The Author Datta Jaunjat Follow Current Read नागिन - कि अनोखी काहाणी By Datta Jaunjat Hindi Short Stories Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books ભાગવત રહસ્ય - 120 ભાગવત રહસ્ય-૧૨૦ આ શરીર પાંચ તત્વોનું બનેલું છે. એક એક તત્વ... નારદ પુરાણ - ભાગ 53 સનત્કુમાર આગળ બોલ્યા, “ઈષ્ટદેવની આરતી ઉતાર્યા પછી શંખનું જળ... મારા અનુભવો - ભાગ 20 ધારાવાહિક:- મારા અનુભવોભાગ:- 20શિર્ષક:- કુંભમેળોલેખક:- શ્રી... શ્રાપિત પ્રેમ - 19 " રાધા, તને મળવા માટે કોઈ આવ્યું છે."રાધા અને ડોક્ટર નેન્સી... જીવન પ્રેરક વાતો - ભાગ 01- 02 વાર્તા 01 તું ભગવાનનો થા ईश्वरः सर्वभूतानां हृद्देशेऽर्जुन त... Categories Short Stories Spiritual Stories Fiction Stories Motivational Stories Classic Stories Children Stories Comedy stories Magazine Poems Travel stories Women Focused Drama Love Stories Detective stories Moral Stories Adventure Stories Human Science Philosophy Health Biography Cooking Recipe Letter Horror Stories Film Reviews Mythological Stories Book Reviews Thriller Science-Fiction Business Sports Animals Astrology Science Anything Crime Stories Share नागिन - कि अनोखी काहाणी 1.1k 4.1k काहाणी शुरू करते हे हमणे पिछले अध्याय मैं देखा कि नागराणी रुही मर गइ थी लेकिन रुही को किसणे मारा लेकिन जब रुही लेगी पुनर्जन्म दो साल बाद एक लडकी मंदिर मे तांडव करती है तब वो बोलती हे हे शिव मुझे वरदान दिजिए तब वो तांडव करती है तब उसे वरदान मिलता हे तब वो चली जाती हे लेकिन उसका चेहरा किसणे भी नहीं देखा तब एक लडका आता हे और बोलता हे दोस्तों आज याहा पे मेरी शादी हे तब सब बोलते है लडकी कहा हे तब शिवमंदिर से एक नागिन आती है तब वो लडका बोलता हे ये मेरी पत्नी हे तब सब अपने असली रुप मे आते है तब सब बोलते है ये शादी नही होगी तब एक दोस्त बोलता हे जान्हवी और राघव हम तुमे मार डालेगे तब आता हे एक आदमी और बोलता हे इने जान से मार दो किसीबी नाग नागिन को एक नही होने देना हे और वो कोई भी हो नागिन या इनसान तब वो आदमी जान्हवी और राघव को मार देते है तब शिव जान्हवी को बचा लेते हे तब जान्हवी उस हवेली जाती हे तब सब वाहा मुजोत होते हे तब वो बोलती हे मे आगइ तब सब बोलते है जान्हवी आओ तब सब बोलते है जान्हवी तुम्हारी और माहिर कि कल शादी हे तब माहिर कि मा बोलती हे मे सबकी पेहेचान करादो तब जान्हवी बोलती हे मे सबको पेहचाणती हो कल शादी के दिन माहिर बोलता हे जान्हवी मे आगया तब वो बोलती हे माहिर वो आदमी याहा हे तब माहिर बोलता हे हा तब दोनो शादी करलेते हे तब बोहत हवा चलती है तब आता हे वो आदमी और बोलता हे ये दोनो फिरसे मरेगे तब जान्हवी सबको बेहुश करती है और उस आदमी को मारती हे तब वो बोलती हे मे वापस आगइ हो तब वो भाग जाता है तब सब होश मे आता हे तब सब बोलते है चलो तब दुसरे दिन जान्हवी मानव और रघु को मारती हे तब जान्हवी मंदिर जाती हे और बोलती हे हे शिव मुझे बताइये नागराणी रुही कोण थी तब आते है एक पंडित और बोलते है जान्हवी तुमे ये जानना हे रुही कोण थी तो सोनो रुही बोहत बडी नागिन थी जबतक वो तांडव करती नही तब शिव आते नही थे लेकिन उसे विक्रम ने मारा फिर उसणे पुनर्जन्म लिया तब उसणे और निशा ने मिलकर विक्रम को मारा था लेकिन फिर रुही को किसणे तो मारा था तब जान्हवी बोलती हे वो वापस कैसे आएगे तब पंडित बोलते है शिव की इच्छा होगी तो वो आएगी तब जान्हवी घर जाती हे तब माहिर और जान्हवी का मिलन होता हे तब जान्हवी रोहित और राजा को मार देती है और बोलती हे मुझे और राघव को मारा था ना तो मरो दो महिने बाद जान्हवी को बेटी होती हे तब वो उसका नाम बेला रखेते हे तब उने वो आदमी मार देता हे तब जान्हवी बोलती हे बेला तुमे सबको मारणा हे ओर एक मंत्र जो तुम्हे बोहत काम आएगा ऊ नमः शिवाय तब वो मर जाती है तब वो आदमी बेला को ले जाता है तब वो नागिन बन जाती हे और बोलती हे मे आगइ हो नागराणी रुही उस निशा को मारने उसणे मुझे मार डाला था तब बेला उस आदमी को मार देती है तब वो घर जाती हे एक लडका आता हे और बोलता हे तुम बेला होना तब बेला बोलती हे हा तब वो उसे निशा के घर ले जाता है तब निशा बेला कि सारी शक्ती या छिन लेती हे और एक कमरे मे बंद कर देती है तब वाहा गणपती बाप्पा कि मुर्तीं होती हे तब बेला बोलती हे गणपती बाप्पा मुझे बच्चा ले जिए तब गणपती बाप्पा आते है और बोलते है मे तुमे आशीर्वाद देता हो कि तुमे तुम्हारी सारी शक्ती या मिल जाए तब बेला बोलती हे धन्यवाद प्रभु तब वो ऊ नमः शिवाय बोलती हे तब वो नागिन बन जाती है तब वो सबको मार देती है और निशा को शिव मंदिर ले जाती हे और बोलती हे तुने मुझे मारा था ना अब मे तुमे मार डालुगी और देख आगइ इंतकाम की रात तब निशा बेला को मारती हे तब निशा बेला को आसमान मे फेक देती है तब बेला को शिव अपना शस्त्र देते हे तब बेला बोहत जोरसे निचे आती है और वो त्रिशुल निशा के दो भाग करदेता हे तब बेला बोलती हे मेरा इंतकाम खतम होवा तब एक लडकी आती है और बोलती हे बेला मुझे पेहचाणा मे राधा तब बेला बोलती हे हा याद आगया तब राधा बोलती हे तुम्हारी अनोखी काहाणी थी लेकिन मुझे जाना होगा लेकिन तुम्हारे लिए मेने लडका देखा हे और इसका नाम शिवा हे तब बेला और शिवा शादी करलेते हे और उन्हे एक बच्चा हो जाती हे और वो तब शिव बोलते है बेला मरणे वाली हे उसको मरणा होगा वो एक दिन मरेगी उसे मे भी नहीं बचा सकता वो आरहा हे फिरसे और बेला कि बेटी उसे मारेगी और कोछ रहस्य खोलेगी वो रहस्य उसकेलिए खतरा भी ला सकते हैं . दो महिने बाद बेला मर गइ थी और शिवा भी और उसका बच्चा कहा हे और बेला को किसणे मारा तो दिखीये अगले अध्याय मे. THE END🐍🐍 Download Our App