देखने लगी और फिर ऋतुराज से बोली

पायल: सच्ची डॉक्टर।

ऋतुराज ने फिर मुस्कुरा कर बोल दिया..

ऋतुराज: जी हां... अब आप यहां काम करती है तो आप को सैलरी तो मिलेगी ना तो यह आपकी पहली सैलरी है।

पायल बहुत खुश हो गई और उसने खुशी में ऋतुराज को थैंक यू बोल दिया।

पायल: thank you doctor ... डॉक्टर क्या मैं आज आधे दिन की छुट्टी ले सकती हूं?

पायल ने थो डे झींझक ते हुए पूछा..

ऋतुराज ने उसकी तरफ देखकर आश्चर्य से पूछा।

ऋतुराज: क्यों?

पायल: डॉक्टर आज आपने सैलरी दी है तो सोचा कुछ शॉपिंग कर लू।

उसकी बात सुनकर ऋतुराज हंस पड़ा।

ऋतुराज: आप लड़कियां भी ना... आप लोगों को तो सिर्फ बहाना चाहिए शॉपिंग करने का ठीक है ठीक है चले जाना।

पायल खुश होकर अपनी जगह पर बैठने जा ही रही थी कि फिर वह मुड़कर ऋतुराज से पूछने लगी।

पायल: डॉक्टर.. अगर आपको शाम को कुछ काम ना हो तो क्या आप मेरे साथ शॉपिंग के लिए आएंगे।

ऋतुराज: कौन मैं?

पायल: अभी यहां तो सिर्फ आप ही हो.. और किस से पूछूंगी आप ही से पूछा ना हां अगर आपको कोई काम हो तो ठीक है मैं अकेले चली जाऊंगी।

पायल ने ऋतुराज से पूछा तो एकदम से खुश हो गया था।

ऋतुराज: अकेले क्यों मैं मैं मैं आऊंगा ना उसने हड़बड़ा कर जवाब दिया।

पायल: ठीक है फिर अभी काम खत्म करते हैं उसके बाद दोपहर के बाद चले जाएंगे।

ऋतुराज: हां हां ठीक है।

फिर दोनों काम पर लग गए दोपहर के वक्त उन्होंने साथ में खाना खाया और फिर थोड़ा काम कर लिया। उसके बाद ऋतुराज ने बंद कर दिया और दोनों ऋतुराज की गाड़ी में बैठकर मार्केट की तरफ चल पड़े। गाड़ी में ऋतुराज गाड़ी चला रहा था और पायल उसकी बगल वाली सीट पर बैठी हुई थी। दोनों आस पास ही थे पर कोई भी बात नहीं कर रहा था तभी ऋतुराज ने म्यूजिक सिस्टम ऑन किया उस पर गाना बज रहा था।

जुबां खामोश होती है..
नजर से काम होता है..
जुबां खामोश होती हैं..
नजर से काम होता है..
इसी पल का जमाने में ..मोहब्बत नाम होता है..
देखो... देखो ...देखो मुझे प्यार हो गया..
जाने कब कैसे इकरार हो गया..

ये वो एहसास है जिसको ना लब्जो की जरूरत है..
जिसे पाकर लगे सारा जमाना खूबसूरत है..
जमाना खूबसूरत है...
मुहब्बत नाम है इसका ..अदाओं में दिखाई दे..
तेरी धड़कन की हर सरगम में ये मुझको सुनाई दे..
मेरे होटों पे जब तेरे लबों का जाम होता है..
इसी पल का जमाने में..मोहब्बत नाम होता है..
देखो.. देखो.. देखो ..मुझे प्यार हो गया..
जाने कब कैसे इकरार हो गया....

गाना दोनों की सिचुएशन को सूट हो रहा था दोनों भी चुप थे और गाना सुन रहे थे पायल खिड़की में से बाहर जाकर देख रही थी पर वह भी गाना सुनकर हल्का-हल्का मुस्कुरा रही थी और ऋतुराज भी धीरे-धीरे मुस्कुरा रहा था मानो गाना उनके लिए ही बजा है।

थोड़ी देर बाद ऋतुराज ने गाड़ी एक आलीशान मॉल के सामने खड़ी कर दी। पायल और ऋतुराज दोनों मॉल के अंदर आ गए। मॉल काफी बड़ा था और थोड़ी भीड़ भी थी ऋतुराज ने पायल से पूछा।

ऋतुराज: पायल आप क्या लेना चाहती है?

पायल: जी वह कुछ कपड़े ज्वेलरी बस ऐसे ही..

ऋतुराज: ठीक है फिर लेडीज सेक्शन उस तरफ है आप वहां चले जाइए।

पायल ने घबराकर उससे पूछा।

पायल: जी मैं अकेली जाऊं मतलब आप नहीं चलेंगे मेरे साथ?

ऋतुराज: अरे मैं क्या करूंगा वहां पर वह तो लेडीज सेक्शन है ना?

पायल: तो क्या हुआ आप सिर्फ साथ चलिए मैं खुद से खरीद लूंगी।

ऋतुराज: ठीक है।

फिर ऋतुराज पायल के साथ उस सेक्शन में चला जाता है।

पायल अपने लिए कुछ खरीद रही थी और ऋतुराज बस उसे निहार रहा था । अपने लिए थोडा खरीदारी करके पायल मेन्स सेक्शन में चली गई उसने ऋतुराज की मदत से अपने घर वालों के लिए भी कुछ खरीदारी की सबके लिए तो हो गया पर फिर भी उसे लग रहा था कुछ छुट गया है। फिर उसने ऋतुराज की तरफ देखा तो उसे याद आया की उसे ऋतुराज के लिए भी कुछ खरीदना चाहिए I फिर उसने ऋतुराज को बहाणे से दूसरी तरफ भेज दिया और ऋतुराज के लिए भी एक गिफ्ट लिया I सब शॉपिंग हो गई तो पायल ऋतुराज से बोली ...

पायलः डॉक्टर .. हो गया अब चले ?

ऋतुराज : पायल पेहले कुछ खा लेते है , इतनी सारी शॉपिग करके आप भी थक गई होगी |

पायल : मगर मेरा कुछ खाने का मन नहीं है अभी |

ऋतुराज : ठीक है .... आईसक्रीम तो खा सकते है ना सिर्फ ..

पायल आईसक्रीम की बात सुनकर खुश हो जाती है और हा में अपना सर हिला देती है। फिर दोनो मॉल मे जहा आईसक्रीम कॉर्नर था उस तरफ चलने लगते है। तभी ऋतुराज के पेहचान का एक शख्स उन्हें मिल जाता है। वो शख्स ऋतुराज को देखकर उससे बात करने के लिए रुक जाता है।

शख्स : अरे क्या , डॉक्टर साहब आज तो शॉपिंग वॉपिग चल रही है।

ऋतुराज : हा ... आप बताईये कैसे हो ?

शख्स : हम तो बढिया है।

वो शख्स पायल को ऋतुराज के साथ देखकर ऋतुराज से पूछता है।

शख्स : डॉक्टर साहब , ये कौन भाभी जी है क्या?

उसकी बात सुनकर ऋतुराज हडबडा जाता है और पायल अपना चेहरा दुसरी तरफ करके मुस्कुराने लगती है।

ऋतुराज : भाभी जी ...नहीं दोस्त ... दोस्त है मेरी |

पायल ऋतुराज की बात सुनकर उसकी तरफ देखने लगती है l वो शख्स भी पायल को घूरने लगता है | तब ऋतुराज उस शख्स से केहता है।

ऋतुराज : अच्छा अब हम चलते है , हमें देर हो रही है |

फिर पायल और ऋतुराज आईसक्रीम कॉर्नर मे पोहच जाते है और इक टेबल पकड के बैठ जाते है।

ऋतुराज : पायल आपको कौनसा फ्लेवर पसंद है?

पायल सोचते हुए केहती है ...

पायल : मुझे मॅगो फ्लेवर ..

फिर ऋतुराज दोनोंकी ऑर्डर देकर आ जाता है।

पायल : डॉक्टर इक बात पूछू ..

ऋतुराज : हा ... पूछीए ना ...

पायल :आपने उस आदमी से छूट क्यो बोला के मै आपकी दोस्त हूँ ?

ऋतुराज उसकी आँखो में आँखे डालकर देखते हुए केहता हैं की ..

ऋतुराज : दोस्त नहीं हो क्या आप ?

पायल उसे अपनी तरफ ऐसे देखते हुए देखकर शरमा जाती है और अपना चेहरा घूमा लेती है।

ऋतुराज : दोस्त नहीं तो अब बन जाते है। पायल क्या आप मेरी दोस्त बनोगी ?

पायल उसकी बात सुनकर मुस्कुरा देती है।

ऋतुराज अपना हाथ पायल के आगे लाकर उसे दोस्ती के लिए पूछता है। तब पायल भी अपना हाथ उसके हाथ में देकर उसकी दोस्ती कबूल कर लेती है। तभी वेटर उनका ऑर्डर लेकर आ जाता है। दोनों आईस्क्रीम खाकर वहाँ से निकल जाते है |

क्रमश: