Pyar Wali Pathari - 4 in Hindi Love Stories by vidya,s world books and stories PDF | प्यार वाली पठरी... - भाग 4

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प्यार वाली पठरी... - भाग 4

शादी के बाद ऋतुराज जब वापस आ जाता है तब वो तो वापस आ गया था पर उसका दिल तो वहीं पीछे पायल के पास ही छूट गया था।रातभर वो सोनेकी कोशिश करता रहा फिर भी उसे नींद ना आ रही थी।बार बार पायल का मुस्कुराता चेहरा नजरो के सामने आ रहा था।थोड़ी देर वो वैसे ही तकिये से लिपटकर बिस्तर पर पड़ा रहा फिर उसने टिवी ऑन किया और ऐसे ही बटन दबा दबा कर कुछ देखने की कोशिश करने लगा। तभी टीवी पर एक गाना बज रहा था...

ना कजरे की धार ना मोतियों के हार
ना कोई किया सिंगार..
फिर भी कितनी सुंदर हो..
तुम कितनी सुंदर हो...

गाना सुनते ही उसे फिर से पायल कि याद आ गई। वह हंस पड़ा और... और हसते हसते वो सो गया।
दूसरे दिन वो सुबह-सुबह क्लीनिक पहुंचा।अपना काम करते हुए भी वह पायल का इंतजार कर रहा था। घड़ी में 12:00 बजने ही वाले थे किं पायल क्लीनिक आ पहुंची। आते ही उसने अपना सामान अपनी मेज पर रख दिया और ऋतुराज के पास चली गई ऋतुराज उसे देख हल्का सा मुस्कुराया तभी पायल बोल पड़ी।

पायल: thank you doctor आप हमारी खुशियों में शामिल होने के लिए कल अपना कीमती वक्त निकालकर आए।
उसकी बात सुनकर ऋतुराज मुस्कु राता हूवा बोला..

ऋतुराज: इसमे थँक्यु की क्या बात...कल काम भी ज्यादा नही था और तुमने..भी .. सॉरी सॉरी.. आपने बुलाया भी था इसलिये मै आ गया।

पायल: इट्स ओके डॉक्टर आप मुझे तुम बुला सकते हो..इतना बोल वो फिर अपनी जगह पर जाके बैठ गई।

ऋतुराज उसे देखता रहा फिर अपने माथे पे अपने हाथ से थोड़ा हलका सा मारते हुए अपना काम करने लगा।

दोपहर के वक्त एक लड़का अपनी मां के साथ क्लिनिक में आया ..उसकी मा बीमार थीं वो उसे हि लेके आया था पर जब से आया था बस पायल को घुरे जा रहा था ..पायल का तो ध्यान नहीं था पर वो लड़का बस उसे है देखे जा रहा था ..ऋतुराज ने जब उस लड़के को देखा तब उसे पता लगा कि वो जब से आया है पायल को ही देखे जा रहा है।ऋतुराज को उसपे बोहत् गुस्सा आ रहा था। उसने उस लड़के को पास बुलाया और उसे कहा..

ऋतुराज: सुनो यहां की सिरीज़ खत्म हो चुकी है नीचे की मेडिकल शॉप से जाकर ले आओ।

ऋतुराज ने जब ऐसा कहा तब पायल नी ऊपर देखा .. जहा तक उसे याद था परसो ही उसने कबर्ड में ढेर सारी सिरीज़ देखी थी।वो अपनी जगह से उठी और उसने कबर्ड खोल के देखा तो वहा सिरीज़ थी।उसने ऋतुराज की तरफ देखते हुए कहा।

पायल : डॉक्टर ,यहां कबर्ड में सिरीज़ है।

अब ऋतुराज सोचने लगा यार कहा फस गया मै? कोई और बहाना नहीं था क्या जों मेरे दिमाग में यही आया?फिर वो हड़बड़ा कर बोल पड़ा।

ऋतुराज : वो पायल,वो दूसरी सिरीज़ चाहिए थी।

फिर पायल उसकी बात सुनकर चुप हो गई।थोड़ी देर बाद वो लड़का सिरीज़ लेकर वापस आया।ऋतुराज ने उस से सिरीज़ ले ली अब पायल ने उस लड़के पे ध्यान दिया तब उसे समझ आया कि वो बार बार उसे है देखे जा रहा है और ये देख ऋतुराज आग बबूला हो रहा था ..पायल का उस लड़के से ज्यादा ध्यान ऋतुराज पर था ..और उसे ऋतुराज को ऐसे देख बड़ा मजा आ रहा था।ऋतुराज ने उस लड़के की मां को जल्दी से चेक किया और उसे भेज दिया।पायल वो देख मन ही मन खुश हो गई।

दूसरे दिन पायल रोज की तरह क्लिनिक आ रही थी कि अचानक उसे वहीं पागल आदमी उसकी तरफ आता हुआ दिखाई दिया..पायल सीढ़ियों की तरफ भागी ..पर वो आदमी भी उसके पीछे जाने लगा वो देख पायल बोहत घबरा गई और दौड़ती हुई क्लिनिक में पोहचि और ऋतुराज को सामने देख उस से लिपट गई...ऋतुराज तो हक्का बक्का रह गया था अचानक पायल आके उस से लिपट जो गई थी।पर उसे जब मेहसूस हुआ कि पायल डर के मारे काप रही है तब उसने अपने हाथो से उसकी पीठ पर सेहलया और उसे शांत करने लगा।

ऋतुराज :रिलैक्स पायल,क्या हुआ ? इतना क्यू डरी हुई हो तुम ?

पायल लंबी लंबी और तेज सास लेते हुए बोली।

पायल : डॉक्टर ,वो ,वो पागल आदमी वो ..

तब ऋतुराज को समझ आया कि पायल उस आदमी से डर गई है ।वो थोड़ा मुस्कुराया और उसे गले से लगाए रख कर ही बोला।

ऋतुराज : पायल डरो मत वो यहां नहीं आयेगा।वो कुश नहीं करेगा।मै हूं ना यहां ? शांत हो जाओ तुम ..ये लों थोड़ा पानी पी लो ।

ऐसा केहकर उसने अपनी मेज पर रखा पानी का गिलास उठा कर उसे पानी पिलाया।पायल ने पूरा गिलास पानी पी लिया और खुर्सी पर बैठ गई।ऋतुराज का एक हात उसकी कंधे पर था ।पायल अब थोड़ा शांत हो गई थी ..तब उसे याद आया कि उस ने घबरा कर ऋतुराज को गले लगा लिया था अब वो शर्म से पानी पानी हो गई थी।पायल खुर्सी पर से उठ के खड़ी हो गई और नजर झुका कर ऋतुराज से बोली।

पायल : डॉक्टर.. सॉरी वो मै डर गई थी तो .. रिएली सॉरी..

ऋतुराज को तो अब क्या बात करे ये भी समझ नहीं आ रहा था पर वो खुश था । अनजाने में ही सही पायल उसके गले जो लगी थी।

ऋतुराज : इट्स ओके पायल ,तुम घबरा गई थी ना ..तो कोई बात नहीं ऐसा होता है।

वो आगे कुछ बोलते इस से पहले ही क्लिनिक में मरीज आ गया और पायल अपनी जगह पे जा कर बैठ गई ।पूरा दिन वो ऋतुराज से नजर नहीं मिला रही थी ।जब ऋतुराज उसे देखता वो दूसरी तरफ देखने लगती और जब वो किसी काम में व्यस्त हो जाता पायल उसकी तरफ देख लेती ..लेकिन जब उसी वक़्त ऋतुराज उसकी तरफ देखता तो हड़बड़ा जाती ..उसकी ये आँख में चोली देख ऋतुराज खुश हो जाता और हस देता ।

क्रमश :